Chhapra: अंतराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर सोशल सर्विस एक्सप्रेस की महिला इकाई ऐंजल द हेल्पिंग हैंड्स द्वारा मानवाधिकार की पाठशाला का आयोजन एकमा के कौशल विकास केंद्र में किया गया. जहाँ छात्र-छात्राओं को मानवाधिकारों की जानकारी दी गई.

मानवाधिकार की पाठशाला कार्यक्रम के तहत सोशल सर्विस एक्सप्रेस के अध्यक्ष भवर किशोर ने बताया कि आज समाज में सभी को सशक्त, स्वावलंबी व मानवाधिकार के प्रति सबल बनाकर ही मानवाधिकार को संरक्षित किया जा सकता है.

श्री किशोर ने पाठशाला में बच्चों को अपने अधिकारों के लिये आवाज़ उठाने का भी पाठ पढाया. कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने सक्रीय भागीदारी निभाई.

human rights day program by social service express

एसिड अटैक की घटना और उसके बाद उसकी न्‍याय पाने की लड़ाई को फिल्म ‘छपाक’ का ट्रेलर रिलीज हुआ है. इस फिल्म में एक लड़की के साथ एसिड अटैक की घटना और उसके बाद उसकी न्‍याय पाने की लड़ाई को दिखाया गया है.

फिल्म में अभिनेत्री दीपिका पादुकोण मुख्य भूमिका में है. फिल्म का निर्देशन मेघना गुलजार ने किया है. इस फिल्म में अभिनेत्री दीपिका पादुकोण एक एसिड अटैक सरवाइवर के रूप में नजर आने वाली हैं.

दीपिका पादुकोण फिल्‍म में मालती के किरदार में हैं जो एसिड अटैक का शिकार होती हैं, जबकि विक्रांत मैसी अमोल के किरदार में हैं, जो मालती की इस पूरी लड़ाई में उसका साथ देते हैं.

बता दें कि ‘छपाक’ की कहानी एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्‍मी अग्रवाल की कहानी है. फिल्‍म अगले साल 10 जनवरी को रिलीज होगी.

यहाँ देखिये ट्रेलर

 

Chhapaak | Official Trailer | Deepika Padukone | Vikrant Massey | Meghna Gulzar 

Chhapra: फेम इंडिया-एशिया पोस्‍ट सर्वे ने संयुक्‍त रुप से एक सर्वे कर 17वीं लोकसभा के 25 श्रेष्‍ठ सांसदों का चयन किया. महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल को जिम्मेदार सांसद की श्रेणी में पहला स्थान दिया है. श्रेष्‍ठ सांसदों के चयन के सर्वे में कई पारामीटर थे. फेम इंडिया के यू एस सांथालिया बताते हैं कि फेम इंडिया और एशिया पोस्ट ने श्रेष्ठ सांसदों का चयन करने के लिए 25 केटेगरी बनाई थी, जिससे पता चल सके कि उनमें जनता के द्वारा दिए गए दायित्व के प्रति कितनी निष्ठा है. इसके बाद एशिया पोस्ट के एनालिस्ट ने 10 प्रमुख बिन्दुओं पर कार्य किया, जिनमें लोकप्रियता, जनता से जुड़ाव, छवि, कार्यशैली सहित सदन में उपस्थिति और बहस में भागीदारी, जनता के हित में प्रश्न उठाने, लोकतंत्र की मजबूती के लिए निजी विधेयक लाने, क्षेत्र की जनता के लिए सुलभता व मददगार को प्रमुख माना गया.

प्रभावशाली सांसद की केटेगरी में टॉप पर गुजरात के सांसद डॉ किरिट भाई सोलंकी हैं, वहीं अनुभवी सांसद की केटेगरी में मध्यप्रदेश के भाजपा सांसद राकेश सिंह रहे. उत्कृष्ट श्रेणी में कांग्रेस के दिग्गज के सुरेश है तो बेजोड़ कैटगरी में तेलंगाना के सांसद नामा नागेश्वर राव रहे. वहीं गुजरात के नवसारी से सांसद सीआर पाटिल असरदार श्रेणी में प्रमुख स्थान पर हैं. शिवहर बिहार से चार बार की सांसद रमा देवी लोकप्रिय तो चर्चित कैटगरी में ओडिशा से सांसद डॉ अच्युत सामंत प्रमुख स्थान बनाने में कामयाब रहे. कर्मयोद्धा श्रेणी में राजस्थान से सांसद देवजी पटेल, लगनशील कैटगरी में हरियाणा से रमेश चंद्र कौशिक, महाराष्ट्र से शिवसेना सांसद विनायक राउत ने क्षमतावान और प्रतिभावान कैटगरी में उत्तराखंड के सांसद अजय भट्ट ने टॉप किया.

सक्रिय केटेगरी की बात करें तो पंजाब के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने पहला स्थान पाया. कर्मठ सांसदों की केटेगरी में दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी पहले स्थान पर रहे. आदर्श केटेगरी में कर्नाटक से भाजपा सांसद शिवकुमार उदासी ने टॉप किया. जिम्मेदार सांसद की केटेगरी में बिहार के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल को पहला स्थान मिला. शक्ति केटेगरी में मीनाक्षी लेखी सबसे आगे रहीं, कामयाब केटेगरी में मध्यप्रदेश की सांसद रीति पाठक ने सबसे अधिक नंबर हासिल. जागरूक केटेगरी में गुजरात की सांसद पुनमबेन माडम पहले पायदान पर पहुंचीं.

दक्ष केटेगरी में मेघालय की सांसद अगाथ सांगमा ने टॉप किया. शानदार केटेगरी में झारखंड के सांसद सुनील कुमार सिंह को सबसे अधिक अंक मिले. युवा सांसदों की केटेगरी में टॉप पर महाराष्ट्र की सांसद डॉ प्रीतम मुंडे हैं. कर्त्तव्यनिष्ठ केटेगरी में बिहार के अजय निषाद को पहला स्थान प्राप्त हुआ. अनुभवी केटेगरी में हिमाचल प्रदेश के सांसद रामस्वरूप शर्मा टॉप पर रहे. शख्सियत केटेगरी में बलिया के सांसद विरेंद्र सिंह मस्त ने सबों को पीछे छोड़ा. इसी तरीके से योग्य सांसद की केटेगरी में उत्तर प्रदेश के विनोद सोनकर ने टॉप किया.

Chhapra: अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव का ख्याल आते ही गोवा या अन्य बड़े शहरों का ख्याल आता है. ऐसे आयोजन छपरा जैसे शहर में होना सपने के सामान था पर अब यह सपना साकार हो चुका है. विगत 3 और 4 सिसम्बर को छपरा में पहली बार एक अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह का आयोजन हुआ. यह आयोजन स्थानीय सांस्कृतिक संस्था मयूर कला केंद्र, रेडियो मयूर व फ्रेमज़ोमेनिया प्रोडक्शन्स प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले किया गया.

महोत्सव के दो दिनों में 8 देशों की कुल 40 फ़िल्में प्रदर्शित की गईं. जिनमें 35 प्रतियोगिता के लिए व 5 स्पेशल स्क्रीनिंग्स के लिए रखी गईं थी.

यह पहला ऐसा मौका था जब बिहार के किसी छोटे से शहर में एक भव्य अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह का आयोजन किया गया था. समारोह के दौरान कई सत्र भी आयोजित किये गए.

समारोह में मुख्य अतिथि व ब्रांड एम्बेसडर मशहूर सिने अभिनेता अखिलेन्द्र मिश्रा थे. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि युवा ही सिनेमा और कला के भविष्य हैं. समाज में जो मानसिक विकास की कमी है वो सिर्फ सिनेमा से दूर किया जा सकता है और छपरा से ये पहल बेहद ज़रूरी थी. हमारा सपना यहाँ पूरा हुआ है जो मैं वर्षों से देख रहा था.

 

फेस्टिवल डायरेक्टर अभिषेक अरुण ने कहा कि ये आयोजन मेरे लिए एक सपना था और आज ये पूरा हो रहा है. हम लोग बाहर जाते थे दूसरे फ़िल्म समारोह में तो सोचते थे कि काश हमारे यहाँ भी ऐसा कार्यक्रम होता. तीन साल से प्लानिंग चल रही थी और आज ये सफलता पूर्वक हो गया.

 

ईस्राइल से आये हुए निर्देशक एरिक मोरान और नावेल ने कहा कि ये अपने आप मे एक शानदार और अनूठा फेस्टिवल है जो कि छपरा में हुआ है. बिहार में हम पहली बार आये हैं और हमें यहाँ बहुत अच्छा लग रहा है. सिनेमा ही एक माध्यम है जो दूरियों को घटा कर एक दूसरे की सस्कृति से रूबरू करवाता है.

महोत्सव के दौरान पुरस्कार वितरण हुआ जिसमें निम्नलिखित केटेगरी में अवार्ड्स दिए गए.

बेस्ट शार्ट फिक्शन इंटरनेशनल – द ओपेक(सिंगापुर)

बेस्ट शार्ट फिक्शन नेशनल – कुक्ली(ओड़िशा),तरंग (मुंबई)

बेस्ट डॉक्यूमेंट्री इंटरनेशनल- एजुकेशन ऑन बोट(बांग्लादेश)

बेस्ट डॉक्यूमेंट्री नेशनल – इन थंडर लाइटनिंग एंड रेन (कोच्ची)

बेस्ट डॉक्युमेन्ट्री नेशनल -झरिया ( झारखण्ड)

स्पेशल ज्यूरी अवार्ड – बघवा (छत्तीसगढ़)

सिफ्फ़ बोर्ड अवार्ड – अरोरा बोरिएलिस (कोलकाता)

सारण जिला मुख्यालय छपरा में पहली बार आयोजित यह कार्यक्रम निश्चित ही भविष्य की राह दिखा गया. साथ ही ऐसे आयोजन को अपने शहर में कराने वाले आयोजकों को भी नई ऊर्जा दे गया. सारण के लोगों अपने आप में खास और अनन्य इस महोत्सव का भरपूर आनंद लिया.

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परसा: थाना क्षेत्र के बहलोलपुर की स्कूली छात्रा को तेज गति से आ रही स्कूली बस ने टक्कर मार दी. वही ग्रामीणों के सहयोग से उसे निजी क्लीनिक में उपचार के लिए भर्ती कराया गया. जंहा चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया.

मृत छात्रा परसा प्रखंड के बलिगांव पंचायत स्थित बहलोलपुर गांव निवासी अशोक शर्मा की 14 वर्षीय पुत्री नित्या बताई जाती है.

शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुई स्कूली बस को जब्त कर लिया है. जबकी चालक मौके से फरार हो गया. घटना के बाद से इलाके में मातम का माहौल हैं.

मौके पर पहुंची पुलिस ने कहा कि मामले की गंभीरता से लेते हुए कानूनी कार्रवाई की जा रही है. इधर घटना को लेकर परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है.

नई दिल्ली: आज के पूंजीवादी दौर में जब हर उद्यम में केवल लाभ प्राप्ति की होड़ है. कुछ ऐसी भी कंपनियां है जो अपने व्यापार के साथ साथ सामाजिक दायित्वों का भी बखूबी निर्वहन कर रही है. उनमें से एक है माइक्रो काउंट इंफो सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड.

बिहार की राजधानी पटना के निवासी प्रशांत कुमार ने समाज के समावेशी विकास को समर्पित माइक्रो काउंट इंफो सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड नामक एक उद्यम खड़ा किया है जो सन 2005 से लगातार सफलतापूर्वक संचालित हो रहा है.

इस कंपनी के माध्यम से कारोबार के साथ सामाजिक समस्या को सुलझाने के प्रयास इसके निर्देशक प्रशान्त सिन्हा के मन में आया. अक्सर यह माना गया है कि व्यापार करने वाले समाज सुधार का कार्य कम ही लोग करते है. व्यापार एवं समाज सुधार जैसे दो विचार धारा का मिलना सम्भव नहीं है परंतु प्रशान्त सिन्हा मानते हैं कि सामाजिक चुनौतियों को सुलझाने के लिए व्यापार का ज़रिया भी चुना जा सकता है, जहाँ पैसा कमाने के साथ साथ समाज सुधार एवं पर्यावरण को बचाने का कार्य भी कर सकते है.

प्रशान्त सिन्हा एमबीए हैं और दिल्ली और जयपुर जैसे शहरों में बड़ी बड़ी कम्पनीयों में काम कर चुके हैं. इनकी पढ़ाई पटना के तब के प्रतिष्ठित पाटलिपुत्र उच्च विद्यालय एवं पटना विश्वविद्यालय से हुई है. कुछ वर्षों की नौकरी के बाद इन्होंने दीपक कुमार के साथ माइक्रो काउंट इंफो सिस्टम प्रा॰ लि॰ कम्पनी की शुरुआत की जो सामाजिक एवं आर्थिक पिछड़े लोगों को रोज़गार दे रहा है.

प्रशान्त सिन्हा का कहना है कि “समाज में पिछड़े लोगों को Reservation नहीं Representation की ज़रूरत है”. उन्होंने बताया कि माइक्रो काउंट में लगभग 50 कर्मचारी हैं. जिसमें 75% कर्मचारी पिछड़े वर्ग से आते हैं.

प्रशान्त सिन्हा के प्रशिक्षण एवं प्रयास से आज वे समाज में बराबरी का स्थान पा चुके हैं. कुछ कर्मचारी गाड़ी फ़्लैट प्लॉट के मालिक हैं. प्रशान्त सिन्हा एवं उनके कम्पनी के लोग पर्यावरण के प्रति भी जागरूक हैं. कंपनी के द्वारा समय समय पर पौधारोपण एवं जल संरक्षण के प्रति जागरूकता के लिए कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं.

इस कार्य के लिए प्रशान्त सिन्हा को कई NGO ने समय समय पर सम्मानित भी किया है. अभी हाल में दिल्ली के कॉन्स्टिटूशन क्लब में NPJSS द्वारा जल संरक्षण पर आयोजित जल संसद कार्यक्रम में उल्लेखनीय कार्यों के निर्मित ‘राजग जल प्रहरी सम्मान’ से अलंकृत किया गया है.

आज ऐसे कुछ लोग हैं जो अपनी विचार और सोच से लोगों के कल्याण में चुपचाप जुटे हैं. ज़रूरत है कि ऐसी लोगों की संख्या और बढ़े और समाज का कल्याण हो सके.

Chhapra: शनिवार को दाहियावां टोला स्थित दिल्ली पैरामेडिकल संस्थान के ब्रांच में छ्परा विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने छात्रों के बीसीबी जाकर उनसे बातचीत की. इस मौके पर उन्होंने पैरामेडिकल के छात्रों को करियर सम्बंधित मार्गदर्शन किया. अपने कोर्स से संबंधित बच्चों ने भी अपनी जिज्ञासा को दिखाते हुए कई सारे प्रश्न विधायक से किये. जिसका जवाब हमारे डॉ गुप्ता ने बहुत शानदार तरिके से दिया.

इस दौरान विधायक ने मेडिकल साईंस के क्षेत्र में बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्होंने संस्था के संस्थापक को भी इस पहल के लिए धन्यवाद दिया. आपको बता दें कि शहर के डी पी एम आई ब्रांच में मेडिकल से संबंधित दर्जनों कोर्स करवाये जाते हैं. जिसमें मुख्य रुप से लैब टेक्नीशियन, एक्स रे, अल्ट्रासाउंड, आपरेशन थिएटर ईत्यादि है. उपरोक्त मौके पर डाक्टर गुंजन रानी, उमा शंकर साहु, राजीव रंजन भी मौजूद थे.

Chhapra: Rotaract Club of Saran City के सदस्य ने डोनर कार्ड के माध्यम से सदर अस्पताल के ब्लड बैंक से गड़खा थाना के अनोनी ग्राम निवासी प्रसूता रीता देवी को A+ एक यूनिट रक्त की व्यवस्था करके उनकी मदद की.
इस दौरान Rotaract Club of Saran City के अध्यक्ष आलोक कुमार सिंह ने बताया की रीता देवी खून की कमी से जूझ रही थी उनके परिजनों ने हमारे रोट्रैक्ट डिस्ट्रिक्ट 3250 के जोन-1 के जेडआरएस   निकुंज कुमार से संपर्क साधा और अपने रोगी के विषय में बताया. तब तत्काल ही डोनर कार्ड के माध्यम से रीता देवी को रक्त अधिकोष से ब्लड की व्यवस्था कारवाई गई.
उन्होंने कहा कि रक्तदान जीवनदान है. हमारे द्वारा किया गया रक्तदान कई जिंदगियों को बचाता है. इस बात का अहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई अपना खून के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझता है. उस वक्त हम नींद से जागते हैं और उसे बचाने के लिए खून के इंतजाम की जद्दोजहद करते हैं. इसलिए सभी व्यक्तियों को वर्ष मे कम से कम 2 बार रक्तदान जरूर करना चाहिए.
इस दौरान जेडआरएस रोट्रैक्टर निकुंज कुमार, सचिव सैनिक कुमार, अरुण राय, नंदकिशोर राय उपस्थित थे.
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दाउदपुर: स्थानीय थाना क्षेत्र के कोहड़ा गांव में मंगलवार की रात आयी एक बारात का जश्न अचानक से मातम में बदल गया. विवाह समारोह के क्रम में ही छत की रेलिंग गिर जाने से एक युवक की मौत हो गयी. वहीं दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये.

घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव में बड़े उत्साह के साथ  बारात के आवभगत में कन्या पक्ष के लोग लगे थे. रात्रि के समय बारात लगने के बाद  कन्या परीक्षण का रस्म चल रहा था. बराती और साराती दोनों आंगन और छत पर खचाखच भरे थे. तभी छत की रेलिंग अचानक टूटकर धराशायी हो गयी. जिसके दौरान तीन युवक रेलिंग के साथ नीचे गिरे. जहां एक युवक की मौत घटना स्थल पर हो गयी.  घटना के बाद मांगलिक परिसर व परिजनों में कोहराम और हड़कंप मच गया. बाराती भय का माहौल देख रात में ही भाग खड़े हुए. 

दुल्हन के भाई की मौत के बाद बैरंग लौटी बारात

बताया जाता है कि मृतक युवक कन्या का भाई रुपेश कुमार था. कोहड़ा गांव निवासी मनोज साह की पुत्री रेखा की बारात बेतिया जिले के बैरिया थाना क्षेत्र के तिगरहियां गांव निवासी राजाराम साह के यहां से आयी थी. द्वार-पूजा की रस्म साथ पूरी हो गयी. कन्या के घर वैवाहिक रस्म को संपन्न कराने हेतु मकान के छत पर बने मड़वा में कन्या-परीक्षण के लिए वर-पक्ष के लोग जनवासे से पहुंचे. वैवाहिक विधि शुरू हुई. रेलिंग के किनारे भी महिला-पुरुष खड़े थे. अचानक भीड़ होते ही बाराती और सराती में धक्का-मुक्की हो गयी. जिससे छत के ऊपर बनी पांच इंच की रेलिंग टूट कर गिर पड़ी. जिसके साथ ही तीन युवक छत से नीचे गिर पड़े. जिसमे कन्या का भाई रूपेश कुमार भी था. नीचे आने के बाद बहुत सारे ईंट भी उसके ऊपर गिर पड़े. गंभीर रूप से जख्मी रूपेश की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी.

अन्य घायल युवक में राजन कुमार तथा धनु कुमार को ले जाकर स्थानीय चिकित्सक के पास ईलाज कराया गया. मौत के बाद पूरे परिवार में कोहराम मच गया. वर पक्ष के परिजन को छोड़ कर अधिकांश बाराती रात में ही चले गये.  गमगीन महौल में शादी संपन्न कराना विफल रहा. शादी के बगैर बारात लौट जाने के कारण दोनों पक्षों में गम का माहौल है. वहीं कन्या रेखा एक तरफ अपने भाई की मौत से सदमें में है. वहीं दूसरी तरफ विवाह नहीं होने के कारण उसकी उम्मीदें दम तोड़ रही है. 

Chhapra: परिवार नियोजन में महिलाओं के साथ पुरुषों की सहभागिता भी जरुरी है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा कई स्तर पर सार्थक प्रयास भी किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में 21 नवम्बर से 4 दिसम्बर तक राज्य के सभी जिलों में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा का आयोजन किया जाएगा. ‘पुरुषों की अब है बारी, परिवार नियोजन में भागीदारी’ इस बार के पुरुष नसबंदी पखवाड़े की थीम होगी. इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने सिविल सर्जन को पत्र लिखकर इस आयोजन के विषय में विस्तार से दिशा निर्देश दिया है.

दो चरणों में मनेगा पखवाड़ा :

पत्र के माध्यम से बताया गया कि यह पखवाड़ा दो चरणों में होगा. 21 नवम्बर से 4 दिसम्बर तक पहला चरण होगा, जिसमें लाभार्थियों को परिवार नियोजन पर जानकारी दी जाएगी. 28 नवम्बर से 4 दिसम्बर तक दूसरा चरण चलेगा जिसमें विभिन्न आयोजनों के माध्यम से लोगों को पुरुष नसबंदी सेवा प्रदान की जाएगी.

नसबंदी शिविर का होगा आयोजन :

पुरुष नसबंदी पखवाड़ा के सफ़ल संचालन के उद्देश्य से पखवाड़ा के दौरान सभी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पर स्थायी सेवा एवं जिला अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल के साथ फर्स्ट रेफरल यूनिट पर न्यूनतम एक नसबंदी शिविर के आयोजन करने के निर्देश दिए गए हैं. पुरुष नसबंदी के लिए जिले में सर्जन की अनुपलब्धता होने पर संबंधित मेडिकल कॉलेजों से समन्वय स्थापित करते हुए सर्जन की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाएगी.

एनजीओ एवं अवकाश प्राप्त चिकित्सक भी करेंगे सहयोग:

 पखवाड़ा के दौरान अवकाश प्राप्त एनएसवी के सर्जन, एक्रिडेटेड निजी नर्सिंग होम एवं पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत एक्रिडेटेड एनजीओ या चिकित्सक का भी नियमित सहयोग लिया जाएगा. 

जागरूकता पर होगा ज़ोर: सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने बताया कि  21 नवम्बर से 4 दिसम्बर तक समुदाय में लोगों को परिवार नियोजन पर जागरूक किया जाएगा. इसके लिए आरोग्य दिवस का उपयोग करते हुए पुरुष नसबंदी पखवाड़ा के संबंध में आम लोगों को जानकारी दी जाएगी. परिवार नियोजन परामर्श केंद्र, मैटरनिटी वार्ड एवं टीकाकेंद्र केन्द्रों जैसे अन्य अन्य स्थलों पर परामर्शदाता, स्टाफ नर्स एवं एएनएम द्वारा लाभार्थियों को परिवार नियोजन पर जागरूक किया जाएगा. इसके अलावा सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर कंडोम बॉक्स एवं डिस्पले ट्रे को सुनिश्चित करते हुए आवश्यक गर्भनिरोधक की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाएगी.

सारथी वैन से प्रचार-प्रसार:

इस दौरान सारथी वैन के जरिए भी समुदाय स्तर पर लोगों को परिवार नियोजन पर जागरूक किया जाएगा। प्रत्येक दिन वैन 10 स्थलों पर घूमकर परिवार नियोजन का संदेश देने का काम करेगी. इसके लिए प्रत्येक दिन का रूट प्लान भी किया जाएगा.

न्यूनतम एक पुरुष नसबंदी होगा अनिवार्य :

इस पखवाड़े के दौरान प्रत्येक स्वास्थ्य उप केंद्र पर कार्यरत एएनएम एवं प्रत्येक आशा फैसिलिटेटर को एक-एक पुरुष नसबंदी करवाने का निर्देश दिया गया है. साथ ही इस पखवाड़ा के दौरान परिवार नियोजन के अन्य सेवाएं जैसे महिला नसबंदी, कॉपर टी एवं नवीन गर्भनिरोधक अंतरा सुई पर भी विशेष बल दिया जाएगा.

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Chhapra: सोशल सर्विस एक्सप्रेस की महिला इकाई “एंजल द हेल्पिंग हैण्ड्स” द्वारा महिला सशक्तिकरण के उदेश्यों के साथ “स्वस्थ बिटिया – सशक्त बिटिया ” अभियान के तहत किशोरावस्था मे होने वाले हार्मोनल असंतुलन पर शहर के मिश्रीलाल आर्य कन्या उच्च विद्यालय में जागरूकता अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

कार्यक्रम की शुरुआत शहर की प्रतिष्ठित महिला रोग विशेषज्ञा डॉ किरण ओझा, विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य कुमारी इंदिरा, महिला मित्र समूह की रिंकी मिश्रा, एंजल पैड बैंक के नवीन कुमार द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया.

कार्यक्रम का स्वागत एंजल द हेल्पिंग हैंड्स की अध्यक्षा अर्चना किशोर द्वारा अतिथियों को पौधा प्रदान कर किया गया.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य कुमारी इंदिरा ने कहा कि संस्था का यह कार्य निश्चित रूप से किशोरियों में आत्मविश्वास का संचार करेगा, ऐसे कार्यक्रम लगातार अंतराल पर होते रहने चाहिए.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महिला मित्र समूह की अध्यक्षा रिंकी मिश्रा ने बताया कि महिला मित्र समूह हमेशा से ऐसे कार्यक्रम के साथ रही है और भविष्य में इसी तरह के कार्यक्रम को जलालपुर में भी करने की बात कही.

कार्यक्रम में मुख्य रुप से शहर की महिला रोग विशेषज्ञा डॉ किरण ओझा द्वारा बच्चियों को हार्मोनल असंतुलन पर विस्तॄत जानकारी दी गई.


कार्यक्रम में डॉ ओझा ने बताया कि लड़कियों को महीने के उन खास दिनों में किशोरियो को मिथक पर ध्यान नही देना चाहिए बल्कि आत्मविश्वास के साथ बेबाकी से माहवारी संबंधी समस्याओं को दूर करना है। हार्मोनल असंतुलन एक आम समस्या है संस्था के प्रयास को सरल तरीके से महिलाओं तक पहुँचाना होगा.

माहवारी स्वच्छता के उद्देश्यों के साथ संस्था सतत करेगी जागरूकता कार्यक्रम

विदित हो कि संस्था माहवारी स्वच्छता के लिए ही ऐंजल पैड बैंक के माध्यम से जरुरतमंदो को मुफ्त सेनेटरी पैड उपलब्ध कराती है. महिलाओं के स्वास्थ और सशक्तता ही स्वस्थ बिटिया सशक्त बिटिया अभियान की कोशिश है.


गाँव-गाँव तक इस अभियान को पहुँचाने की कोशिश की जायेगी।माहवारी स्वच्छता के उद्देश्यों के साथ संस्था सतत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन करती रहेगी, उक्त बातें संस्था के भवर किशोर ने कही.

कार्यक्रम में मुख्य रूप से विद्यालय से दीपशिखा कुमारी,खुशबू कुमारी,प्रीति कुमारी, निक्की कुमारी, पूजा कुमारी, पूजा गोस्वामी, विवेक कुमार गुप्ता ऋचा, शिंपी, सुनीता, धंर्मेन्द्र व संस्था से जयश्री, प्रीति, पूजा, कंचन, शालिनी, अनिता, कबड्डी खिलाड़ी कोमल का योगदान अहम रहा, जबकि मंच संचालन अध्यक्षा अर्चना किशोर ने किया.

फोटो और वीडियो शेयरिंग सोशल नेटवर्किंग सर्विस इन्स्टाग्राम ने कथित रूप से नया वीडियो एडिटिंग टूल लॉन्च किया है. यह टूल ब्राजील में लॉन्च किया गया है. इसमें वही सारे गुण हैं जिसके लिए टिक-टॉक को जाना जाता है. इस वीडियो एडिटिंग टूल का नाम रील्स (Reels) है और यह iOS और एंड्रॉयड दोनों के लिए उपलब्ध है.

रिपोर्ट के मुताबिक इस नए टूल से यूज़र्स 15 सेकेंड का वीडियो क्लिप बना सकते हैं. वीडियो को रिकॉर्ड करने के बाद यूज़र्स इसे अपने इन्स्टाग्राम स्टोरीज़ में शेयर कर सकते हैं. रील्स सेक्शन एक्सप्लोर टैब में दिखेगा.

प्रोडक्ट के बारे में बात करते हुए प्रोडक्ट मैनेजमेंट के डायरेक्टर रॉबी स्टीन ने कहा कि कोई भी दो प्रोडक्ट एक जैसे नहीं हो सकते और अंत में म्यूजिक के साथ वीडियो शेयर करना यूनीवर्सल आइडिया होगा. उन्होंने ये भी कहा कि इस बात पर जोर होगा कि रील ऑप्शन को कैसे और बेहतर बनाया जाए. टिकटॉक की तरह यूज़र्स मीडिया लाइब्रेरी से अपने क्लिप्स में म्यूज़िक जोड़ सकते हैं. अगर यूज़र्स लाइब्रेरी में मौजूद म्यूजिक से खुश नहीं हैं तो वे किसी और के वीडियो से म्यूजिक लेकर इसे अपनी तरह से नए ढंग का वीडियो बना सकते हैं.