Chhapra: भारत विकास परिषद के द्वारा ‘भारत को जानो’ नामक प्रतियोगिता का आयोजन राजेंद्र कॉलेजिएट में किया गया.

कार्यक्रम का उद्घाटन राजेंद्र महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ राजकुमार सिंह, राजेंद्र कॉलेजिएट के प्राचार्य, समाज सेवी संस्था की सदस्य कांति पांडेय एवं डॉ आरसी पांडे के द्वारा संयुक्त रूप से किया.

 

प्रतियोगिता के सीनियर वर्ग में अरविंद पब्लिक स्कूल प्रथम, राजेंद्र कॉलेजिएट द्वितीय एवं सेंट जेवियर स्कूल तृतीय स्थान पर रहा. जबकि जूनियर वर्ग में अरविंद पब्लिक स्कूल प्रथम, सेंट जेवियर्स द्वितीय तथा एसडी पब्लिक स्कूल को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ.

प्रथम आने वाले विद्यालय अरविंद पब्लिक स्कूल के बच्चे जय नगर में प्रांतीय स्तर के भारत को जानो प्रतियोगिता में सारण जिला का मान बढ़ाएंगे.

सभा का संचालन के. के. द्विवेदी एवं परमात्मा जी के द्वारा किया गया. अतिथियों का स्वागत सचिव पुनितेश्वर के द्वारा एवं धन्यवाद ज्ञापन ईश्वर प्रसाद के द्वारा दिया गया.

इस अवसर शहर के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे. अतिथियों को अंग वस्त्र एवं भारत विकास परिषद का प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.

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छपरा: हिन्दी दिवस के अवसर पर छपरा टुडे के स्थानीय कार्यालय में ‘राष्ट्रभाषा हिन्दी, दशा और दिशा विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया.

कार्यक्रम को संबोधित करते वरिष्ठ पत्रकार डॉ एच के वर्मा
कार्यक्रम को संबोधित करते वरिष्ठ पत्रकार डॉ एच के वर्मा
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संगोष्ठी को संबोधित करते पश्चिमोत्तर बिहार व्यवसायी संघ के अध्यक्ष पवन कुमार अग्रवाल

संगोष्ठी में अतिथियों ने खुलकर वर्तमान समय में हिन्दी की दशा और दिशा पर अपने विचार व्यक्त किये. संगोष्ठी को संबोधित करते हुए वरीय पत्रकार डॉ. एच. के. वर्मा ने कहा कि वर्तमान समय में हिन्दी की दशा और दिशा दोनों में विकास हुआ है. कल की अपेक्षा वर्तमान समय में हमारा भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है. उन्होंने कहा कि हिन्दी को लेकर अशुद्धियों को हमे पूर्ण रूप से त्यागना होगा. अशुद्धियों का केन्द्रीयकरण हमें इससे दूर करता है जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है. उन्होंने शैक्षणिक संस्थान में हो रहे प्रयोग का स्मरण कराते हुए कहा कि कल तक हिन्दी विषय का शोध पत्र अंग्रेजी भाषा में लिखे जाते थे लेकिन अब हिन्दी में लिखे जा रहे है. यह इसके विकास को दर्शाता है. लेकिन इन सबके बावजूद हिन्दी के प्रति समाज को जाग्रत् होना होगा. हम अशुद्धियों को नकारात्मक रूप में ना लेकर भाषा के प्रति सकारात्मक भावनाओं को प्रबल बनावें.  

संगोष्ठी को संबोधित करते हुए जेपीयू के राजनीति शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो० लाल बाबू यादव ने कहा कि आज हिन्दी अपने चर्मोत्कर्स पर है और हमें अपनी मातृभाषा पर गर्व करने की जरूरत है. यह हिन्दी के प्रति हमारा आकर्षण ही है जिसके कारण अंग्रेजी को पढ़कर हम उसका त्वरित हिन्दी अनुवाद कर लेते हैं. भाषा जनमानस में पैदा होती है इसलिए इसकी व्यापकता को समझना होगा. भारत जैसे देश में भाषा के सवाल को हल नहीं किया जा सकता क्योंकि यहां 14 हजार भाषाएँ बोली जाती हैं. 

उन्होंने कहा कि भाषा के सवाल पर हमें गंभीरता से बात करनी होगी ना कि उसकी अशुद्धियों और शुद्धिकरण पर. कोई व्यक्ति अपनी बात को दूसरे तक पहुंचा देता है यही शुद्ध भाषा है. उन्होंने भाषा के प्रबलता से उसके आधार पर बने बांग्लादेश की चर्चा की. उन्होंने हिन्दी भाषा को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हम जो बोलते हैं वह सही है. यह बहता हुआ झरझर पानी है. भाषा बहती रहती है लेकिन जैसे ही उसमें व्याकरण का अंकुश लगता है तो यह खतरनाक बन जाता है. वर्तमान समय में हिन्दी अच्छी जगह पर हैं जिसकी दशा और दिशा दोनों ही ठीक है.

गोष्ठी के दौरान अन्य वक्ता के रूप में सारण जिला कबड्डी संघ के अध्यक्ष सुरेश प्रसाद सिंह, पश्चिमोत्तर बिहार व्यवसायी संघ के अध्यक्ष पवन कुमार अग्रवाल, रोटरी सारण के संस्थापक अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल, छात्र नेता विश्वजीत सिंह चंदेल, NUJI सारण के महासचिव धर्मेन्द्र रस्तोगी, पत्रकार मनोरंजन पाठक, दैनिक भास्कर समाचार पत्र के स्थानीय प्रभारी अमन कुमार, सामाजिक कार्यकर्त्ता भंवर किशोर, तरुण प्रकाश जैसे कई गणमान्य लोगों ने भी अपने विचार व्यक्त किये.

कार्यक्रम का संचालन छपरा टुडे डॉट कॉम के प्रबंध संपादक सुरभित दत्त ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन स्थानीय संपादक संतोष कुमार बंटी ने किया. छपरा टुडे टीम के सदस्य प्रभात किरण हिमांशु, कबीर अहमद और अमन कुमार ने भी इस कार्यक्रम में अपने विचार रखे और संगोष्ठी को सफल बनाने में अहम् भूमिका निभाई.

छपरा(कबीर अहमद):  शहर में नवनिर्मित रेल ओवरब्रिज इन दिनों युवाओं के सेल्फी लेने का केंद्र बन गया है. शहर के इस पहले रेल ओवर ब्रिज के बनने की प्रतीक्षा कर रहे लोग अब इसपर घूमने से अपने को रोक नहीं पा रहे है. फिलहाल, इस ओवरब्रिज को आधिकारिक रूप से चालू नहीं किया गया है फिर भी लोगों ने बाइक, साईकिल और पैदल इस पर घूमना शुरू कर दिया है.

जब छपरा टुडे की टीम ने इस ओवरब्रिज जायज़ा लिया तो एक अलग ही नज़ारा देखने को मिला. क्या बच्चे, क्या बूढ़े और नौजवान सभी के चेहरे की मुस्कान ही सब बयां कर रही थी. कोई सेल्फी लेता दिख रहा था तो कोई ब्रिज पर चल रही ठंडी हवा का लुत्फ ले रहा था. लोगों का कहना था कि पुल बन जाने से जाम की समस्या का काफी हद तक राहत मिलेगी. इसके साथ ही रेलवे क्रासिंग पर घंटों जाम में फंसे रहने वालों के लिए यह बेहतर विकल्प साबित होगा. जब हमने बच्चों से बात की तो उन्होंने कहा कि रेलवे क्रासिंग पार कर स्कूल जाने में बहुत परेशानी होती थी जो अब ओवरब्रिज के बन जाने से समाप्त हो गयी है.

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वीडियो में देखे क्या कहा लोगों ने

आपको बता दें कि शहर के पहले रेल ओवरब्रिज को बनाने में लगभग 3 सालों का वक्त लगा है. इसके निर्माण से लोगों को रेलवे क्रासिंग पर घंटों जाम में फसने से छुटकारा मिलेगा. हालांकि इस ओवरब्रिज का फिलहाल विधिवत उद्घाटन नहीं हुआ है.

छपरा: बाढ़ सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के छपरा इकाई द्वारा स्काउट के 50 से भी ज्यादा कैडेटों के साथ मिलकर शहर में एक जागरूकता रैली निकाली गई.

इस रैली के दौरान शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर बैनर-पोस्टर एवं हैंडविल के माध्यम से आम जनता को बाढ़ के संकट से निपटने के लिए जागरूक किया गया.कैडेटों द्वारा बाढ़ के दौरान जान-माल की सुरक्षा हेतु भी लोगों को कई उपाए बताए गए.

इस जागरूकता रैली के पश्चात शहर के होली क्रॉस स्कूल में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें रेड क्रॉस की स्थानीय सेक्रेटरी जीनत जरीन मसीह ने युवाओं को बाढ़ सुरक्षा के कई प्रमुख उपाय बताते हुए सारण के बाढ़ से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में जाकर जागरूकता अभियान चलाने के लिए प्रेरित किया.

इस कार्यक्रम में रेड क्रॉस छपरा के कोषाध्यक्ष सुरेश कुमार सिंह, ए.डी. मसीह, जितेंद्र कुमार समेत स्काउट के कई कैडेट उपस्थित रहे.