Chhapra: नगर निगम के मेयर का चुनाव जीतने के बाद शुक्रवार को नगर निगम की नई मेयर सुनीता देवी ने पदभार ग्रहण किया. इस मौके पर निगम कर्मियों ने उनका स्वागत किया.

शुक्रवार को निगम कार्यालय पहुंचे वार्ड पार्षदों ने भी मेयर का गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया और छपरा के लिए बेहतर काम करने के लिए शुभकामनाएं दी. पदभार ग्रहण करने के बाद मेयर सुनीता देवी ने कहा कि पिछले 2 सालों  से छपरा नगर निगम की कार्यशैली में जो शिथिलता आयी है. वह अब  बदलने वाला है. उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता छपरा नगर निगम की कार्यशैली बदलने पर होगी. शहर में साफ-सफाई प्रमुखता होगी. शहर में नियमित नाले की सफाई के साथ-साथ हर कार्य नगर निगम बेहतर ढंग से खरीद के लिए उन्होंने आश्वासन दिया. मेयर ने कहा कि चुनाव के बाद सरकार की जो भी योजनाएं हैं. उनमें गति लाने के लिए कार्य किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाएं जैसे शौचालय योजना, वृद्धा पेंशन, आवास योजना समेत जिन जिन योजनाओं में कार्य बेहद धीमी गति से हो रहा था. उन सब में तेजी लाने का कार्य किया जाएगा. उन्होंने कहा कि नगर निगम द्वारा शहर में एक बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर डिवेलप किया जाएगा. जिससे लोगों को रोजगार मिलेगा. उन्होंने कहा कि छपरा नगर निगम के  विकास की रफ्तार तेज होगी.

Chhapra: छपरा नगर निगम के मेयर का चुनाव 21 अक्टूबर को किया जाएगा. 21 अक्टूबर को निगम सभागार में वोटिंग होगी. जिसमें 45 निगम पार्षद मिलकर छपरा का मेयर चुनेंगे.

चुनाव को लेकर 24 घण्टे से भी कम वक्त रह गया है. छपरा नगर निगम के मेयर पद के लिए पूर्व मेयर प्रिया सिंह व वार्ड पार्षद सुनीता देवी के बीच मुकाबला है. चुनाव से पहले नगर निगम के कई वार्ड पार्षद भी अंडरग्राउंड हो गए हैं. ये सभी वार्ड पार्षद 21 अक्टूबर को सीधे चुनाव में ही वोट देने पहुंचेंगे ऐसी उम्मीद है.

इससे पहले निगम के पार्षदों ने नगर निगम के मेयर पर अविश्वास प्रस्ताव लाया था. जो पास हो गया था. मेयर के प्रत्याशियों को जीत के लिए 45 में से 23 मत चाहिए. मेयर प्रत्याशी प्रिया सिंह व सुनीता देवीवार्ड पार्षदों को गोलबंद करने में जुट गयीं है. वहीं दोनों प्रत्याशी अपने अपने जीत का दावा कर रहे हैं.

Chhapra: छपरा नगर निगम की मेयर प्रिया सिंह पर लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आज मतदान होना है. नगर निगम परिसर में 11:00 बजे से बोर्ड की बैठक होगी और फिर फिर पार्षदों द्वारा मतदान किया जाएगा.

आपको बता दें कि छपरा नगर निगम की मेयर प्रिया सिंह के ऊपर नगर निगम के वार्ड पार्षदों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है. इसके बाद अब आज मेयर की कुर्सी का फैसला हो जाएगा. अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बोर्ड की बैठक से पहले छपरा नगर निगम ने राजनीति काफी गरमा गई है. अभी भी कई वार्ड पार्षद अंडर ग्राउंड ही हैं. कई वार्ड पार्षद 2 महीने पहले से ही क्षेत्र से गायब हो गए थे. वहीं दूसरी तरफ मेयर प्रिया सिंह अपने पक्ष के वार्ड पार्षदों को इकट्ठा करने में जुट गई है. कुर्सी बचाने के लिए मेयर को 23 मतों की जरूरत है. इससे पहले भी पिछले साल वार्ड पार्षदों द्वारा नगर निगम की मेयर के ऊपर अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. लेकिन बहुमत मिलने से मेयर की कुर्सी बच गयी थी.

29 पार्षद हुए एकजुट
बता दें कि निगम के कई पार्षद एकजुट होकर बिहार नगर पालिका अधिनियम 2007 की धारा 25 की कंडिका 4 के अंतर्गत महापौर पर अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग कर रहे है. इसके तहत पार्षदों ने मेयर पर वित्तीय अनियमितता, योजनाओं के चयन में पक्षपात करना, जनहित के मामलों की अनदेखी करना, सफाई व्यवस्था को चौपट करना, प्रकाश एवं पेयजल व्यवस्था को चौपट करना, एनजीओ द्वारा संचालित सफाई का कार्य सभी वार्डों  में पारदर्शिता के साथ नहीं करना. निगम पार्षदों की उपेक्षा करना जैसे आरोप शामिल हैं. पार्षदों ने कहा कि निगम में कोई काम नहीं हो रहा है. ऐसे में छपरा को नए मेयर की जरूरत है. विरोधियों में निगम पार्षद मुन्ना अंसारी, विकास कुमार सैनी, पूर्व डिप्टी मेयर अमिताजली सोनी, शोभा देवी, विष्णु गुप्ता समेत 29 वार्ड पार्षद शामिल हैं.