वाशिंगटन, 21 जून (हि.स.)। समुद्र में डूबे जहाज टाइटैनिक का मलबा दिखाने के लिए कुछ पर्यटकों को लेकर समुद्र के भीतर गई पनडुब्बी के गुम हो जाने के बाद उसकी तलाश कठिन हो गयी है। तेज तलाश के बीच बचाव कार्य में लगे लोगों को सुनाई दी कुछ आवाजों से उम्मीद जगी है।
ब्रिटेन के साउथैम्पटन से न्यूयॉर्क सिटी के लिए अपनी यात्रा पर 10 अप्रैल, 1912 को टाइटैनिक जहाज सफर पर निकला था और चार दिनों के बाद 14 अप्रैल, 1912 की आधी रात एक आइसबर्ग से टकराकर यह जहाज उत्तरी अटलांटिक महासागर में डूब गया था। बीते रविवार को इसी टाइटैनिक का मलबा दिखाने के लिए एक पनडुब्बी उत्तरी अटलांटिक में गयी, किन्तु पानी में उतरने के दो घंटे के भीतर ही गायब हो गयी। रविवार से ही इस पनडुब्बी का कुछ पता नहीं चल रहा है। परेशान करने वाली बात है कि पनडुब्बी पर सिर्फ 70 घंटे की ही ऑक्सीजन बची है। कैनेडियन कोस्ट गार्ड वाहन लगातार इस पनडुब्बी के बारे में पता लगाने की कोशिश कर रहा है। इस बीच कनाडाई कोस्ट गार्ड वाहन को समुद्र के अंदर से कुछ आवाजें सुनाई दी हैं।
अमेरिकी तटरक्षकों ने कहा कि धमाके की आवाज कहां से आई, इसका पता लगाने के लिए खोजी दस्तों ने पानी के नीचे रोबोटिक सर्च ऑपरेशन (आरओवी) चलाया। हालांकि, इसका कोई फायदा नहीं हुआ। तटरक्षकों ने इस बारे में कुछ खास जानकारी नहीं दी है।