Chhapra: सारण जिले के मुकरेड़ा में विगत 8 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में प्रत्येक वर्ग के बच्चों को उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर करने वाला शिक्षण संस्थान विवेकानन्द इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर मेंहदी एवं राखी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

प्रतियोगिता में कक्षा 3 से 6 तक के बच्चों पीहू, कायनात, समृद्धि, सोनाक्षी, अनुष्का, अंकिता, हिमांशु, आयूष, विराज, जाविया, रिया ने राखी प्रतियोगिता एवं कक्षा 7 से 10 तक के बच्चों भाव्या, संध्या, जयानिधि, अनन्या, गुनगुन, साक्षी, मुस्कान, संजना, अनु तथा वैष्णवी ने मेंहदी प्रतियोगिता में हर्षोल्लास के साथ बढ़ चढ़कर भाग लिया।

कार्यक्रम की रूपरेखा विद्यालय की समन्यविका अंकिता सिंह तथा संबंधित शिक्षिकाओं के द्वारा तैयार की गई। सभी प्रतियोगी बच्चों में कार्यक्रम को लेकर खुशहाली देखने को मिला।

बच्चों ने एक से बढ़कर एक हस्तनिर्मित सुंदर राखियों का निर्माण किया तथा आकर्षक मेंहदी डिजाइनों को बनाया। इस प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चों ने भाई-बहन के अटूट एवं अनमोल बंधन से परिपूर्ण रक्षाबंधन पर्व के महत्व को समझाते हुए विशेष संदेश दिया।

विद्यालय के निदेशक डॉ० राहुल राज द्वारा इन सभी होनहार प्रतिभागियों की प्रशंसा की गई तथा उनका उत्साहवर्धन करते हुए चयनित प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया।

कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के निदेशक डॉ राहुल राज ने इन बच्चों के इस अनोखे प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि ये बच्चे ही हमारे देश का भविष्य हैं। उन्होंने इन बच्चों को आत्म जागरूक बनाने का प्रयास किया। उन्होंने यह भी कहा कि इनका दृढ़ विश्वास इस बात का साक्षी है कि ये हमारे परंपरा और संस्कृति को सदैव ही बरकरार रखेंगे।।

नगरा थानान्तर्गत मवेशी चोर को अवैध हथियार व कारतूस के साथ किया गया गिरफ्तार

Chhapra: सारण पुलिस द्वारा विगत रात्रि में नगरा थाना पुलिस टीम रात्रि गश्ती, अपराध नियंत्रण तथा विशेष छापामारी के दृष्टिकोण से भ्रमणशील थी। इसी क्रम में गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम अफौर में कुछ अपराधी हथियार का भय दिखाकर मवेशी चोरी कर रहे है।

प्राप्त सुचना पर त्वरित एवं आवश्यक कार्रवाई करते हुए 01 अपराधी को 01 अवैध आग्नेयास्त्र, 02 कारतूस एवं 01 मोटरसाकिल के साथ गिरफ्तार किया गया। इस संबध में नगरा थाना कांड संख्या-84/24, दिनांक-17.08.2024, धारा-25(1-बी)ए /26(2)/35 आर्म्स अधि0 दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।

गिरफ्तार अपराधी का नाम एवं पता

1. विजेन्द्र नट, उर्फ विरेन्द्र उर्फ राजा नट, उम्र-27 वर्ष, पिता कुमार नट, सा0 कादीपुर बंगरा, थाना नगरा, जिला-सारण।

जप्त सामानों का विवरणी

1. देशी कट्टा-01, 2. जिंदा कारतूस-02, 3. मोटरसाईकिल-01।

छापामारी दल में शामिल पुलिस पदाधिकारी

पु0अ0नि0 विजय रंजन थानाध्यक्ष, नगरा थाना, प्र0पु0अ0नि0 जर्नादन कुमार प्रजापति, नगरा थाना एवं थाना के अन्य कर्मी.

रक्षाबंधन का त्योहार श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह त्योहार भाई बहन के स्नेह की डोर में बांधने वाला त्योहार है। इस दिन बहन भाई के हाथ में रक्षा बांधती है।

इस वर्ष रक्षाबंधन के दिन बहुत ही शुभ दिन बन रहा है। रक्षाबंधन के दिन श्रावण माह के अंतिम सोमवार पर रहा है। जो भगवान शिव के पूजन के लिए बहुत ही शुभ दिन है। बहने श्रावण मास की अंतिम सोमवारी का व्रत करेगी। वही भाई अपने बहन की रक्षा के लिए श्रावण मास की अंतिम सोमवार को शिव के पूजन करने के बाद रक्षाबंधन करेगें। महादेव का पूजन करने का अद्भुत दिन है।

लेकिन इस दिन भद्रा की साया दोपहर तक रहेगा। रक्षा+बंधन अर्थात किसी को अपनी रक्षा के लिए बांध लेना। राखी बांधते समय बहन कहती है। भैया मै तुम्हारे शरण में है मेरी सब प्रकार से आप रक्षा करना। कही -कही पर उपवास करती है। फिर शास्त्रीय विधि से पूजन करके राखी बंधती है।

भाई भी रक्षाबंधन के दिन उपहार में अपने बहन को कपड़ा पैसा तथा ज्वेलर देते है। किसी के भाई नहीं है वह परिवार में अपने से बड़ों को राखी बांध सकती है। किसी व्यक्ति को बहन नहीं है वह अपने पुरोहित से या गुरु से राखी बंधवा सकते है।

कब है रक्षाबंधन तथा रखी बांधने का शुभ मुहूर्त

पूर्णिमा तिथि का आरंभ 18 अगस्त 24 दिन रविवार रात्रि 02 बजकर 21 मिनट यानि (19 अगस्त की सुबह) से आरम्भ होगी।
पूर्णिमा तिथि की समाप्ति 19 अगस्त 24 दिन मगंलवार रात्रि यानी (19 अगस्त 2024 की रात्रि) 12:28 मिनट पर समाप्त होगा।

भद्रा
19 अगस्त 2024 सोमवार को भद्रा दोपहर 01:25 मिनट तक रहेगा .

रक्षाबंधन का पर्व 19 अगस्त को मनाया जायेगा। रक्षाबंधन दोपहर 01:26 के बाद बहन अपने भाई के दाहिने हाथ के कलाई पर राखी बांधेगी।

भद्रा क्या होता है?

किसी भी शुभ कार्य में भद्रा का विचार करना बहुत ही जरुरी होता है। इस काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है।भद्रा भगवान सूर्य की पुत्री तथा शनि की बहन है।शनि की तरह भद्रा की स्वभाव करवा है। इसलिए ब्रह्मा जी ने भद्रा को कालगणना यानि पंचांग के एक प्रमुख भाग विष्टि करण में भद्रा का स्थान दिए है।इसलिए भद्रा को शुभ कार्य जैसे यात्रा,विवाह गृहप्रवेश ,विवाह ,पूजा पाठ के लिए वर्जित किया गया है।लेकिन भद्रा को कुछ मुहूर्त के लिए बहुत उपयोगी होता है।जैसे राजनितिक चुनाव ,कोर्ट -कचहरी के कार्य तंत्र विद्या मजबूत बनता है.

रक्षाबंधन की समाग्री
लाल चन्दन ,मिठाई ,कपूर ,छोटी थाली ,दिया,नारियल, सर पर रखने के लिए रुमाल या तौली, राखी इत्यादि।

रक्षाबंधन कौन सी दिशा में बैठकर करें 

रक्षाबंधन करते समय सही दिशा की जानकारी होना बहुत जरूरी होता है। बहन जब भाई के कलाई में रक्षा बांधते समय भाई पूर्व दिशा में मुंह करके बैठ तथा बहन पश्चिम दिशा की ओर मुंह करके बैठें। जिसे दोनो के जीवन में खुशहाली आयेगी।मन प्रसन्न रहेगा।

राखी बांधते समय कौन सी रंग के कपड़े पहनें तथा राखी किस रंग का बांधे।

राखी बांधते समय कपड़े का रंग तथा राखी के रंग का चुनाव करना बहुत जरूरी है। शुभ कार्य में शुभ रंग का उपयोग करने से त्यौहार में और खुशियां बढ़ जाती है। रक्षाबंधन के दिन बहन और भाई दोनो लाल, पिला, गुलाबी, हरा,केशरी, संतरी रंग का कपड़ा पहने। कला रंग का उपयोग नहीं करे।यह रंग शुभ नही होता है। वहीं काले रंग का रखी का उपयोग नहीं करे।

लक्ष्मी जी ने बलि को राखी बांधा  था।

भगवान विष्णु ने बलि की दानवीरता से प्रस्सन हुए। बलि को बोले आप मुझसे कोई वरदान मांगने को कहा था।तब बलि ने उन्हें अपने साथ भगवान विष्णु को अपने साथ में रहने को
बोला तब भगवान विष्णु के साथ लक्ष्मी पाताल लोक गई और बलि को रक्षासूत्र बांधकर उसे अपना भाई बना लिया। इसके बाद से भगवान विष्णु अपने धाम चले गए।तब से रक्षाबंधन मनाया जाने लगा।

रक्षाबंधन का मंत्र।
येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबल:। तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि,रक्षे माचल माचल:

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847

Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर भौतिक विभाग में रैगिंग विरोधी सप्ताह के समापन समारोह आयोजित किया गया।

इस अवसर पर संबोधन करते हुए कुलपति प्रोo (डॉo) प्रमेन्द्र कुमार वाजपेयी ने छात्र-छात्राओं से अपील किया कि आप ऐसा कोई भी कार्य न करें जिससे दूसरे को कोई परेशानी का सामना न करना पड़े। आप सब एक दूसरे का सहयोग करें जिससे आप का प्रदेश एवं देश विकसित भारत @2047 को पूरा कर सके।

कुलपति ने छात्र-छात्राओं की हर सुविधा के संकल्प को प्रदान करने का आश्वासन दिया एवं उनके नियमित रूप से वर्ग में उप‌स्थित होने की अपील की।

इस अवसर पर छात्र-छात्राओं द्वारा रैगिंग विरोधी मार्च निकाला गया। जिसे कुलपति ने रवाना किया। जय प्रकाश विश्वविद्यालय के रैगिंग विरोधी दस्ता के समन्वयक भौतिक विभाग प्रो० गुणसागर भादव ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए रैगिंग के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला।

इस अवसर पर भौतिक विभागाध्यक्ष प्रो० महेन्द्र सिंह, प्रो० अच्युतानंद सिंह, रसायन विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो० रविन्द्र सिंह, प्रोo कृष्ण कुमार, डॉ० सुनीता कुमारी सिंह, प्रो० अजित तिवारी, डा० सची मिश्रा, डॉ० नीतू कुमारी, डॉ० रुचि त्रिपाठी, डॉ० आलोक रंजन तिवारी आदि उपस्थित थे।

 

 

Chhapra: शहर के भगवान बाजार थाना क्षेत्र के गुदरी बाजार से विगत एक हफ्ते से लापता बच्ची का शव शनिवार को नाले से बरामद किया गया है। 

सारण पुलिस ने बताया कि भगवान बाजार थाना के गुदरी बाजार निवासी काजल देवी, पति स्व0 सुमित चौधरी की पुत्री सरस्वती के दिनांक-11.08.2024 को सुबह 07ः30 बजे गुम होने की सूचना प्राप्त हुई थी। इस संबध में भगवान बाजार थाना कांड संख्या-411/24, दिनांक-11.08.2024, धारा-137(2)/140(3)/96 बि0एन0एस0 दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की जा रही थी।

इसी क्रम में शनिवार को एक बच्ची का शव राजेन्द्र कॉलेज के पास स्थित एक नाला में पड़े होने की सूचना प्राप्त हुई। शव के सत्यापनोपरांत ज्ञात हुआ कि शव कांड संख्या-411/24 में गुम हुई बच्ची का है।

पुलिस ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल छपरा भेजा गया है। पुलिस द्वारा घटना से जुड़े सभी पहलुओं पर जॉच की जा रही है।

युवाओं के संकल्प से विकसित राष्ट्र बनेगा भारत: प्रो. सुशील श्रीवास्तव

Chhapra: शहर के राजेंद्र महाविद्यालय में हर्षोल्लास के साथ झंडोत्तोलन कर 78 वां स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। झंडोत्तोलन राजेंद्र कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सुशील कुमार श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर प्रो अशोक कुमार सिन्हा, प्रो विधान चंद्र भारती, प्रो संजय कुमार, प्रो मृदुल शरण, प्रो देवेंद्र सिंह, प्रो, चंद्रिका राय, प्रो कामेश्वर सिंह समेत बड़ी संख्या में महाविद्यालय के शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मी, छात्र, एनसीसी कैडेट और अन्य लोग उपस्थित थे।

अपने संबोधन में प्राचार्य प्रो. सुशील कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि देश दृढ़ता के साथ अपने विकास के पद पर तीव्र गति से अग्रसर है। देश ने स्वतंत्रता के बाद के समय में जीवन के हर क्षेत्र में अद्वितीय उपलब्धि अर्जित की है ।विज्ञान, प्रौद्योगिकी, रक्षा, आर्थिक विकास, कृषि, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और जीवन के सभी क्षेत्र में अपनी खास पहचान बनाई है। शिक्षा और मानव विकास की दिशा में देश लगातार प्रगति कर रहा है। उन्होंने आगे कहा बहुत जल्द भारत एक विकसित राष्ट्र बनेगा।

देश को विकसित राष्ट्र बनाने में छात्रों और युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। युवाओं को आज एक नए संकल्प के साथ देश को विकसित राष्ट्र बनाने में लग जाना चाहिए। इस अवसर पर राजेंद्र कॉलेज के एनसीसी कैडेटों ने परेड किया और तिरंगे को सलामी दी। साथ ही उन्होंने कई साहसिक करतब भी दिखाएं।

GOPALGANJ: भारत में आज स्वतंत्रता दिवस धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। आज ही के दिन 15 अगस्त 1947 को भारत को अंग्रेजों से आजादी मिली थी। तब से हर साल 15 अगस्त को भारत में इंडिपेंडेंस डे यानि स्वतंत्रता दिवस मनाते आ रहे हैं। आज 15 August 2024 को भारत अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है।

पूरा देश आज स्वतंत्रता दिवस मना रहा है तो वही बिहार के गोपालगंज जिले में आज गणतंत्रता दिवस मनाया गया। यह बड़ी चूक सिधवलिया प्रखंड सह अंचल कार्यालय ने की है। जहां आज स्वतंत्रता दिवस समारोह की जगह गणतंत्रता दिवस मनाया गया। ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर गोपालगंज के सिधबलिया प्रखंड सह अंचल कार्यालय ने जो आमंत्रण पत्र अतिथियों को भेजा है उसमें गणतंत्र दिवस लिखा हुआ है।

गणतंत्र दिवस मनाये जाने को लेकर निमंत्रण पत्र बीडीओ, सीओ और प्रखंड प्रमुख सहित कई अतिथियों को भेजा गया है। जिसे देखकर लोग भी हैरान रह गये। निमंत्रण पत्र में गणतंत्र दिवस का जिक्र एक बार नहीं बल्कि दो बार किया गया है। सबसे ऊपर बड़े अक्षरों में स्वतंत्रता दिवस समारोह 2024 प्रखंड सह अंचल कार्यालय सिधबलिया (गोपालगंज) लिखा हुआ है। उसके बाद लिखा गया कि मान्यवर, गणतंत्र दिवस 15 अगस्त 2024 दिन गुरुवार को माननीय प्रखंड प्रमुख माला देवी के द्वारा 9 बजे पूर्वाह्न में झंडोत्तोलन कार्यक्रम संपन्न होना है। अत: आप महानुभावों से आग्रह है कि गणतंत्र दिवस समारोह के इस कार्यक्रम में भाग लेकर इसे सफल बनावें।

Chhapra: स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मंत्री, सूचना विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग, बिहार सह प्रभारी मंत्री, सारण के द्वारा राजेंद्र स्टेडियम छपरा में ध्वजारोहण किया। 

इस अवसर पर आयुक्त, सारण प्रमंडल, डीआईजी सारण, जिलाधिकारी सारण एवं पुलिस अधीक्षक सारण उपस्थित रहे।

साथ ही उक्त अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करनेवाले योग्य व्यक्तियों, महिलाओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान करते हुए सभी योग्य लाभुकों को बासगीत पर्चा का वितरण किया गया।

बॉलीवुड की सबसे लोकप्रिय फिल्मों में से एक है ‘इमरजेंसी’। इस फिल्म की चर्चा पिछले साल से चल रही है। नवंबर, 2023 को रिलीज होने वाली फिल्म ‘इमरजेंसी’ की रिलीज डेट दो बार बदली गई और आखिरकार कुछ दिन पहले फाइनल रिलीज डेट की घोषणा की गई। कंगना रनौत की ‘इमरजेंसी’ फिल्म में देश में 21 महीने के लिए लगाई गई इमरजेंसी का दौर देखने को मिलेगा। इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज हो गया है।

कंगना रनौत ने फिल्म इमरजेंसी का ट्रेलर सोशल मीडिया पर शेयर किया है। कंगना ने “भारत इंदिरा है और इंदिरा भारत है। देश के इतिहास की सबसे ताकतवर महिला और इतिहास का सबसे काला अध्याय” कैप्शन के साथ फिल्म ‘इमरजेंसी’ का ट्रेलर शेयर किया। ट्रेलर में दिखाया गया है कि 25 जून, 1975 को इंदिरा गांधी के नेतृत्व में देश में आपातकाल कैसे लगाया गया था? विपक्ष के प्रमुख नेताओं को कैसे गिरफ्तार कर जेल में डाला गया? ट्रेलर के कुछ डायलॉग्स जैसे ‘नफरत, नफरत, नफरत और मिला क्या है मुझे इस देश से’, ‘राजनीति में कोई गाथा नहीं होता’, ‘मैं हूं कैबिनेट’, ‘इंडिया इज इंदिरा एंड इंदिरा इज इंडिया’। इंदिरा गांधी के किरदार में कंगना रनौत नजर आई हैं और उनके परफेक्ट लुक और आवाज ने सभी का ध्यान खींचा है।

चर्चित फिल्म ‘इमरजेंसी’ में कंगना रनौत के साथ अनुपम खेर, श्रेयस तलपड़े, मिलिंद सोमन जैसे कई कलाकार नजर आएंगे । फिल्म 6 सितंबर को रिलीज होगी। तो अब ये देखना अहम होगा कि फिल्म ‘इमर्जेंस’ को दर्शक कैसा रिस्पॉन्स देते हैं। पहले फिल्म ‘इमरजेंसी’ 14 जून को रिलीज होने वाली थी लेकिन लोकसभा चुनाव में कंगना रनौत हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा चुनाव से टिकट मिलने के बाद चुनाव प्रचार और निर्वाचन क्षेत्र के काम में व्यस्त थीं। इसी वजह से फिल्म ‘इमरजेंसी’ की रिलीज डेट 6 सितंबर तय की गई है।

पटना , 14 अगस्त (हि.स.)। मधुबनी पेंटिंग के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित गोदावरी दत्ता के निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नेगहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा है कि मूलरूप से दरभंगा निवासी गोदावरी दत्ता ने मधुबनी पेंटिंग को देश-विदेश में पहचान दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई थी। उनके निधन से कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।

मुख्यमंत्री ने स्व. गोदावरी दत्ता के परिजनों एवं प्रशंसकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

मिथिला पेंटिंग की शिल्पगुरु मानी जाने वाली गोदावरी दत्त का लंबी बीमारी के बाद बुधावार काे दाेपहर में निधन हो गया। पद्मश्री पुरस्कार सम्मानित गोदावरी दत्त 93 साल की थी। गोदावरी दत्त बीते एक हफ्ते से कोमा में थीं। किडनी खराब हो गई थी। डॉक्टर ने जवाब दे दिया था।

गोदावरी दत्त का जन्म एक निम्न मध्यम वर्गीय कायस्थ परिवार में दरभंगा के लहेरियासराय में 1930 में हुआ था। इनका विवाह मधुबनी के रांटी गांव में उपेन्द्र दत्त से हुआ, जहां से उनकी पेंटिंग्स की यात्रा शुरू हुई। गोदावरी दत्त ने मिथिला पेंटिग को घर से निकालकर देश दुनिया में पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई। काफी वृद्ध होने के बाद भी वह अपनी पेंटिंग के हुनर से ऐसी पेंटिंग बनाती रहीं कि देखने वाले मंत्रमुग्ध हो जाते हैं।

डोडा, 14 अगस्त (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में बुधवार को जारी मुठभेड़ में सेना का एक कैप्टन बलिदान हो गया और एक आतंकी मारा गया है।

सेना की व्हाइट नाइट कोर ने एक्स पर जानकारी साझा की है कि डोडा जिले में जारी ऑपरेशन में एक आतंकवादी मारा गया है। इस दौरान एम4 राइफल और एक एके 47 राइफल बरामद की गई है। सेना ने कहा कि ऑपरेशन जारी रहने के दौरान रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है।

इससे पहले सेना ने कहा कि व्हाइट नाइट कोर के बहादुर कैप्टन दीपक सिंह के सर्वाेच्च बलिदान को सलाम करते हैं, जिन्होंने अपनी चोटों के कारण दम तोड़ दिया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया कि व्हाइट नाइट कोर गहरी संवेदना व्यक्त करता है और इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ा है।

बुधवार सुबह सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के जंगलों में आतंकवादियों के साथ चल रही मुठभेड़ स्थल से एक एम4 राइफल और अन्य युद्धक सामग्री बरामद की।

व्हाइट नाइट कोर ने कहा कि विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के आधार पर भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा पत्नीटॉप के पास अकर वन में एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया था। डोडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जावेद इकबाल ने बताया कि ऑपरेशन प्रगति पर है और आगे का विवरण तदनुसार साझा किया जाएगा।

 

फाइल फोटो

– सम्मानित वायु योद्धाओं ने मिशन के दौरान राष्ट्र की सेवा में योगदान दिया

नई दिल्ली, 14 अगस्त (हि.स.)। भारतीय सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस पर वायु सेना को छह वीरता पदक देने का ऐलान किया है। वायु सेना के दो फ्लाइंग पायलटों को उनकी बहादुरी के लिए शौर्य चक्र से नवाजा गया है। इन पदकों से सम्मानित वायु योद्धाओं ने मिशन के दौरान अपने दायित्वों को बखूबी निभाते हुए राष्ट्र की सेवा में योगदान दिया है।

राष्ट्रपति ने फ्लाइंग (पायलट) विंग कमांडर अक्षय अरुण महाले को वायु सेना पदक (वीरता), जूनियर वारंट ऑफिसर विकास राघव आईएएफ (गरुड़) को वायु सेना पदक (वीरता), सार्जेंट अश्विनी कुमार (फ्लाइट गनर) को वायु सेना पदक (वीरता), स्क्वाड्रन लीडर महिपाल सिंह राठौर फ्लाइंग (पायलट) को वायु सेना पदक (वीरता), विंग कमांडर आनंद विनायक अगाशे फ्लाइंग (पायलट) को वायु सेना पदक (वीरता), विंग कमांडर जसप्रीत सिंह संधू फ्लाइंग (पायलट) को वायु सेना पदक (वीरता) प्रदान किया है। इसके अलावा विंग कमांडर वर्नोन डेसमंड कीन वीएम फ्लाइंग (पायलट) और स्क्वाड्रन लीडर दीपक कुमार फ्लाइंग (पायलट) को शौर्य चक्र से नवाजा गया है।

1. विंग कमांडर अक्षय अरुण महाले इस समय एक फाइटर स्क्वाड्रन में बतौर फ्लाइंग (पायलट) तैनात हैं। उन्हें 26 सितंबर, 23 को आबादी वाले क्षेत्र में बड़ी झील के ऊपर एरोबेटिक्स प्रदर्शन के लिए अधिकृत किया गया था। इस दौरान टरबाइन गैस तापमान (टीजीटी) में अचानक 80-90 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने पर विमान का एक इंजन खराब हो गया। केवल एक इंजन उपलब्ध होने के कारण विमान की गति 250 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से नीचे तेजी से गिरने लगी। इस गंभीर स्थिति में भी पायलट ने विमान को आबादी वाले इलाके से दूर मोड़ लिया। अगर उसने ऐसा नहीं किया होता तो विमान में अनियंत्रित गति के साथ भयावह स्थिति उत्पन्न हो सकती थी। विमान ने धीरे-धीरे ऊंचाई हासिल की और उसे सुरक्षित तरीके से ऊपर ले लिया गया। इन जानलेवा परिस्थितियों के दौरान पायलट ने अपना धैर्य बनाए रखा और पूरी तरह से व्यावसायिकता का परिचय दिया।

2. जूनियर वारंट ऑफिसर विकास राघव इस समय वायु सेना की गरुड़ फ्लाइट की तैनात टुकड़ी में हैं। उन्हें 15 अगस्त, 2023 को कांगड़ा (हिमाचल) में भीषण बाढ़ से निपटने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। बचाव और निकासी अभियान के दौरान वह एक छत पर उतरे, जहां उन्हें एक लकवाग्रस्त 68 वर्षीय मरीज, आठ दिन के एक बच्चे के साथ मां और दो गर्भवती माताओं की गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ा, जिन्हें चिकित्सा सहायता के लिए तत्काल निकालने की आवश्यकता थी। उन्होंने पूरी तरह से लकवाग्रस्त रोगी को सुरक्षित करने के लिए एक हार्नेस तैयार करके अपनी बांहों में सुरक्षित रूप से पकड़े रखा। इसके बाद उन्होंने साहसपूर्वक 8 दिन के नाजुक शिशु को बिना हार्नेस के निकाला, ताकि हेलीकॉप्टर के बहाव में फंसने से शिशु के दम घुटने के किसी भी संभावित जोखिम को रोका जा सके। इसके बाद उन्होंने गर्भावस्था के अंतिम चरण में दोनों गर्भवती माताओं को निकाला। उन्होंने एक अन्य बचाव अभियान में चार शिशुओं को बचाने में अनुकरणीय बहादुरी का प्रदर्शन किया। उन्होंने कुल 494 लोगों की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और 152 लोगों को सुरक्षित निकालने में अकेले जिम्मेदारी निभाई।

3. सार्जेंट अश्विनी कुमार इस समय एक हेलीकॉप्टर इकाई में तैनात हैं। उन्हें 15 अगस्त, 2023 को हिमाचल प्रदेश के फतेहपुर के पास मानवीय सहायता और आपदा राहत संचालन के लिए तैनात किया गया था। उन्होंने पहले दिन कम ऊंचाई पर हेलीकॉप्टर से उतरकर विकलांग नागरिकों को बचाया। दूसरे दिन वे एक तेज बहती नदी से अलग-थलग क्षेत्र में जीवित बचे लोगों से मिले। उन्होंने खुद को हेलीकॉप्टर के हार्ड पॉइंट पर बांध लिया और सीढ़ी के आखिरी पायदान पर उतर गए और जीवित बचे लोगों को हेलीकॉप्टर में खींच लिया। सार्जेंट अश्विनी कुमार ने कम समय में तेजी से ऑपरेशन चलाकर 510 लोगों की जान बचाई, जिसमें 42 लोगों की जान चरखी से बचाई गई।

4. स्क्वाड्रन लीडर महिपाल सिंह राठौर इस समय एक फाइटर स्क्वाड्रन में तैनात हैं। उन्हें 04 जनवरी, 2024 को दो 1000 पाउंड लाइव बमों के साथ एक प्रशिक्षण सॉर्टी उड़ाने के लिए अधिकृत किया गया था। टेक ऑफ के दौरान रोटेशन गति पर जैसे ही उन्होंने नियंत्रण स्तंभ को पीछे की ओर बढ़ाया तो विमान ने प्रतिक्रिया नहीं की। उनका अगला प्रयास भी असफल रहा। केवल 2500 फीट रनवे शेष रहने पर भी उन्होंने सही ढंग से टेक ऑफ करने का फैसला किया। उड़ान के बाद के विश्लेषण से पता चला कि विमान में कुछ खराबी थी, जिसके कारण अगर पायलट ने उड़ान भरने में कोई कसर छोड़ी होती तो विमान दुर्घटनाग्रस्त हो सकता था। सीमित अनुभव के बावजूद उन्होंने असाधारण साहस और उत्कृष्ट धैर्य का परिचय दिया, जिसके परिणामस्वरूप विमान को सुरक्षित रूप से वापस लाया गया।

5. विंग कमांडर आनंद विनायक अगाशे इस समय एक हेलीकॉप्टर यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर हैं। 15 अगस्त, 2023 को भारी बारिश के कारण महाराणा प्रताप सागर के बाढ़ के द्वार खोल दिए गए, जिससे कांगड़ा (हिमाचल) जिले के गांव जलमग्न हो गए। प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को बचाने के लिए भारतीय वायु सेना को मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) अभियान चलाने का काम सौंपा गया। इसके लिए विंग कमांडर आगाशे ने अपनी टीम के साथ इस तरह के उच्च जोखिम वाले कार्य के लिए गहन और सावधानीपूर्वक योजना बनाई। बाढ़ से घिरे क्षेत्र में सैकड़ों लोग घरों और छतों पर फंसे हुए थे। विंग कमांडर अगाशे ने एचटी/एलटी केबल, माइक्रोवेव टावर और ऊंचे पेड़ों के करीब खतरनाक इलाके में सटीक उड़ान भरी, जो हेलीकॉप्टर की तेज हवा के कारण हिल रहे थे। इसके बावजूद उन्होंने 42 फंसे हुए नागरिकों को सुरक्षित निकाला। जीवित बचे लोगों में हृदय रोगी, गर्भवती महिलाएं, शिशु, बुजुर्ग और विशेष रूप से सक्षम लोग शामिल थे। पूरे मिशन के दौरान उनकी टीम ने 1002 लोगों की जान बचाई।

6. विंग कमांडर जसप्रीत सिंह संधू इस समय एक फाइटर स्क्वाड्रन में तैनात हैं। 25 जनवरी, 2024 को उन्हें मिग बाइसन पर एयरफ्रेम और इंजन चेक सॉर्टी उड़ाने के लिए अधिकृत किया गया। लैंडिंग के समय प्रतिकूल क्रॉस विंड के कारण विमान स्टारबोर्ड की ओर चला गया। इसके बावजूद शांत स्वभाव बनाए रखते हुए उन्होंने तुरंत पूर्ण ब्रेक लगाकर विमान को बंद कर दिया। उन्होंने पहिया ब्रेक और टायरों को कोई नुकसान पहुंचाए बिना रनवे की दाहिने लेन पर विमान को सफलतापूर्वक रोक दिया। इस दौरान कार्रवाई में एक सेकेंड की भी देरी से विमान रनवे से बाहर जा सकता था। बाद में जांच से पता चला कि मुख्य रेडियो का एंटीना कनेक्टर ऑटोपायलट बे में पतवार पैडल के लिंक रॉड तंत्र को बाधित करने से यह स्थिति पैदा हुई थी। इसके बावजूद पायलट की सूझबूझ से मूल्यवान हवाई संपत्ति को सुरक्षित बचाया जा सका।

7. विंग कमांडर वर्नोन डेसमंड कीन वीएम इस समय एक फाइटर स्क्वाड्रन में तैनात हैं। जगुआर लड़ाकू विमान पर 24 जुलाई, 2023 को एक सॉर्टी के दौरान उन्हें तेल प्रणाली ने खराबी का संकेत दिया। ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं हुई थी लेकिन पायलट ने बाएं इंजन को बंद करने का फैसला लिया और निकटतम रनवे के लिए दाएं इंजन का उपयोग करके रिकवरी शुरू की। इस बीच 2500 फीट की ऊंचाई पर दाहिना इंजन फेल हो गया, जिससे विमान तेजी से ऊंचाई खोते हुए उत्तर प्रदेश के घनी आबादी वाले गोरखपुर शहर के पास पहुंच गया। एक इंजन के सहारे पायलट ने विमान को नियंत्रित करके गैर आबादी वाले क्षेत्र की ओर मोड़ दिया और खाली ईंधन टैंकों को आबादी वाले क्षेत्र से दूर फेंक दिया। उन्होंने साथ ही बाएं इंजन को फिर से चालू करके असाधारण साहस, दृढ़ता और धैर्य का परिचय देते हुए विमान को क्षतिग्रस्त होने से बचाकर जमीन पर जान और संपत्ति के संभावित नुकसान को बचाया।

8. स्क्वाड्रन लीडर दीपक कुमार इस समय एयर फ़ोर्स स्टेशन हकीमपेट में तैनात हैं। उन्हें 25 अगस्त, 2023 को एक प्रशिक्षु पायलट के साथ किरण विमान में एक निर्देशात्मक रात्रि उड़ान भरने के लिए अधिकृत किया गया था। अंधेरी रात में उड़ान के दौरान कम ओवरशूट के बाद चक्कर लगाते समय विमान से पक्षी टकराया, जिससे इंजन में आग लग गई। उन्होंने तुरंत स्थिति का आकलन करके विमान को सीधे आगे की ओर उतारने का निर्णय लिया। रात में सीमित संकेतों के बावजूद उन्होंने अपने असाधारण निर्णय और उत्कृष्ट उड़ान कौशल का उपयोग करके विमान को छोटे रनवे पर जबरन उतारा। लैंडिंग के बाद रनवे की उपलब्ध लंबाई लगभग 1000 फीट थी, जिसमें स्विच ऑफ करने, ब्रेक लगाने और अरेस्टर बैरियर को जोड़ने जैसी उनकी त्वरित कार्रवाई के परिणामस्वरूप विमान को न्यूनतम क्षति के साथ सुरक्षित रूप से रोक दिया गया।