Gandaman: जिले के मशरख प्रखंड स्थित धर्मसती गंडामन गांव में मृत 23 बच्चों की सातवीं बरसी पर उनके समाधि स्थल पर ग्रामीणों ने श्रद्धांजलि अर्पित की.

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कोरोना वायरस संक्रमण में भी अपने बच्चों को याद करते हुए अभिभावकों एवं समस्त ग्रामीणों ने समाधि स्थल पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित किया साथ ही हवन तथा शांति पाठ का आयोजन भी किया गया. बरसी पर श्रद्धांजलि के लिए पहुंचे लोगों की आँखे समाधि स्थल पर जाते ही नम हो गयी.

स्थानीय लोगों का कहना है कि इस जख्म को भूलना ना के बराबर है. हमारे नौनिहाल काल के गाल में हमारी आंखों के सामने समा गए. बरसी पर हम उन्हें याद तो करते है लेकिन दिल दहल जाता है. सातवीं बरसी पर गांव के छोटे छोटे बच्चों ने भी समाधि स्थल पर जाकर अपने भाइयों के लिए प्रार्थना की और मोमबत्तियां जलाई.

कोरोना वायरस और lockdown के कारण इस बार समाधि स्थल लोगों की उपस्थिति कम रही. गांव के ही कुछेक लोगों तथा अभिभावकों ने अपने दुलारों की समाधि पर पुष्प अर्पित किया.

Mashrak: सारण के मशरख में कालाबाज़ारी के लिए ट्रक से लाया गया 304 बोरा चावल छापेमारी करके बरामद कर लिया गया. सरकारी अनुदानित खाद्यान्न की कालाबाजारी की सूचना पर मशरक पुलिस ने थाना क्षेत्र के पदमौल गांव में छापेमारी की. इस दौरान सूरज कुमार राय के दरवाजे से ट्रक पर लोड प्लास्टिक के बोरा में पैक FCI का 304 पैकेट चावल बरामद हुआ. जबकि करोबार करने वाले लोग पुलिस को देख फरार हो गए.

 

50 खाली बोरी भी बरामद

छापेमारी के दौरान सूरज कुमार राय के घर से सरकारी खाद्यान्न की 50 खाली बोरी बरामद हुई. इस मामले में मशरक आपूर्ति निरीक्षक अमरेन्द्र कुमार द्वारा 24 घंटे बाद थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. जिसमे सूरज कुमार राय, ओमप्रकाश कुमार, प्रदीप कुमार और लालदेव राय को अभियुक्त बनाया गया है.

दरवाजे पर संदिग्ध अवस्था में चावल लोड ट्रक खड़ी होने की सूचना पर की गई छापेमारी में सरकारी खाद्यान्न की कालाबाजारी करने का मामला सामने आया. गिरफ्तार ट्रक चालक पूर्वी चंपारण जिले के जसौली गांव निवासी रोहित कुमार सिंह ने बताया कि पीपरा कोठी के राकेश कुमार के कहने पर चावल लोड करने आया था.

पुलिस ने मढौरा अनुमंडल पदाधिकारी के निर्देश पर ट्रक पर लोड चावल के कागजात दिखाने के लिए 12 घंटे का समय दिया गया. जब कोई कागजात नहीं दिखाया गया तो ट्रक पर लोड चावल और एफसीआई चावल के मिलान पर सरकारी खाद्यान्न की पुष्टि होने के बाद प्राथमिकी दर्ज हुई. फिर जब्त चावल को अगले आदेश तक के लिए डीलर मोहन ओझा को सौंप दिया गया. इस मामले में 24 घंटे बाद दर्ज हुई प्राथमिकी को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है.