Chhapra: जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश सचिव शैलेन्द्र प्रताप ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने तरैया विधान सभा से टिकट नहीं मिलने के बाद यह फैसला किया है.

उन्होंने इस बात कि घोषणा करते हुए कहा कि तरैया विधानसभा क्षेत्र से इस बार मैंने चुनाव लड़ने का इरादा कर लिया है. तरैया विधानसभा क्षेत्र के मेरे शुभचिंतकों व आम जनता की मांग थी कि मैं चुनाव लड़ूं. यह मांग 2015 में भी थी लेकिन तब भी पार्टी को जनता की मांग से फर्क नहीं पड़ा. 2020 में भी इसी की पुनरावृत्ति हुई तो मुझे निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लेना पड़ा.

उन्होंने कहा कि वैसे भी तरैया में मेरी पहचान किसी राजनीतिक दल के टिकट की मोहताज नहीं है. मेरे खून-पसीने का एक एक कतरा तरैया और यहां की जनता को समर्पित है. 25 वर्षों से सक्रिय राजनीति में हूं और क्षेत्र की जनता जानती है कि एक एक दिन सिर्फ जनसेवा में गुजरा है. मैंने जदयू के प्रदेश सचिव पद के साथ प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है. 15 अक्टूबर को मैं नामांकन करूंगा.

Chhapra: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में होने वाले मतदान को लेकर नामांकन प्रारंभ हो चुका है. आगामी 3 नवंबर को होने वाले मतदान को लेकर नामांकन प्रक्रिया 9 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक चलेगी. सारण जिले के 10 विधानसभा क्षेत्र से नामांकन को लेकर जिला प्रशासन द्वारा सभी प्रक्रियाएं पूरी कर ली गयी है. निर्वाची पदाधिकारी के समक्ष जाने वाले रास्तों की बैरिकेटिंग के साथ सुरक्षा के व्यापक इंतेजाम किये गए है.

उधर बिहार विधानसभा चुनाव में अपना भाग्य आजमाने वाले दलीय और निर्दलीय दोनों प्रत्याशी भी नामांकन एक्सप्रेस पर चढ़कर विधानसभा पहुंचने की तैयारी में है. जिले के 10 विधानसभा सीट के लिए महागठबंधन और एनडीए ने अपने अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कुछ सीटों को छोड़कर कर दी है. वही निर्दलीय प्रत्याशी भी दमखम में दिख रहे है.

 

निर्वाचन आयोग के निर्देश पर इसबार नामांकन प्रक्रिया में बदलाव किया गया है. कोरोना को देखते हुए प्रत्याशी ONLINE फॉर्म भरने के साथ साथ निर्वाची पदाधिकारी के समक्ष भी नामांकन प्रपत्र जमा करेंगे. वही नामांकन के दौरान प्रत्याशी के साथ सिर्फ दो लोगों को ही जाने की अनुमति है. ऐसे में इस बार नामांकन प्रक्रिया में गाड़ियों का काफ़िला, लोगों की भीड़ और सभा ना के बराबर होगी.

प्रत्याशी नामांकन के शुभ मुहूर्त को लेकर ज्योतिषी के यहाँ पहुंच रहे है. नामांकन की तिथि, शुभ दिन, शुभ समय यहां तक के पहने जाने वाले कपड़ें के रंग और साथ जाने वाले दो लोगों के नाम का भी चयन किया जा रहा है. कुंडली के अनुसार ग्रहदशा भी देखी जा रही है. जिससे कि नामांकन एक्सप्रेस पर चढ़कर बिहार विधानसभा पहुंचने में उन्हें किसी तरह की बाधा उत्पन्न ना हो सकें.

नामांकन को लेकर दलीय के साथ निर्दलीय की अच्छी खासी तादाद होगी. सभी 10 विधानसभा सीटों पर दल से टिकट कटने के बाद बतौर निर्दलीय चुनाव में अपना भाग्य आजमाने के लिए प्रत्याशी तैयार है.

बहरहाल नामांकन एक्सप्रेस चलने के लिए तैयार है. जिन प्रत्यशियों को टिकट मिल चुका है वह दल वाले रिज़र्व डब्बे में सवार होंगे वही निर्दलीय जनरल डब्बे के सवारी बनेंगे. नामांकन के बाद मतदाता जनता उन्हें गंतव्य तक पहुंचाने के लिए 3 नवम्बर को मतदान करेगी. अब देखने वाली बात होगी कि कौन विधानसभा तक पहुंचता है.

Chhapra:  विधानसभा चुनाव के नॉमिनेशन प्रक्रिया के पहले दिन छपरा शहर पूरी तरह से जाम हो गया. छपरा में नॉमिनेशन प्रक्रिया को देखते हुए विधि व्यवस्था को बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन ने नगरपालिका चौक से लेकर थाना चौक तक के रोड को ब्लॉक कर के रखा है. जिसके कारण शहर की कई अन्य सड़कें पूरी तरह से जाम हो गई. इसके साथ ही मुहल्लों की गलियाँ भी जाम हो गयी.

 थाना चौक से नगरपालिका चौक तक वाहनों की आवाजाही को पूरी तरह से 11:00 से 3:00 तक रोक लगा दी जा रही ह., जिसके कारण शहर की में जाम लग जा रहा है. यहीं नहीं वैकल्पिक मार्ग जाम होने से शहर की कई गलियों में भी वाहनों का जाम लग रहा है. जिससे लोगों को परेशानी हो रही है.

नगरपालिका चौक से थाना चौक ब्लॉक होने के कारण लोगों के पास कोई बेहतर वैकल्पिक मार्ग नहीं मिल रहा है. नगरपालिका चौक से पश्चिम डबल डेकर पुल निर्माण के कारण चार पहिया वाहन उधर से नहीं जा सकते  हैं. इस वजह से शहर के मुख्य बाज़ारों में भी जाम लग जाए रहा है.

जिला प्रशासन की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार जब तक नॉमिनेशन प्रक्रिया चलेगी तब सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक नगर पालिका शहर में रास्ते को ब्लॉक कर दिया जाए. हालांकि लोगों के पास वैकल्पिक मार्ग काफी कम है जिस वजह से जाम लग जा रहा है. इस कारन लोग दिनभर हलकान रहें. नामांकन की प्रकिया 16 अक्तूबर तक चलेगी लोगों को एक हफ्ते तक परेशानी झेलनी पद सकती है.   

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के लिये सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (JDU) के उम्मीदवारों की सूची में करीब 10 प्रतिशत मुस्लिम प्रत्याशी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली पार्टी ने इसके माध्यम से यह संदेश देने का प्रयास किया है कि नये तेवरों वाली भाजपा के साथ गठबंधन के बावजूद अल्पसंख्यक समुदाय के हित सुरक्षित हैं.

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सीटों के बंटवारे के तहत 243 सदस्यीय विधानसभा के लिये जदयू को 122 सीटें मिली थी. जदयू ने अपने खाते में से सहयोगी जीतनराम मांझी की हम पार्टी को सात सीटें दी. इसके बाद पार्टी ने राज्य में 115 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की सूची बुधवार को जारी कर दी. जिसमें 11 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है जहां इस समुदाय की आबादी 15 प्रतिशत से अधिक है.

महिलाओं को मुख्य धारा से जोड़ने का है संकल्प: माधवी

Saran/Manjhi: बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा स्थानों पर नेतृत्व करने का मौका मिलेगा. गुरुवार को जदयू सारण की महिला जिला अध्यक्ष माधवी सिंह ने मांझी विधानसभा के बसडीला स्थित कार्यालय में जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद आरसीपी सिंह के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक की. इस दौरान बैठक में चुनावी तैयारियों और इसमें महिलाओं की भूमिका ऊपर चर्चा की गई. इस पर आरसीपी सिंह ने जदयू महिला अध्यक्षों को चुनाव की तैयारी तेज करने का निर्देश दिया. उन्होंने निर्देश दिया कि जदयू की एक एक महिला कार्यकर्ता क्षेत्र में जाएं और वहां की जनता और महिलाओं से बात करके सरकार की एक- एक योजना को गिनाएं.

सारण व मांझी विधानसभा में जोड़ी गयी हज़ारों महिला कार्यकर्ता

इस दौरान जदयू सारण की महिला जिलाध्यक्ष माधवी सिंह ने कहा कि 2020 विधानसभा चुनाव महिला सशक्तिकरण का एक बड़ा संदेश जाएगा. सारण में जदयू ने अब तक हजारों महिला कार्यकर्ताओं को जोड़ लिया है और आगे भी जोड़ने का काम किया जा रहा है. विस चुनावों में अगर महिलाओं को नेतृत्व मौका मिलता है तो बिहार में विकास की एक नई गाथा लिखी जाएगी.

वर्चुअल मीटिंग के दौरान माधवी सिंह के साथ सारण जिला जदयू की तमाम महिला कार्यकर्ताओं ने भी हिस्सा लिया. इस मौके पर जिलाध्यक्ष ने कहा कि बिहार के महिलाओं को नीतीश कुमार ने जिस तरह से आगे बढ़ाने का काम किया है. बिहार राज विकास के रास्ते पर अग्रसर है इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं का विकास किया है.

महिलाओं को मुख्य धारा से जोड़ने का है संकल्प: माधवी

जदयू का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को मेनफ्रेम में लाकर काम करना होगा और इस क्रम में बिहार सरकार सबसे बढ़िया काम कर रही है. इस दौरान सरकार द्वारा महिलाओं के लिए किये गए योजनाओं का जिक्र किया गया. माधवी सिंह कहा कि जदयू का फोकस महिला सशक्तिकरण पर है. महिलाओं को उनका हक, उन्हें सम्मान दिलाना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना यही महिला सशक्तिकरण का बड़ा उदाहरण है. जदयू पार्टी ने यह पिछले 15 सालों में कर दिखाया है. माधवी सिंह न कह कि 100 फीसदी महिलाओं को सशक्त बनाना चाहते हैं इसके लिए उसी सरकार जो भी योजना बनाएगी हम एक एक महिलाओं तक पहुंचाने का काम करेंगे.

15 सालों में वापस में महिलाओं का खोया सम्मान

ऑनलाइन मीटिंग के दौरान आरसीपी सिंह ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार सरकार ने महिलाओं को सम्मान दिलाया है. 15 साल पहले के बिहार में महिलाओं की क्या स्थिति थी और आज महिलाओं की क्या स्थिति है यह सब जानते हैं. पहले शिक्षा का तो नामो निशान नहीं था, लालू राज में सड़के नहीं थी. यहां तक कि बेटियों को घर से निकलने के लिए मनाही थी. बेटियों को पढ़ने तक नहीं दिया जाता, लेकिन नीतीश कुमार के आने के बाद बेटियों के लिए योजनाएं, महिलाओं के लिए योजनाएं बेटियों को पढ़ाया, बेटियों के जन्म से लेकर शादी होने तक और फिर मां बनने तक उन्हें आर्थिक सहायता से लेकर हर चीज उपलब्ध कराया गया. बिहार सरकार ने महिला सशक्तिकरण, आत्मनिर्भर महिला का नारा दिया है. इस मौके पर बबिता सिंह, राखी सिंह, संध्या सिंह, अंजना देवी पम्मी सिंह आदि मौजूद रही.