Chhapra: दिव्यांगों को कृत्रिम अंग व उपकरण प्रदान करने के लिए आज से विशेष शिविर का शुभारंभ हुआ है, जो 30 मई से 23 जून तक सारण लोकसभा क्षेत्र के 11 प्रखंडो में आयोजित होगा। इन शिविरों में एलिम्को द्वारा दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग व उपकरण वितरित किए जाएंगे।

एडिप योजना के तहत सारण संसदीय क्षेत्र के सभी 11 प्रखंडों में सर्वेक्षण में सामने आये 3594 दिव्यांगजनों के बीच 3 करोड़ 87 लाख 23 हजार रुपयों के कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण का वितरण किया जायेगा। इस संदर्भ में सांसद  राजीव प्रताप रुडी ने बताया कि देश को विकास के पथ पर द्रुत गति प्रदान करने वाले  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  के नेतृत्व में भारत सशक्त हो रहा है। विकास की इस गति में देश की आबादी के उन दो करोड़ की युवा शक्ति का भी महत्वपूर्ण योगदान है जो शरीर के किसी न किसी अंग से दिव्यांग है। ऐसे ही दिव्यांगजनों के सहायतार्थ सारण लोकसभा क्षेत्र में प्रत्येक वर्ष सर्वेक्षण उपरान्त कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकर वितरित किये जाते है।

सारण के सभी प्रखण्डों में दिव्यांगजनों के सर्वेक्षण का काम पिछले वर्ष पूरा किया गया था। सर्वेक्षण के आधार पर जितने दिव्यांगजन किये गये है उनको निःशुल्क कृत्रिम अंग और अन्य सहायक उपकरण ट्राईसाइकिल आदि उपलब्ध कराया जायेगा।

सांसद रुडी ने बताया कि शिविर की शुरूआत 30 मई को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक मढ़ौरा प्रखंड के बुनियाद केंद्र प्रा॰ कार्या॰ परिसर में होगा जो विभिन्न प्रखंड में 23 जून तक चलेगा। शिविर में पूर्व में संपन्न दिव्यांगजनों के सर्वेक्षण उपरान्त आवश्यकतानुसार उनको कृत्रिम अंग के साथ ही अन्य सहायक उपकरण भी दिये जायेंगे। बता दें कि 30 मई को मढ़ौरा से शुरू होने वाला यह शिवि 2 से 3 जून तक अमनौर के विश्व प्रभा सामुदायिक केंद्र, 5 से 6 जून लोहिया भवन, प्र॰ कार्या॰ गड़खा, 7 एवं 8 जून प्र॰ कार्या॰ परिसर, परसा, 9 एवं 10 जून विश्व प्रभा सामुदायिक केंद्र, अमनौर, 12 ये 13 जून प्र॰ वि॰ पदा॰ दरियापुर, 14 एवं 15 जून प्र॰ वि॰ पदा॰ सोनपुर, 16 एवं 17 जून प्र॰ वि॰ पदा॰ दिघवारा, 18 से 19 जून प्र॰ वि॰ पदा॰ छपरा सदर, 20 एवं 21 जून प्र॰ वि॰ पदा॰ रिविलगंज और 22 एवं 23 जून तक प्र॰ वि॰ पदा॰ नगरा में लगेगा।

भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा एलिम्को के सहयोग से एडिप योजना के तहत् दिव्यांगजनों के लिए यह शिविर लगाया जाएगा। इस शिविर में दिव्यांगजनों को निःशुल्क उपकरण प्रदान किए जाएंगे। इन उपकरणों में कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण जैसे बेटरीयुक्त ट्राय साइकल, ट्राय साइकल, व्हील चेयर, डिजिटल हियरिंग ऐड, बैसाखी, वॉकर इत्यादि प्रदान करने किए जाएंगे। चिन्हित दिव्यांगजनों को लगे शिविर उपकरणों का वितरण किया जाएगा।

कोलकाता, 29 मई (हि.स.)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अगले महीने बिहार की राजधानी पटना में होने वाली विपक्ष की महा बैठक में शामिल हो सकती हैं। तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने सोमवार को इस बारे में जानकारी दी।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जद (यू) की बैठक से मिले संकेतों के मुताबिक भाजपा विरोधी पार्टियों की बहु प्रतीक्षित बैठक 12 जून को पटना में हो सकती है। तृणमूल के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि अगले महीने बिहार में विपक्षी दलों की बैठक में ममता बनर्जी के शामिल होने की संभावना है।

उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों बंगाल दौरे पर आये नीतीश कुमार के साथ मुलाकात के दौरान ममता बनर्जी ने पटना में विपक्षी नेताओं की बैठक आयोजित करने का प्रस्ताव दिया था। ममता बनर्जी ने कहा था कि जयप्रकाश नारायण ने भी अपने आंदोलन की शुरुआत बिहार से की थी और वर्तमान भाजपा सरकार के खिलाफ भी आंदोलन की शुरुआत पटना से होनी चाहिए।

इस महीने की शुरुआत में कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद बनर्जी ने कहा था कि तृणमूल 2024 के लोकसभा चुनाव में उन राज्यों में गैर भाजपा पार्टियों का समर्थन करेगी, जहां वे मजबूत हैं।

उल्लेखनीय है कि पिछले साल अगस्त में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए से नाता तोड़ने के बाद नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने की कोशिशों में लगे हुए हैं।

धनबाद, 29 मई (हि.स.)। हावड़ा-नई दिल्ली रेल मार्ग पर सोमवार को धनबाद और गोमो स्टेशन के बीच निचितपुर रेल फाटक के पास बड़ा हादसा हुआ है जिसमें आठ लोग जिंदा जल गए। इस हादसे में करीब एक दर्जन से अधिक झुलस गए हैं।

बताया जाता है कि निचितपुर रेल फाटक के पास मजदूर पोल गाड़ रहे थे और उन्होंने शटडाउन नहीं लिया था। काम के दौरान पोल डगमगा कर 25000 वोल्ट के ओवरहेड तार से छू गया, जिसके बाद करंट की चपेट में आने से मौके पर आठ लोगों की मौत की हो गई। एक दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं।

यह हादसा 25000 वोल्ट बिजली की तार की चपेट में आने से हुआ है। घटना के बाद ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशनों पर रोका गया है।

Chhapra:  छपरा नगर निगम के नगर आयुक्त सुमित कुमार के द्वारा नाला उराही एवं जलजमाव की स्थिति के मद्देनजर निगम क्षेत्र के विभिन्न वार्डों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने खानुवा नाला से होते हुए गांधी चौक, भिखारी चौक जहा- जहां जल जमाव की स्थिति बनी रहती हैं उस जगह का जिला पदाधिकारी के आदेशानुसार जानकारी प्राप्त की। 

नगर आयुक्त सभी वार्डो मे नालो की उराही, जल जमाव की जानकारी लेने खुद क्षेत्र मे निकले। शहर के नालो का पानी की निकासी के बाहरी मुख को खोला जा रहा है। जिससे मानसून आने के बाद जल जमाव की स्थिति नहीं बने और जल जमाव के पानी को 2 घंटे मे निकासी हो जाए। नगर आयुक्त ने कर्मियों को उराही कार्य में तेजी लाने और जलजमाव को जल्द हटाने के निर्देश दिए।   

इस दौरान नगर आयुक्त के साथ उप नगर आयुक्त, सशक्त स्थायी समिति के सदस्य उपस्थित थे।

Chhapra: सारण पुलिस और बिहार एस०टी०एफ० के सहयोग से जिले के टॉप-10 कुख्यात अपराधी अजय नट एवं उनके सहयोगी अजूबा नट को  गिरफ्तार किया है। कुख्यात अपराधी अजय नट हत्या, लूट और डकैती जैसे दर्जनों कांडों में वांछित था और  फरार चल रहा था।

सारण पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया है कि दिनांक- 27.05.2023 को थानाध्यक्ष एकमा थाना को एस०टी०एफ० टीम के द्वारा गुप्त सूचना मिली कि सिवान जिला के हसनपुरा थाना में लूट की घटना को अंजाम देकर भागे कुछ अपराधी एकमा थानान्तर्गत ग्राम नौतन बाजार में एकमा माँझी रोड से उत्तर एक बगीचा में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे है। प्राप्त उक्त सूचना पर एकमा पुलिस टीम एवं एस०टी०एफ० की टीम के द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई की गई।

उक्त कार्रवाई के उपरांत  अजय नट, उर्फ निरंजन नट, पिता-रामनाथ नट, सा०- बंगरा, थाना- दाउदपुर, जिला- सारण और अजूबा नट, पिता-बसंत नट, सा० – सुलेमनपुर, थाना- बैरिया, जिला – बलिया (उ0प्र0) को गिरफ्तार किया गया।

पुलिस ने बताया कि पूछताछ एवं तलाशी के क्रम में दोनों अपराधी के पास से दो देशी कट्टा, चार जिंदा कारतूस, दो मोबाईल एवं एक मोटरसाईकिल  जब्त किया गया। इनके निशानदेही पर सिवान जिले के हसनपुरा थाना में लूट की गई सामान को बरामद किया गया।

इस संबंध में एकमा थाना कांड संख्या-198/23, दिनांक-28.05.2023 धारा-399 / 402/467/468/420/414 भा0द0वि एवं 25 (1-बी) ए/26/35 आर्म्स अधि० दर्ज किया गया है।

उक्त दोनों अपराधकर्मी हत्या / लूट / डकैती जैसे कई गंभीर कांडों में वांछित था और कई दिनों से पुलिस की गिरफ्त से फरार चल रहा था।

गिरफ्तार अभियुक्त अजय नट का अबतक ज्ञात आपराधिक इतिहास:-

1. इसुआपुर थाना कांड संख्या-11 / 15, धारा-395 भा0द0वि० । 2. मॉझी थाना कांड संख्या-21 / 21, धारा-394 भा0द0वि० ।

3. कोपा थाना कांड संख्या-01/20, धारा-392 भा0द0वि० ।

4. मढ़ौरा/ गौरा ओपी कांड संख्या-262 / 22, धारा-394 भा० द०वि० एवं 27 आर्म्स अधि० ।

5. एकमा थाना कांड संख्या-183 / 19, धारा-392 भा0द0वि० ।

6. एकमा थाना कांड संख्या – 37 / 21 धारा-392 भा०द०वि० । 7. दाउदपुर थाना कांड संख्या – 09/21, धारा-392 भा०द०वि० ।

8. मुफ्फसिल थाना कांड संख्या-260 / 23, धारा-392 भा0द0वि० ।

9. भगवानबाजार थाना कांड संख्या-198 / 23, धारा-356 / 511 भा०द०वि० । 10. दुरौधा थाना (सिवान), कांड संख्या – 158 / 23, धारा-392 भा0द0वि० ।

अपराधियों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में पु०अ०नि० संजीव कुमार प्रभारी थानाध्यक्ष, एकमा, पु०अ०नि० ओमप्रकाश चौहान, थानाध्यक्ष रिविलगंज थाना, एस0टी0 एफ0 टीम एवं एकमा थाना के अन्य कर्मी शामिल थें।

Chhapra: साप्ताहिक कार्य एवं संस्कृति की समीक्षात्मक बैठक जिला पदाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में आहूत की गई। बैठक में जिला स्तरीय पदाधिकारी गण सभागार में एवं अनुमंडल स्तरीय प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी गण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े हुए थे।

बैठक में सर्वप्रथम माननीय उच्च न्यायालय में लंबित मामलों को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखकर प्रति शपथ दायर करने का निर्देश देते हुए जिला पदाधिकारी ने बताया कि इसमें थोड़ी भी शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।सभी विभागों के कार्यालय प्रधान को अपने-अपने कार्यालय के लिपिक एवं प्रधान लिपिक के द्वारा संधारित लॉग बुक का नियमित रूप से जांच करने का निर्देश दिया गया। समय से संचिकाओं को प्रस्तुत नहीं करने वाले सहायकों पर कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया गया। विभिन्न कार्यालय से संबद्ध महत्वपूर्ण गतिविधियों की समीक्षा बैठक में की गई।

बैठक में जिलाधिकारी द्वारा जिला लोक शिकायत निवारण में दायर परिवाद, माननीय उच्च न्यायालय में सी डब्ल्यू जे सी एवं एम जे सी से संबंधित चल रहे मामलों, मानवाधिकार आदि से संबंधित मामलों पर बैठक में विस्तृत चर्चा की गई। सभी संबंधित विभागों के कार्यालय प्रधान को प्राथमिकता के तौर पर प्रति शपथ हाईकोर्ट में दायर करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि सभी शाखा के वरीय पदाधिकारी अपने संबंधित शाखा में लॉग बुक के संधारण पर पूरा ध्यान देंगे।जिससे आदेश पत्रों का ससमय अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके।उन्होंने कहा जिलाधिकारी ने उपस्थित पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि जन शिकायतों को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ समय से निष्पादन करना सुनिश्चित करें । उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि साप्ताहिक समीक्षा बैठक का परिणाम नजर आना चाहिए एवं लंबित मामलों को हर हाल में शून्य करें।

उन्होंने सभी पदाधिकारी गणों को कार्य संस्कृति का माहौल बनाने के क्रम में सभी नियमानुसार महत्वपूर्ण पंजियो को नियमित रूप से अद्यतन करते रहें। लोक शिकायत निवारण अधिनियम के तहत दायर किए गए परिवाद पत्रों की सुनवाई के क्रम में अनुपस्थित लोक प्राधिकार ऊपर पड़ी अनुशासनिक कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी गई।

खनुआ नाले पर हुए अतिक्रमण पर भी शीघ्र कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। अतिक्रमण करने वालों को पुनः माइकिंग के जरिए सूचित करने का निर्देश दिया गया।

बैठक में सभागार में नगर आयुक्त छपरा सुमित कुमार, अपर समाहर्ता सारण डॉ गगन एवं सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी गण के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी गण उपस्थित थे। जानकारी जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ने दी।

Chhapra: अखिल बिहार शतरंज संघ के तत्वावधान में सिवान में आयोजित बिहार स्टेट अंडर 11 चेस चैंपियनशिप के गर्ल्स कैटेगरी में छपरा की मोहिनी ने खिताब जीत लिया। इस प्रतियोगिता में 4 जीत और एकमात्र ड्रा जो कि वर्तमान राष्ट्रीय स्कूल अंडर 7 चैंपियन अंकित राज से हुआ के साथ 5 चक्रों में 4.5 पॉइंट्स के साथ विजेता बनी।

प्रतियोगिता में विजयी होने के साथ ही अब वो राष्ट्रीय अंडर 11 प्रतियोगिता में बिहार का प्रतिनिधित्व करेंगी। विदित हो कि मोहिनी मसुमगंज निवासी एवं दिल्ली में शतरंज के कोच अमरेंद्र कुमार एवं सुचित्रा पण्डित की सुपुत्री हैं। मोहिनी की इस उपलब्धि से पूरा छपरा जिला शतरंज संघ गौरवान्वित है।

इस उपलब्धि पर छपरा जिला शतरंज संघ के संरक्षक डॉ एस के पांडेय, डॉ हरेन्द्र सिंह, डॉ देवकुमार सिंह, अध्यक्ष सत्येन्द्र कुमार शर्मा, उपाध्यक्ष कुमार धीरज, सुमन कुमार वर्मा, सत्येन्द्र कुमार सिंह, सचिव मनोज कुमार वर्मा ‘संकल्प’, संयुक्त सचिव सुशील कुमार वर्मा, यशपाल सिंह, धनंजय कुमार कोषाध्यक्ष विक्की आनंद, राष्ट्रीय निर्णायक कुमार शुभम, सन्नी कुमार सिंह, राजशेखर सहित कई पदाधिकारियों, शतरंज खिलाड़ियों एवं शतरंज प्रेमियों ने बधाई दी है ।

पूर्वी चंपारण, 29 मई(हि.स.)। भगवान शिव के अति प्रिय रूद्राक्ष जिसके पेड़ हिमालय एवं चूडियां पर्वतमालाओं की वादियों में देखने को मिलती है।अब यह बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी शहर में पहुंच गया है। इन दिनों नन्हे से पौधे ने अब पेड़ का स्वरूप लेकर फूलों से आच्छादित हो बरबस लोगों को आकर्षित कर रहा है।

मोतिहारी के शिक्षाविद सह समाजसेवी यमुना सिकरिया के राधा नगर स्थित परिसर में लगे इस पेड़ को देखने दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों से भी लोग यहां पहुंच रहे है।

यमुना सिकरिया ने बताया कि रुद्राक्ष के साथ माल्यागीरी चन्दन और कपूर का पेड़ तीन वर्ष पूर्व उतराखंड से मंगवाया गया था।उन्होने कहा कि मुझे तो पहले इस बात कि आशंका थी,पता नही यह पेड़ मोतिहारी के वातावरण में बढ पायेगा या नही,लेकिन नन्हा सा पौधा अब 20 फीट का पेड़ बन चुका है।गत वर्ष इसमे करीब 30 से ज्यादा रूद्राक्ष का फल आया था।जो सभी तीनमुखी रूद्राक्ष थे।इस साल अनुमान है,कि हजारो की संख्या में फल आयेंगे।सिकारिया ने बताया कि इस सफलता के बाद अब और पेड़ भी लगाया जायेगा।

श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश), 29 मई (हि.स.)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों ने आज (सोमवार) पूर्वाह्न 10 बजकर 42 मिनट पर जीएसएलवी-एफ12 सैटेलाइट (भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान) को लॉन्च कर दिया।


इसरो के वैज्ञानिकों ने बताया कि इसे सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लॉन्च पैड से लॉन्च किया गया। 51.7 मीटर लंबा जीएसएलवी अपनी उड़ान में 2,232 किलोग्राम वजनी एनवीएस-01 नौवहन उपग्रह को लेकर रवाना हुआ। प्रक्षेपण के करीब 20 मिनट बाद, रॉकेट लगभग 251 किलोमीटर की ऊंचाई पर भू-स्थिर स्थानांतरण कक्षा (जीटीओ) में उपग्रह को स्थापित करेगा। एनवीएस-01 अपने साथ एल1, एल5 और एस बैंड उपकरण ले जाएगा। पूर्ववर्ती की तुलना में, दूसरी पीढ़ी के इस उपग्रह में स्वदेशी रूप से विकसित रुबिडियम परमाणु घड़ी भी है।

इसरो ने कहा कि यह पहली बार है जब स्वदेशी रूप से विकसित रुबिडियम परमाणु घड़ी का सोमवार के प्रक्षेपण में इस्तेमाल किया गया है। वैज्ञानिक पहले तारीख और स्थान का निर्धारण करने के लिए आयातित रूबिडियम परमाणु घड़ियों का इस्तेमाल करते थे। अब, उपग्रह में अहमदाबाद स्थित अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र द्वारा विकसित रूबिडियम परमाणु घड़ी लगी है। यह महत्वपूर्ण तकनीक कुछ ही देशों के पास है।

नई दिल्ली, 29 मई (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन में प्रवीण कुमार श्रीवास्तव को केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) पद की शपथ दिलाई। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में इस बाबत जानकारी दी गई।

विज्ञप्ति में बताया गया है कि आज राष्ट्रपति भवन में 10.30 बजे आयोजित एक समारोह में प्रवीण कुमार श्रीवास्तव ने केंद्रीय सतर्कता आयुक्त के रूप में शपथ ली। उन्होंने राष्ट्रपति मुर्मू के समक्ष अपने पद की शपथ ली और शपथ पत्र पर हस्ताक्षर किए।

इस मौके पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।

हिन्दू धर्म में एकादशी  व्रत का विशेष महत्व है।  पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ मास के शुक्लपक्ष की एकादशी तिथि को निर्जला एकादशी मनाई जाती है। भगवान विष्णु के प्रसन्न करने के लिए यह व्रत किया जाता है।  यह व्रत शुभ फलदाई मानी जाती है।  महीने में कुल दो एकादशी मनाया जाता है।  साल में 24 एकादशी मनाया जाता है। ज्येष्ट मास की एकादशी को निर्जला एकादशी के नाम से जाना जाता है। इसे भीमसेनी एकादशी भी कहते है।  इस व्रत को निर्जल रहकर भगवान विष्णु का पूजन किया जाता है। इस व्रत को करने से मोक्ष की प्राप्ति होता है तथा लम्बी आयु, स्वास्थ ठीक रहता है तथा पाप को नाश करने वाला यह व्रत होता है।

व्रत का पूजा विधि
जो लोग बारह मास का एकादशी नहीं कर पाते है निर्जला एकादशी करने से पूर्ण हो जाता है, विधि इस प्रकार है.

(1 ) जिस दिन व्रत करना है उसके एक दिन पहले संध्याकाल से स्वस्छ रहे तथा संध्या काल के बाद भोजन नहीं करे.

(3 ) व्रत के दिन सुबह में स्नान करने के बाद भगवान विष्णु का पूजन करे पिला वस्त्र धारण करे.

(4 ) पूजन के बाद कथा सुने

(5 ) इस दिन जो व्रत करते है उनको विशेष दान (सरबत ) करना चाहिए मिट्टी के पात्र में जल भरकर उसमे गुड़ या शक्कर डाले तथा सफ़ेद कपड़ा से ढक कर दक्षिणा के साथ ब्रह्मण को दान दे.
(6) निर्जला एकादशी के दिन तिल का दान करें पितृ दोष से शांति मिलती है
(7) नमक का दान करे नमक दान करने से घर में अन्न की कमी नहीं रहती है।

व्रत का मुहूर्त
31मई 2023 दिन बुधवार

एकादशी तिथि का प्रारंभ 30मई 2023 दिन 01: 07 मिनट से
एकादशी तिथि का समाप्ति 31मई 23 दिन 01: 45दोपहर तक

पारण का मुहूर्त :
01 जून 2023 दिन गुरूवार सुबह 05:00 से 7:40 मिनट तक

कथा :
महाभारत के समय एक बार पाण्डु पुत्र भीम ने महर्षि वेद व्यास जी से पूछा-हे मुनिवर! मेरे परिवार के सभी लोग एकादशी व्रत करते हैं व मुझे भी व्रत करने के लिए कहते हैं। लेकिन मैं भूखा नहीं रह सकता हूं अत: आप मुझे कृपा करके बताएं कि बिना उपवास किए एकादशी का फल कैसे प्राप्त किया जा सकता है।
भीम के अनुरोध पर वेद व्यास जी ने कहा- पुत्र तुम निर्जला एकादशी का व्रत करो, इसे निर्जला एकादशी कहते हैं।  इस दिन अन्न और जल दोनों का त्याग करना पड़ता है। जो भी मनुष्य एकादशी तिथि के सूर्योदय से द्वादशी तिथि के सूर्योदय तक बिना पानी पीये रहता है और सच्ची श्रद्धा से निर्जला व्रत का पालन करता है, उसे साल में जितनी एकादशी आती हैं उन सब एकादशी का फल इस एक एकादशी का व्रत करने से मिल जाता है। ’’ महर्षि वेद व्यास के वचन सुनकर भीमसेन निर्जला एकादशी व्रत का पालन करने लगे और पाप मुक्त हो गए।  इसके बाद से निर्जला एकादशी मनाई जाती है।

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847

बिहार में ज्येष्ठ का दशहरा यानि गंगा दशहरा का त्योहार बहुत ही विधि – विधान से किया जाता है।  सौभाग्यवती महिलाए लंबी सौभाग्य के लिए यथा घर में सुख शांति के लिए गंगा दशहरा का पूजन करती है।

हिन्दू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ मास शुक्लपक्ष की दशमी तिथि को गंगा स्वर्ग से धरती पर अवतरित हुई थी,  इसलिए इस दिन को गंगा दशहरा के रूप में मनाया जाता है। गंगा दशहरा को माता गंगा को पूजन किया जाता है। यह त्योहार भारत में मनाये जाने वाले प्रमुख त्योहार में से एक है। इस दिन को गंगा अवतरण के दिन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन माता गंगा पृथ्वी पर आने के कारण यह शुद्ध हो गई और इनका भब्य धारा का प्रभाव हुआ।

कहा जाता है इस दिन गंगा में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन दान -पुण्य करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है तथा जीवन में सुख -शांति बना रहता है। गंगा को सिर्फ नदी नहीं बल्कि हिन्दू धर्म में गंगा को माता का दर्जा दिया गया है। यह दिन को बहुत ही महतवपूर्ण माना गया है। गंगा दशहरा का त्योहार बिहार के आलावा, बंगाल, उतरप्रदेश, हरियाणा, राजस्थान में मनाया जाता है।

गंगा दशहरा कब है जाने क्या है मुहूर्त 
दशमी तिथि का प्रारंभ 29 मई 2023 सुबह 11:49 से
दशमी तिथि का समाप्ति 30 मई 2023 दोपहर 01:07 तक
हस्त नक्षत्र का प्रारंभ 30 मई 2023 को 04:29 सुबह से
हस्त नक्षत्र का समाप्ति 31 मई 2023 को 6:00 सुबह तक

पूजन विधि
गंगा दशहरा का पूजन विधि इस प्रकार है।
इस दिन गंगा में स्नान करने का महत्व है । नये वस्त्र धारण करे।  पूजन सामग्री में फूल, दीपक, धूप, नैवेद्य गंगा माता को चढ़कर पूजन करे साथ ही गंगा माता को अर्ध्य दे बाद में आरती करे ।

गंगा दशहरा के दिन ज्योतिषीय उपाय
गंगाजल में स्नान करने से मन पवित्र हो जाता है तथा आत्मा शुद्ध हो जाती है, सभी पाप नष्ट हो जाते है।

गंगा में स्नान करने के बाद भगवान शिव का पूजन करे,  इनके पूजन से चन्द्रमा का दोष दूर हो जाते है।

गंगा में स्नान करने के बाद अपने घर के मुख्य द्वार स्वस्तिक बनाकर उसका पूजन करे।

इस दिन गंगा में स्नान करने के बाद मृत पूर्वजो के लिए पितृ तर्पण करे पितृदोष से राहत मिलेगा .

गंगा का पृथ्वी पर अवतरण की कथा

कथा के अनुसार कई वर्षो की कठोर तपस्या के बाद भागीरथ ने माता गंगा को प्रसन्न करने में सफल हुए थे।  माता गंगा ने खुश होकर उनसे कहा आपके इच्छा के अनुसार मै पृथ्वी पर आने को तैयार हूं लेकिन मेरे शक्ति ज्वार और प्रभाव को रोकने वाला कोई है, अगर ऐसा हुआ तो मेरा जल प्रभाव से पुरे ग्रह को मिटा सकता है। पुरे पाताल लोक को खत्म कर सकता है । इसके बाद भागीरथ ने गंगा माँ से विनती किये तथा इसका समाधान निकलने के लिए कहा तब माता गंगा ने उतर दिया केवल भगवान शिव गंगा को अपने सिर पर धारण करने के लिए तैयार हो जाते है तब मै पृथ्वी पर आउगी माता गंगा की बात सुनकर भागीरथ ने भगवान शिव की आराधना में लीन हो गए।  इनके तपस्या के खुश होकर भगवान शिव जी गंगा को अपनी जटाओ में धारण किया। ज्येष्ठ के दशहरा के दिन गंगा माता पृथ्वी की ओर जब प्रवाहित हुई तब भगवान शिव अपने बाल को खोलकर गंगा माता को अपनी जटाओ में बंध लिया था।  इसके बाद भगवान शिव ने अपने बाल के एक जटा ली और वही से गंगा माता की अवतरण हुआ।  इस जगह को गंगोत्री के नाम से जाना जाता है।

 

 

 

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847