Chhapra: भाजपा के कद्दावर नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न मिलने पर छपरा विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने हर्ष प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि हम सबके प्रेरणास्रोत एवं देश के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिये जाने के निर्णय से बड़े हर्ष और आनंद की अनुभूति हुई है.

वे राजनीति में शुचिता,समर्पण और दृढ़ संकल्प के प्रतीक हैं. उन्होंने अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में अनेक भूमिकाओं में, देश के विकास और राष्ट्रनिर्माण में जो महत्वपूर्ण योगदान किया है, वह अविस्मरणीय और प्रेरणास्पद है.

भारत की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण रखने में भी उनकी महती भूमिका रही है. एक राष्ट्रीय नेता के रूप में उन्होंने अपनी विद्वता, संसदीय एवं प्रशासनिक क्षमता से देश और लोकतंत्र को मजबूत किया है. उन्हें भारत रत्न का सम्मान मिलना हर भारतवासी के लिए हर्ष का विषय है. मैं इस निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देता हूं। 

नई दिल्ली, 03 फरवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न प्रदान करने की सूचना आज सोशल मीडिया पर साझा की । उन्होंने वयोवृद्ध नेता को फोन कर इसके लिए शुभकामनायें दी हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स हैंडल पर इस सूचना को साझा करते हुए भाजपा नेता आडवाणी के साथ अपने दो पुराने फोटो अपलोड किए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ”आडवाणी जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाना मेरे लिए बहुत भावुक क्षण है। मैं इसे हमेशा अपना सौभाग्य मानूंगा कि मुझे उनके साथ बातचीत करने और उनसे सीखने के अनगिनत अवसर मिले।”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक आडवाणीजी का भारत के विकास में योगदान अविस्मरणीय है। उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर उप प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है। उन्होंने गृहमंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। उनके संसदीय हस्तक्षेप हमेशा अनुकरणीय और समृद्ध अंतर्दृष्टि से भरे रहे हैं।

उन्होंने कहा है कि सार्वजनिक जीवन में आडवाणी जी की दशकों लंबी सेवा को पारदर्शिता और अखंडता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के रूप में चिह्नित किया गया है। उनकी राजनीतिक नैतिकता ने अनुकरणीय मानक स्थापित किया है। भाजपा नेता आडवाणी ने राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक पुनरुत्थान को आगे बढ़ाने की दिशा में अद्वितीय प्रयास किए हैं।

New Delhi: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश के तीन जानेमाने हस्तियों को भारत रत्न देने की घोषणा की है.

इन तीन हस्तियों में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, डॉ. भूपेन हजारिका और नानाजी देशमुख शामिल है. डॉ. भूपेन हजारिका और नानाजी देशमुख को मरणोपरांत भारत रत्न दिया जा रहा है. 

भारत के 13वें राष्ट्रपति थे प्रणब मुखर्जी
प्रणब मुखर्जी 2012 से 2017 तक भारत के 13वें राष्ट्रपति रहे थे. अपने पांच दशकों के राजनीतिक जीवन में वह कई अहम पदों पर रहे. यूपीए सरकार में वह रक्षा, विदेश और वित्त मंत्री भी थे. वे कांग्रेस के बड़े नेताओं में शुमार है.

गीतकार, संगीतकार, गायक, कवि और फिल्म-निर्माता भूपेन हजारिका
असम में जन्मे भूपेन हजारिका, गीतकार, संगीतकार, गायक, कवि और फिल्म-निर्माता थे. उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर असम और पूर्वोत्तर भारत के संस्कृति और लोक संगीत को हिंदी सिनेमा के माध्यम से पेश किया था. हजारिका को 1975 में सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन के लिए राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार (1987), पद्मश्री (1977), और पद्मभूषण (2001) मिला था.

समाजसेवी नानाजी देशमुख
नानाजी देशमुख भारत के एक सामाजिक कार्यकर्ता थे. उनका पूरा नाम चंडिकादास अमृतराव देशमुख था. नानाजी ने उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में काम किया. उन्हें इसके पूर्व पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया जा चूका है.

भारत रत्न, देश का वो सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. जो असाधारण राष्ट्रीय सेवा के लिए दिया जाता है.