Chhapra (Aman Kumar): जल्द ही छपरा अब ऑटोमेटिक लाइट से जगमग होगा.छपरा नगर निगम के सभी वार्डों में लगभग तीन हजार ऑटोमेटिक लाइट लगायी जानी है. इसके तहत अगस्त- सितंबर में शहर में लाइट लगाने का काम शुरू कर दिया जायेगा. ये लाइट्स केन्द्र सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के इईएसएल कंपनी के माध्यम से लगायी जायेगी. इसके तहत सर्वे का कार्य भी पूरा कर लिया गया है.

वहीं दूसरी ओर नगर परिषद व नगर पंचायत में ऑटोमेटिक लाइट लगाने का सर्वे चल रहा है. । पहले फेज में वैसे जगहों पर लाइट लगायी जायेगी जहां के बिजली के खंभे पर पहले से लाइट नहीं है. निगम क्षेत्र के अन्तर्गत तीन हजार बिजली के खंभे पर लाइट नहीं होने की बात सर्वे में आई है. लिहाजा प्रथम चरण में तीन हजार लाइट लगाने का प्रस्ताव है.

Chhapra: छपरा में दिन के उजाले में भी सड़कों के किनारे लगे स्ट्रीट लाइटें जलती रहती हैं. गुरुवार को भी पूरे शहर में दिन भर ये लाइटें अनावश्यक जलती रही. शहर के गांधी चौक से लेकर मौना चौक, नगरपालिका चौक, डाकबंगला रोड सभी जगह ये एलईडी लाइटें दिन भर जलती रही.

एक तरफ सरकार बिजली बचाने के लिए लोगों को जागरूक करती है। वहीं दूसरी तरफ नगर निगम की लापरवाही से बेवजह बिजली की बर्बादी हो रही है.

शहर के मुख्य सड़कों पर लगी स्ट्रीट लाइटों को जलाने और बुझाने के लिए एक कर्मी प्रतिनियुक्त किया जाता है पर लापरवाही के कारण इन स्ट्रीट लाइट को दिन में भी बुझाया नही जाता.

हैरानी की बात यह है कि नगर निगम के तमाम अधिकारी इन मार्गों से होकर गुजरते हैं लेकिन उनकी नज़र इन जलती लाइटों पर नहीं पड़ी.

इस बारे में नगर आयुक्त अजय सिन्हा से बात की गई तो उन्होंने जल्द ही व्यवस्था को सुदृढ़ करने और लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही.

शहर की स्ट्रीट लाइटों की देखरेख निगम के अंतर्गत होती है. ऐसे में इस लापरवाही से बिजली बर्बाद हो रही है.

 

छपरा: शहर को जगमग रखने और अँधेरा को दूर करने के उद्देश्य से सड़क किनारे लगे स्ट्रीट लाइट से आजकल राहगीरों को कोई विशेष लाभ नहीं मिल रहा है.

शहर के डाकबंगला रोड के दोनों ओर स्ट्रीट लाइट लगाये तो जरुर गए है पर उस पर किसी का ध्यान नहीं होने से बेकाम के साबित हो रहे है. सड़क किनारे लगे पेड़ों के तनों के बड़े हो जाने के कारण अधिकतर स्ट्रीट लाइट्स इनमें छिप गए है. जिससे रौशनी सड़क पर नहीं पड़ रही है और आने जाने वालों को सड़क पर रौशनी नहीं होने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. खासकर इस सड़क से पैदल गुजरने वालों को दिक्कत होती है.

सड़क के दोनों ओर लगे पेड़ों की छटाई समय से नहीं होने के कारण ऐसा हुआ है. विभाग द्वारा यदि समय पर छटाई की जाती रहे तो ऐसी समस्या उत्पन्न ही नहीं होगी.