Nepal: नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। बीते दो दिनों से राजधानी काठमांडू और कई अन्य शहरों में विरोध-प्रदर्शन और हिंसा की घटनाएँ हो रही थीं, ऐसे माहौल में उनका यह फैसला सामने आया है। इस्तीफा देने से पहले ओली ने पहली बार चल रही हिंसा पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने राजधानी काठमांडू समेत देश के कई हिस्सों में हुई घटनाओं पर दुख जताया और कहा कि हिंसा किसी भी समस्या का हल नहीं है।

मुझे गहरा दुख है कि प्रदर्शन के दौरान ऐसी घटनाएं हुईं: ओली

ओली ने अपील की थी कि लोग संयम बरतें और शांतिपूर्ण तरीके से समाधान खोजने में मदद करें। उन्होंने बताया कि हालात पर चर्चा के लिए उन्होंने शाम छह बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई थी।

ओली ने कहा कि “मुझे गहरा दुख है कि प्रदर्शन के दौरान ऐसी घटनाएं हुईं। हमने हमेशा यह नीति अपनाई है कि संवाद से ही रास्ता निकलता है, हिंसा से नहीं।”

काठमांडू, 22 मई (हि.स.)। आतंकवादियों की घुसपैठ की खुफिया सूचना के मद्देनजर भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र को हाई अलर्ट पर रखा गया है। दोनों देशों के सुरक्षाकर्मी 24 घंटे संयुक्त निगरानी में जुटे हुए हैं। भारतीय खुफिया एजेंसी के नेपाल में रह रहे 37 पाकिस्तानी और बांग्लादेशी आतंकवादियों के भारत में प्रवेश करने के प्रयास की जानकारी साझा करने के बाद सीमा पार करने वाले एक-एक व्यक्ति की सख्ती से जांच की जा रही है।

नेपाल में आईएसआई के स्लीपर सेल के एक्टिव होने की जानकारी मिली है

दिल्ली में गिरफ्तार नेपाली नागरिक अंसारुल मियां अंसारी की गिरफ्तारी के बाद उसने जो खुलासा किया है उसके बाद नेपाल में आईएसआई के स्लीपर सेल के एक्टिव होने की जानकारी मिली है जिसे भारतीय इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) ने नेपाली सुरक्षा बलों के साथ साझा किया है। इसके बाद से ही नेपाल पुलिस के विशेष ब्यूरो और एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड उनको ढूंढने के प्रयास में जुटे हैं।

नेपाल के सशस्त्र प्रहरी बल (एपीएफ) के साथ सीमा पर निगरानी बढ़ा दी है

उधर नेपाल भारत खुली सीमा पर भारतीय एसएसबी और नेपाल के सशस्त्र प्रहरी बल (एपीएफ) के साथ सीमा पर निगरानी बढ़ा दी है। एपीएफ सीमा सुरक्षा के प्रभारी डीआईजी कमल गिरी ने कहा कि सीमा क्षेत्र के दोनों तरफ हाई अलर्ट जारी किया गया है। इस समय एसएसबी और एपीएफ की टीम सीमा पर कड़ी निगरानी कर रही है। डीआईजी ने बताया कि 24×7 सीमा सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

पटना: राजधानी समेत उत्तर बिहार के कई जिलों में रविवार देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए. रात करीब 11:55 में भूकंप के झटके महसूस किये गए. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5 थी. भूकंप का केंद्र नेपाल में लमजंग में जमीन से 19 किलोमीटर निचे था. उत्तर बिहार के सिवान, गोपालगंज, सारण, पटना, सीतामढ़ी, शिवहर, रक्सौल और मुजफ्फरपुर में झटके महसूस किये गए.  

हालांकि इस दौरान किसी प्रकार की जान-माल के नुकसान होने की कोई सूचना नहीं है. इसके अलावा रविवार दोपहर 2 बजकर 42 मिनट पर अफगानिस्तान के हिंदुकुश क्षेत्र में भी 5.7 तीव्रता का भूकंप आया. इसके साथ उत्तराखंड के उत्तरकाशी क्षेत्र में दोपहर 1 बज कर 21 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.5 दर्ज की गई. एहतियात के तौर पर लोग अपने घरों से बाहर निकल गए.

नयी दिल्ली: नेपाल के प्रधानमंत्री भारत की छह दिवसीय यात्रा पर है. शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके नेपाली समकक्ष के. पी. शर्मा ओली ने मुलाकात की और प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता का नेतृत्व किया. दोनों नेताओं के मुलाकात के बाद संयुक्त बयान जारी किया गया. इस मुलाकात में भारत और नेपाल के बीच 9 महत्वपूर्ण समझौते हुए.

समझौते के तहत अगले 2 साल में भारत नेपाल को 80 मेगावाट बिजली देगा. प्रधानमंत्री मोदी और ओली ने मुज्जफरपुर-ढालकेबार पावर ट्रांसमिशन लाइन की भी बटन दबाकर शुरुआत की. दोनों देशों के बीच के ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर और कई हाईवे बनाए जाएंगे. नेपाल ने भारत को भरोसा दिलाया है कि वो अपनी धरती का इस्तेमाल भारत के खिलाफ नहीं होने देगा. आर्ट और कल्चर के क्षेत्र में भी करार हुए हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘मैं नेपाल के लोगों की आशाओं का, जागरुकता का और उनके विवेक का सम्मान करता हूं. एक धनी संस्कृति और परंपरा के हम साझे उत्तराधिकारी हैं’.

अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर Like करें. आप हमें Twitter पर @chhapratoday पर Follow कर सकते हैं.

For latest news and analysis in follow Chhapra Today on Facebook and Twitter.

पटना: नेपाल की राजधानी काठमांडू के पास आये भूकंप के झटके उत्तर बिहार के कुछ जिलों में भी महसूस किये गए. शुक्रवार देर रात करीब 10 बजे भूकंप के झटके महसूस किया गया. झटकों से लोग आनन-फानन में घरों से बाहर निकल कर सड़क पर आ गये.

उत्तर बिहार के बेतिया, गोपालगंज, मोतिहारी, रक्सौल, दरभंगा, सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर में भूकंप के हल्के झटके महसूस किये गए. मिली जानकारी के अनुसार भूकंप का केंद्र नेपाल का सिन्धुपाल चौक था. भूकंप से फिलहाल किसी क्षति की कोई खबर नहीं है.

काठमांडू: नेपाल की राजधानी काठमांडू में शुक्रवार देर रात भूकंप के तेज झटके महसूस किये गए. झटके करीब 10-15 सेकेंड तक महसूस किए गए. रात करीब 10 बजकर 5 पांच मिनट पर आये भूकंप के झटके के बाद लोग अपने घरों से बाहर आ गए.

भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 5.2 मापी गई है. भूकंप का केंद्र सिन्धुपाल चौक था. भूकंप से फिलहाल किसी के हताहत होने या नुकसान की खबर नहीं है.

बताते चले कि 25 अप्रैल 2015 को आए 7.8 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप ने नेपाल के जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया. इस भूकंप में 7500 से अधि‍क लोगों की जान गई थी.