छपरा से मशरक जाने वाले बाइक चालक सावधान ! वर्ना हो सकती है अप्रिय घटना

Chhapra: सावधान ! अगर आप छपरा से मशरक की यात्रा बाइक से करने जा रहे है तो यह ख़बर आपके लिए बेहद जरूरी है वर्ना आप दुर्घटनाओं के शिकार हो सकते है. इसलिए जरूरी है कि आप सतर्क एवं सावधान होकर ही इस रास्ते का प्रयोग करें जिससे की आप सही सलामत अपने गंतव्य तक पहुंच सकें.

बाइक से पहली बार छपरा से मशरक के रास्ते जाने वाले बाइक राइडर को इस सड़क पर चलने से पहले सुरक्षा मानकों का पूरी तरह से इस्तेमाल करना होगा. ऐसा करने के बहुत कारण है. हालाकि एक बाइक चालक को बाइक चलाने के पहले हेलमेट को अनिवार्य रूप से पहनना चाहिए.

छपरा से लेकर मशरक या यू कहे कि महमदपुर तक बाइक से चलना दुर्घटनाओं को निमंत्रण देना है. छपरा से लेकर महमदपुर तक सड़क पर इन दिनों सिर्फ ट्रकों का परिचालन होता है. एक अनुमान के मुताबिक छोटी से लेकर बड़ी 5 हजार से अधिक ट्रक, 1 हजार से अधिक ट्रैक्टर 24 घंटे में गुजरती है. इन ट्रकों और ट्रैक्टर की ट्रॉली पर सिर्फ बालू लदे होते है. जिनको ढककर ले जाना होता है. लेकिन इन वाहन चालकों द्वारा खुले में बालू की ढुलाई की जाती है. आलम यह है कि छपरा से लेकर खैरा, नगरा, गौरा, इसुआपुर, मशरक से लेकर महमदपुर तक बने छोटे बड़े स्पीडब्रेकर के नजदीक सिर्फ लाल बालू सड़क के दोनो ओर चादर के समान बिछी हुई है. इतना ही नही ट्रकों और ट्रालियों पर बालू के खुले होने के कारण हवा से उड़कर सड़क के दोनों किनारों पर सिर्फ लाल बालू बिखरे पड़े है.

एस एच 90 पर बालू लदे ट्रैक्टर और ट्रकों के बेतहाशा परिचालन से सड़क पर सिर्फ लाल बालू का चादर दिखती है. ऐसे में बाइक चलाना किसी अनहोनी को निमंत्रण देना है. सड़क किनारे सिर्फ लाल बालू और बीच सड़क पर तेज गति से चल रही ट्रैक्टर और ट्रक. ऐसे में बाइक चालकों से थोड़ी असावधानी हुई कि दुर्घटना घटी. प्रतिदिन इस मार्ग पर बाइक दुर्घटना अब स्वाभाविक हो चुका है.

लाल बालू के कारण सड़क पर बाइक का फिसलकर गिरना, उसपर सवार की दुर्घटना से प्रतिदिन सैकड़ों लोग अस्पताल पहुंचते है. कई बाइक चालक एवं बाइक सवार की मौत तक हो जाती है लेकिन इसके बावजूद जिला और पुलिस प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं दिखती है. सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं जवानियां चंवर, इसुआपुर बाजार, हनुमानगंज से मसरख और चैनपुर से राजापट्टी दिघवा दुबौली के बीच होती है.

पुलिस प्रशासन ना बिना ढके बालू लदे ट्रैक्टर/ ट्रकों से कोई पूछताछ करता है और ना ही उन्हें बालू को ढकने का निर्देश देता है जिससे की सड़कों पर बालू नही गिरे. दुर्घटनाओं को रोकने के लिए बने स्पीडब्रेकर ही दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रहे है. सड़क के दोनों ओर जमा हुए बालू को अगर एकत्रित कर दिया जाए तो छपरा से लेकर मशरक तक ही 50 ट्रक बालू प्राप्त किया जा सकता है.

ऐसे में प्रशासन को सजग होकर सड़कों पर जमे बालू को हटाने के साथ साथ बालू की ढुलाई कर रहे ट्रैक्टर और ट्रक को ढकने का निर्देश देते हुए इसके कराई से पालन करने की जरूरत है. जिससे कि आए दिन हो सड़क दुर्घटनाओं में कमी आए. वही बाइक चालक अपने बाइक की रफ्तार को कम रखे, ओवरटेक कही ना करें साथ ही साथ सड़क पर गिरे बालू को देखकर बाइक को धीरे कर आगे बढ़े. इस बात का जरूर ध्यान रखे कि अपने जीवन की सुरक्षा अपने हाथ है.

Chhapra: सड़क सुरक्षा सप्ताह के पहले दिन छपरा की सड़कों पर जागरूकता का एक अलग नजारा देखने को मिला जब पुलिस द्वारा हेलमेट नही पहनने वालो को गुलाब का फूल दिया गया. पुलिस के द्वारा ऐसा लोगों को अपनी गलती का अहसास कराने के लिए किया गया.

पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय ने बताया कि सड़क सुरक्षा सप्ताह के पहले दिन पुलिस ने लोगों को जागरूक किया और जो लोग ट्रैफिक नियम का पालन नही कर रहे दिखे उन्हें गुलाब का फूल दिया गया ताकि उन्हें अपनी गलती स्वयं अहसास हो. उन्होंने कहा कि अगले दिन से वाहनों की सघन जांच और जागरूकता के लिए अन्य कार्यक्रम भी किये जायेंगे.

इससे पहले जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद और पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय के नेतृत्व में शहर में जागरूकता रैली निकाली गई जिसमें स्कूली बच्चों ने भी भाग लिया. रैली समाहरणालय परिसर से शुरू हुई और डाकबंगला रोड, दरोगा राय चौक, बस स्टैंड, नगरपालिका चौक होते हुए पुनः समाहरणालय पहुँच समाप्त हो गयी. इस दौरान भगवान बाजार थानाध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार, नगर थानाध्यक्ष राजीव नयन, डीटीओ समेत प्रशासनिक, पुलिस पदाधिकारी और जवानों के साथ स्कूली बच्चे भी शामिल थे.

छपरा: सारण ज़िला प्रशासन द्वारा सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है. जिसमे सड़क पर चलते समय वाहन चलाते समय सुरक्षा नियमों का पालन करने का निर्देश दिया गया है. सड़क पर बने यातायात चिन्हों का पालन करना तथा दो पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट का प्रयोग करने का आह्वान किया जा रहा है. लेकिन इन सबों के बीच सारण के एक पत्रकार के सुरक्षा नियमों के पालन के प्रति समर्पण को देखकर सबों को सीख लेने की ज़रूरत है.

दैनिक समाचार पत्र के जिला कार्यालय के पत्रकार अनिल कार्की पिछले कई वर्षों से हेलमेट के बिना कभी अपने वाहन को नहीं चलाते. कराटे के ब्लैक बेल्ट प्रशिक्षित अनिल कार्की बताते हैं कि जीवन में बनाए गए सभी नियमों का पालन करना चाहिए चाहें वह सड़क सुरक्षा के नियम हो या फिर जीवन यापन के. karki

कहते है मनुष्य को हमेशा सीखने की कोशिश करनी चाहिए. दूसरें के अच्छे कार्यो को हमेशा सीखना चाहिए अगर हम किसी को हेलमेट लगाए देखते हो तो हमें उनसे सीख लेकर खुद भी हेलमेट लगाना चाहिए. दूसरे को देखकर मैंने भी यह सीख ली. जिसके बाद से आजतक मैंने बिना हेलमेट के कभी गाड़ी नही चलाई.

अनिल बताते है कि बाइक की चाभी लेने के साथ ही मैं हेलमेट लेना नही भूलता इस आशा के साथ की जिनको देखकर मैंने अपने जीवन के प्रति जागरूकता दिखाई शायद मुझे भी देखकर अन्य वाहन चालक हेलमेट लगाने के लिए जागरूक हो जिससे उनका भी जीवन सुरक्षित रहे और सड़क सुरक्षा नियम का पालन भी हो.