छठ पर्व को पूरी तरह प्रकृति संरक्षण की पूजा माने तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। इस पर्व में लोग प्रकृति के करीब तो पहुंचते ही हैं उसमे देवत्व स्थापित करते हुए उसे सुरक्षित रखने की कोशिश भी करते हैं। वैसे देखा जाए तो भारतीय संस्कृति में कोई भी ऐसा पर्व नही है जिसका प्रकृति से सरोकार न हो।

दीपावली के छठे दिन अर्थात कार्तिक शुक्ल को षष्ठी तिथि को मनाया जाने वाला छठ महापर्व में पर्यावरण को विशेष महत्व दिया गया है। मुख्यतः यह त्योहार सूर्य पूजा, उषा पूजा, जल पूजा को जीवन में विशेष स्थान देते हुए पर्यावरण की रक्षा का संदेश भी देता है। इस पर्व में सभी लोग प्रकृति के सामने नतमस्तक होते हैं। अपनी अपनी कृतज्ञता प्रकट कर रहे होते हैं।

यह पर्व इस संसार में अपनी तरह का अकेला ऐसा महापर्व है जिसमे धार्मिक, सांस्कृतिक, प्राकृतिक, आर्थिक और सामाजिक आयाम की सबसे ज्यादा प्रबलता है। सूर्य इस त्योहार का केंद्र है। भारतीय समाज में भगवान भास्कर का स्थान अप्रतिम है। समस्त वेद, स्मृति, पुराण, रामायण, महाभारत आदि ग्रंथों में भगवान सूर्य की महिमा का विस्तार से वर्णन है। सूर्य जीव जगत के आधार है। सूर्य के बिना कोई भी भोग – उपभोग संभव नही है। अतः सूर्य के प्रति आभार प्रदर्शन के लिए छठ व्रत मनाया जाता है। ऐसा लोगो का मानना है कि सूर्य उन क्षेत्रों के सबसे उपयोगी देव हैं जहां पानी की उपलब्धता ज्यादा है। जब सूर्य समाधि में व्यक्ति स्वयं निर्जल होकर भास्कर को जल समर्पित करता है तो प्रकृति और व्यक्ति के अतुल्य समर्पण के दर्शन होते हैं। व्यक्ति के प्रकृति को स्वयं से उपर रखने के दर्शन होते हैं।

हमारी सूर्य केंद्रित संस्कृति कहती है कि वही उगेगा जो डूबेगा। जैसे सूर्य अस्त होता है वैसे ही फिर उदय होता है। अगर एक सभ्यता समाप्त होती है तो दुसरी जन्म लेती है। जो मरता है वह फिर जन्म लेता है। जो डूबता है वह फिर उबरता है। जो ढलता है वह फिर खिलता भी है। यही चक्र छठ है। यही प्राकृतिक सिद्धांत छठ का मूल मंत्र है। अतः छठ में पहले डूबते और फिर अगले दिन उगते सूर्य की पूजा स्वाभाविक है। व्रत करने वाला आभार जताने घर से निकल कर किसी तालाब, नदी, पोखरा पर जाता है और अरग्य देता है। इसका अर्थ होता है हे सूर्य आपने जल दिया है उसके लिए आभार लेकिन आप अपने ताप का आशीर्वाद भी हम पर बना कर रखें।

प्रकृति से प्रेम, सूर्य और जल की महत्ता का प्रतिक छठ पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है। पूजा स्थल को गाय के गोबर से लीपा पोती किया जाता है । वैज्ञानिकों के अनुसार, गाय के गोबर में प्रचुर मात्रा में विटामिन बी-12 पाया जाता है। यह रेडियोधर्मिता को भी सोख लेता है। घर द्वार से लेकर हर मार्ग और नदी, पोखरा, तालाब, कुआं तक की सफाई से जल, वायु और मिट्टी शुद्ध होता है जो पर्यावरण को संरक्षित करता है। इस पर्व पर प्रसाद के रूप में चढ़ाए जाने वाला केला, दीया, सुथनी, आंवला, बांस का सूप, डलिया किसी न किसी रूप में हमारे जीवन से जुड़ा हुआ है। यह पर्व पूरी तरह से वैज्ञानिक महत्व एवं प्रदूषणमुक्त हैं।

प्रकृति का हनन रोकना भी छठ है। गंदगी, काम, क्रोध, लोभ को त्यागना छठ है। सुख सुविधा को त्याग कर कष्ट को पहचानने का नाम छठ है। शारीरिक और मानसिक संघर्ष का नाम छठ है। छठ सिर्फ प्रकृति की पूजा नही है। वह व्यक्ति की भी पूजा है। व्यक्ति प्रकृति की ही तो अंग है। छठ प्रकृति के हर उस अंग की उपासना है जिसमे कुछ गुजरने की, कभी निराश न होने की, कभी हार न मानने की, डूबकर फिर खिलने की, गिरकर फिर उठने की हठ है। यह हठ नदियों में, बहते जल में, और किसान की खेती में है। इसलिए छठ नदियों, सूर्य एवं परंपराओं की पूजा है। छठ पर्व से सबक लेते हुए हमें अपनी संस्कृति, प्रकृति के प्रति जागरुक होना चाहिए। अपनी संस्कृति एवं प्रकृति की मर्यादाओं, श्रेष्ठताओं को कभी नही भूलना चाहिए।

(लेखक प्रशांत सिन्हा पर्यावरण मामलों के जानकार एवं समाज सेवी हैं।)

Chhapra/ Garkha: आस्था के महापर्व छठ पर जिले के दो सूर्य मंदिरों में भक्तों की भीड़ जुटती है. जिले के गरखा प्रखण्ड के मिठेपुर स्थित इस सूर्य मंदिर में लोगों द्वारा मांगी मन्नत पूरी होती है. घोड़ों पर सवार भगवान सूर्य की आलौकिक विशालकाय प्रतिमा भक्तों को अपने आप अपनी ओर आकर्षित करता है.

आस्था के महापर्व छठ पर यहाँ भक्तो की भाड़ी भीड़ जुटती है. सूर्य उपासना के इस महापर्व पर श्रद्धालु यहाँ रहकर चार दिवसीय अनुष्ठान को पूरा करते है. ऐसी मान्यता है कि इस स्थान से मांगी गई हर मुराद पूरी होती है.

भगवान सूर्य का यह मंदिर गरखा प्रखंड के मिठेपुर मुख्य मार्ग पर स्थित है.

Chhapra: छठ महापर्व को लेकर छठ घाट के साफ-सफाई और वहां व्यवस्था को लेकर पूजा समिति और जिला प्रशासन आपसी तालमेल से कार्य कर रहे हैं. छपरा शहर के अलीयर स्टैंड पर नगर निगम के द्वारा साफ सफाई कराई गई है. इसके साथ ही शहर के दक्षिणी छोर पर स्थित नदी घाटों पर अलग-अलग पूजा समितियों के द्वारा घाटों का निर्माण कराया गया है. जहां आना-जाना सुलभ हो इसके लिए पूरी व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही प्रकाश और सुरक्षा की व्यापक इंतजाम किए गए हैं. कई पूजा समितियों के द्वारा गोताखोर और नाव की व्यवस्था भी की गई है. ताकि पर्व के दौरान होने वाली भीड़ में किसी की डूबने की संभावनाओं को टाला जा सके.

इसके साथ ही आने जाने वाले मार्ग, वाहन पार्किंग पर पूजा समितियां विशेष ध्यान दे रही हैं. ताकि व्रत को लेकर घाटों पर पहुंचने वाले लोगों के वाहन को भी सही ढंग से लगाया जा सके और जाम की समस्या उत्पन्न ना हो. पूजा समितियों के द्वारा पूरी कोशिश की जा रही है कि व्रतियों को कोई परेशानी ना हो. आम लोग भी जगह-जगह साफ सफाई में जुटे हैं. हर मोहल्ले में लोग जन सहयोग से साफ सफाई में जुटे हैं. पूरा जिला छठ में हो गया है.

बाजारों में भी जबरदस्त रौनक देखने को मिल रही है. जगह-जगह छोटी-बड़ी दुकानें सज गई है. जहां छठ पूजा से संबंधित फल और अन्य सामान बिक रहे हैं. कुल मिलाकर कोरोना के 2 सालों के काल के बाद इस बार सब लोग खुलकर त्यौहार मना रहे हैं. व्यापारियों में भी त्यौहार पर बाजार में आई रौनक से खुशी है.

पटना:  राजधानी पटना के दानापुर में मनेर संगम के पास रविवार सुबह गंगा नदी से बालू की अवैध ढुलाई में लगी एक नाव डूब गयी है। इस नाव पर कई मजदूर सवार थे, जिनका अभी कोई पता नहीं चल पाया है। मजदूरों की खोज के लिए बचाव अभियान चलाया जा रहा है।

बताया जा रहा है कि दानापुर के मनेर प्रखंड के हल्दी छपरा संगम घाट पर बालू की अवैध रूप से लोडिंग कर पहलेजा घाट जा रही थी। अचानक तेज़ हवाओं के चलते नाव गोता खाकर गंगा में डूब गयी। बताया गया कि नाव पर 15 लोग सवार थे और यह सभी लोग गंगा में डूब गये। फिलहाल सभी नाव सवार लोग लापता हैं। यह नाव वैशाली जिले के गोविंदपुर की बताई जा रही है।

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले पर रविवार देर शाम पटना जिले के सोहगी गांव के पास आक्रोशित लोगों ने पत्थरबाजी की। हालांकि इस पत्थरबाजी के दौरान मुख्यमंत्री इस कारकेड में मौजूद नहीं थे। पथराव की वजह से मुख्यमंत्री कारकेड (काफिला) की चार वाहनों के शीशे क्षतिग्रस्त हुए हैं।

पटना के एसएसपी के मुताबिक सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गया जाने का कार्यक्रम है। मुख्यमंत्री वहां सूखे की स्थिति पर बैठक करेंगे और वहां बनाए जा रहे एक रबर डैम का निरीक्षण करेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश गया तो हेलीकॉप्टर से जाएंगे लेकिन हेलीपैड से दूसरी जगहों पर पहुंचने के लिए उनके कारकेड को पटना से गया भेजा जा रहा था।

दरअसल बीते कुछ दिन से एक युवक लापता था जिसका आज शव मिलने से नाराज लोगों ने पटना-गया मेन रोड पर शव को रखकर जाम लगा रखा था। उसी प्रदर्शन के दौरान ही कारकेड की गाड़ियां उस रास्ते से गुजरने लगीं जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने काफिले पर पथराव कर दिया।

सारण जिला क्रिकेट संघ के चुनाव में बवाल, दो गुटों में हाथापाई और जान से मारने तक की मिल गई धमकी

अध्यक्ष बनी इंदु देवी, उपाध्यक्ष बने अमरनाथ दुबे तो संयुक्त सचिव चन्दन कुमार शर्मा बने

Chhapra: सारण जिला क्रिकेट संघ के चुनाव में जमकर बवाल हुआ. संघ में दो गुट बन गए है. जिसमें एक पक्ष द्वारा संगठन का चुनाव गलत तरीके से करने का आरोप लगाया गाय. सूचना यह भी मिली कि संगठन के चुनाव के बाद दोनों गुटों के बीच हाथापाई और गाली-गलौज भी हुई. वही दूसरा पक्ष ने कहा कि पहले से जो संघ के अध्यक्ष है वह अपने अनुसार बिना किसी सूचना के अध्यक्ष बना लिए है.

आरोप यह भी लगाया गया है कि गाइडलाइन के अनुसार चुनाव सार्वजनिक स्थल पर होना चाहिए लेेकिन निजी स्थल पर कराया गया है. जिसके कारण गतिरोध सामने आने के बाद बवाल हुआ. विरोध करने पर गाली-गलौज और जान मारने की धमकी दी गई है.

इस बावत अतुल कुमार तिवारी ने इसकी लिखित सूचना डीएम व एसपी को भी दी है. थाने में भी शिकायत दर्ज कराई है. अतुल का कहना है कि क्लब के प्रतिनिधि को सूचित नहीं किया गया था. फिर भी किसी अन्य माध्यम से जानकारी मिली तो वे सभी चुनाव स्थल पर गये. अपनी बातों को रखें.

लेकिन वहां पर इनकी बातों को नहीं सुना गया. इनके पक्ष के लोगों ने कहा कि हमसभी को चुनाव की सूचना देनी चाहिए या नहीं ? इस पर बात बढ़ गई और गाली-गलौज होने लगा.

उसके बाद इसकी शिकायत थाने को की गई है. जिसमें अध्यक्षता कर रहे संजय सिंह पर जान मारने की धमकी लगाया गया है.

इस बावत संजय सिंह और क्रिकेट संघ की ओर से बताया गया कि ऐसा कोई बात नहीं है. कुछ लोग स्वार्थ में ऐसा करना चाह रहे है. चुनाव गाइडलाइन के अनुसार हुआ है.

संजय सिंह ने बताया कि चुनाव में निर्विरोध इंदु कुमारी अध्यक्ष चुनी गई है.वहीं उपाध्यक्ष अमरनाथ दुबे बने है.बाकी पदों पर भी चुनाव प्रक्रिया तहत की गई है.

विद्यालय में पहुंचे मुखिया ने कहा: बच्चे ड्रेस कोड में स्कूल आए और शिक्षक बच्चों को प्रतिदिन गृहकार्य दें

Isuapur: प्रखण्ड के डटरा पुरसौली पंचायत के दरवाँ उत्क्रमित उर्दू मध्य विद्यालय का निरीक्षण मुखिया अजय राय ने किया.

विद्यालय निरीक्षण के दौरान मुखिया ने विद्यार्थियों की कॉपी की जांच की. जिसके बाद विद्यालय के शिक्षकों को प्रतिदिन विद्यार्थियों को गृहकार्य देने और उसे पुनः अगले दिन चेक करने को कहा जिससे की छात्रों का शैक्षणिक विकास हो सकें.

इस दौरान श्री राय ने प्रत्येक वर्ग में क्लास मॉनिटर का चयन किया और जो बच्चे विद्यालय ड्रेस कोड में नही पाए गए उन्हें एक सप्ताह के अंदर ड्रेसकोड में आने के लिए निर्देश दिया गया.

उन्होंने सभी शिक्षकों और छात्रों से विद्यालय में अनुशासन के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया.

मुखिया अजय राय ने कहा कि लगातार एक अभियान के तहत सरकारी विद्यालयों को बेहतर करने की कोशिश में लगे हुए है और इसके लिए लगातार प्रचार प्रसार हो रहा है. ऐसे में अभिभावकों का भी सहयोग जरूरी है और पूर्ण विश्वास है की पंचायत में शिक्षा का संचार बेहतर ढंग से होगा.

दाऊदपुर में दो बाइकों की टक्कर, सवार दो युवकों की हो गई मौत

Daudpur : छपरा जिले के दाउदपुर थाना क्षेत्र के नंदलाल सिंह कॉलेज के निकट दो बाइको की आमने सामने की टक्कर में दो युवकों की मौत हो गयी.

मृत युवकों की पहचान एकमा थाना क्षेत्र के एकारी ग्राम निवासी गिरिधर कुमार व दुसरे युवक की पहचान दाउदपुर के समता पार निवासी सुजीत पुरी के रूप में हुई है. दोनों युवकों का शव एकमा सीएचसी में रखा गया था. जहां से दोनों युवकों का शव पोस्टमार्टम के लिए छपरा भेज दिया गया है.

युवकों की मौत की सूचना के बाद परिजनों के बीच हाहाकार मच गया. एकमा सीएचसी में पहुँचे परिजन शव देखकर दहाड़ मारकर रो रहे थे.

ट्रस्ट ने निशुल्क आंख जांच शिविर का किया आयोजन

Chhapra: उषा श्रीप्रकाश मेमोरियल एजुकेशन एवं सोशल वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा निःशुल्क आँख जाँच शिविर का आयोजन किया गया. आँख जाँच शिविर में सैकड़ों लोगों ने आँख जाँच के साथ डॉक्टर से परामर्श प्राप्त किया.

इस दौरान निःशुल्क दवा और चश्मा भी दिया गया. ट्रस्ट की अध्यक्ष राखी गुप्ता ने कहा कि चौथी बार निशुल्क जांच शिविर का आयोजन कराया गया है. पिछले कई वर्षों से ट्रस्ट के द्वारा जन सेवा के भाव से कार्य किया जा रहा है. पिछले 6 महीने से निःशुल्क जन सेवा केंद्र के माध्यम से लोगों को लाभ पहुंचाया जा रहा है.

महासचिव वरुण प्रकाश राजा ने कहा कि लोगों की सेवा के लिए लगातार के सदस्य प्रयासरत हैं. हर वर्ग के लिए कैंप लगाकर केंद्र एवं राज्य सरकार की सभी योजनाओं का लाभ दिलाया जा रहा है. निःशुल्क आँख जांच शिविर में डॉक्टरों के द्वारा आंख जांच के साथ-साथ दवा एवं चश्मा निशुल्क दिया जाएगा.

लोगों की जरूरतों को देखते हुए आने वाले महीने में मेगा हेल्थ चेक अप कैंप का आयोजन किया जायेगा. जिन लोगों के घर में 60 वर्ष से उपर के बुजुर्ग है उनका पेंशन भी बनाया जा रहा है उसके साथ जिनका भी पेंशन रुक गया है उनका सत्यापन भी कराया जा रहा है.

पटना: बिहार में महागठबंधन की सरकार आने के बाद राजद के मंत्रियों को परेशान करने का भाजपा कोई मौका तो नहीं ही छोड़ रही है लेकिन कुछ मंत्रियों के अपशब्द बोलने से नीतीश सरकार परेशान है। इसे गंभीरता से लेते हुए उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आज राजद के सभी मंत्रियों के लिए कई सख्त फरमान जारी किया है। उन्होंने विधायकों से आग्रह किया है कि इन गाइडलाइन्स का सख्ती से पालन किया जाये।

मंत्रियों को दिए गए गाइडलाइन्स

1. सरकार में राष्ट्रीय जनता दल के मंत्री विभाग में अपने लिए कोई नई गाड़ी नहीं खरीदेंगे।

2. राष्ट्रीय जनता दल के मंत्री उम्र में उनसे बड़े कार्यकर्ता, शुभचिंतक, समर्थक या किसी भी अन्य व्यक्ति को पांव नहीं छूने देंगे। शिष्टाचार और अभिवादन के लिए हाथ जोड़कर प्रणाम, नमस्ते व आदाब की परंपरा को ही बढ़ावा देंगे।

3. सभी मंत्रियों का सभी के साथ सौम्य और शालीन व्यवहार हो तथा बातचीत सकारात्मक रहे। सादगी से पेश आते हुए सभी जाति/धर्म के गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को अविलंब प्राथमिकता के आधार पर मदद करेंगे।

4. किसी से भेंट स्वरूप पुष्पगुच्छ/गुलदस्ता लेने-देने के स्थान पर किताब-कलम के आदान-प्रदान को बढ़ावा देंगे और इस आशय का आग्रह लगातार करेंगे।

5. सभी विभागीय कार्यों में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में ईमानदारी, पारदर्शिता, तत्परता और त्वरित क्रियान्वयन की कार्यशैली को बढ़ावा देंगे।

6. सभी मंत्री मुख्यमंत्री एवं अपने अधीनस्थ विभागों की कार्य योजनाओं और विकास कार्यों का सोशल मीडिया पर लगातार प्रचार-प्रसार करेंगे ताकि जनता को आपके हरेक पहलकदमी की सकारात्मक जानकारी प्राप्त हो सके।

Chhapra: छपरा-बलिया रेल खंड पर स्थित मांझी रेल पुल के पाया नम्बर तीन पर एक युवक एवं एक युवती की ट्रेन से कटकर मौत हो गई. घटना शुक्रवार के दोपहर की है.

सूचना पाकर घटनास्थल पर यूपी की बैरिया तथा बिहार की मांझी थाना पुलिस पहुंच गई. हालांकि समाचार लिखे जाने तक मृतकों की पहचान नहीं हो सकी थी.

यूपी-बिहार को रेल मार्ग से जोड़ने वाले सरयू नदी पर बने रेल पुल के पाया नंबर तीन के पर शुक्रवार को एक युवक एवं एक युवती की ट्रेन से कटकर मौत होने के बाद चर्चा का बाजार गर्म हो गया. हालांकि दोनों का चेहरा इस कदर वीभत्स हो चुका था कि पहचान हो पाना मुश्किल लग रहा था. करीब दो घण्टे तक दोनों प्रदेशों की पुलिस सीमा विवाद में उलझी रही. हालाँकि बाद में स्थानीय जानकर लोगों से सलाह मशविरा के बाद मांझी थाना पुलिस ने दोनों शव को पोस्टमार्टम के लिए छपरा भेज दिया. लोमहर्षक मौत की घटना को लेकर मृतकों के प्रेमी युगल होने की जोरदार चर्चा की जा रही है. मृतक का शव इस कदर क्षत-विक्षत था कि पुल में चल पाना भी मुश्किल हो रहा था.

Chhapra: सारण पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर दरियापुर थानान्तर्गत टुकहारा चंवर में छापामारी कर 1790 लीटर अंग्रेजी शराब लदा हुआ एक ट्रक एवं एक पिकअप तथा 2 मोटरसाईकिल को जब्त कर 4 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. 

पुलिस ने गुप्त सूचना पर दरियापुर थानान्तर्गत टुकहारा चंवर में शराब से लदे ट्रक को आपूर्ति करने के दौरान पकड़ा है। प्राप्त सूचना के आधार पर पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार पुलिस टीम द्वारा दरियापुर थानान्तर्गत ग्राम टुकहारा चंवर में छापामारी कर 1790 ली० अंग्रेजी शराब लदा एक डी० सी० एम० ट्रक, एक पिकअप एवं 2 मोटरसाईकिल तथा 5 मोबाईल जब्त कर 4 शराब कारोबारियों को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार अभियुक्तो का नाम एवं पता :
1. विकास कुमार , पे० – सुनिल कुमार राय , सा० – साहपुर दियारा नया टोला , थाना – पहलेजा ओ० पी०।
2. दीपु कुमार , पे० विरेन्द्र राम , सा०- पहलेजा पूर्वी टोला , सभी थाना – सोनपुर।
3. रंजीत कुमार , पे० – स्व ० रामनाथ राय , सा० पहलेजा पूर्वी टोला , सभी थाना – सोनपुर।
4. रजनीश कुमार , पे० – शिवनाथ राम , सा०- पहलेजा पूर्वी टोला , सभी थाना – सोनपुर।


सारण पुलिस ने 48 अभियुक्तों को किया गिरफ्तार