Patna: बिहार के सरकारी आईटीआई में पढ़ने वाले छात्रों को पोशाक व जूता के लिए हर साल सरकार तीन हजार रुपय देगी. आईटीआई में नामांकन के दो हफ्ते के भीतर राज्य सरकार तीन तीन हज़ार रुपये की राशि छात्रों कर खाते में सीधे भेज देगी.

यह जानकारी सोमवार को श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने दी. उन्होंने सोमवार को छात्रों को इस सुविधा का लाभ दिलाने के लिए नियोजन भवन में विभागीय पदाधिकारियों के साथ बैठक की.

उन्होंने बताया कि विभाग ने आईटीआई के छात्रों को जूता व पोशाक मद में तीन-तीन हजार देने की मंजूरी दी है. कैबिनेट को इसका प्रस्ताव भेजा गया है.

सरकार के इस निर्णय से महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को मिलाकर सरकारी 148 आईटीआई में पढ़ रहे 43 हजार 408 छात्रों को इस सुविधा का लाभ मिलेगा.

 

पटना: आईटीआई उत्तीर्ण छात्रों के प्रमाणपत्र को इंटर के समकक्ष मान्यता मिलेगी. यह निर्णय उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के कार्यालय कक्ष में श्रम संसाधन विभाग की योजनाओं व कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान लिया गया.

मोदी ने कहा कि आईटीआई उत्तीर्ण छात्र आम तौर पर आगे की पढ़ाई नहीं कर पाते हैं, इसलिए सरकार उनके प्रमाणपत्र को इंटर के समकक्ष की मान्यता प्रदान करेगी. वर्षों से बंद पड़ी एप्रेंटिस योजना के तहत राज्य के अंदर व बाहर के उद्योगों में आईटीआई के छात्रों को दो साल की ट्रेनिंग व चालू वित्तीय वर्ष में निर्माण मजदूरों के कौशल विकास के लिए 300 करोड़ की विशेष योजनाएं कार्यान्वित की जायेंगी. राज्य के 51 प्रखंडों को बालश्रम मुक्त करने के अभियान के साथ सात जिलों में विशेष प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की जायेगी.

बिहार निजी नियोजन कानून बना कर सरकार नौकरी के नाम पर युवाओं से ठगी पर अंकुश लगायेगी. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के 50 आईटीआई के छात्रों को 13 ट्रेड में डिजिटल कंटेंट, 20 आईटीआई के छात्रों को कंप्यूटर लैब के जरिये कुशल युवा कार्यक्रम का तथा 5 आईटीआई के छात्रों को वेब कास्टिंग के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जायेगा. बैठक में श्रम मंत्री विजय कुमार सिन्हा, विभागीय प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह तथा श्रमायुक्त गोपाल मीणा मौजूद थे.

छपरा: मढौरा में स्थित आईटीआआई परिसर सहित राज्य के 38 स्थानों पर सौ बेड का छात्रावास बनाया जायेगा. भवन निर्माण विभाग को इसके इसके निर्माण के लिए ज़िम्मेदारी सौंपी गयी है. साथ ही साथ महिला आईटीआई परिसरों में 50 बेड के छात्रावास बनेंगे. छात्रावासों के निर्माण को लेकर प्राक्कलन तैयार कर लिया गया है.

इन छात्रावासों को बेहतर ढंग से एनसीवीटी के नये नियमों के तर्ज पर बनाया जायेगा. साथ ही साथ कई सुविधाएं भी दी जायेंगी. यहां छात्रों के लिए हवादार कमरों के साथ कैंटीन तथा पठन पाठन की भी अच्छी व्यवस्था रहेगी.

सौ बेड वाले छात्रावास को 474 लाख से लेकर 519 लाख रूपए की लागत से बनाया जायेगा. वहीं 50 बेड वाले छात्रावास को 219 लाख से 234 रूपए में बनाने का प्राक्कलन है.