नई दिल्ली: देश में कोरोनावायरस के कारण जहां लॉकडाउन जारी है. वहीं, हाल ही में बॉलीवुड के भाईजान यानी सलमान खान का नया सॉन्ग ‘प्यार करोना’ रिलीज हुआ है. इस बात की जानकारी एक्टर ने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए दी है. बता दें, लॉकडाउन के दौरान सलमान खान अपने फॉर्म पर आइसोलेशन में हैं. ऐसे में अकसर एक्टर सोशल मीडिया के जरिए फैन्स को जागरूक करने की कोशिश करते रहते हैं. लेकिन हाल ही में अब सलमान खान ने कोरोना को लेकर नया सॉन्ग बनाया है, जो रिलीज हो गया है.


सलमान खान ने अपने गाने ‘प्यार करोना’ का वीडियो शेयर करते हुए इंस्टाग्राम पर लिखा, “भावनात्मक रूप से पास रहो और फिजिकली दूर रहो ना.” बता दें, इस गाने को सलमान खान ने अपनी आवाज दी है. फैन्स को एक्टर का यह नया सॉन्ग खूब पसंद आ रहा है.

 

 

Chhapra: वैश्विक महामारी से पूरा विश्व जूझ रहा है. देश में लॉक डाउन जारी है. प्रधानमंत्री के अपील के बाद पूरा देश अपने अपने घरों में रहकर कोरोना की जंग लड़ रहा है. कोरोना की जंग में कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें ना अपनी परवाह है, ना घरवालों की और ना ही शहरवासियों की.

पूरा विश्व इस महामारी से लड़ने के लिए अपने घरों में कैद है, तो वही कुछ लोग जानकारी होते हुए भी अपनी जान खतरे में तो डाल ही रहे हैं. साथ ही साथ परिवार और शहरवासियों की जान खतरे में डाल रहे हैं. कोरोना से लड़ने के लिए पुलिस वाले अपनी जिम्मेदारी तो निभा ही रहे हैं, जो लोग इस चीज को नहीं समझ रहे है तो उन पर शक्ति भी बरत रहे हैं. छपरा शहर में चौक चौराहे पर पुलिस की तैनाती की गई है और लॉकडाउन का पालन किया जा रहा है. तब भी कुछ लोग चौकसी के बाद भी मटरगश्ती करते दिखाई दे रहे हैं.

शहर के नदी तट पर बालू की रेत पर कई दिनों से बच्चे कबड्डी खेलते देखे जा रहे हैं. वही इसका लाइव प्रसारण भी फेसबुक के माध्यम से कर रहे हैं. इन्हें ना तो अपनी जान की परवाह है और ना ही अपने घर वालों की.

छपरा टुडे आपसे अपील करता है कि वैश्विक संकट की घड़ी में घर में रहकर कोरोना महामारी के चेन को तोड़ने का बेहतर विकल्प है. खुद भी घर से ना निकले और बच्चों को भी घर से ना निकलने दें.

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर सरकार और जिला प्रशासन सख्त है. आम जनता की सुरक्षा के मद्देनजर वह सभी प्रयास सरकार और प्रशासन द्वारा किये जा रहे है जिससे कोरोना वायरस का प्रसार ना हो सकें.

जिला प्रशासन द्वारा लगातार lockdown के नियमों का पालन करने, सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने और बेवजह घरों से बाहर सड़कों पर घूमने, बैठने, रहने की मनाही की जा रही है. इसके बावजूद भी लोगों के दिलों दिमाग मे इसका भय नही दिख रहा.

पुलिस की सख़्ती के बाद सड़कों पर भले ही भीड़ नही दिख रही हो लेकिन गलियां रौनक है. शहर के अमूमन हर गली में गप्पेबाजी मंडली जुटी हुई है. बेवजह महिलाएं और युवा भीड़ लगाकर पूरे दिन गलियों में गप्पेबाजी कर रहे है. शहर के कुछ इलाकों को छोड़ दे तो लगभग सभी गलियों का हाल एक जैसा है. शहर की गलियों में पुलिस के पेट्रोलिंग नही हो पा रही है जिसका लोग फ़ायदा उठा रहे है. पहले से अब गालियों में चहलकदमी भी बढ़ चली है. मुख्य मार्गो पर पुलिस की सख्ती को देख लोग गलियों से जाना बेहतर समझ रहे है.

देश और दुनिया मे कोरोना को लेकर हालात बिगड़ रहे है. प्रतिदिन आंकड़ों में इजाफा हो रहा है ऐसे में कुछ लोग यह समझने को तैयार नही है कि कोई भी, इसके चपेट में कही भी, कभी भी आ सकता है.

Lockdown कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने का एक प्रयास है. लेकिन गलियों में गप्पेबाजी वाली मंडली इस उद्देश्य की पूर्ति में बाधक बन रही है. जिला और पुलिस प्रशासन को अब गलियों में भी lockdown के नियमो के प्रचार प्रसार पर बल देने के साथ सख्ती बरतनी होगी. जिससे कि जिले में कोरोना का प्रसार ना हो सकें.

Chhapra: कोरोना महामारी के कारण लॉक डाउन के दौरान स्वच्छ पेयजल सुनिश्चित करना बेहद आवश्यक है. मामले की गंभीरता को देखते हुए भारत सरकार ने स्वच्छ पीने के पानी की आपूर्ति की सलाह देते हुए आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं, विशेष रूप से ऐसे ग्रामीण क्षेत्रों में जहां पानी की आपूर्ति में कमीं हो और मेडिकल सैनिटाइज़र की सुविधा उपलब्ध नहीं है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने समाज के कमजोर वर्गों को सर्वोच्च प्राथमिकता दिए जाने की सिफारिश की है, विशेषकर ऐसी जगहों पर लोगों का ध्यान रखने को कहा है जो राहत शिविर, अस्पताल, वृद्धाश्रम, आश्रय स्थल, समाज के गरीब तबके के निवास स्थान एवं झुग्गी-झोपड़ी आदि में रह रहे हैं. इन स्थानों में पानी की आपूर्ति और सुरक्षित एवं शुद्ध पानी मुहैय्या कराने के लिए राज्य सरकारों के सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग विभागों / बोर्डों / निगमों को निर्देशित किया गया है.  कोविड-19 बीमारी के प्रसार से निपटने के लिए बनाई गई जिलों की सूक्ष्म योजनाओं में पीने योग्य पानी की उपलब्धता को शामिल करने को बेहद जरूरी बताया है.

साफ पानी की आपूर्ति के लिए शुद्धिकरण रसायन आवश्यक

स्वास्थ्य मंत्रालय ने पानी को पीने योग्य बनाने के लिए आवश्यक शुद्धिकरण रसायन जैसे क्लोरीन की गोलियाँ, ब्लीचिंग पाउडर, सोडियम हाइपोक्लोराइट घोल इत्यादि को आवश्यक बताते हुए जरूरी उपाय अपनाने को कहा है। पानी को शुद्ध करने वाले रसायनों की उपलब्धता का आंकलन करने और यदि आपूर्ति में कमी है तो इन रसायन को आवश्यक वस्तुओं की श्रेणी में शामिल कर आवश्यकता को तत्काल पूरा करने के लिए उनकी खरीदी करने को निर्देशित किया है। ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की जांच करने वाले किट ग्रामीणों को उपलब्ध कराने और उन्हें प्रशिक्षित करने की सलाह भी दी है।

चौबीस घंटे पानी की आपूर्ति, व्यक्तिगत सुरक्षा का करें प्रबंध

चौबीस घंटे पानी की आपूर्ति हो इसे सुनिश्चित करने के साथ ही पानी की आपूर्ति में लगे लोगों की व्यक्तिगत सुरक्षा के प्रबंध जैसे मास्क, सैनिटाइटर आदि पीएचईडी के अधिकारियों को प्रदान किए जाने को निर्देशित किया गया है। पानी की आपूर्ति या प्रबंधन करने वाले कर्मी यदि संक्रमित हो जाते हैं, तो वैकल्पिक व्यवस्था करने, ऐसे लोगों जिन्हें कुछ दूर सार्वजनिक नल से पीने का पानी लाना पड़ता हो उन स्थानों पर सामाजित दूरी का पालन कराने और पानी की आपूर्ति का समय बढ़ाए जाने की सिफारिश की गई है।

पानी आपूर्ति में ना आए रूकावट

पीने के पानी की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए मौजूदा शिकायत निवारण तंत्र को मजबूत करने और संबंधित अधिकारियों को तुरंत सूचित कर उसका निवारण करने को कहा गया है। कोवि़ड-19 से संबंधित अन्य निर्देशों का पालन करने को भी कहा गया है।

मुंबई: अनुष्का शर्मा और उनके पति विराट कोहली इन दिनों लॉकडाउन की वजह से घर में ही बंद हैं. क्रिकेट और बॉलीवुड की ये मशहूर जोड़ी आइसोलेशन में अलग-अलग तरीके आजमा कर रहने की कोशिश कर रही है. विराट और अनुष्का कुकिंग, सफाई और बोर्ड गेम्स खेलकर अपना समय काट रहे हैं. ऐसे में अब अनुष्का शर्मा ने एक और मजेदार वीडियो शेयर कर दिया है.

अनुष्का ने पति विराट कोहली के क्रिकेट के दिनों को याद करते हुए एक वीडियो बनाया है. उन्होंने वीडियो के कैप्शन में लिखा, ‘मुझे लगा वो क्रिकेट के मैदान को मिस कर रहे होंगे. साथ ही लाखों फैन्स को भी जो उन्हें खूब प्यार देते हैं. वो जरूर एक खास तरफ के फैन को मिस कर रहे होंगे. इसीलिए मैंने उन्हें ये एक्सपीरियंस दिया है.

अनुष्का के वीडियो में आप उन्हें विराट कोहली को आवाज लगाते हुए देख सकते हैं. अनुष्का चिल्ला रही हैं ‘ऐ कोहली क्या कर रहा है, कोहली. चौका मार ना कोहली.’ वहीं विराट कोहली उन्हें परेशान होकर देख रहे हैं. ये वीडियो बहुत फनी है.

Bihar/ Nawada: कोरोना वायरस को लेकर जारी Lockdown में 15 अप्रैल को इस विवाह मुहूर्त की पहली शादी हुई. यह शादी चर्चा का विषय बना हुआ है. कारण यह है कि पूरे सूबे में जहां Lockdown से अप्रैल और मई माह में होने वाली शादियों को रद्द कर दिया ऐसे में इस मुहूर्त की पहली शादी का होना ही अपने आप मे ख़ास है.

बिहार के नवादा जिला स्थित हिसुआ बाजार काली स्थान की रहने वाली स्वर्गीय धर्मदेव कंधवे की पुत्री श्वेता कुमारी की शादी शेखपुरा जिले के बरबीघा थाना के झंडा चौक के हनुमान गली निवासी स्वर्गीय गोपाल प्रसाद वैश्कियार के पुत्र गौरव कुमार वैश्कियार से तय हुई थी. यह शादी विगत 25 मार्च 2020 को होने वाली थी. लेकिन Lockdown के कारण इस शादी की तिथि को रद्द किया गया. शादी की तिथि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लागू प्रथम चरण के लॉकडाउन की अंतिम तिथि यानी 14 अप्रैल के बाद 15 अप्रैल को रखी गई. लेकिन पुनः एक बार फिर लॉकडाउन की अवधि बढ़ने से दोनों पक्ष परेशानी में आ गए.

इस दौरान दोनों परिवारों ने लॉकडाउन का पालन करने और विवाह भी संपन्न कराने को राजी हुए. वर पक्ष ने इसके लिए शेखपुरा जिला प्रशासन को आवेदन देकर पास जारी करने का अनुरोध किया. इसके बाद अनुमंडल कायार्लय से गौरव को पास निर्गत किया गया. पास में वाहन और स्वयं तथा सहयोगी को सैनिटाइज करने तथा आने-जाने के दौरान कहीं नहीं रूकने की शर्त और नियमों का पालन करने का निर्देश दिया गया.

कार से दूल्हे को लेकर दो लोगों के साथ बारात शेखपुरा से नवादा आये जहां पहले से तैयार बैठी दुल्हन के घर पर पांच लोगों एवं एक पंडित की मौजूदगी में मास्क लगाकर शादी की रस्में हुई.

इस दौरान दूल्हा-दुल्हन एक दूसरे को सैनिटाइजर से संक्रमण मुक्त करते रहे. शादी के उपरांत वधू की विदाई भी हो गई.

Chhapra: Lockdown के बीच दूरदर्शन पर रामायण धरावाहिक का प्रसारण किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि इस आध्यात्मिक धारावाहिक ने टीआरपी के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए है. जिसके बाद प्राइवेट एंटरटेनमेंट चैनलों में भी पुराने धारावाहिक को फिर से शुरू करने की होड़ मच गई है. 

इन दिनों लोग फिर से रामायण को देख रहे है और पसंद कर रहे है. इस धारावाहिक की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि सोशल मीडिया के इस दौर में लोग रामायण के प्रसारण के दौरान और उसके बाद उसके संवाद, उससे प्राप्त संदेशों को सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे है. छपराटुडे 

पिछले कुछ दिनों से रामायण जैसे जैसे आगे बढ़ रहा है लोग उसे काफी पसंद कर रहे है. रामायण महाकाव्य के संदेशों को लोग आत्मसात कर रहे है. चाहे भरत का भाई प्रेम हो या सुग्रीव का राज्याभिषेक. लोगों को कुम्भकर्ण का रावण को दिया संदेश भी खूब पसंद आया और लोगों ने इसे भी अपने सोशल प्रोफाइल पर शेयर किया. कुम्भकर्ण ने अपने भाई को आगाह भी किया और उनका आदेश भी माना.

रामायण में दर्शकों की रुचि ने सरकार के इसे पुनः प्रसारित करने के फैसले को सही साबित कर दिया है. लोग सुबह 9 बजे और रात्रि 9 बजे इसका प्रसारण देख रहे है.

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(संतोष कुमार ‘बंटी’)

Chhapra: आये तो थे दुल्हन ले जाने, लेकिन कोरोना में Lockdown हो गए, अब गांव के लोग सभी बारातियों को मेहमान बनाकर 23 दिनों से सेवा कर रहे है. सुनने में यह पूरा वाक्य किसी फिल्मी कहानी की तरह है.

खासकर रामायण के एक प्रसंग से भी मिलता जुलता है जब श्रीराम राजा जनक के यहां बारात लेकर गए थे तो पूरे बाराती लगभग एक वर्ष तक राजा जनक की सीमा में रहे थे. लेकिन उस समय की बात और थी अभी की बात और है.

पूरा मामला सारण जिले के मांझी प्रखंड के इनायतपुर का है जहां पिछले 23 दिनों से एक बारात लड़की पक्ष के गांव स्थित विद्यालय में रुकी है. बारात में लड़की पक्ष के रिश्तेदार सहित 3 दर्जन लोग शामिल है. बारातियों के पास ना भोजन है, ना कपड़े है और आर्थिक स्थिति भी समाप्त हो चुकी है.

22 मार्च को हुआ था निकाह

सारण जिले के मांझी प्रखंड स्थित इनायतपुर भिखमही में नैमुल्लाह सिद्दकी के यहां 22 मार्च को कोलकाता के बंडील जंक्शन से बारात आयी. करीब 30 की संख्या में बाराती और रिश्तेदार 21 को कोलकाता से चलकर ट्रेन से 22 मार्च को छपरा और फिर मांझी पहुंचे. धूमधाम से जनता कर्फ्यू के बीच इनायतपुर के नैमुल्लाह सिद्दीकी की बेटी खुश्बू खातून का विवाह कोलकाता के शमीम अख्तर के बेटे फिरोज अख्तर के साथ निकाह हुआ. बारात को रुख़्सती 23 मार्च को थी. लेकिन इसी बीच कोरोना वायरस संक्रमण के कारण बिहार में Lockdown हो गया. अगले दिन 24 मार्च को बिहार के साथ पूरे देश मे Lockdown की घोषणा हो गई. बारात ट्रेन से आई थी तो अब इनके जाने की कोई व्यवस्था नही हो पाई. लड़की पक्ष द्वारा सभी बारातियों के साथ दूल्हा दुल्हन को गांव के उर्दू उत्क्रमित मध्य विद्यालय में तत्काल रहने की व्यवस्था कराई गई. साथ ही साथ भोजन की व्यवस्था भी कराई गई.एसडीओ ने किया था सहयोग, लेकिन झारखंड सीमा से बस को कर दिया वापस

गांव के गणमान्य लोगों के साथ वधु पक्ष के सहयोग से अनुमंडल पदाधिकारी अभिलाषा शर्मा से बारातियों को उनके घर कोलकाता भेजने की पहल की गई जिसपर प्रशासन ने वाहन पास निर्गत किया. सभी बाराती बस से कोलकाता के लिए 31 मार्च को रवाना हुए लेकिन बिहार झारखंड सीमा पर पुलिस ने रोक दिया और जाने से मना करते हुए वापस कर दिया. सभी वापस अब उसी स्कूल में पिछले 23 दिनों से Lockdown है. बारातियों के साथ लड़की पक्ष के रिश्तेदार कुल मिलाकर तीन दर्जन लोग रह रहे है.बाराती जिला प्रशासन से लगा रहे है सहयोग की गुहार

बारातियों को जिला प्रशासन से सहयोग की अपेक्षा है. वर एवं वधु पक्ष के लोगो का कहना है कि प्रशासन मदद करे. उन्हें उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था कर दे. जिसके लिए वह प्रशासन के आभारी रहेंगे. 23 दिनों से वह किसी तरह सिर्फ अपने और अपने परिवार की जिन्दा रखे हुए है अगर गांव का सहयोग नही मिलता तो उन्हें दो वख्त की रोटी भी नसीब नही होती.

Chhapra: भारतीय जनता पार्टी छपरा इकाई द्वारा लॉक डाउन के नियमों के अनुरूप सोशल डिस्टेंसिंग को अपनाते हुए भारत रत्न बाबा साहेब डा भीमराव अंबेडकर की जयंती सभी मंडलों में मंडल अध्यक्षों के द्वारा एवं शक्ति केंद्र प्रभारियों एवं सभी भाजपा कार्यकर्ता द्वारा अपने अपने घरों में मनाई गई. इस अवसर पर बाबा साहेब के तैलचित्र पर माल्यार्पण के साथ दलित बस्तियों में मेरी बस्ती ‘कोरोना मुक्त बस्ती’ के तर्ज पर कोरोना महामारी से बचने के उपाय स्वच्छता को भी कार्यकर्ताओं द्वारा बताया गया.

जिलाध्यक्ष राम दयाल शर्मा ने कहा कि बाबा साहेब की जीवन उनके आदर्श, देश में उनके योगदान को भुलाया नही जा सकता. सभी कार्यकर्ता उनके पथचिन्हों पर चलकर एक नई ऊंचाई को प्राप्त कर सकते है.

इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष राम दयाल शर्मा एवं तमाम पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं के द्वारा देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा लॉकडाउन की अवधि 3 मई तक बढ़ाए जाने का स्वागत किया. जान है तो जहान है प्रधानमंत्री द्वारा आह्वान एवं 7 आग्रह जीवन मंत्र जो कोरोना से लड़ने में सहायक होगें. उसको अपनाने पर जोड़ दिया तथा लॉकडाउन का और सख्ती से पालन हो इसके लिए समाज के हर लोगों को जागरूक और सतर्क रहने का आह्वान किया गया.

LOCKDOWN में प्रधानमंत्री के सात वचन

पहली बात

अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें
– विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो,
उनकी हमें Extra Care करनी है, उन्हें कोरोना से बहुत बचाकर रखना है.

दूसरी बात

लॉकडाउन और Social Distancing की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें, घर में बने फेसकवर या मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें

तीसरी बात

अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए, आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें, गर्म पानी, काढ़ा इनका निरंतर सेवन करें.

चौथी बात

कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद करने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल App जरूर डाउनलोड करें।
दूसरों को भी इस App को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें.

पांचवी बात

जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें,
उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें.

छठी बात

आप अपने व्यवसाय, अपने उद्योग में अपने साथ काम करे लोगों के प्रति संवेदना रखें,
किसी को नौकरी से न निकालें

सातवीं बात

देश के कोरोना योद्धाओं,
हमारे डॉक्टर- नर्सेस,
सफाई कर्मी-पुलिसकर्मी का पूरा सम्मान करें

#IndiaFightsCorona

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए lockdown को 3 मई तक बढाने की घोषणा की है.

Lockdown में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुझाए सात वचन

Lockdown में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुझाए सात बात

पहली बात-
अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें
– विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो,
उनकी हमें Extra Care करनी है, उन्हें कोरोना से बहुत बचाकर रखना है

दूसरी बात-
लॉकडाउन और Social Distancing की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें ,
घर में बने फेसकवर या मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें

तीसरी बात-
अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए, आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें,
गर्म पानी,
काढ़ा,
इनका निरंतर सेवन करें.

चौथी बात-
कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद करने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल App जरूर डाउनलोड करें।
दूसरों को भी इस App को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें.

पांचवी बात-
जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें,
उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें.

छठी बात-
आप अपने व्यवसाय, अपने उद्योग में अपने साथ काम करे लोगों के प्रति संवेदना रखें,
किसी को नौकरी से न निकालें

सातवीं बात-
देश के कोरोना योद्धाओं,
हमारे डॉक्टर- नर्सेस,
सफाई कर्मी-पुलिसकर्मी का पूरा सम्मान करें

#IndiaFightsCorona

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर जिले में 21 दिनों का Lockdown जारी है. इस लंबी अवधि में प्रतिदिन कमाकर खाने वालो के समक्ष गंभीर समस्या उत्पन्न हो गयी है. छपरा शहर में ऐसे लोगों की संख्या ज्यादा है जो रोजाना कमाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते है. ऐसे में सामर्थ्यवान लोगों ने इस Lockdown में उन परिवारों को ना सिर्फ अनाज उपलब्ध कराया जिससे कि वह परिवार जीवन को जी सकें बल्कि समाज को एक प्रेरणा दी कि सभी अपने सामर्थ्य के अनुसार अपने आसपास के लोगों की सेवा करें.

दैनिक मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करने वालो के समक्ष जारी इस समस्या को लेकर शहर के प्रतिष्ठित श्रीप्रकाश ऑर्नामेंट्स के प्रोपराइटर वरुण प्रकाश विगत 24 मार्च से ही अपने सहयोगियों के साथ गरीब, असहाय, कमज़ोर लोगों के घर घर जाकर चावल, दाल, सरसों, तेल, माचिस एवम अन्य जरूरी समानों का वितरण कर रहे है.छपरा टुडे से हुई बातचीत में वरुण प्रकाश ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव को लेकर पूरे देश को 21 दिनों की लंबी अवधि के लिए Lockdown किया गया. इस लंबी अवधि में दैनिक मजदूरी करने वालो के समक्ष जीवकोपार्जन की समस्या उत्पन्न हो गयी. समाज के इस वर्ग की ख़ातिर कुछ सामर्थ्यवान लोगों से वार्ता हुई. सभी के सहयोग से 20 वे दिन भी गरीबों के बीच राशन का वितरण किया जा रहा है.

वरुण प्रकाश ने बताया कि प्रतिदिन 400 लोगों के बीच जिला प्रशासन की उपस्थिति में राशन का वितरण शहर से लेकर सुदूर गांव तक किया जाता रहा है. जिससे कि विपदा की इस घड़ी में सभी सुरक्षित अपने घरों में रहकर अपने परिवार के सदस्यों का भरण पोषण कर सकें.वरुण प्रकाश ने मुख्य रूप से पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय का आभार व्यक्त किया. जिन्होंने प्रतिदिन जरूरतमंदों की सेवा में अपना बहुमूल्य समय एवं सहयोग दिया.