Chhapra: सारण के नए जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार ने मंगलवार को पदभार ग्रहण कर लिया. वे इससे पहले सुपौल में पदस्थापित थे. अजय कुमार सिंह छपरा से पूर्व सुपौल, वैशाली, कटिहार और मुंगेर जिलों में अपनी सेवा दे चुके हैं.

जिला शिक्षा पदाधिकारी ने पदभार ग्रहण करने के बाद कहा कि बच्चों को गुणवक्तापूर्ण शिक्षा मिले यह पहली प्राथमिकता होगी. साथ ही शिक्षकों की हर समस्या पर गंभीरता से विचार किया जाएगा. शिक्षकों को ससमय वेतन आदि का भुगतान हो इसकी पूरी कोशिश की जाएगी. वही उन्नयन बिहार योजना को बेहतर ढंग से सारण जिले में लागू करने की हर सम्भव कोशिश की जाएगी.

इस अवसर पर प्रमंडलीय शिक्षक संघ के सचिव चंद्रमा सिंह, वरिष्ठ प्रमंडलीय सदस्य जटी विश्वनाथ मिश्र, परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष समरेंद्र बहादुर सिंह, प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह, परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के सचिव संजय राय, जिला प्रवक्ता संजय अभय सिंह, सूर्य देव कुमार यादव, निजा मोहम्मद, हवलदार माझी, राजू सिंह समेत शिक्षक और डीपीओ अमरेंद्र कुमार गौड़ सहित कार्यालय के सभी कर्मचारी उपस्थित रहे.

छपरा: सारण के प्रभारी जिला शिक्षा पदाधिकारी अजीत सिंह को निदेशक प्रशासन ने निलंबित कर दिया हैं. इस आशय से संबंधित पत्र निदेशक प्रशासन सह अपर सचिव सुशील कुमार ने बुधवार को जारी कर दिया है.

निदेशक सुशील कुमार द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि बार बार जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अजीत सिंह द्वारा वरीय पदाधिकारी के निर्देश की अवहेलना की जाती रही है. सरकारी कार्यो में लापरवाही बरती गयी है. डीपीओ अजीत सिंह द्वारा नियम के प्रतिकूल कार्य किया जाता है. पत्र में निलंबन के दौरान उनका मुख्यालय क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय तिरहुत प्रमंडल मुजफ्फरपुर निर्धारित किया गया है. वही वरीय डीपीओ राज किशोर सिंह को समस्त प्रभार सौपने का आदेश दिया गया है. 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

विदित हो कि कई माह पूर्व निदेशक प्रशासन सुशील कुमार द्वारा सारण में शिक्षा विभाग के कार्यो में शिथिलता को लेकर डीईओ कार्यालय का निरीक्षण किया गया था. इस दौरान श्री कुमार ने कार्यो में सक्रियता दिखाने का निर्देश डीपीओ सह डीईओ अजीत सिंह को दिया था.

उधर जन शिक्षा निदेशालय पटना के निदेशक द्वारा भी अनुदेशकों के समायोजन मामले में सक्रियता के साथ कार्य सम्पादन समय सीमा के अंदर करने अन्यथा विभागीय कार्यवाई का निर्देश जारी किया गया था.