Chhapra: सोमवार को सारण में तीन नए कोरोना वायरस संक्रमित मरीज मिले. इस तरह सारण में कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 14 हो गयी है. सोमवार को तीन संक्रमित मरीज में दो व्यक्ति नयागांव के हैं व तीसरा संक्रमित व्यक्ति इसुआपुर प्रखंड का निवासी है.

छपरा के सीएस ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि सारण में तीन और कोरोना के मरीज टेस्ट में पॉज़िटिव पाए गए हैं. उन्होंने बताया कि नया गांव में जो दो संक्रमित मरीज मिले हैं वो दोनों गुरुग्राम से लौटे थे, वही इसुआपुर में जो संक्रमित मरीज मिला है वह नवी मुंबई सेा 13 मई को लौटा था.
सीएस ने बताया कि यह ट्रक से बनारस तक आया था फिर किसी तरह गाजीपुर पहुंचा और फिर छपरा आ गया.

सारण में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. जिले में अबतक 8 लोग इस वायरस से ठीक होकर घर जा चुके हैं.

Chhapra: सारण में कोरोना के एक मरीज के स्वस्थ होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने राहत की साँस ली थी. वही शुक्रवार को जिले में दूसरे मरीज के संक्रमित होने की पुष्टि के साथ एक बार फिर जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग समेत लोगों की चिंता बढ़ गयी है.

कोरोना से संक्रमित मरीज की पुष्टि करते हुए सूबे के स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार ने ट्वीट कर जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सूबे में अब तक 214 मरीज कोरोना से संक्रमित पाए गए है. इसे भी पढ़ें: Lockdown को गंभीरता से नही ले रहे कुछ लोग, Social Distancing केवल शब्द बना व्यवहार से गायब

आज संक्रमित पाए गए मरीजों में सारण का भी एक मरीज शामिल है जो जिले के अमनौर प्रखंड का रहने वाला बताया जा रहा है.

सारण में मरीज मिलने के बाद अमनौर प्रखण्ड के भागवतपुर से 3 किलोमीटर की परिधि में कन्टेनमेंट ज़ोन घोषित कर सीमा सील किये जाने की कवायद शुरू कर दी गयी है.  

 

 

आपको बता दें कि इसके पूर्व सारण जिले के इसुआपुर में एक कोरोना संक्रमित मरीज मिला था जो अब स्वस्थ हो चूका है. 

छपरा टुडे डॉट कॉम आप सभी से अपील करता है कि घर में रहें और Lockdown का पालन करें, आपकी एक गलती सभी पर भारी पड़ेगी. 

Chhapra: Lockdown में दिल्ली और अन्य दूसरे प्रान्त से आने वालों की संभावना के मद्देनजर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. जिले में प्रवेश के साथ ही दूसरे प्रदेशों से आने वालों के रहने एवं खाने की व्यवस्था के साथ साथ उनकी स्वास्थ्य जांच कराई जाएगी.

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने इस संदर्भ में जानकारी देते हुए कहा कि बिहार आने वाले व्यक्तियों को निर्धारित स्थल पर रखकर उनके भोजन की व्यवस्था करने के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य की जाँच और क्वेरेंटाईन से संबंधित निदेषों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा.

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इसके लिए जिलाधिकारी द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी को निदेश दिया गया है कि प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी माँझी से समन्वय स्थापित कर स्थलों को चिन्हित कर लें. वही बीडीओ एवं सीओ माँझी को निदेश दिया गया है कि उक्त चयनित स्थलों पर भोजन, पानी और प्रकाश की समुचित व्यवस्था करायेंगे और वहाँ आवसित किये जाने वाले लोगों के निबंधन की व्यवस्था करेंगे.

सिविल सर्जन को आवासित लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु चिकित्सक, पारामेडिकल स्टाफ और एम्बुलेंस की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है.

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रविवार से माँझी के दलन सिंह उच्च विद्यालय में भी आपदा राहत केन्द्र खुल गया है. जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के द्वारा इस केन्द्र का निरीक्षण कर पदाधिकारियों एवं कर्मियों को जरूरी निदेश दिया गया.

जिलाधिकारी के द्वारा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निदेश दिया गया है कि कार्यहित में प्रखंड क्षेत्र में पदस्थापित विभिन्न विभागों यथा मनरेगा, शिक्षा, आपूर्ति, सहकारिता, श्रम, सांख्यिकी, पंचायतीराज विभाग के सभी पर्यवेक्षक/कर्मी से प्रतिदिन आवश्यकता अनुसार कार्य लिया जाय. पर्यवेक्षक, कर्मी प्रखंड विकास पदधिकारी के निदेशानुसार कार्य संपादित करेंगे. इसमें कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

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प्रखण्ड विकास पदाधिकारी लॉकडाउन की स्थिति में सामान्य प्रशासन विभाग के निर्देशों के अनुरूप हीं कार्य लेंगे. वही जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज छपरा स्थित आपदा राहत केन्द्र पर 46 लोग, सोनपुर अनुमंडल में आपदा राहत केन्द्र में 54, मढ़ौरा अनुमंडल में आपदा राहत केन्द्र पर 32 और दलन सिंह उच्च विद्यालय माँझी आपदा राहत केन्द्र पर 165 लोग आवसित है.

Chhapra: Lockdown के दौरान आवागमन नहीं होने के कारण बिहार के लोग जो राज्य के बाहर अन्य राज्यों में काम करते हैं, फंसे हुए हैं या रास्ते में हैं. जिसे लेकर राज्य सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है.

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जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि वर्तमान में राज्य के शहरी इलाकों में अन्य राज्य के निवासी भी फंसे हुए हैं जिनके भोजन और आवासन में कठिनाई हो रही है. राज्य सरकार द्वारा इनके सहयोग और सहायता के लिये बिहार भवन, नई दिल्ली में कार्यरत टेलिफोन नं० 011-23792009, 011-23014326, 011-23013884 हेल्प लाईन के रूप जारी किये गये हैं जिस पर सूचनाये दी जा सकती हैं.

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जिलाधिकारी ने कहा कि जिला स्तर पर ऐसे श्रमिकों, कामगारों की सहायता के लिये भी एक कोषांग का गठन किया गया है. यह कोषांग बिहार राज्य के लोग जो बिहार के बाहर अन्य राज्यों या रास्ते में फंसे हुए हैं अथवा राज्य के शहरी इलाकों में फंसे हुए अन्य राज्यों के निवासियों के बारे में सूचना प्राप्त होने पर आपदा राहत केन्द्रां तथा अन्य माध्यमों से उन्हें आवश्यक सहयोग एवं सहायता प्रदान करने हेतु त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करेगा. इस कोषांग के सफल संचालन के लिए अपर समाहर्ता अरूण कुमार, मोबाइल नंबर 9473191268, रमेश कमल रत्नम, श्रम अधीक्षक, 7004785979, अमरेन्द्र कुमार गोंड, डीपीओ, 8544411908, प्रशान्त कुमार, वरीय उप समाहर्त्ता परीक्ष्यमान, 9568568588 राजू कुमार, वरीय उप समाहर्त्ता परीक्ष्यमान, 7856861952 को प्रतिनियुक्त किया गया है.