Chhapra: दशहरा, दुर्गापूजा के अवसर पर काफी संख्या में जनसमूह प्रतिमा दर्शन हेतु सड़कों पर निकलते है। जिसके फलस्वरूप छपरा शहर में काफी संख्या में भीड़ होने की संभावना है।

उक्त के दृष्टिगत दिनांक-09.10.24 से मुर्ति विर्सजन होने तक छपरा शहर में यातायात के सुगम संचालन हेतु जिलाधिकारी सारण का कार्यालय ज्ञापांक-6927/सी०, दिनांक-18.09.24 तद्नुसार अनुमंडल पदाधिकारी सदर छपरा का कार्यालय ज्ञापांक-1340/आर०सी०, दिनांक-01.10.24 के द्वारा निम्नांकित निर्देश जारी किये गये हैः

1. मांझी, रिविलगंज, एकमा, के तरफ से छपरा आने वाले वाहन बह्मपुर चौक से आगे शहर की तरफ नहीं जायेगें, ये सभी वाहन विवेकानंद नेशनल पब्लिक स्कुल के सामने से बाईपास सडक होते उमधा चौक एवं मेथवलिया चौक के रास्ते अपने गंतव्य को जायेगें। मलमलिया एवं बनियापुर के रास्ते छपरा आने वाले बस उमधा चौक से मेथवलिया चौक एवं खैरा, गरखा, डोरीगंज के तरफ से आने वाले बस मेथवलिया चौक तक ही आयेगें तथा पुनः वहीं से वापस अपने गंतव्य को लौट जायेंगें। कोई भी बस मेथवलिया चौक से आगे बाजार समिति या साढ़ा ढाला की तरफ नहीं जायेगें। सभी बस/बडी वाहन मेथवलिया चौक से 500 मीटर दूर अपने वाहन को पार्क करेगें।

2. मेथवलिया चौक से फल सब्जी / एफ०सी०आई० की लोड गाडी ही बाजार समिति तक आयेगी। बाजार समिति से आगे जाने की अनुमति नहीं है। नेवाजी टोला चौक से गरखा ढाला, नेहरू चौक, रामनगर, मठिया मोड के तरफ एवं भिखारी ठाकुर चौक से गांधी चौक के तरफ बड़ी वाहनों का परिचालन पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। सरकारी बस स्टैण्ड एवं साढा ढाला बस स्टैण्ड में कोई भी बस नहीं लगेगी।

3. छोटी वाहनों यथा चार चक्का एवं तीन चक्का वाहन साढ़ा ढाला ओवर ब्रिज के उपर से परिचालन प्रतिबंधित रहेगा, इस प्रकार के वाहन साढा ढाला-शक्तिनगर, दहियाँवा टोला-जगदम्ब कॉलेज ढाला तक ही जायेगी। भिखारी ठाकुर चौक से पुलिस लाईन से पहले हवाई अड्डा मोड से हवाई अड्डा पार्किंग में जायेगी उससे आगे परिचालन प्रतिबंधित रहेगा। नेवाजी टोला चौक से गरखा ढाला की ओर तथा बह्मपुर चौक से गुदरी बाजार की ओर परिचालन पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। उमधा चौक से मगाईडीह तक, तथा इनई के तरफ से आने वाली छोटी वाहनो का परिचालन निचली रोड में आजायबगंज तक ही होगा। उससे आगे परिचालन प्रतिबंधित रहेगा। उक्त के क्रियान्वयन हेतु छपरा शहर में एवं प्रवेश मार्गों पर महत्त्वपूर्ण स्थलों को चिन्हित कर जगह-जगह यातायात पोस्ट एवं बैरियर / ड्राप गेट बनाया गया है।

4. मेला में दो पहिया वाहन चालको पर निगरानी रखने हेतु विशेष टीम का गठन किया गया है। लहरिया कट/रेस ड्राईविंग / ट्रिपल लोड/बिना हेलमेट / प्रेशर हार्न / फायरिंग साईलेंसर / अन्य यातायात नियम उल्लंघन करने वाले चालकों के विरूद्ध विधि सम्मत कार्रवाई कार्रवाई की जायेगी।

पार्किंग स्थल

उक्त के दृष्टिगत छोटी वाहनों के लिए निम्नांकित पार्किंग स्थल चिन्हित किया गया हैः-

1. जगदम्ब कॉलेज छपरा का मैदान।

2. छपरा हवाई अड्डा का मैदान।

3. प्रभुनाथ सिंह कॉलेज का मैदान।

– अबतक दो लाख से अधिक भक्तों ने किया दर्शन-पूजन
– मा विंध्यवासिनी के जयकारे से गुंजायमान हो उठा विंध्यधाम

मीरजापुर, 03 अक्टूबर (हि.स.)। आदिशक्ति जगत जननी मां विंध्यवासिनी के धाम विंध्याचल में शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन गुरुवार की भोर से ही श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। हर कोई मां की झझलक पाने को लालायित दिखा। अबतक दो लाख से अधिक दर्शनार्थियों ने विंध्यवासिनी के शैलपुत्री स्वरूप के दर्शन किए।

मां विंध्यवासिनी के धाम में बुधवार की देर रात से ही भक्तों के आने का सिलसिला शुरू हो गया। भोर की मंगला आरती के बाद घंटा-घड़ियाल के बीच विंध्यधाम मां विध्यवासिनी के जयकारे से गुंजायमान हो उठा। हाथ में नारियल, चुनरी, माला-फूल प्रसाद के साथ कतारबद्ध श्रद्धालु मां की भक्ति में लीन दिखे। इस अवसर पर मां विंध्यवासिनी का भव्य श्रृंगार किया गया था। मंदिर को फूलों व रंग-बिरंगी झालरों से सजाया गया था, जो अलौकिक छटा बिखेर रहा था। किसी ने झांकी तो किसी ने गर्भगृह से मां का दर्शन-पूजन कर मंगलकामना की। विंध्यवासिनी के दर्शन-पूजन के बाद भक्तों ने मंदिर परिसर पर विराजमान समस्त देवी-देवताओं के चरणों में शीश झुकाया। इसके बाद भक्तों ने मां काली और मां अष्टभुजा का दर्शन कर त्रिकोण परिक्रमा पूर्ण की।

पूजन-अनुष्ठान के लिए भक्तों ने जमाया डेरा

नवरात्र के प्रथम दिन ही विंध्याचल के सभी होटल लगभग भर गए। नौ दिनों तक पूजन-अनुष्ठान करने वाले भक्त पहले ही डेरा जमा चुके हैं। मंदिर की छत पर पूजन-अनुष्ठान का दौर शुरू हो गया, जो नवमी तक चलेगा।

श्रद्धालुओं में दिखी विंध्य कारिडोर देखने को उत्सुकता

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्य कारिडोर को जीवंत बनाने के लिए जिला प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक रखी है। ध्वस्तीकरण के बाद विध्यधाम पूर्ण रूप से संकरी गलियों से मुक्त हो गया है। इससे श्रद्धालुओं को काफी सहूलियत होने लगी है।अब श्रद्धालु विंध्यवासिनी मंदिर से ही गंगा दर्शन भी कर रहे हैं। श्रद्धालु विंध्य कारिडोर देखने को काफी उत्सुक दिखे। कहा कि कारिडोर बनने से निश्चित तौर पर श्रद्धालुओं की आमद बढ़ेगी।

रोप-वे से आसान हुई श्रद्धालुओं की राह

पर्यटन विभाग ने 16 करोड़ की लागत से पीपीपी माडल पर विंध्य पर्वत पर रोप-वे का निर्माण कराया है। यह पूर्वाचल का पहला रोप-वे है। पहले मां अष्टभुजा व मां काली के दर्शन-पूजन के लिए श्रद्धालुओं को सीढ़ी चढ़कर जाना होता था, जो बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए खासा थकान भरा होता था। अब रोप-वे संचालन शुरू होने से श्रद्धालुओं की राह आसान हो गई है और काफी सहूलियत भी होने लगी है।

नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (हि.स.)। सुप्रीम कोर्ट ने 1998 में बिहार के पूर्व मंत्री बृजबिहारी प्रसाद की हत्या मामले में पूर्व सांसद सूरजभान सिंह समेत 6 लोगों को बरी करने के पटना हाई कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा है। हालांकि जस्टिस संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली बेंच ने मुन्ना शुक्ला और मंटू तिवारी को उम्रकैद की सजा सुनाई। सुप्रीम कोर्ट ने दोनों को 15 दिनों के अंदर सरेंडर करने को कहा।

पटना हाई कोर्ट ने इस मामले में पूर्व सांसद सूरजभान सिंह, पूर्व विधायक ​​मुन्ना शुक्ला समेत 9 लोगों को बरी कर दिया था। बृज बिहारी प्रसाद की 1998 में उस समय हत्या कर दी गई थी जब वे आईजीआईएमएस में इलाज के लिए भर्ती थे। पूर्व मंत्री की पत्नी और भाजपा नेता रमा देवी के अलावा सीबीआई ने भी पटना हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती दी थी।

Chhapra: शारदीय नवरात्र के पहले दिन गुरुवार काे माता रानी के ​मंदिरों में सुबह से भक्तों की भीड़ लगी हुई है। शहर में स्थित सभी देवी मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। शुभ मुहूर्त में घरों भक्त देवी पूजा के लिए स्थापना कर रहें है।

माता रानी की घरों एवं मंदिरों में सात दिन भक्त पूजा अर्चना करेंगे। शारदीय नवरात्र के पहले दिन कलश स्थापना करने में भक्त लगे हुए है। प्रात: काल से ही लोगों ने विधि विधान से कलश स्थापित कर पूजा अर्चना शुरू कर दिया है।

जिले के अंबिका भवानी शक्तिपीठ, गढ़ देवी मंदिर समेत तमाम देवी मंदिर पर सुबह से ही भीड़ जुटी है। मां भगवती के दिव्य स्वरूपों का दर्शन कर भक्त माता रानी की विधिक पूजा अर्चना कर रहे हैं।

मंदिर प्रबंधन ने सुरक्षा के मद्देनजर सीसीटीवी कैमरे लगाए हुए हैं। इसके साथ ही भीड़ नियंत्रण के लिए बैरिकेडिंग भी की गई हैं। साथ ही पुलिस बल भी शहर के प्रमुख मंदिरों में तैनात किए गये हैं।

दुर्गासप्तशी के पाठ का महत्व बहुत ही अपरंपार है। यह हिन्दू धर्म का सर्वमान्य ग्रन्थ में एक है। भगवती के कृपा के इसमें सुन्दर बड़े बड़े गूढ़ साधन के रहस्य भरे है।  दुर्गासप्तशी एक ऐसा प्रसाद है जो प्राणी इसे ग्रहण कर लेता है वह धन्य हो जाता है. इसके पाठ करने से देवी के विभिन्न शक्तियों को ग्रहण करने का साधन है।  कर्म और भक्ति की अलग अलग मन्दाकिनी बहाने वाला ग्रन्थ है।

मार्कण्डेय पुराण में वर्णित देवी के अलग अलग रूप का वर्णन किया हुआ है. इस पाठ को शतचंडी, नवचंडी तथा चंडी पाठ भी कहा जाता है. व्यक्ति के ऊपर मानसिक परेशानी, पारिवारिक कष्ट, असाध्य रोग से परेशान है इस अवस्था में दुर्गा सप्तशती का पाठ बहुत ही लाभकारी होता है. इस पाठ को करने से परिवार में बनी हुई नकारत्मक शक्ति, उपरी बाधा से परेशान है दुर्गा सप्तसी के पाठ करने से सभी तरह परेशानी दूर होते है। देवी भगवत पुराण में वर्णन है ऐश्वर्यकामी रजा सुरथ अपने अखंड साम्राज्य को प्राप्त किया. इस पाठ को करते समय कई नियम है उस नियम को पालन करना पड़ता है.

(1) दुर्गासप्तशी के पाठ करने वाले व्यक्ति अपना मन एकाग्रचित होकर, प्रतिदिन नियम पालन करना पड़ता है जैसे पाठ करने वाले शुद्ध भोजन करे, लाल वस्त्र धारण करे. ललाट पर भस्म या लाल चन्दन लगाए. एक समय भोजन करे. संभवत हो सके फलहार करे.

(2) दुर्गासप्तशी के पाठ आरम्भ करने के पहले गणेश जी का पूजन करे अपने कुलदेवता का पूजन करे. अगर कलश स्थापना किए है उनका पूजन करे फिर माता को भोग लगाकर फिर पाठ को आरम्भ करे .

(3) दुर्गासप्तशी का पाठ करने वाले को ध्यान देना चाहिए किताब को रखते समय दुर्गासप्तशी को लाल कपड़ा में लपेटकर केले के पते पर रखे. पाठ आरम्भ करने के पहले पुस्तक का पूजन करे फिर पाठ को आरंभ करे.

(4) दुर्गासप्तशी में 13 अध्याय है, कुल 700 श्लोक है. इसके आलावा इसमें कुछ विशेष पाठ है जिसे करने पर व्यक्ति के जीवन में बनी हुई परेशानी दूर होती है और सभी कार्य पूर्ण होते है.

(5) दुर्गासप्तशी का पाठ आप सम्पूर्ण नहीं कर सकते तो चरित्र पाठ का करे। पुरे पाठ को चरित्र में दिया गया है. जिसे पाठ करने वाले को आसानी हो सके. इस पाठ में तीन चरित्र में बाटा गया है प्रथम चरित्र, मध्यम चरित्र, उतर चरित्र, अगर इसमें भी करने में सक्षम नहीं है अध्याय पाठ कर सकते है.

(6) दुर्गा सप्तशती के पाठ करने वाले बात को ध्यान में रखे पाठ का उच्चरण करते समय सावधानी रखे उच्चारण गलत नहीं होना चाहिए.

(7) दुर्गासप्तशती के पाठ आरंभ करने के पहले कवच, अर्गला, कीलक का पाठ करे. पाठ करते समय अधुरा पाठ छोड़कर नहीं उठे। इससे पाठ का फल प्राप्त नहीं होता है.

(8) पाठ के समाप्त होने बाद सिद्धिकुंजिका का पाठ करे। फिर नवार्ण मंत्र का जाप करे। फिर पूजन का आरती करे और शंख बजाएं और माता का आशीर्वाद प्राप्त करे.

(9) पाठ करने के दौरान आपके दौरान भूल चुक से कोई गलती हो जाय आरती करने के बाद क्षमा प्रार्थना का पाठ को पढ़े और दोनों हाथ जोड़कर माता से आग्रह करे
मेरे द्वारा किए गए अपराध को क्षमा करे.

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847

आज का पंचांग
दिनांक 03/10/2024 बुधवार
आश्विन शुक्लपक्ष प्रतिपदा
रात्रि 02:58 उपरांत द्वितीय (04 अक्तूबर 24 )
नक्षत्र हस्त
दोपहर 03:32 उपरांत
विक्रम सम्वत :2081
चन्द्र राशि कन्या
सुबह 05:06 उपरांत तुला (04 अक्टूबर 2024)
सूर्योदय 05:43 सुबह
सूर्यास्त :05:34 संध्या,
चंद्रोदय :05:58 सुबह
चंद्रास्त : 05:50 दोपहर
ऋतू : शरद
चौघडिया,दिन
चौघड़िया :
शुभ 05:43 सुबह 07:11 सुबह,
रोग 07:11 सुबह 08:40 सुबह
उद्देग 08:40 सुबह 10:09 सुबह
चर 10:09 सुबह 11:38 सुबह
लाभ 11:38 सुबह 01:07 दोपहर
अमृत 01:08 दोपहर 02:37 दोपहर
काल 02:36 दोपहर 04:05 संध्या
शुभ 04:06 संध्या 05:34 संध्या
लगन :कन्या
सुबह 06:47 उपरांत तुला लगन
राहुकाल
दोपहर 01:07 से 02:36 दोपहर
अभिजित मुहूर्त
सुबह 11:15 से 12:03 दोपहर
दिशाशूल दक्षिण
यात्रा विचार : आज कही यात्रा पर जाने के पहले जीरा खाकर यात्रा करे यात्रा पूर्ण होगा.
आज का राशिफल

मेष (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। किसी वरिष्ठ व्यक्ति के सहयोग से कार्य की बाधा दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। परिवार के लोग अनुकूल व्यवहार करेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। नए लोगों से संपर्क होगा। आय में वृद्धि तथा आरोग्य रहेगा। चिंता में कमी होगी।
लकी नंबर 5 लकी कलर नीला

वृष (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन किसी जानकार प्रबुद्ध व्यक्ति का सहयोग प्राप्त होने के योग हैं। तंत्र-मंत्र में रुचि रहेगी। किसी राजनयिक का सहयोग मिल सकता है। लाभ के दरवाजे खुलेंगे। चोट व दुर्घटना से बचें। व्यस्तता रहेगी। थकान व कमजोरी महसूस होगी। विवाद से बचें। धन प्राप्ति होगी।
लकी नंबर 1 लकी कलर संतरी

मिथुन (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन स्वास्थ्य का ध्यान रखें। चोट व दुर्घटना से बचें। आय में कमी रह सकती है। घर-बाहर असहयोग व अशांति का वातावरण रहेगा। अपनी बात लोगों को समझा नहीं पाएंगे। ऐश्वर्य के साधनों पर बड़ा खर्च होगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। हितैषी सहयोग करेंगे।
लकी नंबर 4 लकी कलर बैगनी

कर्क(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन नई योजना लागू करने का श्रेष्ठ समय है। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक कार्य सफल रहेंगे। मान-सम्मान मिलेगा। कार्यसिद्धि होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। घर-बाहर प्रसन्नता का माहौल रहेगा। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। बड़ा कार्य करने का मन बनेगा।
लकी नंबर 2 लकी कलर पिला

सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। बनते कामों में विघ्न आएंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे। जीवनसाथी से सामंजस्य बैठाएं। फालतू खर्च होगा। कुसंगति से बचें। बेवजह लोगों से मनमुटाव हो सकता है। बेकार की बातों पर ध्यान न दें। आय में निश्चितता रहेगी।
लकी नंबर 6 लकी कलर लाल

कन्या (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में सुकून रहेगा। जल्दबाजी में कोई आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है। कानूनी अड़चन आ सकती है। विवाद न करें।
लकी नंबर 7 लकी कलर हरा

तुला (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। आय में वृद्धि तथा उन्नति मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। पार्टनरों का सहयोग समय पर प्राप्त होगा। यात्रा की योजना बनेगी। घर-बाहर कुछ तनाव रहेगा।
लकी नंबर 8 लकी कलर नीला

वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। आय में वृद्धि तथा उन्नति मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। पार्टनरों का सहयोग समय पर प्राप्त होगा। यात्रा की योजना बनेगी।
लकी नंबर 4 लकी कलर संतरी

धनु(ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन दु:खद सूचना मिल सकती है, धैर्य रखें। फालतू खर्च होगा। कुसंगति से बचें। बेकार की बातों पर ध्यान न दें। अपने काम पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा।
लकी नंबर 1 लकी कलर महरुम

मकर (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन घर-बाहर प्रसन्नतादायक वातावरण रहेगा। नौकरी में चैन महसूस होगा। व्यापार से संतुष्टि रहेगी। संतान की चिंता रहेगी। प्रतिद्वंद्वी तथा शत्रु हानि पहुंचा सकते हैं। मित्रों का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। यात्रा की योजना बनेगी। प्रसन्नता रहेगी।
लकी नंबर 9 लकी कलर फिरोजा

कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन घर-बाहर प्रसन्नतादायक वातावरण रहेगा। नौकरी में चैन महसूस होगा। व्यापार से संतुष्टि रहेगी। संतान की चिंता रहेगी। प्रतिद्वंद्वी तथा शत्रु हानि पहुंचा सकते हैं। मित्रों का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। यात्रा की योजना बनेगी।
लकी नंबर 3 लकी कलर सफेद

मीन(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन यात्रा मनोनुकूल मनोरंजक तथा लाभप्रद रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति संभव है। व्यापार-व्यवसाय से मनोनुकूल लाभ होगा। घर-बाहर सफलता प्राप्त होगी। परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी। काम में लगन तथा उत्साह बने रहेंगे।
लकी नंबर 1 लकी कलर केशरी

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष , वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ 8080426594/9545290847

Chhapra:  शारदीय नवरात्र की शुरुआत गुरुवार से पदम तथा बुधादित्य योग के साथ ही चित्रा नक्षत्र में होने जा रही है। इसके चलते मंदिराें और घर-घर में कलश स्थापना की जाएगी। नौ दिनों तक माता रानी के नौ रूपों की पूजा-अर्चना की जाएगी। पहले दिन कलश स्थापना के साथ ही नौ दिन मां जगदम्बा के अलग-अलग रूपों की आराधना होगी।

माता के श्रंगार के लिए चुनरी, प्रसाद व पूजन सामग्री की दुकानों पर लोगों की एक दिन पूर्व बुधवार को भीड़ नजर आई। वहीं मंदिरों में सजावट सहित अन्य तैयारियां अंतिम दौर में हैं।  प्रातःकाल का समय सर्वश्रेष्ठ बताया है। नवरात्र के पहले दिन चित्रा नक्षत्र तथा वैधृति योग का संयोग बनने पर शास्त्रों में अभिजीत मुहूर्त के समय घट स्थापना का प्रावधान है।

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा ने बताया कि 03 अक्तूबर 2024 दिन गुरूवार सुबह से लेकर 03:17 मिनट दोपहर तक कलश स्थापना किया जायेगा.

प्रतिपदा तिथि का आरम्भ 02 अक्तूबर 2024 दिन बुधवार रात्रि 11:05 से, प्रतिपदा तिथि का समाप्त 04 सितंबर 2024 रात्रि 01:01 मिनट तक

हस्त नक्षत्र 03 अक्तूबर 2024.दोपहर 03 :17 मिनट तक रहेगा. अभिजित मुहूर्त सुबह 11:14 से 12:02 दोपहर तक रहेगा। अमृत काल सुबह 08:45 से 10:33 सुबह तक रहेगा। 

इसे भी पढ़ें: शारदीय नवरात्रि: कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त

 

 

Chhapra: अवैध बालू का परिवहन कर रहे है वाहनों पर सारण पुलिस के द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में मढ़ौरा थाना पुलिस टीम द्वारा अवैध बालू का परिवहन कर रहे 7 ट्रैक्टरों को जब्त किया गया है तथा इस संबंध में इन ट्रैक्टरो के कुल 14 चालक, मालिक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जा रही है।

अवैध बालू खनन, परिवहन एवं भंडारण के विरूद्ध सारण जिला पुलिस द्वारा विशेष अभियान चलाकर अवैध बालू के कारोबार में संलिप्त बालू माफियाओं, कारोबारियों के विरूद्ध जिला पुलिस ने अभियान चला रखा है।

 

Patna: महात्मा गांधी की जयंती पर जन सुराज आधिकारिक तौर पर दल में परिवर्तित हो गया हैं। पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में लाखों की संख्या से बिहार के कोने-कोने से आए लोगों की सहमति से जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने दल के पहले कार्यवाहक अध्यक्ष के साथ साथ दल के संविधान के पांच प्रमुख प्रावधानों को बिहार और देश की जनता के समक्ष रखा।

प्रशांत किशोर ने अपने संबोधन में सबसे पहले जनता को जन सुराज के पांच बड़े वादों को जनता के सामने रखा। पहला बिहार को फिर से ज्ञान की भूमि बनाना। बिहार के गौरवशाली इतिहास में पूरे विश्व से लोग नालंदा और विक्रमशिला में ज्ञान प्राप्ति के लिए आते थे। उस बिहार में उसके बच्चों के लिए फिर से ऐसी व्यवस्था बनाना। दूसरा हर युवा के हाथ में बिहार में ही रोजगार ताकि बिहार से पलायन को बंद कर सके। तीसरा हर 60 वर्ष की आयु से ऊपर हर महिला- पुरुष को प्रतिमाह 2 हजार रुपए की पेंशन। इसी के साथ महिलाओं को सरकारी गारंटी पर व्यवसाय के लिए 4 प्रतिशत सालाना ब्याज पर पूंजी उपलब्ध कराना और पांचवा वादा कि बिहार के किसानों को सहयोग करके बिहार में हो रही पेट भरने वाली खेती से कमाने वाली बनाना। प्रशांत किशोर ने आज बिहार को यह सुनिश्चित कराया की जन सुराज आएगा और यह 5 काम हो जाएंगे।

सर्वसम्मति से हुआ जन सुराज पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज भारती का चयन

प्रशांत किशोर ने दल की घोषणा करने के बाद इसके पहले कार्यकारी अध्यक्ष पूर्व भारतीय राजनयिक मनोज भारती के नाम को औपचारिक तौर पर लोगों के बीच रखा। प्रशांत ने मनोज भारती का परिचय देते हुए बताया कि इनका जन्म मधुबनी में हुआ है और ये अनुसूचित जाति से आते हैं। मनोज की शुरुआती शिक्षा जमुई के सरकारी विद्यालय से हुई और उसके बाद उन्होंने नेतरहाट से पढ़ाई की। उन्होंने IIT कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की। फिर IIT दिल्ली में पढ़ाई करते हुए उनका चयन भारतीय विदेश सेवा में हुआ। वे चार देशों में देश के राजदूत रहे भी रहे।

प्रशांत किशोर ने जन सुराज दल के संविधान के प्रमुख प्रावधानों को भी जनता के सामने रखा और उनकी इन सभी पर सहमति भी ली। सबसे पहले उन्होंने बताया की जन सुराज के अध्यक्ष का कार्यकाल 1 साल का होगा और लीडरशिप काउंसिल का 2 साल। दूसरा उन्होंने बताया की जन सुराज देश का पहला दल होगा जो Right to Recall (राइट टू रिकॉल) लागू करेगा। जनता ही अपना उम्मीदवार का चयन करेगी और उनको मध्य कार्यकाल में ही हटाने का अधिकार भी जनता के पास होगा। इसी के साथ में उन्होंने महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए ऐलान किया कि जन सुराज ने चुनाव आयोग को अपने आधिकारिक झंडे के लिए आवेदन किया है उसमे महात्मा गांधी के साथ-साथ बाबा साहेब अंबेडकर का भी चित्र होगा।

जन सुराज से जुड़े साथियों और प्रशांत किशोर ने जो जिम्मेदारी दी है उसे पूरा करने का प्रयास करेंगे और बिहार को बेहतर बनाएंगे: मनोज भारती

जन सुराज के नव चयनित कार्यकारी अध्यक्ष मनोज भारती ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आप बिहार से बिहारी को दूर कर सकते हैं पर उनके दिल से बिहारी मानसिकता को नहीं निकाल सकते हैं। उन्होंने उत्तर बिहार में आए बाढ़ पर चिंता व्यक्त की और कहा कि जन सुराज यह सुनिश्चित करेगा कि जो नदियाँ बिहार के लिए अभिशाप बन गई हैं, उन्हें जन सुराज वरदान बना सके। अपने राजनयिक जीवन का उदहारण देते हुए उन्होंने कहा कि जब वह किसी विदेशी नेता या राजनयिक को तोहफा देते थे तो वह मधुबनी की चित्रकला, भागलपुर का सिल्क, आदि होता था। साथ ही उन्होंने अपने नेतरहाट के दिनों को याद करते हुए अपने अनुभवों को भी साझा किया। जन सुराज को उन्होंनें एक ऐसी पार्टी बताया जो गहन अध्ययन करने के बाद ठोस निर्णय लेती है। प्रशांत किशोर और मनोज भारती के साथ-साथ नालंदा विश्वविद्यालय के पूर्व वीसी केसी सिन्हा, वरिष्ठ अधिवक्ता वाई बी गिरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र यादव, पूर्व सांसद मोनाजीर हसन, रामबली चंद्र वंशी ने भी जनता को संबोधित किया।

पटना, 02 अक्टूबर (हि.स.)। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बुधवार शाम वेटनरी मैदान में अपनी पार्टी की घोषणा कर दी। बीते दो वर्ष पूर्व गांधी जयंती के दिन अपने राजनीतिक सफर की चंपारण से शुरुआत करने वाले जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने पार्टी का नाम जनसुराज पार्टी ही रखा है। पार्टी की घोषणा के मौके पर अपने संबोधन में प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के लोगों को दिल्ली की मेहरबानी नहीं चाहिए। यहां के लोग इतना संक्षम बनेंगे कि दूसरे प्रदेश के लोगों की मदद करेंगे।

प्रशांत किशोर ने वादा किया कि सरकार में आते ही एक घंटे के अंदर बिहार में विश्वस्तरीय शिक्षा व्यवस्था लागू करेंगे। सांसद-विधायक बनकर भी काम नहीं किया तो हटा दिये जाएंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि वे आने वाले विधानसभा उप चुनाव में चार सीटों पर चुनाव भी लड़ेंगे। प्रशांत किशोर ने बिहार से शराबबंदी को हटाने की भी बात कही। कार्यक्रम में राज्यभर से हजारों की संख्या में लोग उपस्थित थे। सभा स्थल पर अनोखा मंच बनाया गया था, जिस पर एक साथ पांच हजार से अधिक लोगों की बैठने की व्यवस्था थी।

जन सुराज स्थापना अधिवेशन में पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष मधुबनी के रहने वाले मनोज भारती को बनाया गया है। उन्होंने नेतरहाट से पढ़ाई की है। साथ ही आईआईटी कानपुर से शिक्षा ग्रहण की है। इसके अलावा आईआईटी दिल्ली से एम टेक किया है। फिर आईएफएस बनकर वह दुनिया के कई देशों में भारत के एम्बेसडर रहे।

जनसुराज पार्टी की लॉन्चिंग होने के बाद बिहार का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। राजद, जदयू, भाजपा से लेकर कांग्रेस तक सभी राजनीतिक दल जनसुराज पर निशाना साधने लगे हैं। इन सभी के टारगेट पर प्रशांत किशोर हैं। राजद प्रवक्ता शक्ति यादव ने जनसुराज पार्टी को भाजपा की बी टीम बताया। साथ ही कहा कि भाजपा ने अपने बूते पर सरकार बनाने के लिए हर तरह से नाक रगड़ने का प्रयास कर रही है। प्रशांत किशोर पर भाजपा के सम्राट चौधरी ने कहा है कि ऐसे दल बनते रहते हैं। बिहार में तो इनके जैसे दो सौ पार्टियां है। इसका असर भाजपा पर नहीं पड़ेगा।

Chhapra: सारण पुलिस ने  नकली नोट बनाने वाले एक धंधेबाज को गिरफ्तार किया है। पुलसी ने उसके पास से कुल 8,75,500/ रू0 नकली नोट एवं अन्य संदिग्ध समान बरामद किया है।

भगवान बाजार थाना को दिनांक-02.10.24 को गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि स्टेशन चौक, छपरा स्थित दिल्ली होटल एवं गेस्ट हाउस के कमरा नं0-103 में एक ठग गिरोह के सदस्य जिसका नाम अनिस अशोक सपरा, जो गुजरात का रहने वाला ठहरा हुआ है। पूर्व में भी उक्त व्यक्ति के द्वारा पैसा डबल करने के नाम पर झांसा देकर ठगी करने का काम किया जा चुका है।

सारण पुलिस ने प्राप्त आसूचना पर त्वरित कार्रवाई कि गई। उक्त स्थान पर भगवान बाजार थाना पुलिस टीम के द्वारा छापामारी किया गया। छापामारी के क्रम में ठग गिरोह के एक सदस्य अनिस अशोक सपरा, पिता अशोक सपरा, पता राधेश्याम सोसाइटी, अहमदाबाद, गुजरात को गिरफ्तार कर दो मोबाईल, 26 पीस सादा चेक, चार पीस हस्ताक्षर किया हुआ चेक, रेलवे टिकट, डेबिट कार्ड एवं पाँच सौ रूपया जैसा 17 गड्डी, प्रत्येक में 100 पीस एवं 51 पीस अलग से (कुल-8,75,500 / रू0 नकली नोट) बरामद किया गया।

इस संबंध में भगवान बाजार थाना काण्ड संख्या-512/24, दिनांक-02.10.24, धारा-318(4)/338/336 (3)/340 (2) बी०एन०एस दर्ज किया गया है। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।

छापामारी दल में पु०नि० सुभाष कुमार सह थानाध्यक्ष, भगवान बाजार थाना, स०अ०नि० चंद्र प्रकाश, स०अ०नि० महताब खान एवं थाना के अन्य कर्मी शामिल थें।

Chhapra: पाटलिपुत्र इंस्टिट्यूट ऑफ़ सोशल साइंस रिसर्च द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वी जयंती के अवसर पर लक्ष्मी नारायण यादव अध्ययन केंद्र राम जयपाल कॉलेज परिसर में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। 

संगोष्ठी का विषय था समकालीन राजनीतिक परिदृश्य में गांधी के विचारों की प्रासंगिकता। संगोष्ठी की अध्यक्षता बिहार विधान परिषद के सदस्य प्रो डॉ वीरेंद्र नारायण यादव ने की।

प्रारंभ में गांधी जी के प्रिय भजन रघुपति राघव राजा राम और वैष्णव जन ते तेने कहिये जे पीर पराई जाने रे से कार्यक्रम का शुरुआत हुआ । इस अवसर पर विषय प्रवर्तन करते हुए जयप्रकाश विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉ. चंदन श्रीवास्तव ने कहा कि गांधी अपने विचारों के कारण आज भी प्रासंगिक हैं और भविष्य में भी प्रासंगिक बने रहेंगे। उन्होंने कहा की आज गांधी के विचारों को नकारात्मक तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है जिससे हमें सावधान रहने की आवश्यकता है।

मुख्य अतिथि के रूप में अंग्रेजी विभाग के अध्यापक डॉ गजेंद्र कुमार ने गाँधी के संपूर्ण जीवन और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में उनके योगदान की एक महत्ति चित्र को उपस्थित किया। उन्होंने आगे कहा अगर गांधी के विचारों को माना जाता तो ना तो भारत का विभाजन होता और ना देश में सांप्रदायिकता की स्थिति ही उत्पन्न होती।

संगोष्ठी के विशिष्ट वक्ता और जे पी विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के पूर्व विभाग अध्यक्ष डॉ लाल बाबू यादव ने कहा कि आज अरब इजराइल युद्ध, रूस युक्रैन युद्ध, हिंद महासागर में चीन द्वारा युद्ध की गतिविधियां तथा दुनियाभर में मंडरा रहे तीसरे विश्वयुद्ध की संभावनाओं को अगर हम टालना चाहते हैं तो हमें गांधी के विचारों को अपनाना होगा।

आगे उन्होंने कहा की आने वाले दिनों में अगर बहुजन हिताय और बहुजन सुखाए के आधार पर कोई विश्व सरकार बनती है तो यह गांधी के विचारों का फलीभौतिकरन ही माना जाएगा ।

अधिवक्ता सुबोध कुमार का कहना था कि गाँधी अपने विचारों और आदर्शों के कारण आज भी समीचीन बने हुए हैं जबकि माध्यमिक शिक्षा संघ के सचिव विद्यासागर विधार्थी का कहना था कि छात्रों और नई पीढी को गांधी के विचारों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए ।

अपने अध्यक्षीय संबोधन में डॉ वीरेंद्र नारायण यादव ने कहा की गिरिराज किशोर की प्रसिद्ध पुस्तक पहला गिरमिटिया गांधी के विचारों को पढ़ने का सबसे बड़ा स्त्रोत है अपनी दक्षिण अफ्रीका यात्रा की जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि युवा गांधी ने जो उस वक़्त अमिट छाप दक्षिण अफ्रीका में छोरी थी उसे आज भी वहाँ का समाज याद करता है।

संगोष्ठी में शोधार्थी दिवेश मिश्रा, शशि शेखर, इकबाल रहमानी, इंद्रेश कुमार, दीपक कुमार, राकेश कुमार ने भी अपने- अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री को भी भावभिनी श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।