वरुण धवन और जान्हवी कपूर की अपकमिंग फिल्म ‘बवाल’ का टीजर सामने आ चुका है। वैसे तो सोशल मीडिया पर जब से दोनों की पहली पिक्चर्स सामने आई थी, तब से ही फैंस के बीच इस जोड़ी को लेकर एक अलग ही क्रेज देखा गया। फिल्म की ज्यादातर भारत और यूरोप के विभिन्न स्थानों पर उनकी शूटिंग की हैं। हालांकि दोनों एक्टर्स की फ़िल्मोग्राफी बहुत अच्छी है, लेकिन फिर भी जान्हवी और वरुण कभी भी एक साथ स्क्रीन्स पर नजर नहीं आए। अब टीज़र देखने के बाद फैंस हैरान हैं कि आखिर क्यों मेकर्स ने इस धमाकेदार जोड़ी को एक साथ लाने के लिए इतना लंबा इंतजार किया।

अब जब फिल्म ‘बवाल’ के टीजर में वरुण और जान्हवी ने अपनी इंटेंस केमेस्ट्री से हर तरफ बवाल मचा दिया है, तो कह सकते है कि नितेश तिवारी और साजिद नाडियाडवाला ने हमें ‘बवाल’ के साथ यकीनन एक नई रोमांटिक जोड़ी दी है, जो रोमांस से भरपूर है। प्राइम वीडियो द्वारा पेश की गई बहुप्रतीक्षित फिल्म की एक झलक ने फैंस को दीवाना कर दिया है। फिल्म के टीज़र में उसके किरदारों के बीच उभरता प्यार लोगों को उन्हें एक साथ और ज्यादा देखने के लिए प्रेरित करता है। सोशल मीडिया पर उनके प्रशंसकों की प्रतिक्रिया भी जबरदस्त आई है, जिसे देखते हुए कह सकते है कि आने वाले सालों तक इस जोड़ी को याद रखा जाएगा।फिल्म ‘बवाल’ को साजिद नाडियाडवाला ने इसे प्रोड्यूस किया है। फिल्म 21 जुलाई को अमेजन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम होगी।

जानी-मानी अभिनेत्री दिव्यांका त्रिपाठी अपनी आने वाली वेब सीरीज ‘द मैजिक ऑफ शिरी’ को लेकर चर्चा में हैं। दो दिन पहले टीजर रिलीज होने के बाद गुरुवार को ‘द मैजिक ऑफ शिरी’ का ट्रेलर जारी गया। इस वेब सीरीज में दिव्यांका त्रिपाठी जादूगरनी की भूमिका निभाएंगी।

यह वेब सीरीज महत्वाकांक्षा और सपनों को पूरा करने की कहानी है। 1990 के दशक के मध्य में दिल्ली के पहाड़गंज इलाके में रहने वाली शिरी शाह के जीवन में एक अप्रत्याशित मोड़ आता है, जब उसका पति अचानक जैन भिक्षु बनने के लिए छोड़ देता है। इसके बाद उसे अकेले ही चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।

मशहूर बॉलीवुड अभिनेता जावेद जाफ़री भी शो में सलीम का किरदार निभाते नज़र आएंगे। अभिनेता ने कहा, ‘द मैजिक ऑफ शिरी’ का हिस्सा बनना मेरे लिए बेहद खुशी की बात रही है। यह श्रृंखला एक मार्मिक अनुस्मारक के रूप में कार्य करती है कि हम सभी के पास जादू पैदा करने, सामान्य को असाधारण में बदलने की शक्ति है। यह हमें उस जादू को पहचानने के लिए प्रोत्साहित करता है जो हमारे भीतर रहता है, जिसे अपनाने और दुनिया के साथ साझा करने का इंतजार कर रहा है।

बिसरा दासगुप्ता द्वारा निर्देशित और ज्योति देशपांडे और तनवीर बुकवाला द्वारा निर्मित इस शो में नमित दास, परमीत सेठी, दर्शन जरीवाला और नीलू कोहली भी सहायक भूमिकाओं में हैं। जिओ स्टूडियो द्वारा प्रस्तुत इस शो का प्रीमियर 13 जुलाई को जिओ सिनेमा पर होगा।

नई दिल्ली, 6 जुलाई (हि.स.)। चंद्रयान-3 अब 14 जुलाई को लॉन्च किया जाएगा। यह जानकारी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने गुरुवार को ट्वीट के माध्यम से साझा की।

इसरो ने ट्वीट कर बताया कि चंद्रयान-3 मिशन श्रीहरि कोटा से 14 जुलाई को दोपहर 2.30 बजे लॉन्च किया जाएगा। इसरो प्रमुख सोमनाथ के अनुसार चंद्रयान-3 मिशन के तहत इसरो 23 अगस्त या 24 अगस्त को चंद्रमा पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ का प्रयास करेगा।

चंद्रयान -3 धरती के नेचुरल उपग्रह चंद्रमा की सतह पर उतरेगा और कई प्रकार की जांच करेगा। इसमें एक आर्बिटर एक लैंडर और एक रोवर है। इस बार इसरो का पूरा ध्यान इसके चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित लैंडिगं पर है। इससे पहले लांचिंग की तारीख 5 जुलाई रखी गई थी। मिशन सफल रहा तो अमेरिका, रूस और चीन के बाद चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला भारत चौथा देश बन जाएगा।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले चंद्रयान-2 को चंद्रमा पर सुरक्षित लैंडिंग के लिए भेजा गया था, जो चंद्रमा की सतह पर उतरने के अपने आखिरी चरण में विफल रहा था। चंद्रयान-2 के लैंडर की चंद्रमा की सतह पर हार्ड लैंडिंग हुई थी, जिसकी वजह से उसका पृथ्वी पर मौजूद नियंत्रण कक्ष से संपर्क टूट गया था।

नई दिल्ली, 06 जुलाई (हि.स.)। विपक्षी दलों की एकता की मुहिम के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी अपने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को मजबूत करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

लोक सभा चुनाव की तैयारियों के साथ-साथ 20 जुलाई से शुरू होने जा रहे संसद के मानसून सत्र में बेहतर समन्वय स्थापित करने और रणनीति बनाने के लिए भाजपा ने 18 जुलाई को अशोका होटल में एनडीए की बैठक बुलाई है।

माना जा रहा है कि इस बैठक में शिरोमणि अकाली दल, लोजपा (चिराग पासवान धड़ा) और चंद्रबाबू नायडू भी इस बैठक में शामिल हो सकते हैं। इन सभी पार्टियां एनडीए में शामिल हो सकती हैं।

लोक सभा चुनाव में विपक्षी दलों की लगातार हो रही बैठकों की चर्चाओं के बीच भाजपा भी चुनावी रणनीति सहयोगी दलों के साथ बना सकती है। इसके साथ ही समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर भी चर्चा की जा सकती है।

सावन मास चढ़ते पूरा माहौल शिव भक्ति में पूर्ण रहता है। भगवान शिव को सावन महीना बहुत ही प्रिये है इसलिए इस मास में पूजन किया जाता है।

आज आपको सावन में कुछ अलग से ज्योतिषीय उपाय बता रहें हैं।  जो थोडा कठिन है लेकिन इसका प्रभाव से सभी कष्ट दूर होते है। सावन मास में रूद्र पाठ की महिमा है। आशुतोष भगवान सदा शिव की उपासना में रुद्राष्टाध्यायी का विशेष महत्व है।

शिव पुराण के अनुसार सनकादि ऋषियों के पूछने पर स्वयं महादेव ने रुद्राष्टाध्यायीके मंत्रो तथा अभिषेक का महत्व बताया है। मन, कर्म तथा वाणी से परम पवित्र तथा सभी प्रकार से अशक्ति से रहित होकर भगवान शिव की प्रसन्नता के लिए रुद्राभिषेक करना चाहिए। इससे भगवान शिव की कृपा से सभी कामनाओं को प्राप्त करता है। सावन में रुद्राष्टाध्यायी के द्वारा रुद्राभिषेक करने से मनुष्यों की सभी कष्ट दुर होते है। यह पाठ वेद्सम्मित है, परम पवित्र तथा धन, यस और आयु की वृद्धि करने वाला है। 

जाने रुद्राष्टाध्यायी के पाठ से अभिषेक में की जाने वाले द्रव का नाम तथा उसका प्रभाव

रुद्राभिषेक में प्रयुक्त होने वाले प्रशस्त द्रव्य अपने कल्याण के लिए भगवान शिव की प्रसन्नता के लिए निष्काम भाव से रुद्राभिषेक करना चाहिए इनका अनंत फल है। शास्त्र में अलग -अलग कामनाओ की पूर्ति के लिए रुद्राभिषेक में अनेक प्रकार के द्रव्य का नियम है:

(1) जल से अभिषेक करने पर वृष्टि होती है
(2) व्याधि की शांति के लिए कुशोदक से अभिषेक करना चाहिए
(3) पशु की प्राप्ति के लिए दही से अभिषेक करना चाहिए
(4) लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए गन्ने के रस से तथा धन प्राप्ति के लिए मधु से अभिषेक करे
(5) मोक्ष की प्राप्ति के लिए तीर्थ के जल से अभिषेक करे
(6) दूध के द्वारा अभिषेक करने से संतान की प्राप्ति होती है
(7) काकबन्ध्या ( एक संतान उत्पन करने वाली )अथवा जिनकी संतान उत्पन होते ही मर जाये या मृत संतान उत्पन करे उसे गाय के दूध से अभिषेक करने से जल्द संतान प्राप्त करती है
(8) जल की धारा भगवान शिव को अति प्रिये है अतः तेज बुखार हो गया हो उसको शांत करने के लिए जलधारा से अभिषेक करे ,
(9 )जो लोग गलत प्रेम प्रसंग में पड़ गया हो उसका प्रेम खत्म करने के लिए यानि विनाश के लिए दूध की धारा से अभिषेक करने से प्रेम प्रसंग समाप्त होते है

भगवान शिव की प्रसन्नता के लिए निष्काम भाव से रूद्रपाठ करना चाहिए जो बहुत ही फलित होता है.

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847

छपरा के विवेकानंद इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी में मनाई गई डॉ० श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती

Chhapra: सारण के फार्मेसी संस्थान विवेकानन्द इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी में गुरूवार को संस्थान के सभी सदस्यों के बीच भारतीय जनसंघ के पहले अध्यक्ष डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती मनाई गई।

इस मौके पर विद्यालय के निदेशक, रिविलगंज प्रखण्ड प्रमुख सह प्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य डॉ० राहुल राज ने डॉ० श्यामा प्रसाद मुखर्जी के तैलीय चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया। ततपश्चात पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें स्मरण किया।

इस दौरान निदेशक के साथ-साथ विद्यालय परिवार के सभी शिक्षक, प्राचार्य तथा अन्य सभी कर्मचारीगणो ने भी क्रमानुसार डॉ० मुखर्जी को स्मरण करते हुए पुष्पांजलि अर्पित किया।

श्रद्धा सुमन अर्पण के पश्चात डॉ० राहुल राज ने अपने मंतव्यों में कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारतीय जनसंघ पार्टी के पहले अध्यक्ष रहे हैं, जिनका जन्म 06 जुलाई 1901 को कोलकाता में हुआ था और इनकी मृत्यु 51 वर्ष की आयु में वर्ष 1953 में 23 जून को कारावास में हुई थी, जिस दिन को आज भी भाजपा बलिदान दिवस के रूप में मानती आ रही है।

उन्होंने यह भी बताया कि वे एक भारतीय राजनीतिज्ञ, बैरिस्टर और शिक्षाविद भी थे जिन्होंने प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के मंत्रिमंडल में उद्योग और आपूर्ति मंत्री के रूप में कार्य किया।

उपस्थित शिक्षको ने अपने सम्बोधन में कहा कि वर्ष 1934 में 33 वर्ष की आयु में, श्यामा प्रसाद मुखर्जी कलकत्ता विश्वविद्यालय के सबसे कम उम्र के कुलपति बने। इस दौरान विद्यालय परिसर में उपस्थित सभी सदस्यों ने मुखर्जी को याद करते हुए उनके जीवन काल, संघर्ष और बलिदान को याद किया।।

सरकारी शिक्षकों का बनेगा आईकार्ड, डीपीओ ने जारी किया आदेश

Chhapra: जिले के सरकारी विद्यालय के शिक्षक अब प्राइवेट स्कूल के शिक्षकों की तरह आईकार्ड लगाकर स्कूलों में जायेगे. इस आशय से संबंधित पत्र जारी करते हुए डीपीओ ने सभी बीईओ कार्यालय में प्रपत्र जमा करने का निर्देश दिया है.

डीपीओ ने एक प्रपत्र जारी करते हुए सभी प्रधानाध्यापक को अपने विद्यालय के सभी शिक्षकों से प्रपत्र भरकर तीन दिनों के अंदर बीइओ कार्यालय में जमा करने का निर्देश दिया है.

वही डीपीओ ने बीईओ को निर्देश दिया है कि चार दिनों के अंदर विद्यालयों से प्राप्त प्रपत्र को जिला कार्यालय में उपलब्ध करावे.

पूर्वी चंपारण,06 जुलाई(हि.स.)। मोतिहारी सेन्ट्रल जेल के एक कैदी ने गुरुवार की सुबह सदर अस्पताल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है,उक्त कैदी कल से मोतिहारी सदर अस्पताल में इलाजरत था। इसी दौरान उसने कैदी वार्ड में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।

मृतक कैदी गोपालगंज के कुचायकोट थाना के रामपुर गनव गांव का निवासी एहसान अली बताया जाता है। जो हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा था। जिसकी बुधवार की शाम तबीयत खराब होने के बाद जेल प्रशासन ने उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां उसने कैदी वार्ड के शौचालय के ग्रिल में अपने गमछे को फांसी का फंदा बनाकर झूलकर आत्महत्या कर लिया।

कैदी के आत्महत्या की सूचना पर एएसपी राज और एसडीएम श्रेष्ठ अनुपम ने मामले की जांच प्रारंभ कर दिया है। इस बाबत सदर अस्पताल के प्रबंधक कौशल कुमार दूबे ने बताया कि कल शाम में एहसान अली नामक कैदी को सेंट्रल जेल से सदर अस्पताल भर्ती कराया गया था। जो मानसिक रूप से परेशान था।

सदर अस्पताल के कैदी वार्ड के शौचालय में उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है।वही इस मामले में सिविल सर्जन अंजनी कुमार ने बताया कि मुजफ्फरपुर से एफएसएल की टीम को बुलाया गया है। टीम के जांच करने के बाद पोस्टमार्टम कराया जाएगा।जिसके बाद उसकी मौत की सही जानकारी मिल सकेगी।

Chhapra: प्रायः ऐसा पाया जा रहा है कि भूमि विवाद के कारण विधि-व्यवस्था की समस्या तो होती ही है. साथ ही साथ कई आपराधिक घटनाओं के मूल में भी भूमि विवाद ही होता है। भूमि विवादों के निराकरण हेतु विभागीय निदेशानुसार प्रत्येक थाना पर प्रत्येक शनिवार को भूमि विवाद संबंधी मामलों की सुनवाई अंचल अधिकारी एवं थानाध्यक्ष के स्तर पर एवं प्रत्येक 15 दिनों पर अनुमण्डल पदाधिकारी एवं अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारीगण के स्तर से की जाती है।
जिला स्तर पर जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के द्वारा भूमि विवाद संबंधी मामलों की मासिक समीक्षा की जाती है। परन्तु यह पाया जा रहा है कि प्रत्येक दिन जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के समक्ष भूमि विवाद संबंधी मामले लगातार आते रहते हैं, जिसमें कुछ गंभीर प्रकृति अर्थात अवैध कब्जा, अवैध निर्माण, जातिगत हिंसा उत्पन्न कराने वाले, साम्प्रदायिक विवाद फैलाने वाले आदि-आदि होते हैं, जिनका त्वरित निष्पादन करना बहुत ही आवश्यक है। इन्हीं सब वास्तविकताओं के आलोक में जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक, सारण प्रत्येक माह के प्रथम शुक्रवार को मध्याह्न 12.00 बजे से अपराह्न 02:00 बजे तक भूमि विवाद से संबंधित मामलों के निपटारा हेतु जनता दरबार में उपस्थित रहेंगे।
जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि इस क्रम में प्रथम जनता दरबार दिनांक 14.07.2023 को मध्याह्न 12.00 बजे से अपराह्न 02.00 बजे तक आयोजित किया जाएगा। जनता दरबार के निर्धारित समय पर सभी अनुमण्डल पदाधिकारी, अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, अंचल अधिकारी और थानाध्यक्ष अपने-अपने अनुमण्डल, प्रखंड मुख्यालय के वीडियो क्रॉफेसिंग कक्ष में ऑनलाइन उपस्थित रहेंगे। बताया गया कि जनता दरबार में आवेदनों की समीक्षा दो श्रेणियों में की जाएगी।
विगत माह में सभी माध्यमों से प्राप्त आवेदनों को संवेदनशीलता के आधार पर वर्गीकृत करते हुए कम से कम 40 आवेदनों को चिन्हित किया जाएगा जिसमें जिलाधिकारी कार्यालय में प्राप्त कम से कम 20 आवेदन और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में प्राप्त कम से कम 20 आवेदन शामिल होंगे। अपर समाहर्त्ता, सारण सभी आवेदनों के संबंध में संबंधित अनुमण्डल पदाधिकारी, अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी स्तर से एवं अंचल अधिकारी, थानाध्यक्ष स्तर से कृत कार्रवाई का प्रतिवेदन संकलित करते हुए समीक्षा बैठक में प्रस्तुत करेंगे।
प्रस्तावित तिथि एवं समय पर आयोजित जनता दरबार में प्राप्त आवेदनों की समीक्षा जिलाधिकारी के द्वारा संबंधित मामलों में दिए गए निदेशों के अनुपालन की समीक्षा अपर समाहर्त्ता, सारण द्वारा साप्ताहिक रूप से की जाएगी।

लालू यादव ने भी दिल्ली जाने से पूर्व शिक्षा मंत्री से की बात

पटना, 6 जुलाई (हि.स.)। बिहार में शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर और विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के बीच उठा विवाद थमता नहीं देख आखिरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इनके बीच आना ही पड़ा। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और केके पाठक को मुख्यमंत्री ने गुरुवार को आवास पर बुलाया। तीनों के बीच लगभग आधे घंटे बात हुई। लालू यादव ने भी दिल्ली जाने से पहले शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर को आवास पर बुलाकर बात की थी। प्रो. चंद्रशेखर राजद पार्टी के हैं।

मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद शिक्षा मंत्री ने मीडिया के सवाल पर कहा कि विवाद कुछ नहीं है। आप लोग चैनल के माध्यम से जो दिखा रहे हैं मैं उसी से वाकिफ हुआ हूं। साथ ही सवाल किया कि संविधान में कौन बड़ा है, सचिव या मंत्री? उन्होंने कहा कि हम चीजों को देख रहे हैं, समझ रहे हैं उसके बाद बोलेंगे।

ये है पूरा मामला
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को शिक्षा मंत्री के आप्त सचिव डॉ कृष्णा नंद यादव ने पत्र लिखा था। पत्र में शिक्षा मंत्री की ओर से केके पाठक सहित विभाग के निर्देशक स्तर के कुछ अधिकारियों की कार्यशैली पर आपत्ति जतायी गयी थी। पत्र में कहा गया था कि यह सुनिश्चित किया जाये कि लोक सेवक अपनी छवि को चमकाने, राबिनहुड की छवि बनाने के लिए विभाग के संसाधनों और सरकार का सहारा न ले सके। इसके बाद यह पत्र वायरल हो गया। केके पाठक ने शिक्षा मंत्री के आप्त सचिव की विभाग में एंट्री पर रोक लगा दी। सवाल उठने लगे कि आखिर मंत्री को ऐसे पत्र लिखने की क्या जरूरत पड़ी।

Chhapra: वन महोत्सव सप्ताह के अवसर पर जय प्रकाश विश्वविद्यालय छपरा परिसर को पार्थेनियम मुक्त बनाने की पहल करते हुए कुलपति के नेतृत्व में एनसीसी और एनएसएस कैडेटों ने विश्वविद्यालय कैंपस में उग आए जंगली घासों और पार्थेनियम की साफ-सफाई की।

कुलपति प्रो फारूक अली ने कैडेटों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि वन ही जीवन है और इसकी सुरक्षा और संरक्षा करना हम सबका प्राथमिक दायित्व भी। राष्ट्रीय सेवा योजना के विश्वविद्यालय समन्वयक प्रो हरिश्चन्द्र ने कैडेटों का मार्गदर्शन करते हुए वनस्पति की विभिन्न प्रजातियों की अहमियत को बतलाया और कहा कि हरियाली हमारे जीवन को ऊर्जस्वित करता है। स्वस्थ और स्वच्छ जीवन के लिए जल-जीवन-हरियाली की उपलब्धता आवश्यक है।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के स्पोर्ट्स ऑफिसर प्रो विश्वामित्र पांडेय, पीजी यूनिट के कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो दिव्यांशु कुमार, कन्या उत्थान योजना के नोडल पदाधिकारी डॉ कमाल अहमद विशेष रूप से उपस्थित थे।

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वन महोत्सव के इस अवसर पर एनसीसी के कैडेट और एनएसएस के स्वयंसेवक में कुमारी रुपाली, संध्या कुमारी, खुशबू कुमारी, मकेशर पंडित, प्रवीण कुमार प्रभाकर, जैकी कुमार चौधरी, आनंद आदर्शी, आदित्य राज, अफ़रोज़ आलम, सुमित कुमार, विवेक कुमार, अरशद कमल, अभिजीत शर्मा, सूरज कुमार, संटू कुमार, रवि किशन, सर्वजीत कुमार, रोहित कुमार, अमरजीत सिंह, हिमांशु कुमार आदि की सक्रिय सहभागिता रही। सभी कैडेटों एवंस्वयंसेवक/स्वयंसेविकाओ ने विश्वविद्यालय कैंपस को हरा-भरा बनाने और पार्थेनियम मुक्त करने का संकल्प लिया।

कुलपति प्रोफेसर फारूक अली ने सभी कार्यक्रम पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वनमहोत्सव सप्ताह तो मनाना ही है।  इसके साथ साथ स्वच्छता का भी ध्यान रखना है। कुलपति ने कहा भकि सभी एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी एवं समन्वयक को यह प्रण लेना है कि महाविद्यालयएवं विश्वविद्यालय कैम्पस पार्थेनियम मुक्त हो। इसलिए वन महोत्सव सप्ताह केबाद पूरे महीने स्वच्छता सप्ताह मनाया जायेगा।  

Chhapra: जयप्रकाश महिला महाविद्यालय में वन महोत्सव सप्ताह के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई वन के द्वारा कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. अर्चना सिन्हा के नेतृत्व में वन महोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय परिसर में वृक्षारोपण किया गया।

प्राचार्या डॉ. मंजू कुमारी सिन्हा के निर्देशन में सभी स्वयं सेविकाओं ने पहले महाविद्यालय प्रांगण में पूर्व से लगाए गए पेड़-पौधों के आसपास सफाई की।  तत्पश्चात नए पेड़-पौधें भी महाविद्यालय परिसर में लगाए गए।

प्राचार्या ने कहा कि पेड़-पौधें का हमारे जीवन में बहुत ही अधिक महत्त्व है इसके बिना पृथ्वी पर जीवन का अस्तित्व ही नहीं रहेगा। इसलिए आवश्यक है कि हम इसके प्रति जागरूक हो और अधिक से अधिक पेड़-पौधें लगाकर परिस्थितिक संतुलन को बनाए रखें।

इस वन महोत्सव के अवसर पर महाविद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं की सहभागिता रही। साथ ही पूजा, प्रीति ,रूपाली, विश्वजीत ,साक्षी, जूली, नेहा, शैलजा, नाजिया सहित दर्जनों स्वयं सेविकाओं की महत्वपूर्ण भागीदारी रही।