Chhapra: रेडियो मयूर और सारण अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह की टीम द्वारा एक बाल फिल्म महोत्सव का आयोजन शहर के एक निजी विद्यालय में किया गया। इस बाल फिल्म महोत्सव के आयोजन का मकसद बच्चों में सिनेमा के माध्यम से मनोरंजन के साथ साथ जागरूकता लाना था। स्कूल के सैकड़ों बच्चों ने इसमें बढ़ चढ़ कर भाग लिया और खूब आनंदित हुए। बच्चों में कहा की ऐसे आयोजन हमेशा होने चाहिए हमलोग पहली बार ऐसा कुछ देख रहे हैं ।
स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा कि, ” सिनेमा समाज का आईना होती हैं और वीडियो के माध्यम से बच्चों के दिलों दिमाग पर बहुत अच्छे संदेश आज गए हैं जो हम लोग किताब पढ़ा कर उनके अंदर नहीं भेज सकते हैं। बाल फिल्म महोत्सव एक बेहतरीन कदम है जो रेडियो मयूर की टीम ने आज हमारे स्कूल में उठाया है। आगे भी हमारा स्कूल उन्हें समय समय पर ये कार्यक्रम करने को आमंत्रित जरूर करेंगे “।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ अधिवक्ता सुभाष चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि, ” रेडियो मयूर हमारे शहर के सांस्कृतिक रूप से सुदृढ़ बना रहा है। नित नए आयाम गढ़ रहा है। इनके इस पहल के लिए पूरी टीम को धन्यवाद और बधाई। बाल फिल्म महोत्सव एक अद्वितीय पहल है।”
पुनितेश्वर पुनीत ने इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और आर्ट एंड ग्राफ्ट के शिक्षक मानस मल, खेल कूद के शिक्षक ईमरान खान, वरिष्ठ शिक्षिका सरिता वर्मा, शाहीन परवेज एवम मानस सैनी ने सभी बच्चों को एकत्रित करने में बढ़ चढ़ कर अपना योगदान दिया।
फेस्टिवल डायरेक्टर अभिषेक अरुण ने बताया कि, “बाल फिल्म महोत्सव मेरा एक सपना रहा है की मैं छपरा के बच्चों को लघु फिल्मों के माध्यम से कुछ नया दूं, कुछ नई बातें बच्चे सीखें। सिनेमा एक ऐसा माध्यम है जो हमें कई मामले में राह दिखा सकता है, प्रेरित कर सकता है बशर्ते उसका कंटेंट अच्छा हो। हम हर साल सारण अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का आयोजन करते हैं उनमें बच्चों के लिए फिल्मों की एंट्री होती है उन्हीं लघु फिल्मों का प्रदर्शन हम स्कूल में कर रहे हैं, बाल फिल्म महोत्सव के जरिए। हम छपरा के और भी स्कूल में ये आयोजन करेंगे ताकि बच्चे जो बातें किताबों से ना सीख पाए वो इन लघु फिल्मों से सीखें”
कार्यक्रम का संचालन पुनितेश्वर्र पुनीत ने किया। मौके पर कविश कुमा, डब्बू आदि मौजूद थे।