Chhapra: घर-घर सर्वे अभियान में आशा व आंगनबाड़ी सेविकाओं को सही जानकारी दें, तभी कोरोना संक्रमण के प्रसार पर रोग संभव हो सकेगा. उक्त बातें क्षेत्रीय अपर स्वास्थ्य निदेशक डॉ अरविंद कुमार गुप्ता ने डोर टू डोर सर्वे अभियान का जायजा लेते हुए कहीं.

उन्होंने कहा सर्वे के दौरान एक भी घर छूटना नहीं चाहिए. उन्होंने सर्वे दल के कर्मियों को निर्देश दिया कि प्रत्येक घरों की गहनता से सर्वे की जाए तथा कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए जाने वाले व्यक्तियों की पहचान कर उसकी पूरी जानकारी लें. शहर में चल रहा है डोर टू डोर सर्वे अभियान का क्षेत्रीय अपर स्वास्थ्य निदेशक डॉ अरविंद कुमार गुप्ता, आईसीडीएस के डीपीओ वंदना पांडेय, यूनिसेफ के जिला समन्वयक आरती त्रिपाठी समेत अन्य अधिकारियों ने जायजा लिया तथा सर्वे टीम को आवश्यक दिशा निर्देश दिया. इसे भी पढ़ें: आपदा राहत केन्द्र पर आवासितों को जिलाधिकारी ने उपलब्ध करायी उनके जरूरत की चीजें

आरएडी और यूनिसेफ के एसएमसी ने शहर क्षेत्र के अजयगंज, फिदर बाजार, गुदरी मुहल्ला, आईसीडीएस के डीपीओ वंदना पांडेय ने शहर के सलेमपुर, राहत रोड व बी सेमिनरी स्कूल के आस पास इलाकों में चल रहे सर्वे अभियान का जायजा लिया.

सर्वे अभियान में आमजनों की सहयोग अपेक्षित

क्षेत्रीय अपर स्वास्थ निदेशक ने कहा इस अभियान में आम जनों की सहयोग अपेक्षित है. स्वास्थ्य कार्यकर्ता आप आपके परिवार को स्वस्थ व समृद्ध बनाने में अहम भूमिका अदा कर रहे है. ऐसे में प्रत्येक जनमानस का कर्तव्य है कि वे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को अपने कार्यों के निर्वहन करने में अपना पूर्ण सहयोग व सही जानकारी प्रदान करें. ऐसा कर आप स्वयं वह अपने परिवार को इस संक्रमण से बचा सकते हैं.

संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए चल रहा अभियान

कोरोना संक्रमण के वैश्विक महामारी के मद्देनजर सामुदायिक संक्रमण की स्थिति पैदा ना हो इस को ध्यान में रखते हुए आशा कार्यकर्ता व आंगनबाड़ी सेविका के द्वारा जिले में घर घर जाकर कोरोना संक्रमण के लक्षण वाले व्यक्तियों का सर्वेक्षण किया जा रहा है. ताकि चिन्हित व्यक्तियों को वांछित जांच एवं चिकित्सकीय सुविधाएं ससमय उपलब्ध करायी जा सके. इसे भी पढ़ें: अपराधियों ने पुलिस पर की फायरिंग, एक गिरफ्तार

सर्वे के दौरान प्रत्येक घरों की हो रही मार्किंग

यूनिसेफ के एसएमसी आरती त्रिपाठी ने बताया पल्स पोलियो अभियान की तरह इस अभियान में भी कोरोना संक्रमण व्यक्तियों के घरों की मार्किंग की जा रही है.सर्वे कार्य के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा कोविड 19 फॉर्म उपलब्ध कराये गये हैं. इसमें तीन स्तरों पर सूचना एकत्रित किया जा रहा है. कोविड-19 फॉर्म के तहत पहला प्रपत्र स्थानीय स्तर पर नियुक्त किये गये दलकर्मी भर रहे है. कोविड 19 फॉर्म के तहत 2, 3 व 3 ए व 4 प्रपत्र को पर्यवेक्षक व फॉर्म 5 जिला स्तर पर भरने का काम किया जा रहा है. सर्वे के दौरान प्रत्येक घर में हाउस मार्किंग की जा रही है. संदिग्ध पाये गये व्यक्तियों के घरों पर मार्किंग की जा रही है.

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर जारी Lockdown के दूसरे चरण में 20 अप्रैल को आमजनता को किसी भी तरह की रियायत नही मिली. प्रशासन ने खुले तौर पर यह कह दिया है कि सिर्फ कुछ सरकारी दफ्तरों में कामकाज को लेकर निर्धारित शर्तो पर काम करने की छूट मिली है. लेकिन आम जनता के लिए Lockdown अभी पूर्व की तरह जारी है.

लेकिन इन घोषणाओं और प्रचार प्रसार का कोई असर शहर के कुछ इलाकों में नही दिख रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग तो दूर की बात बेवज़ह सड़कों पर लोगों का घूमना जारी है, मटरगस्ती करने वाले सड़कों पर गप्पेबाजी का मजमा लगा ले रहे है.

स्थिति तब और गंभीर हो जाती है जब रोक के बावजूद समोसे, चाट, चाय, पान और गुटखा की दुकानें खुली हो. प्रशासनिक आदेश की धज्जियां और होने वाली कार्रवाई से बेख़ौफ़ ठेले वाले दुकानदार और खरीददार सड़कों पर खड़े होकर स्वाद की चुस्कियां ले रहे है.

प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि 20 अप्रैल के बाद भी होटल और मिठाई दुकाने, चाय, पान, तम्बाकू की दुकानें नही खुलेगी. लेकिन नियमों को धत्ता बताते हुए शहर के मौना चौक पर समोसा, चाट, चाय, पान, गुटखा की ठेले वाली दुकानें सज रही है. बेधड़क लोग जिनमे सबसे ज्यादा युवा शामिल है उनकी भीड़ इन दुकानों पर जुट रही है. कुछ चोरी छिपे तो कुछ निर्भीक होकर खाने पीने वाली इन दुकानों को खोल रहे है. शाम के समय चौक से साढ़ा रोड जाने वाली सड़क आम दिनों की तरह लग रही है. वही साहेबगंज जाने वाली सड़क खाली दिखती है. मौना चौक एवं उससे जाने वाले चारों दिशाओं से पुलिस की उपस्थिति नदारद है जिसका यह दुकानदार खूब फ़ायदा उठा रहे है. समय समय पर हो रही पेट्रोलिंग के दौरान ही इनकी दुकान छिप जाती है.

हालांकि इन दुकानदारों से कही ज्यादा दोष उनलोगों का है जो अपने जीवन को दांव पर लगाकर न सिर्फ Lockdown को तोड़ रहे है बल्कि सोशल डिस्टेंसिंग भी पूरी तरह समाप्त कर रहे है. सरकार और प्रशासन ने सिर्फ जनउपयोगी सामग्री की दुकानों को खुलने तथा आवश्यक पड़ने पर ही आम जनता को घर से बाहर निकलने का आदेश दिया है. ऐसे में कुछेक लोगों की यह लापरवाही पूरे शहर और जिले को परेशानी में डाल सकती है.

Patna: बिहार में अबतक कुल 126 कोरोना संक्रमित मरीज मिले है.

सूबे में सोमवार को 13 नए मामले सामने आएं हैं. इन 13 मामलों में मुंगेर में 7, बक्सर में 4, पटना और रोहतास जिले में 1-1 नए मामले सामने आए है.

वही देश में कोरोना संक्रमण के आंकड़ों की बात करें तो यह अब तक 18985 तक पहुंच गया है. इनमें 15122 एक्टिव मामले है वही 3260 स्वस्थ हुए है. जबकि 603 लोगों की मौत इस संक्रमण से हुई है.

Chhapra: सारण जिले के रिविलगंज थाना क्षेत्र के बैजू टोला में   पुलिस पर दो अपराधियों ने फायरिंग कर दी. जिसके जबाब में पुलिसकर्मियों ने भी फायरिंग की. इस दौरान एक अपराधी को पकड़ने में पुलिस कामयाब रही. वही दूसरा अपराधी मौके का फायदा उठाकर फरार हो गया.

एसपी हरकिशोर राय ने बताया कि रिवीलगंज के बैजुटोला में लॉक डाउन के दौरान अपराधियों के घूमने की सूचना मिली थी जिसके बाद पुलिस जांच में जुट गयी. इस दौरान दो बाइक सवार अपराधियों को पुलिस ने रोका. इसके बाद उनकी ओर से फायरिंग शुरू कर दी गई. पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की. इस दौरान पुलिस ने आजाद नामक अपराधी को पकड़ने में कामयाब रही.

उन्होंने बताया कि आजाद  डकैती के आधा दर्जन मामले में वांटेड है. पुलिस को इसकी काफी दिनों से तलाश थी.

एसपी ने बताया कि फरार हुए दूसरे अपराधी को भी पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है.

Chhapra: जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा लॉकडाउन की अवधि में इंजीनियरिंग कॉलेज छपरा में संचालित आपदा राहत केन्द्र पर आवासित सभी 63 लोगों को उनके जरूरत की चीजें उपलब्ध करायी गयी. इस केन्द्र पर रह रही महिलाओं को एक अदद साड़ी, साया ब्लाउन, बच्चों को एक अदद सर्ट-पैन्ट, बच्चियों को एक अदद फ्राक-पैंट तथा पुरूषो को एक अदद लुंगी, धोती, गंजी एवं गमछा सहित सभी लोगों को स्टील की थाली, कटोरा, गलास तथा नहाने एवं कपड़ा धोने के लिए साबुन, शैम्पू, केस तेल, कंधी, ऐनक, टूथ पेस्ट एवं टूथ ब्रश उपलब्ध कराया गया. इस अवसर पर जिलाधिकारी ने सभी से खान-पान की व्यवस्था सहित कुषल क्षेम पूछा. जिलाधिकारी ने कहा कि जब ये आवासित लोग वापस अपने घर को लौटेंगे तो दी गयी सभी सामग्री अपने साथ लेकर जाएँगे.

जिलाधिकारी ने कहा कि मढ़ौरा अनुमंडल में 2 तथा सोनपुर अनुमंडल में 22 लोग राहत केन्द्र पर आवासित हैं उन्हे भी यह सामग्री दी गयी है. इसके अतिरिक्त 111 पंचायतों के विद्यालयों में 118 व्यक्ति आवासित हैं उन्हे भी यह सभी सामग्री उपलब्ध करायी जा रही है.
कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिला प्रषासन के द्वारा डोर टू डोर सर्वे कराया जा रहा है जिलाधिकारी ने कहा है कि कुल 318189 घरां का सर्वे कराने का लक्ष्य निर्धारित है. 20 अप्रैल तक कुल 191789 घरों का सर्वे करा लिया गया है जिसमें कुल 1092210 लोग आच्छादित है. इनमें से 125 लोगों ने एनफ्लुएन्जा के लक्षण पाये गये हैं. मेडिकल टीम के द्वारा इनमें से दो मामले को सैम्पल लेने योग्य पाया गया. उनका सैम्पल कलेक्ट किया जा चुका है.

डोर टू डोर सर्वे के लिए इसुआपुर में 50 टीम, सिवान जिला से सटे पाँच प्रखण्डो में 371 टीम तथा विदेश यात्रा कर आये व्याक्तियों से सम्वद्ध गाँवों के लिए 431 टीम लगायी गयी है. जिला में स्क्रीनिंग के लिए 65 चिकित्सकीय दल गठित है. अब तक कुल 264 सेम्पल जाँच के लिए भेजा गया जिसमें 251 का रिजल्ट प्राप्त है और वह सभी निगेटिव है. सारण जिला में आज की तिथि में कोई व्यक्ति कोरोना पाजीटिव नही है. जिलाधिकारी ने कहा कि अभी तक कुल 17452 लोगों को चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध करायी गयी है.

जिलाधिकारी ने कहा कि अभी तक 11444 लोगों को होम क्वेरेंटीन में रहने की सलाह दी गयी थी जिसमें 14 दिन पूरा करने वाले लोगों की संख्या 10047 है. वर्तमान में 1397 लोग अपने घरों में क्वेरेंटीन है.

जिलाधिकारी ने कहा कि अभी तक मुख्यमंत्री विशेष सहायता के लिए सारण जिला के कुल 97641 प्रवासियों के भुगतान की अनुशंसा की गयी है. आपदा प्रबंधन विभाग बिहार के द्वारा उनके खाते में 1000/- की राशि डाली गयी है. जानकारी जिला जन-सम्पर्क पदाधिकारी ने दी.

Patna: एक ओर जहां बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय कोरोना संक्रमण के दौरान ड्यूटी पर तैनात पदाधिकारियों और सिपाहियों को सीधा कॉल कर के उनका मनोबल बढ़ा रहे है. वही दूसरी ओर कुछ अधिकारी अपनी रौब कायम रखने के लिए सिपाहियों के मनोबल गिराने का काम कर रहे है.

दरअसल एक वीडियो वायरल हुआ है. बताया जा रहा है कि यह वायरल वीडियो अररिया जिले का है जहां ऑन ड्यूटी चौकीदार से उठक बैठक कराया जा रहा है. वही भी इस लिए क्योंकि उन्होंने अपनी ड्यूटी निभाते हुए साहेब को नही पहचाना. जिससे जिले के कृषि पदाधिकारी द्वारा लॉकडाउन में तैनात होमगार्ड के जवान के साथ उठक बैठक कराने का वीडियो वायरल हुआ है.

इस वीडियो के सामने आने के बाद सरकार और पुलिस प्रशासन में हड़कंप है.

इस मामले पर बिहार के कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने विभाग के वरीय अधिकारी और पूर्णिया प्रमंडल के ज्वाइंट डायरेक्टर एग्रीकल्चर को जांच के आदेश दिए हैं. कृषि मंत्री ने 24 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट मांगी है. साथ ही जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई करने की बात कही गयी है.

वही बिहार के DGP गुप्तेश्वर पांडेय ने इस पूरे मामले पर अपनी नाराजगी जाहिर की है. DGP ने घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा है कि इस संदर्भ में रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी. पुलिस का मनोबल गिराने का अधिकार किसी को नही है.

Chhapra: छपरा में ड्यूटी कर रही महिला सिपाही को DGP गुप्तेश्वर पांडेय ने कॉल करके उनका हालचाल पूछा. नगर थाना के पास सड़क पर लॉक डाउन में ड्यूटी कर रही महिला सिपाही सोनम कुमारी की उन्होंने खूब तारीफ की. DGP ने कहा कि यह बहुत बहादुरी की बात है कि महिला सिपाही होकर इस संकट के समय ड्यूटी पर तैनात हैं, उन्होंने महिला सिपाही से कहा कि पूरे बिहार पुलिस को आप पर गर्व है.

https://youtu.be/mw2RRxBgONY/

महिला सिपाही का हौसला बढ़ाते हुआ उन्होंने कहा कि आप पूरी हिम्मत, संयम, बहादुरी के साथ ड्यूटी करें. साथ ही गरीबो की सेवा भी करें, यदि आम जनता को किसी तरह का जरूरत हो तो पुलिस उनकी सेवा करे. गरीबों और लाचारों की मदद पुलिस करे.

महिला पुलिस से DGP ने कहा कि अपनी सुरक्षा का ख्याल रखते हुए ड्यूटी करें. साथ ही उनकी समस्याओ के बारे में भी पूछा. उन्होने आग्रह किया कि ऐसा काम करें जिससे जनता की नज़रों में पुलिस की इज्जत बढ़े. साथ ही साथ उन्होने परिवार का भी हालचाल जाना.

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Chhapra: Lockdown में जहां पूरे जिले के लोगों से जिला प्रशासन घर मे रहने की अपील कर रहा है ऐसे में सोमवार को अनुमंडल पदाधिकारी सदर के कार्यालय में पूरे दिन सैकड़ों लोगों का जमावड़ा लगा रहा.

परिसर में पूरे दिन lockdown की कौन कहे सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती रही. कार्यालयों के कमरें के अंदर बैठे पुलिस बल तमाशबीन बने रहे और बाहर परिसर में किसी की तैनाती तक नही थी. Lockdown में इतनी भीड़ का सरकारी कार्यालय में एकत्रित होना ही बड़ा सवाल है. जब महज़ 100 मीटर की दूरी पर नगर थाना है. नगरपालिका चौक और थाना चौक ओर पुलिस बलों की तैनाती है ऐसे में सैकड़ों लोगों का जमावड़ा किसी न किसी की विफलता को जरूर दर्शाता है. इसे भी पढ़ें: ग्रामीण क्षेत्रों मे निर्माण कार्य शुरु कराने की अनुमति, आमलोग अभी 3 मई तक रहेंगे लॉकडाउन: जिलाधिकारी

सोमवार को कई प्रशासनिक कार्यालयों में नियम एवं शर्तो पर कार्यालय खुले थे. अनुमंडल पदाधिकारी सदर के कार्यालय में जुटी भीड़ का कहना था कि उनके पास कोई राशन कार्ड नही है. जिससे कि वह बंट रहे राशन का लाभ ले सकें उन्हें भी सरकार द्वारा दी जाने वाली राशन मिल सकें. एसडीओ कार्यालय परिसर में भीड़ में महिलाओं की संख्या ज्यादा थी पुरुष कुछ दर्जनों में थे.

महिलाओं का कहना था कि Lockdown में उनकी पारिवारिक आर्थिक स्थिति चरमरा गई है. आय का स्रोत नगण्य है. घर मे 10-10, 15-15 लोग है लेकिन राशन कार्ड नही होने से उन्हें राशन नही मिल पा रहा है. वही कुछ का कहना है कि पहले उनका भी राशन कार्ड था लेकिन किसी वजह से अब नही है. कई लोगों का कहना है कि उन्होंने आवेदन दिया लेकिन अब तक क्या हुआ पता नही चला. सैकड़ों लोगों के बीच राशन कार्ड को लेकर सैकड़ों समस्याएं थी. इसे भी पढ़ें: दूसरे प्रदेशों में रहने वाले सारणवासियों की मदद के लिए बढ़े हाथ

इसे भी पढ़ें: वार्ड पार्षद की देख रेख में हो रहा राशन का वितरण, दुकानदार को कम मिला है आवंटन

लोग इस आस में थे कि उन्हें कोई सरकारी कागज़ मिलेगा जिसपर उन्हें राशन मिलेगा लेकिन ऐसी कोई बात नही थी. उधर जिलाधिकारी कार्यालय में भी कुछ महिलाएं भीड़ के साथ एकत्रित दिखी. लेकिन कुछ देर रुककर वह वापस हो गयी.

Chhapra: Lockdown में दूसरे राज्यो में फंसे लोगों के पास अब आर्थिक संकट है. ऐसे में छपरा के समर्थवान लोगों द्वारा लगातार राशन के साथ आर्थिक मदद भी जारी है.

छपरा के रहने वालो की मदद को लेfकर कई सामाजिक लोगों ने हाथ बढ़ाना शुरू कर दिया. वही समाजसेवी धर्मेन्द्र सिंह ने छपरा के अलग- अलग प्रखंड के रहने वाले युवाओं को अकॉउंट में पैसा डाला गया. जिनमें परसा, मकेर, रिविलगंज, छपरा व अन्य प्रखंड के युवा शामिल हैं.

ये लोग अलग अलग प्रदेशों रहते है जिनके समक्ष आर्थिक समस्या उत्पन्न हो गयी है. राजस्थान, दिल्ली, सूरत, महाराष्ट्र में कल-कारखाने बंद होने की स्थिति में उनलोगों काफी परेशानी हो रही है. इसे भी पढ़ें: ग्रामीण क्षेत्रों मे निर्माण कार्य शुरु कराने की अनुमति, आमलोग अभी 3 मई तक रहेंगे लॉकडाउन: जिलाधिकारी

सोशल मीडिया पर बाहर फंसे लोगों ने मदद के लिए गुहार लगाई तो यह पहल शुरू की गई. समाजसेवी धर्मेन्द्र सिंह ने उनके बैंक अकाउंट डिटेल्स लेकर नेटबैंकिंग के माध्यम से कई लोगों के अकॉउंट में पैसा डाला. अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करने के बाद लोगों ने मुंह पर मास्क लगा एक ग्रुपिंग फोटो शेयर भेजा और समाजसेवी को तहे दिल से धन्यवाद देते हुए खुशी जाहिर की.

समाजसेवी धर्मेन्द्र सिंह ने कहा कि राज्य सरकार व केंद्र सरकार से भी अनुरोध करते हैं कि बाहर फंसे बिहारी लोगों की मदद ससमय करते रहे, जो कि यूपी-बिहार के ही लोग हैं. इसमें अन्य सामाजिक लोगों से भी आग्रह है कि अपने क्षेत्र के बाहर फंसे लोगों की मदद के लिए आगे आये. इसमें परसा के दिनेश राय, सुरेश मांझी, अनिल पंडित, लव कुमार, बिमलेश कुमार सिंह, मकेर के राहुल कुमार, पिंटू कुमार, नीरज कुमार, लालजी, धनु कुमार, छपरा के श्रीकांत कुमार, अरविंद सिंह, संजय मिश्र, रिविलगंज के अनुज कुमार, राकेश कुमार, उपेंद्र कुमार शामिल हैं.

Chhapra: जिले में Lockdown के दौरान सोमवार (20 अप्रैल) से केवल ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी निर्माण कार्य प्रारंभ करने की सशर्त अनुमति दी गयी है. जबकि आमलोग 3 मई 2020 तक लॉकडाउन में ही रहेंगे.

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि केवल ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क, सिंचाई परियोजनाओं, भवन तथा सभी प्रकार की औद्योगिक परियोजनाओं का निर्माण कार्य की अनुमति प्रदान की गयी है. परन्तु यह अनुमति नगर निकायों की सीमा से बाहर के लिए दी गयी है.
जिलाधिकारी के द्वारा दिनांक 20 अप्रैल 2020 के प्रभाव से ग्रामीण क्षेत्रों में निर्माण गतिविधियों को जारी रखने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में अवस्थित निर्माण सामग्रियों के विक्रेताओें के प्रतिष्ठान को खोलने का आदेश दिया गया है. परन्तु इसके लिए सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से अनुपालन कराना होगा.

पास लेना है अनिवार्य
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी कार्य विभागों के कार्यालय प्रधान को पास निर्गत करने हेतु प्राधिकृत किया गया है. कृषि एवं संबद्ध कार्य हेतु जिला कृषि पदाधिकारी, मत्स्य से संबंधित पास हेतु जिला मत्स्य पदाधिकारी, पशुपालन कार्य हेतु जिला पशुपालन पदाधिकारी, मनेरगा (अभियंता) कार्य हेतु उप विकास आयुक्त, मनरेगा (श्रमिक) से संबंधित कार्य हेतु संबंधित प्रोग्राम पदाधिकारी, मनरेगा, मनरेगा (सामग्री) कार्यपालक अभियंता मनरेगा, पंचायती राज विभाग द्वारा संचालित योजनाओं यथा मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना, मुख्यमंत्री गली-नाली पक्कीकरण निश्चय योजना के क्रियान्वयन हेतु संबंधित मजदूर, कर्मी को पहचान पत्र निर्गत करने हेतु संबंधित पंचायत के पंचायत सचिव को प्राधिकृत किया गया है.

 

सभी प्रकार के औद्योगिक प्रोजेक्ट, ग्रामीण क्षेत्र के लिए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम स्तर के उद्यम से संबंधित कार्य के लिए महाप्रबंधक, जिला उधोग केन्द्र, सड़क, भवन, सिचाई, लघु सिंचाई आदि विभागों के संवेदक, कार्यकारी एजेंसी के लिए संबंधित विभाग के कार्यपालक अभियंता, सड़क, भवन, सिचाई, लघु सिंचाई आदि विभागों के कार्य में श्रमिक एवं सामग्री हेतु संबंधित विभागीय अभियंता, कोल्ड स्टोरेज एवं वेयर हाउस से संबंधित कार्य हेतु अनुमंडल पदाधिकारी, ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित ईट भट्ठा के लिए श्रमिक पास खान निरीक्षक-सह-सक्षम पदाधिकारी, सारण पास निर्गत करेंगे. पंचायतों में कराये जा रहे अपने विभाग से ंसंबंधित जलापूर्ति कार्य एवं चापाकल अधिष्ठापन कार्य हेतु संबंधित संवेदकों से समन्वय स्थापित कर संबंधित कर्मियों, मजदूरों हेतु पहचान पत्र निर्गत करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए सुदढ़तापूर्वक कार्य का संचालन कराने का निदेश कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को दिया गया है.

 

किसी भी समस्या को लेकर पंचायतों में जलापूर्ति के कार्य एवं चापाकल अधिष्ठापन का कार्य की प्रगति धीमी नही पड़े इसे पूर्णरुप से सुनिश्चित कराने की जिम्मेवारी कार्यपालक अभियंता लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, सारण की होगी. कार्य स्थल पर हर हाल में सोशल डिस्टेंसिंग एवं सेनिटाईजेसन कार्य का अनुपालन करवाना सुनिश्चित करने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है.

Chhapra: Lockdown के दूसरे चरण में माह अप्रैल के राशन वितरण का कार्य प्रारंभ हो चुका है. विगत कई दिनों से लगातार निर्धारित समय के अनुसार राशन का वितरण किया जा रहा है.

सोमवार को वार्ड 33 के वार्ड पार्षद कृष्णा शर्मा की उपस्थिति में लाभुक कार्ड धारियों को राशन का वितरण किया गया. इस दौरान लाभुकों को प्रति यूनिट 2 किलो गेंहू दो रुपये की दर से, चावल 3 किलो 3 रुपये की दर से तथा सरकार द्वारा घोषित प्रति यूनिट 5 किलो चावल का वितरण निशुल्क किया गया. राशन वितरण केंद्र पर आने वाले लाभुकों के सोशल डिस्टेंसिंग के साथ साथ हाथों को सैनेटाइज भी किया जा रहा था. सोमवार को सुबह से ही लाभुकों की भीड़ रही.

दोपहर में राशन वितरण के लिए बनाई गई जांच टीम भी पहुंची. जिसमे शामिल नगर निगम कार्यालय कर्मी सुधीर कुमार हिमांशु द्वारा राशन दुकान के आवंटन, लाभुकों के बीच हो रहे वितरण की जानकारी ली गयी. इस दौरान मालूम चला कि अनुज्ञप्ति धारी को आवंटन ही कम मिला है. साथ ही साथ जांच टीम के सदस्यों द्वारा बिना कार्ड आने वाले गरीब, असहाय, जरूरतमंद लोगों को 5 किलो चावल मुहैया कराने एवं उसके लिए अलग पंजी संधारित करने का निर्देश दिया गया.

नई दिल्ली: देश में कोरोनावायरस के कारण जहां लॉकडाउन जारी है. वहीं, हाल ही में बॉलीवुड के भाईजान यानी सलमान खान का नया सॉन्ग ‘प्यार करोना’ रिलीज हुआ है. इस बात की जानकारी एक्टर ने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए दी है. बता दें, लॉकडाउन के दौरान सलमान खान अपने फॉर्म पर आइसोलेशन में हैं. ऐसे में अकसर एक्टर सोशल मीडिया के जरिए फैन्स को जागरूक करने की कोशिश करते रहते हैं. लेकिन हाल ही में अब सलमान खान ने कोरोना को लेकर नया सॉन्ग बनाया है, जो रिलीज हो गया है.


सलमान खान ने अपने गाने ‘प्यार करोना’ का वीडियो शेयर करते हुए इंस्टाग्राम पर लिखा, “भावनात्मक रूप से पास रहो और फिजिकली दूर रहो ना.” बता दें, इस गाने को सलमान खान ने अपनी आवाज दी है. फैन्स को एक्टर का यह नया सॉन्ग खूब पसंद आ रहा है.