Amarnath Yatra 2025, 24 जुलाई (हि.स.)। इस साल 3 जुलाई को अमरनाथ यात्रा की शुरूआत के बाद से अब तक 3.42 लाख से ज़्यादा यात्री दर्शन कर चुके हैं, जबकि 3,500 तीर्थयात्रियों का नया जत्था गुरुवार को जम्मू से दोनों आधार शिविरों से यात्रा के लिए रवाना हुआ।

गुरुवार को 3,500 यात्रियों का जत्था जम्मू  से घाटी के लिए रवाना हुआ

अधिकारियों ने बताया कि पिछले 21 दिनों में 3.42 लाख से ज़्यादा यात्री अमरनाथ यात्रा कर चुके हैं। तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ लगातार पहुंच रही है। उन्होंने बताया कि यात्रा शांतिपूर्ण और सुचारू रूप से चल रही है और इससे श्रद्धालुओं को रिकॉर्ड संख्या में आने का प्रोत्साहन मिला है। पिछले 21 दिनों में 3.42 लाख से ज़्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं और गुरुवार को 3,500 यात्रियों का एक और जत्था जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से घाटी के लिए रवाना हुआ। इनमें से 45 वाहनों का पहला सुरक्षा काफिला 832 यात्रियों को लेकर सुबह 3ः25 बजे बालटाल आधार शिविर के लिए रवाना हुआ जबकि 95 वाहनों का दूसरा काफिला 2,668 यात्रियों को लेकर पहलगाम आधार शिविर के लिए सुबह 4ः01 बजे रवाना हुआ।

9 अगस्त को पवित्र अमरनाथ गुफा यात्रा का आधिकारिक समापन होगा

10 जुलाई को पहलगाम में छड़ी मुबारक (भगवान शिव का पवित्र निवास) का भूमि पूजन किया गया। इसके बाद छड़ी मुबारक को दशनामी अखाड़ा भवन में वापस उसके स्थान पर ले जाया गया। यह 4 अगस्त को श्रीनगर के दशनामी अखाड़ा मंदिर से अमरनाथ गुफा मंदिर की ओर अपनी अंतिम यात्रा शुरू करेगी और 9 अगस्त को पवित्र अमरनाथ गुफा मंदिर पहुँचेगी जो यात्रा का आधिकारिक समापन होगा।

इस वर्ष अमरनाथ यात्रा के लिए व्यापक बहु-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी और स्थानीय पुलिस की मौजूदा संख्या बढ़ाने के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 180 अतिरिक्त कंपनियाँ तैनात की गई हैं। सेना ने इस वर्ष तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 8,000 से अधिक विशेष कमांडो तैनात किए हैं। यह यात्रा 3 जुलाई को शुरू हुई थी और 38 दिनों के बाद 9 अगस्त को समाप्त होगी जो श्रावण पूर्णिमा और रक्षाबंधन के साथ मेल खाता है।

Srinagar, 17 जुलाई (हि.स.)। गांदरबल जिले में अमरनाथ यात्रा के बालटाल मार्ग पर हुए भूस्खलन में एक महिला तीर्थयात्री की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा कारणों से यात्रा को आज गुरुवार के लिए स्थगित कर दिया गया है।

घायलों को बालटाल बेस कैंप अस्पताल ले जाया गया

अधिकारियों ने बताया कि ऊपरी रेलपथरी के पास जड-मोड़ पर भूस्खलन हुआ, जिससे कई तीर्थयात्री बालटाल मार्ग से नीचे की ओर बह गए जो पवित्र गुफा की ओर जाता है। घायलों को बालटाल बेस कैंप अस्पताल ले जाया गया, जहां पहुंचने पर एक महिला को मृत घोषित कर दिया गया। मृतक महिला की पहचान राजस्थान निवासी सोना बाई के रूप में हुई है। अधिकारियों ने बताया कि आज जम्मू से पवित्र गुफा की ओर जाने वाले तीर्थयात्रियों के किसी भी नए जत्थे को यात्रा की अनुमति नहीं दी गई है। यात्रा मार्ग पर भूस्खलन और भारी बारिश को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

Jammu, 17 जुलाई (हि.स.)। पिछले दो दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण पहलगाम और बालटाल दोनों आधार शिविरों से अमरनाथ यात्रा आज यानी गुरुवार के लिए स्थगित कर दी गई है। यह रोक ऐसे समय में लगाई गई है जब अधिकारी भारी बारिश से प्रभावित तीर्थयात्रियों के मार्गों पर तत्काल मरम्मत कार्य करवाने में जुटे हैं।

यह पहला अवसर है जब जम्मू से तीर्थयात्रा एक दिन के लिए रोकी गई है

Jammu and Kashmir जनसंपर्क विभाग की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि पिछले दो दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण दोनों मार्गों पर मरम्मत कार्य करना जरूरी हो गया है। सीमा सड़क संगठन ने 18 जुलाई को दोनों आधार शिविरों से यात्रा शुरू होने से पहले काम पूरा करने के लिए अपने कर्मियों और मशीनों की तैनाती की है। इस वर्ष यह पहला अवसर है जब जम्मू से तीर्थयात्रा एक दिन के लिए रोकी गई है।

तीर्थयात्रा 18 जुलाई को फिर से शुरू होने की उम्मीद है

संभागीय आयुक्त कश्मीर विजय कुमार बिधूड़ी ने भी यात्रा स्थगित होने की पुष्टि की और कहा कि मौसम की स्थिति के आधार पर तीर्थयात्रा 18 जुलाई को फिर से शुरू होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण दोनों मार्गों पर तत्काल मरम्मत और रखरखाव कार्य किए जाने की आवश्यकता है इसलिए यह निर्णय लिया गया है कि आज दोनों आधार शिविरों से पवित्र गुफा की ओर किसी भी प्रकार की आवाजाही की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि पिछली रात पंजतरणी शिविर में रुके यात्रियों को बीआरओ और पर्वतीय बचाव दलों की पर्याप्त तैनाती के तहत बालटाल जाने की अनुमति दी जा रही है। दिन के दौरान मौसम की स्थिति के आधार पर यात्रा कल फिर से शुरू होने की पूरी संभावना है।

तीन जुलाई को तीर्थयात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 2.35 लाख से अधिक तीर्थयात्री बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं।

Jammu, 8 जुलाई (हि.स.)। श्री अमरनाथ यात्रा के लिए 7,500 से अधिक तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था मंगलवार सुबह जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से रवाना हुआ।

अब तक 94,000 से अधिक तीर्थयात्री पूजा-अर्चना कर चुके हैं

अधिकारियों ने बताया कि 38 दिवसीय तीर्थयात्रा 3 जुलाई को घाटी से दो मार्गों अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे नुनवान-पहलगाम मार्ग और गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबे लेकिन अधिक खड़ी चढ़ाई वाले बालटाल मार्ग से शुरू हुई थी। यात्रा 9 अगस्त को समाप्त होगी। उन्होंने बताया कि यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 94,000 से अधिक तीर्थयात्री श्री अमरनाथ गुफा में प्राकृतिक रूप से निर्मित शिवलिंग (हिमलिंग) की पूजा-अर्चना कर चुके हैं।

309 वाहनों में सवार होकर कश्मीर स्थित दोनों आधार शिविरों के लिए रवाना हुआ।

अधिकारियों ने बताया कि 5,516 पुरुषों और 1,765 महिलाओं समेत 7,541 तीर्थयात्रियों का सातवां जत्था कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आज तड़के 2.55 से 4.05 बजे के बीच भगवती नगर आधार शिविर से 309 वाहनों में सवार होकर कश्मीर स्थित दोनों आधार शिविरों के लिए रवाना हुआ।

उन्होंने बताया कि पहला काफिला 148 वाहनों में 3,321 तीर्थयात्रियों को लेकर गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग के लिए रवाना हुआ। इसके बाद 161 वाहनों में 4,220 तीर्थयात्रियों का दूसरा काफिला अनंतनाग जिले में 48 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग से यात्रा कर रहा है।

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा 2 जुलाई को जम्मू में यात्रा को हरी झंडी दिखाने के बाद से अब तक कुल 47,902 तीर्थयात्री जम्मू आधार शिविर से घाटी के लिए रवाना हो चुके हैं। पंजीकरण के लिए काउंटरों पर भारी भीड़ है। अधिकारियों ने काउंटरों की संख्या 12 से बढ़ाकर 15 कर दी है और साथ ही भीड़ को कम करने के लिए दैनिक कोटा 4,100 कर दिया है।