Patna, 15 जुलाई (हि.स.)। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव रहे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी दिनेश कुमार राय ने ऐच्छिक सेवानिवृत्ति (वीएरएस) ले लिया है। उनकी ओर से लिये गये वीआरएस की मुख्य वजह उनका राजनीति में प्रवेश बताया जा रहा है। इसके संकेत भी उन्हाेंने खुद दिया है। सोमवार को नीतीश सरकार ने उनकी वीआरएस की मंजूरी देते हुए अधिसूचना भी जारी कर दी।

विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा

दिनेश राय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी अधिकारियों में गिने जाते रहे हैं और लंबे समय तक वे उनके आप्त सचिव भी रह चुके हैं।मूल रूप से रोहतास जिले के करगहर क्षेत्र के निवासी दिनेश राय जब बीते महीने सचिव बनने के बाद पहली बार गृह जिले पहुंचे थे, तो किसी दिग्गज नेता की तरह उनका स्वागत हुआ।अब जब वीआरएस को सरकार की हरी झंडी मिल गई है, तो चर्चा है कि दिनेश राय जदयू के टिकट पर करगहर या सासाराम से चुनाव लड़ सकते हैं।

नीतीश कुमार के करीबी और प्रशासनिक अनुभव से लैस राय को जदयू के अंदर संभावित ‘CM मटेरियल’ कहने वालों की भी कमी नहीं। चुनावी साल में वीआरएस लेना और वह भी ऐसे वक्त जब नीतीश कुमार प्रशासनिक ‘फेस कार्ड्स’ को सियासी चेहरों में बदलने की कवायद में लगे हैं, दिनेश राय की एंट्री को साधारण घटनाक्रम नहीं माना जा सकता। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि ब्यूरोक्रेसी से राजनीति में आने की यह सबसे प्रभावशाली ‘सर्जिकल एंट्री’ हो सकती है, जिसका असर जदयू के साथ-साथ विपक्षी खेमों पर भी पड़ेगा।