Nagra: जिले के नगरा प्रखंड के डुमरी पंचायत के गोपालपुर गाव में बाहर से आए प्रवासी मजदूरो के सरकार के निर्देश के आलोक में मनरेगा योजनान्तर्गत काम मुहैया किया जा रहा है. जिससे प्रवासी मजदूरो में ख़ुशी की लहर है. स्थानीय बीडीसी शिला देवी के द्वारा उक्त कार्य को अपने देख रेख में 9 लाख से ऊपर की योजना से गोपालपुर पोखरा का जीर्णोद्वार कराया जा रहा है.

जहाँ काम पाकर प्रवासी मजदूर बहुत खुश है. ये मज़दूर विगत दो माह से बेरोजगार है और उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पर रहा है. उन्हें घर गाव में काम मिल रहा है. वही नागरा प्रखड के जद यू संयोजक अनिल सिंह ने बताया कि लॉक डाउन से आर्थिक तंगी झेल रहे प्रवासी मजदूरो के लिए रोजगार देकर मुख्यमन्त्री नितीश कुमार अपने किए गए वादे को पूरा कर रहे है. प्रवासियों को किसी तरह का दिक्कत न हो इसके लिए उन्हें उनके गाव में हर तरह की सहलते उपलब्ध सरकार करा रही है.

उन्हें विशेष खाद्यान्न ,कृषि योजनाओ का लाभ सहित अन्य सुविधाए मुहैया करायी जा रही है. कोरोना वैश्विक महामारी में श्रमिक वर्ग को ज्यादा परिशानी उठानी पड़ी है.

Nagra: नगरा ओपी क्षेत्र के कटेसर रसूलपुर गांव स्थित बाबा मखदूम की मजार पर सालाना उर्ष मेला का गुरुवार को आयोजन किया गया. मेले के पहले दिन मजार पर भीड़ देखने को मिली. हजारो की संख्या में महिला पुरुष मखदूम बाबा की मजार पर चादरपोशी के लिए दूर दराज से पहुंचते है. बाबा मखदूम भी अपने बंदों पर करम करते हैं. यहां आने वाले लोग बाबा मखदूम के मजार पर दुआ करते हैं और फातेहा भी पढ़ते है और मखदूम शाह की कृपा से उनकी दुआएं कबूल होती है.

प्रत्येक वर्ष एग्यारही शरीफ के उर्स का आयोजन किया जाता है. जिसमें सभी समुदाय के लोग आते हैं और बाबा मखदूम शाह की मजार पर चादरपोशी कर मन्नते मांगते हैं।

इस मौके पर मेले में काफी भीड़ भी होती है. जिसको लेकर मौके पर विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए नगरा ओपी थानाध्यक्ष राकेश कुमार राय अपने दल बल के साथ पहुचे तथा अंचल सीओ अरविंद प्रसाद सिंह, रुस्तम अली, मोहम्मद इसरफिल, मोहम्मद रहमत आलम, मोहम्द जमालुद्दीन सहित अन्य शामिल थे.

नगरा (अयूब रजा): बिहार सरकार द्वारा सिंचाई के लिए लगाये गए नलकूप 20 सालों से बंद पड़े है. नलकूप के बंद होने के कारण सिंचाई कार्य पूरी तरह बाधित हो चूका है. जिससे किसान काफी परेशान है.

ग्रामीणों के अनुसार प्रशासन की उपेक्षापूर्ण नीति की वजह से अफौर, डुमरी, खोदाईबाग, पटेढ़ा, तुजारपुर, खैरा आदि आसपास के क्षेत्रों में 20 वर्षो से सिंचाई की बदतर व्यवस्था होने से कृषि कार्य पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है.

क्षेत्र निवासी रमेश कुमार, पंकज सिंह, अजय महतो, महन्त सिंह, आजाद अली, असरफ अली, आरती कुँवर, देवरती कुमारी, शम्भू राय, सोनू कुमार आदि दर्जनों किसानों ने कहा कि नगरा प्रखंड में कई नलकूप है जो समुचित देख-भाल अधिकारीयों एवम् कर्मियों को इन नलकूपों से कोई मतलब नही रहता है. जबकि मौजूदा हालत यह है कि कई नलकूप बिजली ट्रांसफार्मर जले होने के कारण कई वर्षो से जंगल-झार में ध्वस्त हो चुके है. यह हाल तब है जब नलकूपों को चलाने के लिए सरकार द्वारा ऑपरेटर भी बहाल किया है. फिर भी स्थिति जस की तस बनी हुई है. किसानों ने कहा कि अगर विभाग ने इस ओर ध्यान न दिया तो चरणबध्द आंदोलन चलाया जायेगा.