sports, 5 जुलाई (हि.स.)। लंदन के द ओवल में शुक्रवार को इंग्लैंड महिला टीम के खिलाफ खेले गए तीसरे टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान भारत की ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने इतिहास रच दिया। उन्होंने अपने करियर का 144वां विकेट लेकर महिला टी-20 अंतरराष्ट्रीय में संयुक्त रूप से दूसरी सबसे अधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज़ बनने का गौरव हासिल किया। इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान की पूर्व कप्तान निदा डार की बराबरी भी कर ली।

महिला टी20आई में सबसे अधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया की पूर्व तेज गेंदबाज़ मेगन शट के नाम है

दीप्ति शर्मा महिला टी20आई में 100 विकेट लेने वाली पहली भारतीय गेंदबाज़ भी हैं। अब उनके बाद राधा यादव इस सूची में शामिल होने वाली दूसरी भारतीय गेंदबाज़ बन गई हैं, जिन्होंने इस मैच में इंग्लैंड की स्टैंड-इन कप्तान टैमी ब्यूमोंट को आउट कर यह उपलब्धि हासिल की।

वर्षीय दीप्ति ने जनवरी 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20आई डेब्यू किया था

27 वर्षीय दीप्ति ने जनवरी 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20आई डेब्यू किया था, जिसमें उन्होंने अपने पहले चार ओवर के स्पेल में 19 रन देकर एक विकेट लिया था। उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी प्रदर्शन 4 विकेट पर 10 रन है, जो उन्होंने नवंबर 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ हासिल किया था।

महिला टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज़

1. मेगन शट (ऑस्ट्रेलिया) – 151 विकेट

2. दीप्ति शर्मा (भारत) – 144 विकेट *

3. निदा डार (पाकिस्तान) – 144 विकेट

4. सोफी एक्लेस्टोन (इंग्लैंड) – 138 विकेट

5. हेनरिएटे इशिम्वे (रवांडा) – 132 विकेट

New Delhi, 26 जून (हि.स.)। भारतीय बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव ने जर्मनी के म्यूनिख शहर में अपने निचले दाहिने पेट में स्पोर्ट्स हर्निया की सफल सर्जरी करवाई है। यह जानकारी खुद सूर्यकुमार ने बुधवार को अपने सोशल मीडिया के ज़रिए साझा की।

सर्जरी सफल रही और अब मैं रिकवरी की राह पर हूं: सूर्यकुमार यादव

सूर्या ने अपने पोस्ट में लिखा, “लाइफ अपडेट: निचले दाहिने पेट में स्पोर्ट्स हर्निया की सर्जरी करवाई है। सर्जरी सफल रही और अब मैं रिकवरी की राह पर हूं। जल्द वापसी करने के लिए उत्साहित हूं,”।

स्पोर्ट्स हर्निया एक प्रकार की मांसपेशीय चोट होती है

स्पोर्ट्स हर्निया एक प्रकार की मांसपेशीय चोट होती है, जो ग्रोइन या निचले पेट के आसपास के मांसपेशियों, टेंडन या लिगामेंट्स को प्रभावित करती है। बीसीसीआई से मिली जानकारी के अनुसार, सर्जरी के करीब दो सप्ताह बाद सूर्यकुमार बेंगलुरु स्थित बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में अपना रिहैबिलिटेशन शुरू करेंगे।

तीसरी बार सर्जरी, फिर भी फॉर्म में रहे सूर्य

यह सूर्यकुमार की पिछले तीन सालों में तीसरी सर्जरी है। इससे पहले 2023 में उनके टखने की सर्जरी हुई थी और 2024 में उन्होंने इसी स्पोर्ट्स हर्निया का इलाज करवाया था। बावजूद इसके, उन्होंने हाल ही में आईपीएल 2025 में मुंबई इंडियंस के लिए जबरदस्त प्रदर्शन किया और उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ चुना गया। सूर्यकुमार ने इस सीज़न में 717 रन बनाए, जो केवल ऑरेंज कैप विजेता साई सुदर्शन (759 रन) से पीछे थे। मुंबई इंडियंस प्लेऑफ तक पहुंची, लेकिन क्वालिफायर 2 में पंजाब किंग्स से हार गई। इसके बाद खेले गए टी20 मुंबई लीग में उन्होंने ट्रायम्फ नाइट्स मुंबई नॉर्थ ईस्ट की कप्तानी की और पांच पारियों में 122 रन बनाए।

बांग्लादेश दौरे से करेंगे वापस

भारत का अगला सीमित ओवरों का दौरा अगस्त में बांग्लादेश के खिलाफ है, जिसमें तीन वनडे और तीन टी20 मुकाबले खेले जाएंगे। सूर्यकुमार के 26 अगस्त को चटगांव में होने वाले पहले टी20 मैच से टीम की अगुवाई करते हुए वापसी की उम्मीद है।

Sports,  (हि.स.)। भारतीय क्रिकेट टीम ने टेस्ट इतिहास में एक अनचाहा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। भारत ऐसी पहली टीम बन गई है जो पांच बल्लेबाजों के शतक के बावजूद कोई टेस्ट मैच हार गई हो। इससे पहले कभी भी किसी टीम को चार या उससे अधिक शतक लगने के बाद हार का सामना नहीं करना पड़ा था। यह रिकॉर्ड आखिरी बार 1928 में तब दर्ज हुआ था, जब ऑस्ट्रेलिया ने एमसीजी पर इंग्लैंड से हार झेली थी।

यह ऐतिहासिक हार हेडिंग्ले टेस्ट में दर्ज हुई

यह ऐतिहासिक हार हेडिंग्ले टेस्ट में दर्ज हुई, जहां इंग्लैंड ने 371 रनों के लक्ष्य का पीछा कर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। इस यादगार जीत के नायक रहे बेन डकेट, जिन्होंने मात्र 149 रन की विस्फोटक पारी खेलकर चेज़ की नींव रखी। डकेट ने जैक क्रॉली के साथ पहले विकेट के लिए 188 रनों की साझेदारी की। क्रॉली ने संयमित 65 रन बनाए। दोनों बल्लेबाजों को भारतीय फील्डिंग में मिले जीवनदान का भरपूर फायदा मिला — क्रॉली 42 पर और डकेट 97 पर जीवनदान पाकर आगे बढ़े।

आखिरी दिन इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने तेजी से रन बनाते हुए भारत से जीत छीन ली

भारत की ओर से पांच बल्लेबाजों ने शतक जमाए, लेकिन गेंदबाज़ी और फील्डिंग में चूकों ने टीम को भारी नुकसान पहुंचाया। आखिरी दिन इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने तेजी से रन बनाते हुए भारत से जीत छीन ली। अब भारत को एजबेस्टन टेस्ट से पहले जल्दी संभलने की जरूरत है। टीम चयन में बदलाव की संभावना है, खासकर जब कुलदीप यादव जैसे कलाई के स्पिनर बेंच पर तैयार हैं।

यह हार सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि भारत के लिए चेतावनी है कि केवल रन बनाना काफी नहीं — मौके भुनाना और गेंदबाज़ी में धार लाना भी उतना ही जरूरी है।