नई दिल्ली, 13 अगस्त (हि.स.। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 15 अगस्त को राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस मनाने की जोरदार तैयारियां चल रही हैं। लाल किले पर आज सशस्त्र बलों की फुल ड्रेस रिहर्सल चल रही है। स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले दिल्ली में जमीन से आसमान तक अभूतपूर्व सुरक्षा का बंदोबस्त किया गया है। लाल किला और राजघाट के साथ राजधानी के चप्पे-चप्पे पर दिल्ली पुलिस नजर रख रही है।

इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा गारद (एनएसजी) के ब्लैक कैट कमांडो ने स्वतंत्रता दिवस समारोह एवं अगले महीने प्रस्तावित जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के मद्देनजर प्रभावी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पिछले कुछ हफ्तों के दौरान सुरक्षा अभ्यास किया है। दोनों कार्यक्रमों के मद्देनजर केंद्रीय सुरक्षा और खुफिया तंत्र के साये में निर्मित की जा रही समग्र सुरक्षा ग्रिड के हिस्से के रूप में विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) से लिए गए लगभग 500 कमांडो, स्नाइपर्स और वीआईपी सुरक्षा कर्मियों की एक टुकड़ी को दिल्ली में तैनात किया गया है। एनएसजी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपने आधिकारिक हैंडल पर यह सूचना साझा की है। इसमें कहा गया है-प्रतिक्रिया तंत्र को मजबूत करने के लिए अन्य हितधारकों को शामिल कर कई तरह आकस्मिकताओं को लेकर पूर्वाभ्यास किया गया।

दिल्ली पुलिस ने रविवार तड़के से कड़े सुरक्षा इंतजाम के साथ गश्त और वाहनों की जांच तेज कर दी है। यहां तक कि डीटीसी की बसों के रूट तक डायवर्ट किए गए। उल्लेखनीय है कि देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को नागरिकों से 13 से 15 अगस्त तक ‘हर घर तिरंगा’ आंदोलन में हिस्सा लेने का आग्रह कर चुके हैं। 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करेंगे। इस गरिमामय समारोह में पूरे देश से लगभग 1800 विशेष अतिथि शामिल होंगे।

नई दिल्ली, 13 अगस्त (हि.स.)। बिहार के दरभंगा में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए बयान के बाद राजनीति गर्मा गई है। बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एक पुराना पत्र जोकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को संबोधित करते हुए लिखा था, उसे सार्वजनिक किया और आरोप लगाया कि एम्स का सारा श्रेय नरेन्द्र मोदी ले रहे हैं और हकीकत ये है कि बिहार की सरकार द्वारा जमीन दिए जाने के बाद आज भी एम्स नहीं बन सका है। वहीं, शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने जवाबी पत्र को ट्विटर पर साझा करते हुए तंज कसा। मांडविया ने कहा कि मोदी सरकार विकास में राजनीति नहीं करती बल्कि विकास की राजनीति करती है।

मांडविया ने इस संबंध में तेजस्वी को पत्र लिख कर कहा कि हमारी नीयत साफ है। एम्स दरभंगा की अनुमति मोदी सरकार ने 19 सितंबर 2020 को दी थी और बिहार सरकार ने 3 नवंबर 2021 को पहली जमीन दी। इसके बाद आप सरकार में आए और राजनीति करते हुए 30 अप्रैल 2023 को यह जगह बदल दी।

मनसुख मांडविया ने कहा कि नियमों के अनुसार जमीन की जांच करने के लिए एक्सपर्ट कमेटी ने जमीन की जांच की । 26 मई 2023 को भारत सरकार ने उपलब्ध करवाई गई दूसरी जमीन एम्स निर्माण के लिए उपयुक्त नहीं है इस संबंध में पत्र बिहार सरकार को भेजा था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने तेजस्वी से पूछा कि जमीन को क्यों बदला गया? किसके हित में बदला गया? बिहार की विधानसभा में आपके ही विधायक ने एम्स के लिए दी गई अनुपयुक्त जमीन के लिए क्या कहा था? राजनीति से बाहर आइए और एम्स बनाने के लिए तत्काल उचित जगह दीजिए। हम बिहार में एम्स बनाने के लिए तैयार हैं।

Chhapra: अंतरराष्ट्रीय स्वंयसेवी संस्था लियो क्लब छपरा टाउन ने सावन महोत्सव के अवसर पर एसडीएस पब्लिक स्कूल में मेहंदी प्रतियोगिता आयोजित किया। 

मेंहदी प्रतियोगिता में छात्राओं ने मेंहदी के कलाकारी का हुनर दिखाया। छात्राओं ने एक दूसरे को मेहंदी लगाकर अपनी कला का प्रदर्शन किया।

इस दौरान विजेताओं को सम्मानित भी किया गया। संस्था की सदस्या लियो शबाना खातून की अध्यक्षता में मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं को सम्मानित भी किया गया।

इस दौरान संस्था के अध्यक्ष लियो आशुतोष पाण्डेय, कोषाध्यक्ष राहुल राज, लियो अभिषेक गुप्ता, लियो राजनंदनी सहित अन्य महिलाएं व छात्राएं उपस्थित रही।

इस दौरान स्कूल के प्राचार्य डॉ राकेश सिंह ने छात्राओं का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि मेहंदी प्रतियोगिता से छात्राओं की क्रियाशीलता, सृजनात्मकता, एकाग्रता एवं मिलकर कार्य करने की क्षमता का विकास होता है।  साथ ही प्रतियोगिताओं से टीम वर्क की भावना आती है।  

Chhapra: अंतराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर सेहत केंद्र, राजेंद्र कॉलेज, छपरा के तत्वावधान में संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका शीर्षक हरित कौशल के विशेष संदर्भ में लैंगिक समानता की अवधारणा थी।

राजेंद्र कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सुशील कुमार श्रीवास्तव ने अपने मंतव्य में कहा की भारत प्राचीन काल से ही भौगोलिक, सामाजिक सांस्कृतिक एवम पर्यावरणीय विविधताओं तथा समृद्धि के लिए विश्व विख्यात रहा हैं। आज के इस आधुनिक दौर में हरित कौशल काफी प्रासंगिक हैं, जिससे युवा वर्ग हरित अर्थव्यवस्था सहित लैंगिक समानता की संकल्पना को विविध क्षेत्रों में साकार कर सके।

डॉ. जया कुमारी पांडेय, नोडल पदाधिकारी सेहत केन्द्र ने विषय प्रवेश कराते हुए हरित कौशल की आवश्यकता सतत विकास के लक्ष्यों के संदर्भ में करते हुए, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं की जानकरी दी, साथ ही इंजीनियरिंग एवम तकनीकी कौशल, विज्ञान कौशल, संचालन प्रबंधन कौशल एवम निगरानी कौशल के विशेष संदर्भ में रोजगार के अवसरों से छात्र-छात्राओं को अवगत कराया।

मुख्य वक्ता डॉ. इकबाल जफर अंसारी ने हरित अर्थव्यवस्था के विविध आयामों सहित विश्व स्तरीय प्रयासों की भारत से तुलना करते हुए, भविष्य में इस दिशा में सार्थक कदमों से सभी को अवगत कराया साथ ही उन्होंने हरित कौशल कार्यक्रमों में महिला सहभागिता की कमी पर प्रकाश डाला।

अनुप्रिया, निखिल, अरुणिमा, अंशु, रोहित सहित कई छात्रों ने इस संवाद कार्यक्रम में अपना मत प्रस्तुत किया।

धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अनुपम कुमार सिंह ने करते हुए, पर्यावरणीय समस्याओं के समाधान के रूप हरित कौशल की व्याख्या करते हुए लैंगिक समानता में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला।

इस अवसर पर डॉ. देवेश रंजन, डॉ. कन्हैया प्रसाद , डॉ. प्रशांत कुमार सिंह समेत दर्जनों छात्र छात्राओं ने अपने सक्रिय सहभागिता दर्ज की।

Chhapra: स्वतंत्रता दिवस 2023 समारोह के आयोजन हेतु समाहरणालय सभाकक्ष में समारोह से संबंधित जिला स्तरीय पदाधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी अमन समीर के द्वारा उपस्थित पदाधिकारियों को स्वतंत्रता दिवस – 2023 के आयोजन हेतु महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिया गया।

बैठक में बताया गया कि झंडोत्तोलन का मुख्य कार्यक्रम पूर्ववत स्थानीय राजेन्द्र स्टेडियम में आयोजित होगा। मुख्य समारोह स्थल राजेन्द्र स्टेडियम में अतिविशिष्ट महानुभाव एवं वरीय पदाधिकारियों को आमंत्रित किया जाएगा। समारोह में भाग लेने हेतु महानुभावों को आमंत्रण पत्र के माध्यम से आमंत्रित कर उन्हें सम्मानित किया जाएगा। जो अतिविशिष्ट महानुभावों मुख्य समारोह स्थल पर नहीं पहुंच पायेंगे उन्हें जिला, अनुमंडल एवं प्रखंडस्तरीय पदाधिकारियों द्वारा उनके घर पर जाकर सम्मानित किया जाएगा।

पूर्वाहन 8:55 बजे परेड निरीक्षण के उपरांत पूर्वाहन 09:00 बजे राजेन्द्र स्टेडियम में सुमित कुमार सिंह, मंत्री, विज्ञान एवं प्रावैधिकी सह-प्रभारी मंत्री, सारण के द्वारा ध्वजारोहण होगा।

राजेन्द्र स्टेडियम से पूरे कार्यक्रम का लाइव प्रसारण डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन सारण के फेसबुक, यू-ट्यूब एवं मीडिया के द्वारा किया जाएगा। पूर्वाह्न 09:45 बजे आयुक्त, सारण प्रमंडल द्वारा आयुक्त कार्यालय परिसर में ध्वजारोहण किया जाएगा।

पूर्वाहन 09:55 बजे जिलाधिकारी सारण के द्वारा सारण समाहरणालय परिसर में ध्वजारोहण किया जाएगा। 10:15 बजे पूर्वाहन में पुलिस अधीक्षक सारण के द्वारा कार्यालय भवन के पास ध्वजारोहण किया जाएगा। 10:25 बजे पूर्वाहन में उप विकास आयुक्त अपने कार्यालय परिसर में ध्वजारोहण करेंगी। 10:40 बजे पूर्वाहन में छपरा पुलिस लाईन में पुलिस अधीक्षक, सारण के द्वारा ध्वजारोहण किया जाएगा।

मुख्य समारोह स्थल एवं शहरी क्षेत्र के सभी प्रमुख चौक चौराहा एवं महापुरुषों की मूर्तियों की साफ-सफाई एवं साज-सज्जा की व्यवस्था हेतु नगर आयुक्त, छपरा नगर निगम को निर्देशित किया गया। महादलित टोला में  प्रभारी मंत्री सारण के द्वारा झंडोतोलन करवाया जाएगा साथ ही पूर्व की तरह विभिन्न महादलित टोलों में पदाधिकारीगणों के द्वारा झंडोतोलन किया जाएगा।

अपराह्न 01 बजे राजेन्द्र स्टेडियम में क्रिकेट मैच का आयोजन किया जाएगा। संध्या 04 बजे से 06 बज संध्या तक प्रेक्षागृह सारण, छपरा में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा।

सांस्कृतिक कार्यक्रम का लाइव प्रसारण भी डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन सारण के फेसबुक, यू-ट्यूब के माध्यम से किया जाएगा। जिलाधिकारी के द्वारा सभी निर्देशित कार्यों को ससमय पूर्ण करने का निदेश दिया गया।

बैठक में नगर आयुक्त, छपरा नगर निगम, सुमित कुमार, अपर समाहर्त्ता, मो० मुमताज आलम, जिलास्तरीय पदाधिकारीगण एवं अनुमंडल पदाधिकारी सदर उपस्थित थे।

नई दिल्ली, 12 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर देश के नागरिकों से 13 से 15 अगस्त के बीच राष्ट्रीय ध्वज को फहराने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा है ‘हर घर तिरंगा’ अभियान ने आजादी के अमृत महोत्सव में एक नई ऊर्जा भरी है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि देशवासियों को इस साल इस अभियान को नई ऊंचाई पर ले जाना है। 13 से 15 अगस्त के बीच देश की आन-बान और शान के प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज को फहराएं। उन्होंने नागरिकों से तिरंगे के साथ https://harghartiranga.com पर सेल्फी अपलोड करने का आग्रह किया है।

– पुराने मिग-21 जेट को बदलने के लिए तैनात की गई है अपग्रेडेड मिग-29 की स्क्वाड्रन
– दुश्मन को जवाब देने के लिए लंबी दूरी की एयर टु एयर मिसाइलों से भी लैस किया गया

नई दिल्ली, 12 अगस्त (हि.स.)। भारतीय वायु सेना ने चीन और पाकिस्तान से एक साथ मुकाबला करने के लिए जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर एयरबेस पर चौथी पीढ़ी के अपग्रेडेड मिग-29 यूपीजी को तैनात किया है। यह अत्यधिक लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल के साथ हमला करने में सक्षम है। इस स्क्वाड्रन को पुराने मिग-21 जेट को बदलने के लिए तैनात किया गया है।

वायु सेना के मुताबिक मिग-29 यूपीजी लड़ाकू विमान की युद्धक क्षमता अधिक है। यह एवियोनिक्स और लंबी दूरी की मिसाइलों से लैस है। दुश्मनों को जवाब देने के लिए इसे घातक हथियारों से भी लैस किया गया है। यह एयरबेस श्रीनगर कश्मीर घाटी के केंद्र में स्थित है और इसकी ऊंचाई मैदानी इलाकों से अधिक है। मिग-29 उन सभी मानदंडों को पूरा करता है, जिसके कारण दोनों मोर्चों पर एक साथ दुश्मनों से मुकाबला करने में सक्षम हैं। मिग-21 की तुलना में मिग-29 के कई फायदे हैं। यह लंबे समय तक कश्मीर घाटी में भारत की ओर आंख उठाकर देखने वाले दुश्मनों को मुहंतोड़ जवाब देने में सक्षम है।

वायु सेना के एक अधिकारी ने मिग-29 यूपीजी की लड़ाकू क्षमता के बारे में बताया कि 2019 में बालाकोट हवाई हमलों के बाद यही विमान पाकिस्तानी आतंकवादी शिविरों पर अटैक करके एफ-16 को मार गिराने में भी कामयाब रहा था। मिग-29 को बहुत लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और हवा से जमीन पर मार करने वाले हथियारों से भी लैस किया गया है। सशस्त्र बलों को दी गई आपातकालीन खरीद शक्तियों का उपयोग करते हुए इसे घातक हथियारों से भी लैस किया गया है।

उन्होंने बताया कि दुश्मनों के साथ एयर स्ट्राइक होने पर मिग-29 दुश्मन के विमानों की क्षमताओं को जाम करने में सक्षम है। यह रात में नाइट विजन चश्मे के साथ काम कर सकता है। हवा से हवा में ईंधन भरने की क्षमता के कारण इसकी रेंज लंबी है। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ गतिरोध शुरू होने पर 2020 में एलएसी पर चीनी विमानों का मुकाबला करने के लिए मिग-29 को तैनात किया गया था। उसी समय से कई बार चीन के नापाक मंसूबों को नाकाम किया गया है। अब मिग-29 यूपीजी लड़ाकू विमान श्रीनगर एयरबेस से पाकिस्तान और चीन पर पैनी नजर रखेगा और जरूरत पड़ने पर करारी शिकस्त भी देगा।

पटना, 12 अगस्त (हि.स.)। बिहार के कई जिलों में लगातार हो रही बारिश से नदियां उफान पर हैं। पटना के हाथीदह में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। किशनगंज और कटिहार में महानंदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। सुपौल, दरभंगा और मुजफ्फरपुर में निचले इलाके बाढ़ की चपेट में हैं। नदी के आसपास के गांवों में पानी भर चुका है। मौसम विभाग के मुताबिक बिहार में 14 अगस्त तक दक्षिण पश्चिम मानसून के प्रभाव के चलते बारिश होती रहेगी।

पटना के हाथीदह में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। गांधी घाट का भी जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। हाथीदह में जलस्तर 42 मीटर पर पहुंच गया। यहां खतरे का निशान 41.76 मीटर है। गांधी घाट पर जलस्तर खतरे के निशान के लगभग बराबर हो गया। यहां खतरे का निशान 48.60 मीटर है जबकि जलस्तर 48.58 मीटर पर पहुंच गया है। भागलपुर के कहलगांव में भी गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है।

नेपाल और बिहार में हो रही बारिश से सुपौल में कोसी नदी उफान पर है। तीन अनुमंडल के छह प्रखंडों के तीन दर्जन से ज्यादा गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। बाढ़ का पानी, सड़क, खेत-खलियान, लोगों के घरों के आसपास फैला हुआ है। प्रशासन अलर्ट है। लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है। कटिहार में महानंदा नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव के कारण लखनपुर पंचायत के बेलगच्छी गांव में आंशिक रूप से कटाव जारी है।

दूसरी तरफ गंगा नदी के किनारे बसे गांव पारदियारा पंचायत के झब्बू टोला और भवानीपुर खट्टी पंचायत के बबला बन्ना गांव में भी आंशिक रूप से कटाव जारी है। दरभंगा में भी पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश की वजह से कमला नदी का जलस्तर बढ़ गया है। कमला नदी खतरे के निशान से 67.5 सेंटीमीटर ऊपर है। जिले के घनश्यामपुर और किरतपुर और कुशेश्वरस्थान के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है, जिससे आवागमन बाधित है।

मुजफ्फरपुर में बागमती नदी उफान पर है। औराई और कटरा प्रखंड के कई निचले इलाकों में पानी घुस गया है। बागमती नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी से बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। जिला प्रशासन ने इसको लेकर अलर्ट जारी किया है। बकुची पावर हाउस स्टेशन में पानी घुस जाने के कारण कई गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 145 सेंटीमीटर ऊपर है।

 

Chhapra: अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्था रिलायंस इंटरनेशनल की स्थानीय इकाई लायंस क्लब छपरा सारण के द्वारा मौना नीम स्थित निजी विद्यालय में छात्राओं के बीच “सावन मेहंदी प्रतियोगिता” का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में लगभग 50 छात्राओं ने भाग लिया एवं एक से बढ़कर एक मेहंदी के डिजाइन को एक दूसरे के हाथों में रचा।

मौके पर मौजूद अध्यक्ष रणधीर जायसवाल ने बताया कि इस तरह के प्रतियोगिता से बच्चों में स्किल डेवलपमेंट होता है, इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर इस तरह के प्रतियोगिता का आयोजन लायंस क्लब के द्वारा विद्यार्थियों के बीच में किया जाता रहा है। आज आर बी एस पब्लिक स्कूल के बच्चों ने बहुत ही सुंदर तरीके से एक दूसरे के हाथों में मेहंदी लगाकर अपने कला का प्रदर्शन किया एवं लायंस क्लब के द्वारा विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया । वहीं स्कूल की प्रिंसिपल नीलम गुप्ता ने इस तरह के सुंदर प्रतियोगिता का आयोजन उनके विद्यालय परिसर में करने के लिए लायंस क्लब का आभार प्रकट किया।

इस मौके पर लायंस अध्यक्ष रणधीर जायसवाल, स्कूल की प्रिंसिपल नीलम गुप्ता, स्कूल के निदेशक राजू गुप्ता, क्लब कोषाध्यक्ष वासुदेव गुप्ता, प्रमोद मिश्रा, अमर कुमार, गणेश पाठक, जगदीश शर्मा, आनंद अग्रहरि, सुभाष कुमार, सोनी गुप्ता आदि सदस्य मौजूद रहें ।

उक्त जानकारी लायन साकेत श्रीवास्तव ने दी।

तुस्सी तारा सिंह को जानते नहीं…, दुश्मनों से पूछो तारा सिंह कौन है…, अपनी माँ के आंख में आंसू देखता हूं तो मन करता है संसार में आग लगा दूं…, कटोरा ले कर घूमोगे… भीख भी नहीं मिलेगी…, ऐसे कई जोरदार Dialogue, शक्तिमान तलवार की रोमांचित कर देने वाली कहानी, Anil Sharma का चित्ताकर्षक निर्देशन, शानदार Screenplay, तारा सिंह का ख़तरनाक एक्शन अवतार, Ameesha Patel की खूबसूरती, उत्कर्ष शर्मा का बढ़िया Screen Presence, मनीष वाधवा का ख़ौफ़नाक विलेन अवतार, बवाल Background Score, सिट्टी मार एक्शन, बंदूकों की आवाज़, बम – बारूद का खेल, हिंदुस्तान – पाकिस्तान के बीच मतभेद, हिंदुस्तान ज़िंदाबाद की गूंज, गीता – कुरान की पवित्रता, लाहौर की वादियां, हिंदुस्तानी की खूबसूरती, नजीब खान की मनोहर कैमरा वर्क, Udit Narayan की Melodius आवाज़, संगीतकार मिथुन की मनमोहक धुन और अंत में मानवतापूर्ण संदेश से सजी है फ़िल्म Gadar 2.

 

Special Mention :

 

एक Mass Entertainer Film, जो कुछ सालों से हिंदी सिनेमा से ग़ायब थी। Film देख कर Audience पागल है। दर्शक सिट्टी मार रही है, ताली बजा रही है, शर्ट खोल कर हवा में लहरा रही है। ऐसा नज़ारा सदियों में एक बार ही किसी फिल्म के लिए देखने मिलता है। फ़िल्म में हर वो स्वाद है जो आपने इससे पहले Gadar में देखा था। फर्क बस इतना सा है कि तब तारा सिंह ने Handpump उखाड़ा था और इस बार बिजली का पोल ही उखाड़ दिया है। तारा सिंह फ़िल्म की जान हैं, जितना बार भी पर्दे पर आते है दर्शक अपना जोश खो देते हैं और हिंदुस्तान ज़िंदाबाद हॉल में गूंज उठता हैं। फ़िल्म के Elements बवाल हैं… सिनेमा हॉल में नहीं देखना एक भूल होगी। Anil Sharma ने जो एक Atmosphere, एक Panorama Create किया है उसका मज़ा 70 mm के पर्दे पर ही आएगा।

 

Story Screenplay & Dialogue : 

 

फ़िल्म की कहानी को लिखा है शक्तिमान तलवार ने और ये मानना पड़ेगा कि कहानी दर्शकों को बांधे रखती है। कहानी में वो दम है जो एक मसाला फ़िल्म में होना चाहिए। कहानी शुरू होती है 1947 के बंटवारे से जहां देश में मातम से माहौल के बीच लोग अपने शरण की तलाश में भटक रहे हैं। इसी बीच पाकिस्तान में मेजर जनरल हामिद इक़बाल के किरदार में मनीष वाधवा एक भारतिय के सामने गीता और कुरान में से एक चुनने को कहते हैं। भारतीय व्यक्ति द्वारा गीता चुनने पर मेजर जनरल अपनी क्रूरता दिखाते हुए उसका सर कलम कर देते हैं। दूसरी तरफ तारा सिंह, सकीना अपने बेटे जीते के साथ खुशी से ज़िंदगी बसर कर रहे होते है। समय बीतता है और अचानक बॉर्डर पर हालात जब बिगड़ने लगते हैं तब लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र रावत मदद के लिए तारा सिंह को बुलाते हैं और तारा सिंह को सेना की मदद के लिए बॉर्डर पर भेज देते हैं। तारा सिंह अपने ज़ाबाज़ी से भारतिय सेना की मदद करते हुए पाकिस्तानी सिमा के नजदीक चले जाते हैं और भारतीय सेना के लाख कोशिशों के बावजूद भी नहीं मिल पाते। ये ख़बर सुन कर सकीना की हालत ख़राब हो जाती है। अपनी माँ को परेशान देख कर बेटा जीते पाकिस्तान जा कर वहाँ अपने पिता तारा सिंह को ढूंढने निकल जाता है। नकली पासपोर्ट बना कर वो पाकिस्तान में घुस तो जाता है लेकिन कोई पकड़ ना ले इसका डर उसे हमेशा बना रहता है। तारा सिंह को खोजने के लिए वो एक मुस्लिम परिवार में काम करने लगता है जहां उसकी मुलाकात मुस्कान (सिमरत कौर) से होती है। वक्त के साथ दोनो में प्यार हो जाता है और मुस्कान को जीते का सच पता चल जाता है, इसके बावजूद भी वो जीते की मदद करती है। एक रात तारा सिंह को ढूंढने जीते चोरी छिपे जेल के अंदर गुस तो जाता है लेकिन उसके बाद क्या होता है, इसका जवाब आपको सिनेमा हॉल के अंदर मिलेगा। तारा सिंह अचानक सेना की मदद करते कहा ग़ायब हो जाते हैं ? क्या जीते तारा सिंह को बचाया पाएगा ? क्या जीते पाकिस्तान से वापस भारत आ पाता है ? क्या तारा सिंह पाकिस्तान में है ? ऐसे कई सवालों का जवाब आपको फ़िल्म खत्म होते मिलता है।

 

फ़िल्म का Screenplay उतना ही शानदार है जितना फ़िल्म की कहानी। शुरू में ऐसा लगता है कि फ़िल्म को लम्बा खिंचा जा रहा है लेकिन धीरे धीरे कहानी अपनी रफ्तार पकड़ लेती है। कुछ sceen को काटने की गुंजाइश लगती है लेकिन दर्शक कहानी में इस कदर खो जाते हैं कि उसकी जरूरत नहीं लगती।

 

फ़िल्म में Dialogue जोरदार हैं। Gadar के पहले क़िस्त ने भी दर्शकों के बीच सनी देओल के फौलादी जिगर और आवाज़ के साथ Dialogue को जोरदार तरीके से पेश किया था। इस बार भी फ़िल्म ऐसा करने में कामयाब दिखती है। तारा सिंह की भारी – भरकम आवाज़ में हर एक Dialogue भौकाल जैसे लगते हैं और दर्शकों को ताली और सिट्टी बजाने पर मजबूर करते हैं। उत्कर्ष शर्मा के जिम्मे भी कुछ Dialogue हैं जिसे उन्होंने ने भी अच्छे अंदाज़ में पेश किया है।

 

Actor Performance :

 

फ़िल्म की आन – बान – शान और जान तारा सिंह का के किरदार पर शायद कुछ कहना ठीक नहीं होगा। 20 साल पहले जिस किरदार को देख दर्शक पागल हो गयी थी आज फिर उसे दोहरा पाना एक चुनौती वाला काम था जिसे सनी पाजी से बहुत ही आले दर्जे से निभाया है। उनका चलना, उनका हँसना, उनकी आवाज़, उनका एक्शन हर चीज मानो जैसे उनके लिए ही बना हो। सनी पाजी के किरदार पर निर्देशक ने बढ़िया मेहनत किया है। सकीना के किरदार में अमीषा पटेल तब में और अब में फर्क नज़र आता है। वो नूर, वो खूबसूरत, वो एक्टिंग कहि ग़ायब दिखी। जीते के किरदार में उत्कर्ष शर्मा ने शानदार काम किया है। एक्टर वो अच्छे हैं इसके कोई शक नहीं है। बशर्ते कि उनसे अच्छे से काम लिया जाए। एक्शन सिन करते उत्कर्ष बहुत एनर्जेटिक दिखते है। हालांकि उनकी पिछली और पहली फ़िल्म ‘जिनिस’ (निर्देशक – अनिल शर्मा) बॉक्स आफिस पर फ्लॉप साबित हुई थी। मुस्कान के किरदार में सिमरत कौर खूबसूरत दिखती हैं। उत्कर्ष शर्मा के साथ उनके जितने भी सिन फिल्माए गए हैं वो काफी खूबसूरत दिखते हैं। Dialogue के संदर्भ में सिमरत कौर के पास करने कोई कुछ ज्यादा नहीं था लेकिन वो अपने किरदार के साथ इंसाफ़ करने में सफल साबित हुईं हैं। मेजर जनरल हामिद इक़बाल के किरदार में मनीष वाधवा ने अपना काम खतरनाक किया है। एक नेगेटिव किरदार के लिए जो मूलभूत जरूरत होती है उसे वो दर्शकों तक पहुचाने में सफल हुए हैं। हालांकि अमरेश पूरी की कमी हर दर्शक को खली है। बाकी और भी बहुतेरों किरदार हैं जिन्होंने अपना काम बख़ूबी किया है।

 

Music & Background Score : 

 

फ़िल्म में संगीत मिथुन का है। एक सुलझे हुए संगीतकार के रूप में मिथुन की पहचान रही है। आशिक़ी 2, हाफ गर्लफ्रैंड, हेट स्टोरी 2, एक विलेन, कबीर सिंह, राधे श्याम जैसी फिल्मों में हिट गाने के पीछे मिथुन का धुन रहा है। एक बार फिर गदर में मिथुन ने अपने जबरदस्त संगीत से लोगों का दिल जीत है। गायक की बात करें तो तब की आवाज़ और अब की आवाज़ में अगर कुछ नहीं बदला है तो वो है उदित नारायण की Melody. फ़िल्म की शुरुआत में ही उदित नारायण की आवाज़ में दो गाने आपको मदहोश कर देगा। उदित नारायण की आवाज़ आपको फ़िल्म से भवनात्मक रूप से जोड़ देती है। फ़िल्म में Background Score Monty Sharma का है। एक एक्शन फिल्म में जिस टोन का म्यूजिक दर्शक को कहानी से जोड़े रखता है उसकी कमी को Monty Sharma ने पूरा किया है। इसके पहले Monty ने अनिल शर्मा की ही पिछली फिल्म ‘जिनिस’ में Background Score दिया है। वहां भी Monty के काम की तारीफ हुई थी। हालांकि फिल्म बॉक्स आफिस पर कामयाब नहीं हो पाई थी।

 

Direction & Technical Aspects

अनिल शर्मा का निर्देशन हिंदी सिनेमा के लिए एक लकीर रही है। उनकी हर फिल्म ने हिंदी सिनेमा को यादगार लम्हा दिया है। वीर, अपने, अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों, गदर, द हीरो, महाराजा, सिंह साहब द ग्रेट, हुकूमत जिसे कई सुपरहिट फिल्मों के निर्देशन में अनिल शर्मा ने अपना लोहा मनवाया है। इस फेरिस्त में गदर 2 भी अब शामिल होने जा रही है। एक्शन फिल्म का हर एक स्वाद इस फ़िल्म में अनिल शर्मा ने डाला है। अनिल शर्मा के डायरेक्शन स्टाइल का हर कोई दीवाना है। कहानी का सोल ज़िंदा रखते हुए जिस तरह से वो कहानी के अंदर जाते हैं और फिर स्टोरी को फोल्ड करते है ये सबके बस की बात नहीं। एक बाद फिर अनिल शर्मा ने अपने जबरदस्त निर्देशन से दर्शकों का दिल जीता है।

 

क्यों देखें ये फ़िल्म ?

मसाला फिल्मों के शौकीन हैं, एक्शन फिल्में देखना पसंद है, Sunny Deol को सालों बाद एक्शन अवतार में देखना चाहते हैं तो ये फ़िल्म आपके लिए है।

‘Gadar 2’ One Word Review : ख़तरनाक (A Complete 90’s era Film)

 

Review by : Abhinandan Dwivedi (Former RJ)

Chhapra: छपरा नगर निगम वार्ड नंबर 13 में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के युवा अध्यक्ष प्रिंस राज के प्रयास से शुक्रवार को आयुष्मान भारत मिशन के तहत कैंप लगाया गया। जिसमें डॉ सुरेंद्र महतो एवं डॉ विद्या भारती के सहयोग से आयुष्मान मित्र धनंजय कुमार श्रीवास्तव, रास बिहारी मिश्रा, विक्की कुमार एवं मुकेश कुमार यादव (हीरो) द्वारा वार्ड नंबर 13 के 100 से अधिक लाभुकों का आयुष्मान कार्ड बनाया गया।

वार्ड स्तर पर आयुष्मान कार्ड बनाए जाने पर लोगों ने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि पर आयुष्मान कार्ड बनाए जाने से वृद्ध और लाचार लोगों को पहुंचने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई। कार्ड बन जाने पर विभिन्न गंभीर बीमारियों का नि शुल्क इलाज करना अब संभव हो जाएगा।

प्रिंस राज, युवा अध्यक्ष अखिल भारतीय कायस्थ महासभा एवं अभिजीत श्रीवास्तव युवा महासचिव अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ने लाभुकों को बताया कि वे देश और प्रदेश के सूची सूचीबंद अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड के माध्यम से परिवार के प्रत्येक सदस्य का 5 लाख तक का मुख्य इलाज कर सकते हैं।अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड के माध्यम से परिवार के प्रत्येक सदस्य का 5 लाख तक का मुफ्त इलाज कर सकते हैं।

आयुष्मान कार्ड बनाने वाले में माया देवी, बबीता कुमारी, मुकेश कुमार यादव, भागेराम राय, लक्ष्मण राय, रूपेश पंडित, नेहा कुमारी, राजू कुमार, सीमा राय, आदित्य भास्कर, इरफान हुसैन इत्यादि साथ में राजीव कुमार उपाध्याय आरिफ इकबाल इत्यादि।

छपरा में मौत का कुंआ बनते बनते बचा खनुआ नाला, नाले में गिरी कार 4 साल के बच्चे सहित अन्य सवार को लोगों ने निकाला

Chhapra: शहर में निर्माणधीन खनुआ नाला शुक्रवार की शाम मौत का कुआं बनते बनते रह गया. शाम ढलने के साथ नगरपालिका चौक से थोड़ी ही दूर निर्माणाधीन खनुआ नाले में अचानक से एक कार पूरी तरह से आकर गिर गई. खनुआ नाले को गहराई करीब 14 फीट से अधिक है आसपास के लोगों ने तत्परता और मानवता का परिचय देते हुए तुरंत कार में सवार लोगों को बाहर निकालने का प्रयास किया.

दर्जनों लोगों की मदद से कार के अंदर बैठे चालक एवं बच्चों सहित अन्य सवार को बाहर निकाला गया. खनुआ नाले में डूबी कार से निकलने के बाद भले ही उसके सवार मौत के मुंह से बाहर आ गए लेकिन कार की दुर्घटना का डर उनके चेहरे पर स्पष्ट दिख रहा था.

शहर में खनुआ नाले के जीर्णोद्धार का कार्य जारी है श्री नंदन पथ से लेकर नगरपालिका चौक कोर्ट परिसर होते हुए खनुआ नाला नदी की तरफ जा रहा है. इसके निर्माण का कार्य 70% से अधिक पूरा हो चुका है. लेकिन विगत एक वर्ष के लंबे अंतराल से नगरपालिका चौक पर समाहरणालय के समीप सड़क के दोनों और खनुआ नाला को जीर्णशीर्ण अवस्था में छोड़ दिया गया है. यहां तक की निर्माणधीन कंपनी द्वारा खनुआ नाले के अंत में किसी तरह का सूचना पट भी नहीं लगाया गया है. जिससे कि इस सड़क का प्रयोग करने वाले लोगों को आगे सड़क के समाप्ति की सूचना मिल सके.

स्थानीय लोगों का कहना है कि शुक्रवार की शाम एक कर आ रही थी जो अचानक से खनुआ नाले में पूरी तरह गिर गई.

लोगों का कहना था कि सड़क पर किसी तरह का सूचना पट नहीं लगाया गया है. चालक के नए होने के कारण उसे उसे सड़क का अंदाजा नहीं था. जिसके कारण कार पूरी तरह से खनुआ नाले में गिर गई. आनंद फानन में आसपास के लोगों की मदद से कार का शीशा तोड़ चालक एवं अन्य लोगों को बाहर निकाला गया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कार में चालक के अलावा 4 वर्ष के बच्चे एवं अन्य तीन लोग सवार थे. खनुआ नाले में कार के गिरने का भय उनके चेहरे पर दिख रहा था और वह काफी सहमे हुए थे. कुछ समय बाद क्रेन की मदद से कार को बाहर निकाला गया.