Chhapra/Garkha: UPSC (सिविल सेवा परीक्षा) का परिणाम घोषित हो चुका है, इस बार सारण प्रमंडल के प्रतिभाओं ने सिविल सेवा की परीक्षा में जलवा बिखेरा है. सारण के गरखा के
केवानी गांव की अन्नपूर्णा सिंह सिविल सेवा की परीक्षा में 194वां रैंक हासिल किया है. अन्नपूर्णा की इस सफलता पर उनके गांव केवानी में खुशी का माहौल है.

अन्नपूर्णा ने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से स्नातक और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पीजी की डिग्री हासिल की है. उनके पिता आर एन सिंह दिल्ली में सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल प्रिंसिपल बेंच के सदस्य हैं.

अन्नपूर्णा शुरू से ही सिविल सेवा में जाना चाहती थीं. मेहनत और लगन से उन्होंने यूपीएससी की तैयारी की है और पूरे देश में उन्होंने 194 वां रैंक लाकर सारण का नाम गौरवान्वित करने का कार्य किया है.

IAS PCS की तैयारी के लिए छात्रों को छपरा में ही बेहतर माहौल उपलब्ध करा रहे सक्सेस सारण IAS एकेडमी के निदेशक मनंजय कुंवर से खास मुलाकात की हमारे कंटेंट एडिटर कबीर ने. खास मुलाक़ात में मनंजय कुंवर ने अपनी संस्थान के लक्ष्य के साथ साथ सारण के प्रतिभावान छात्रों को श्रेष्ठ बनाने की बातें की.

उनसे इस ख़ास मुलाक़ात के अंश हम प्रस्तुत कर रहे है.  यहाँ देखिये 

खास मुलाक़ात के माध्यम से जिले में विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कार्य रहे लोगों से हम आपको रूबरू कराते है. खास मुलाक़ात की पूरी सीरिज देखने के लिए हमारे YouTube Channel को Subscribe कीजिये.  https://www.youtube.com/c/ChhapraToday/

Chhapra: छपरा के रहने वाले IAS मनीष रंजन ने अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया द्वारा आयोजित परीक्षा में 104.4 फीसदी अंक लाकर नया कीर्तिमान हासिल किया है. मनीष रांची कैडर के IAS अधिकारी हैं. महमूद चौक निवासी राजबल्लभ प्रसाद सिंह मनीष ने ऐसा करके सारण का नाम विश्व स्तर पर रौशन किया है. वो नगरा प्रखंड के कटेशर गांव के मूल निवासी हैं. IAS मनीष अमेरिका में मास्टर कोर्स करने के लिए गए हैं. जिसमें यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया से इन्फ्रेटल स्टैटिक्स कोर्स में उन्होंने 135 नंबर की परीक्षा में कुल 141 अंक अर्जित किए.


आईएएस एसोसिएशन ने ट्वीट करके दी बधाई

आईएएस एसोसिएशन ने ट्वीट करके मनीष रंजन को बधाई दी है. एसोसिएशन ने लिखा है कि कुछ अधिकारी उम्मीद से आगे जाकर प्रदर्शन करते हैं. जबकि कुछ असंभव को संभव कर दिखाते हैं. मनीष ने भी असंभव को संभव कर दिखाया है.

छपरा के युवाओं के मदद के लिए हमेशा तैयार

अपनी सफलता पर मनीष ने कहा कि छपरा मेरी जन्मभूमि है. मैं छपरा की मिट्टी का ऋणी हूं. यहां के युवाओं को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि जिंदगी में हमेशा सकारात्मक दृष्टिकोण रखकर किसी भी मुसीबत का डटकर मुकाबला करना चाहिए. सपने हमेशा बड़े देखने चाहिए और सपने देखने से ही सपने साकार होते हैं. उन्होंने कहा कि मैं हमेशा छपरा के यूथ जेनरेशन की मदद के लिए तैयार रहूंगा. यहां के युवाओं की जिंदगी संवारने में मुझे बहुत खुशी होगी.

2002 बैच के IAS हैं मनीष, देशभर में आया था चौथा रैंक

मनीष रंजन 2002 बैच के IAS अधिकारी हैं. उन्होंने पूरे देश भर में चौथा रैंक हासिल किया था.उन्हें भारत सरकार ने अमेरिका में मास्टर्स इन पब्लिक एसोसिएशनअफेयर्स की पढ़ाई करने के लिए भेजा है. जिसके फाइनल एग्जामिनेशन उम्मीद से कहीं ऊपर उठकर प्रदर्शन करके इतिहास रच दिया है.

कई जिलों में दे चुके हैं सेवा

इससे पहले मनीष हजारीबाग, पाकुर, देवघाट, गढ़वा, खुन्ति, और लतेहर के जिलाअधिकारी रह चुके हैं. उन्होंने इन जिलों में काफी कार्य किया है. साथी साथ वो हेल्थ, एजुकेशन, लेबर और इंडस्ट्री डिपार्टमेंट में भी डायरेक्टर पद पर रह चुके हैं. आईएस मनीष रंजन ने कई किताबें भी लिखी हैं. जिसमें मुख्य रुप से मैनेजमेंट, एपिट्यूड टेस्ट के साथ-साथ बिहार और झारखंड से जुड़ी कई किताबें उन्होंने लिखी हैं.

शूरू से हैं पढ़ाई में तेज

नेतरहाट से 10 वीं, पटना कॉलेज से 12वीं, डीयू से ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने देश के सबसे बेहतरीन संस्थान इंडियन इंस्टीट्यूट आफ रूरल मैनेजमेंट, गुजरात से 1998 में पीजी की. फिर कुछ सालों बाद IAS की परीक्षा पास की. मनीष शुरू से पढ़ाई में काफी तेज तर्रार रहे हैं. छपरा के हैं उनके एक मित्र अतुल कुमार ने बताया कि उनकी सफलता पर यहां भी खुशी का माहौल है. बचपन से ही वह पढ़ने में काफी तेज और सकारात्मक रहे. शुरू से ही उन्हें प्रशासनिक सेवा में जाने का इरादा था और लोगों की सेवा करना उनका शौक था जिस पर वह खड़े होते हैं.