Kolkata, 22 सितम्बर (हि.स.)। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई अध्यक्ष रह चुके सौरव गांगुली एक बार फिर क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (सीएबी) के अध्यक्ष पद पर निर्विरोध लौटने जा रहे हैं। सोमवार को यहां होने वाली वार्षिक आमसभा में गांगुली की अगुवाई वाला पूरा पैनल निर्विरोध चुना जाएगा। हालांकि उनका यह दूसरा कार्यकाल पहले से कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि हाल के महीनों में एसोसिएशन वित्तीय अनियमितताओं और साख पर उठे सवालों से जूझ रहा है।

गांगुली निर्विरोध बनेंगे सीएबी अध्यक्ष

गांगुली के साथ सचिव पद पर बबलू कोलाय, संयुक्त सचिव मदन मोहन घोष, कोषाध्यक्ष संजय दास और उपाध्यक्ष अनु दत्ता भी निर्विरोध चुने जाएंगे। गांगुली अपने बड़े भाई स्नेहाशीष गांगुली की जगह लेंगे जिन्हें लोढ़ा समिति की सिफारिशों के तहत छह वर्ष की सीमा पूरी होने के कारण पद छोड़ना पड़ा।

सीएबी की छवि हाल के समय में विवादों से प्रभावित हुई है। वित्त समिति के सदस्य सुब्रत साहा को हितों के टकराव के मामले में दोषी पाए जाने पर दो लाख रुपये का जुर्माना और सभी उप-समितियों से प्रतिबंधित किया गया था। अगस्त में संयुक्त सचिव देबब्रत दास को वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में छह महीने के लिए निलंबित किया गया।

भविष्य में भी यदि कोई मुद्दा सामने आएगा तो उसे उचित तरीके से सुलझाया जाएगा: गांगुली

गांगुली ने नामांकन दाखिल करने के बाद कहा था, “हर संस्था में समस्याएं आती हैं, भविष्य में भी यदि कोई मुद्दा सामने आएगा तो उसे उचित तरीके से सुलझाया जाएगा।” उन्होंने अपने दूसरे कार्यकाल में रणजी ट्रॉफी टीम को मजबूती देने, बंगाल प्रो टी-20 लीग को आगे बढ़ाने, महिला क्रिकेट को प्रोत्साहन देने और जमीनी ढांचे को विकसित करने को प्राथमिकता बताई है।

गांगुली के सामने पहली बड़ी जिम्मेदारी ईडन गार्डन्स पर भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 14 नवम्बर से शुरू होने वाले टेस्ट मैच की मेजबानी होगी। यह ऐतिहासिक मैदान 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ हुए पिंक बॉल टेस्ट के बाद पहली बार टेस्ट का गवाह बनेगा। इसके अलावा अगले वर्ष होने वाले टी-20 विश्वकप के नॉकआउट मैचों की मेजबानी की भी संभावना है।

गांगुली 28 सितम्बर को बीसीसीआई की वार्षिक आमसभा में सीएबी का प्रतिनिधित्व करेंगे। इस बीच बीसीसीआई में भी नए अध्यक्ष का चुनाव होना है, ऐसे में गांगुली की भूमिका फिर अहम हो सकती है।

इसके साथ ही गांगुली को प्रशासनिक जिम्मेदारियों के साथ-साथ कोचिंग का संतुलन भी साधना होगा। उन्हें दिसंबर से जनवरी तक दक्षिण अफ्रीका में होने वाली एसए20 लीग में प्रिटोरिया कैपिटल्स का मुख्य कोच नियुक्त किया गया है।

उल्लेखनीय है कि आज होने वाले सीएबी अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए गांगुली के खिलाफ किसी ने भी अध्यक्षीय या उनके पैनल के अन्य पदों के लिए अपनी उम्मीदवारी पेश नहीं की है। इसलिए वह निर्विरोध चुने जाएंगे।

 

भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तानों में शुमार सौरव गांगुली का आज जन्मदिन है.

बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने भारतीय क्रिकेट को नया आत्मविश्वास दिया. गांगुली ने अपने जुझारू और आक्रामक तेवर से भारतीय क्रिकेट की सूरत ही बदल दी.

सौरव गांगुली जो अपने प्रशंसकों के बीच ‘दादा’ के नाम से भी जाने जाते हैं, भारतीय क्रिकेट का पहला ऐसा चेहरा थे जिसने टीम के भीतर देश से बाहर मैच जीतने के भरोसे को और पक्का किया. खास तौर पर साल 2000 की शुरुआत में वह भारतीय टीम के लिए ‘गेम चेंजर’ साबित हुए.

‘प्रिंस ऑफ कोलकाता’ के नाम से मशहूर सौरव गांगुली आज 48 साल के हो गए हैं.

सौरव गांगुली फिलहाल बीसीसीआई (BCCI) के प्रेसीडेंट के तौर पर कार्य कर रहे है.

सौरव गांगुली के जन्मदिन पर उनके प्रशंसक आज सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें शुभकामनाएं दे रहें है.