रिविलगंज: नगरपालिका आम निर्वाचन 2017 को लेकर जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी हरिहर प्रसाद ने कहा कि चुनाव स्वच्छ, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण संपन्न कराया जाएगा. नगर पंचायत रिविलगंज के अंतर्गत चेतनारायण राय को निर्वाची पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी बनाया गया है.

नगर पंचायत रिविलगंज के आंकड़ों पर एक नज़र:

वार्डों की संख्या 21

मतदाताओं की संख्या 29332

पुरुष मतदाताओं की संख्या 15892

महिला मतदाताओं की संख्या 13440

कुल मतदान केंद्र की संख्या 33

चलंत मतदान केंद्रों की संख्या 33

मतदान भवनों की संख्या 24

पटना: शुक्रवार को मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह पुल निर्माण से जुड़े अधिकारीयों के साथ बैठक की. बैठक में राज्य सरकार ने नवनिर्माण के लिए गाँधी सेतु तोड़ने को मंजूरी दे दी. नवनिर्माण के लिए गाँधी सेतु को तोड़ने की प्रक्रिया रविवार से शुरू हो जाएगी. 21 मई से पुल की पश्चिमी लेन में पिलर एक से बारह तक एक दर्जन स्पैन पर यातायात बंद कर दिया जायेगा.

यातायात की नई व्यवस्था भी कर दी गई है. दीघा-सोनपुर पुल के चालू होने तक सभी वाहन गाँधी सेतु से गुजरेंगे. लेकिन 11 जून को दीघा-सोनपुर पुल के उद्घाटन के बाद छोटे वाहन उस पुल से गुजरेंगे. बड़े वाहनों के लिए गाँधी सेतु खुला रहेगा. बैठक में डीजीपी पीके ठाकुर, पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा और पथ मंत्रालय के क्षेत्रीय अधिकारी राजेश कुमार उपस्थित थे.

पटना: बिहार शिक्षक प्रारंभिक (प्रशिक्षित) परीक्षा की तिथि में बदलाव किया गया है. 11 जून को होने वाली परीक्षा अब 29 जून की ली जाएगी.

बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि बीसीईसीई की परीक्षाएं 11 जून हो होनी है इसलिए परीक्षा केंद्र उपलब्ध नही हो सका है. इसलिए परीक्षा तिथि में बदलाव किया गया है. उन्होंने कहा कि जिन अभ्यर्थियों के आवेदन में कुछ त्रुटि राह गयी है उनको एक मौका और दिया गया है.

छपरा (कबीर की रिपोर्ट): छात्रों को अगर किसी बात की चिंता सताती है तो वो है उनका करियर. जब उसी के साथ खिलवाड़ हो तो ये कहाँ तक जायज है. जिस साल उनके हाथ में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए थी. उस साल अब तक उन्हें प्रथम वर्ष के रिजल्ट को कौंन पूछे एडमिट कार्ड भी नही मिला है.

छात्र छात्राएं अपनी गलती ना होते हुए भी अपने किस्मत को कोसते नज़र आ रहे है. वही इससे अभिभावक भी परेशान है. जहाँ चार छात्र-छात्राएं खड़े होते है वहीँ अपने भविष्य को लेकर चर्चा शुरू हो जाती है.

हम बात कर रहे है सारण प्रमंडल के छात्रों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाली जयप्रकाश विश्वविद्यालय की. जहाँ राजनीति, ट्रान्सफर, पोस्टिंग तो जरुर होती है पर शिक्षा नहीं होती है और ना ही समय पर परीक्षा. जिस उद्देश्य से विश्वविद्यालय की स्थापना हुयी उसी जयप्रकाश विश्वविद्यालय से आज शैक्षणिक व्यवस्था नदारद है. छात्र अपने भविष्य के लिए लगातार चिंतित है और उनकी सुनने वाला कोई नहीं.

 

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छात्र टकटकी लगाकर देख रहे कि आख़िर परीक्षा की तिथि कब घोषित होगी. वर्ष 2017 चल रहा है और सत्र 2014-15. स्नातक के छात्रों का प्रथम खंड की परीक्षा भी अब तक नही हुयी.

सबसे बड़ा सवाल है कि इन छात्रों के बर्बाद 3 वर्षो की भरपाई कैसे होगी ? इसका जिम्मेवार कौन है? इन छात्रों के स्वर्णिम भविष्य को वापस कौन लौटाएगा ?

अब देखने वाली बात यह है कि विश्वविद्यालय प्रशासन की गहरी नींद कब टूटेगी ? छात्रों की चिंता उन्हें कब तक होती है.

हालांकि कुलपति प्रो.हरिकेश सिंह ने पदभार ग्रहण करने के बाद लंबित परीक्षाओं को आयोजित कराने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई है और कुछ परीक्षाएं हुई भी है पर स्नातक पार्ट वन की परीक्षा को लेकर अबतक कोई सार्थक कदम नही उठाया जा सका है.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में धूम-धाम से आई बारात ने रसगुल्ला की वजह से पंडाल लडाई का मैदान बन गया. खबर के अनुसार खुंटहा गांव के रहने वाले एक युवक की शादी कर्मापुर गांव की युवती के साथ तय हुई थी. बारात बड़े ही धूमधाम से गांव पहुंची थी और जमकर स्वागत भी हुआ. नाचते-गाते बाराती वधु पक्ष के दरवाजे पहुंचे जहां उनपर गुलाब के फूलों की वर्षा की गयी. सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था. जयमाल के वक्त बारातियों को स्नैक्स के साथ कोल्ड ड्रिंक और कॉफी दी गयी.

जयमाल के बाद दुल्हन के पिता ने सभी बारातियों से कहा कि वह पहले खाना खा लें ताकि इसके आगे का कार्यक्रम शुरू किया जा सके. बारातियों के खाने की व्यवस्था अलग से पंडाल में की गयी थी. शानदार व्यवस्था देख सभी बाराती खुश थे. तभी अचानक दूल्हे के चचेरे भाई के बीच बहस शुरू हो गयी.

दरअसल खाने की प्लेट पर बाराती पक्ष वालों में से एक ने दो रसगुल्ले रख लिये थे जबकि दुल्हन पक्ष के जिस रिश्तेदार को मिठाई के स्टॉल की जिम्मेदारी दी गयी थी उसे शायद बोला गया था कि हर बाराती को एक ही रसगुल्ला परोसा जाएगा. खबर है कि उसने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए रसगुल्ले को लेकर टोका. इस पर दोनों के बीच बहस शुरू हो गयी और थोड़े ही देर में मारपीट शुरू हो गयी.

बंगलुरु: आईपीएल के सीज़न-10 के दूसरे क्वालिफायर मैच में मुंबई इंडियंस ने कोलकाता नाइट राइडर्स को 6 विकेट से करारी शिकस्त दी. कोलकाता ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए मुंबई के सामने 108 रन का लक्ष्य रखा. जिस लक्ष्य को मुंबई ने 14.3 ओवर में 4 विकेट गंवाकर हासिल कर लिया और फाइनल में जगह बना ली. 21 मई को होने वाले खिताबी मुकाबले में मुंबई का सामना राइज़िंग पुणे सुपरजाएंट से होगा. पुणे ने पहले क्वालीफायर में मुंबई को ही हराकर फाइनल में जगह बनाई थी

मुंबई ने शुरुआती लेंडल सिमंस (3), अंबाती रायडू (6) और पार्थिव पटेल (14) के विकेट महज़ 34 रन पर गंवा दिए थे. जिसके बाद कप्तान रोहित शर्मा (26) और क्रुणाल पंड्या (45) ने कमाल की साझेदारी करते हुए मुंबई की लड़खड़ाती पारी को सम्भाला. दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 54 रन की पार्टनरशिप हुई.

मुंबई ने शुरुआत से ही अच्छी गेंदबाज़ी की और कोलकाता पर लगातार दबाव बनाए रखा. जसप्रीत बुमराह ने टीम को शुरुआती सफलताएं दिलाई. बुमराह ने क्रिस लिन (4), रॉबिन उथप्पा (1) और सूर्यकुमार यादव (31) के विकेट हासिल किए. कर्ण शर्मा ने दूसरी ओर से केकेआर के बल्लेबाज़ों को टिकने नहीं दिया. कर्ण ने सुनील नरेन (10), कप्तान गौतम गंभीर (12), कोलिन डी ग्रैंडहोम (0) और इशांक जग्गी (28) को वापस पवेलियन भेजा. मिचेल जॉनसन ने पीयूष चावला (2) और कोल्टर नाइल (6) के विकेट लिए जबकि लसिथ मलिंगा ने अंकित राजपूत (4) को बोल्ड किया

वाराणसी: पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल पर आज 19 मई,2017 मंडल कार्यालय के प्रागंण में अपर मंडल रेल प्रबन्धक वी.के.श्रीवास्तव की अध्यक्षता में आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया गया.इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक. श्री वी के श्रीवास्तव ने सभी कर्मचारी एवं शाखाधिकारियों को निम्नलिखित शपथ ग्रहण कराया.

” हम भारतवासी अपने देश की अहिंसा और सहनशीलता की परम्परा में दृढ़ विश्वास रखते हैं तथा निष्ठापूर्वक शपथ लेते हैं कि हम सभी प्रकार के आतंकवाद और हिंसा का डटकर विरोध करेंगे. हम मानव जाति के सभी वर्गों के बीच शान्ति, सद्भाव और सूझबूझ कायम करने और मानव जीवन मूल्यों को खतरा पहँचाने वाली विघटनकारी शक्तियों से लड़ने की भी शपथ लेते हैं”

इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबन्धक वी.के.श्रीवास्तव ने कहा कि आतंकवाद और हिंसा के कारण आम जनता को हो रही तकलीफों तथा राष्ट्रीय हितों पर हो रहे प्रतिकूल प्रभावों के बारे में समाज में और भी अधिक जागृति लाने तथा राष्ट्रीय एकता और अखण्डता की भावना को अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया जाता है. युवाओं को आतंकवाद और हिंसा के मार्ग से दूर रखना भी इसका उद्देश्य है.

शुक्रवार को पूर्वाहन ग्यारह बजे पूर्वोत्तर रेलवे के सभी मंडलीय अधिकारी एवं मंडल कार्यालय पर कार्यरत सभी कर्मचारियों ने मानव जीवन मूल्यों को नुकसान पहुचाने वाली विघटनकारी शक्तियों से लड़ने , आतंकवाद और हिंसा का विरोध करने तथा समाज के सभी वर्गों के बीच शांति, सद्दभाव और सूझ-बूझ कायम रखने की शपथ ग्रहण किया गया.

इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी श्री मनोज कुमार पाण्डेय, वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त आर.के.शर्मा, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर(समन्वय) अजय वार्ष्णेय, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर एम.के.सिंह, वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक श्री प्रतीक सिंह, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक पी.सी.जायसवाल, वरिष्ठ मंडल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर, आशुतोष पाण्डेय, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर(C&W), बी.पी.सिंह , वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर(O&F), अशोक कुमार, मंडल कार्मिक अधिकारी राहुल श्रीवास्तव, मंडल वित्त प्रबंधक राकेश भारती समेत यूनियन के पदाधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित रहे.

मढ़ौरा/पानापुर: नगर निकाय चुनाव में 21 मई को मतदान होना है. जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद मतदान की तैयारियो को लेकर शुक्रवार देर शाम पहुंचे. जिलाधिकारी ने अनुमंडल कार्यालय में निर्वाची पदाधिकारी सह एसडीओ व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने अधिकारियों को जरुरी निर्देश दिए.

जिलाधिकारी ने कहा कि चुनाव को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. चुनाव पूर्ण रूप से शांतिपूर्ण और भयमुक्त होगा. चुनाव को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है.

वही दूसरी ओर जिलाधिकारी ने पानापुर प्रखंड कार्यालय का औचक निरीक्षण भी किया.  जिलाधिकारी शुक्रवार शाम पानापुर पहुंचे और उन्होंने प्रखंड कार्यालय का औचक निरीक्षण किया. 

छपरा: छापेमारी के दौरान 19045 सूरत-छपरा एक्सप्रेस से जीआरपी ने एक क्विंटल चांदी के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. जीआरपी ने बकुल्हा स्टेशन से कार्रवाई करते हुए तस्करों को एक क्विंटल चांदी के साथ गिरफ्तार किया है. विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है.  

ये तस्वीरें हाल ही में मेरे द्वारा उड़िशा के कंधमाल के आदिवासी इलाके में फील्डवर्क के दौरान ली गयीं है। तस्वीरे तो बस सिमित दायरे में ही तथ्यों को रख पा रही है बाकी मैं वास्तविकता अपनी आँखों से देख बहुत विचलित हुआ। यानि की जंगल को लूटने या दोहन में कोई पीछे नहीं है। चाहे वो कॉर्पोरेट हो या वहाँ के निवासी…। सबसे ज्यादा चकित करने वाली बात मेरे लिए यही थी की बाहरी लोगों के द्वारा दोहन तो समझ में आता है लेकिन ये कैसे संभव है कि ये जिसका घर है वही खुद अपने घर को उजाड़ने में लगा है। मैं इससे पहले आदिवासियों को जंगल के संरक्षक के तौर पे जनता था पर स्थिति यहाँ ठीक इसके H लगी। यहाँ निर्वनीकरण जिस हद पे हो रहा है.

ऐसा लगता है अगले 4 से 5 सालों के ये जंगल साफ हो चुके होंगे और पहाड़ नंगे… और ये ताज्जुब की बात है कि वहाँ के स्थायी निवासी आदिवासियों के द्वारा भी भारी मात्रा में हो रहा है। मैंने इस संबंध में वहाँ के निवासियों से बात चित की तो ये बात सामने निकल के आयी कि वो जंगल साफ करने के लिए वहाँ आग लगा देते है और रात की रात लगभग 2-3 किलोमीटर का इलाका साफ हो जाता है और जब बारिश होगी तो राख बाह जायेगी और ज़मीन खेती करने लायक साफ हो जायेगा, जिसमे वो लोग कोंदुल (एक तरह की दलहन फ़सल) का पौधा लगाएंगे। आम तौर पर कोंदुल एक ज़मीन पर 3 फ़सल ही ऊंग पाता है फिर वो ज़मीन कोंदुल के ऊपज के लायक भी नहीं बचता। फिर वो ऐसा ही दूसरे जगह पर दुहराते हैं।

आम तौर पे मैंने वहाँ का जंगलो में शाल, सांगवान और इसी तरह के अन्य कीमती जंगली लकड़ियों के पेड़ देखे। जो इनके द्वारा लगायी गयी आग में जल के नष्ट हो जाते है और जिन्हें फिर बाद में बेच दिया जाता है या तो फिर स्थानीय निवासियों द्वारा घरेलु उपयोग में ले लिया जाता है। सोचने वाली बात ये नहीं है कि वो ऐसा कर के जंगल को नुकसान कर रहे है…. सोचने वाली बात ये है कि आख़िर वो ऐसा कर क्यूँ रहे हैं..??!! ऐसी कौन सी मज़बूरी है जिससे वो अपने ही घर को उजाड़ने में लगे हैं..?

इस बारे में चर्चा करने पर ये बात सामने निकल के आयी की वहाँ खेती करने लायक सही भूमि नहीं है और जो है…वहाँ सिंचाई के लिए पानी प्रयाप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं है। फिर से एक बार आश्चर्य हुआ की वनों एवं वृक्षों से आच्छादित इस क्षेत्र में बर्षा तो भरपूर होती है पर फिर भी सिचाई की उचित व्यवस्था क्यों नहीं हो पाती…!!??

फ़िर थोड़े दिन जंगलो में घूमने पर पता चला वहाँ वाटर शेड का कोई प्रबंधन नहीं है। पहाड़ो से बारिश का पानी सीधे ढलानों से होते हुए पहाड़ी नदियों द्वारा बहाकर या तो बड़ी नदियों में मिल के बहार निकल जाता है और वहाँ रुकता नहीं । इस वजह से भूमिगत जल संरक्षित नहीं हो पा रहा और जल स्तर दिनों दिन तेजी से घटता जा रहा है। पहले हल्दी का उत्पादन यहाँ प्रचुर मात्रा में होता था लेकिन पानी के कमी के वजह से अब उसका उत्पादन मुश्किल हो रहा है और सिर्फ कोंदुल की फसल ही ऐसी फ़सल है जो पहाड़ों पर कम पानी में भी सही से उपज जाता है। इस वजह से लोग अपनी जीविका चलाने के लिए जंगलों को साफ कर के कोंदुल की खेती कर रहे है या फिर मजदूरी करने शहरों में पलायन कर रहे हैं। जबकि मैंने गौर किया तो पाया कि वहाँ पर नॉन टिम्बर फॉरेस्ट प्रोडक्ट की प्रचुर उपलब्धता है, जैसे की आम, कटहल, नट्स, काजू , हरी आर्गेनिक सब्जियां और कई तरह में अन्य औषधीय पेड़ पौधे । इन सब चीजों का प्रोसेसिंग यूनिट लगा कर और सही से विपणन कर के भी जीविका चलाया जा सकता है। लेकिन शिक्षा की कमी और इन उत्पादों के सही उपयोगिता में बारे में जरुरी स्किल ट्रेनिंग की भारी कमी का खामियाजा जंगलो की अँधा धुंध सफाई से पर्यावरण को नुकसान पंहुचा के हो रहा है।

मेरा सुझाव यही है कि सरकार और सम्बंधित गैर सरकारी संगठनों को इस बात को हल्के में न ले…और समय रहते वहाँ सिचाई की उचित व्यवस्था वाटर शेड मैनेजमेंट कर के छोटे छोटे चेक डैम बना कर किया जाये और उन आदिवासी लोगों का कौशल बढ़ाया जाए ताकि नॉन टिम्बर फारेस्ट प्रोडक्ट का बाज़ार बने और उनको वैकल्पिक रोजगार मिले और जल्द से जल्द जंगलों की अंधाधुंध कटाई से पर्यावरण को होने वाले नुकसान से बचाया जा सके।

ये लेखक के निजी विचार है

 

मनोहर कुमार ठाकुर
टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान, तुल्जापुर

छपरा: नगरपालिका आम निर्वाचन 2017 चुनाव को लेकर वार्ड के परिसीमन एवं नक्शा में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है. जिस परिसीमन पर नगर पालिका आम निर्वाचन 2012 संपन्न हुआ था, उसी परिसीमन पर नगर पालिका आम निर्वाचन 2017 में संपन्न होगा.

उक्त बातें जिला निर्वाचन (नगरपालिका) पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी हरिहर प्रसाद ने समाहरणालय सभागार में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही.

छपरा: नगर पंचायत आम निर्वाचन की तैयारियां पूरी कर ली गई है. 21 मई को मतदाता प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद करेंगे.

शुक्रवार को सारण समाहरणालय में आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद ने कहा कि स्वच्छ, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए सभी प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गयी है. उन्होंने बताया कि चार नगर पंचायतों-सोनपुर, मढ़ौरा, रिविलगंज, दिघवारा और सोनपुर में कुल 98616 मतदाता प्रत्याशियों की किश्मत का फैसला करेंगे.

जिलाधिकारी बूथ से 100 मीटर की दूरी तक किसी प्रकार का प्रचार, पोस्टर-बैनर व लोगों का जमावड़ा पर पाबंदी होगी.

 यहाँ देखे वीडियो:

बनाये जायेंगे मॉडल बूथ
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक नगरपालिका क्षेत्र में एक बूथ को मॉडल बूथ बनाया जाएगा. इन बूथों पर विशेष सुविधाएँ होंगी.

फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी पर होगी प्रतिबंध
उन्होंने बताया कि किसी भी मतदान केंद्र पर फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी पर रोक रहेगी.

सुबह 7:00 बजे से लेकर शाम 5:00 बजे तक होगी वोटिंग
मतदान सुबह 7:00 बजे से लेकर शाम 5:00 बजे तक मतदाता कर सकेंगे.

चार नगर पंचायत में होंगे चुनाव
नगर पंचायत रिविलगंज, मढ़ौरा, दिघवारा एवं सोनपुर में कुल वार्डों की संख्या 76 है. जबकि मतदाताओं की संख्या 98616, जिसमे पुरुष मतदाताओं की संख्या 53562 एवं महिला मतदाताओं की संख्या 43054 है.

चुस्त दुरुस्त रहेगी सुरक्षा व्यवस्था
प्रेस्स्वर्ता को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक अनुसुइया रण सिंह साहू ने कहा कि सुरक्षा को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है. जिले में अभीतक सीआरपीसी के तहत कुल 26 वाद दायर किये गए है. जिसमे 507 व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई चल रही है और 45 को बाउंड डाउन किया गया है. वही आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में सुनपुर अनुमंडल अंतर्गत नगर पंचायत सोनपुर में 1 मामला दायर किया गया है.

इस दौरान जिला पंचायती राज पदाधिकारी और जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी अनिल कुमार चौधरी मौजूद थे.