Chhapra: शिक्षक संघ बिहार राज्य एवं जिला संघ के पदाधिकारियों की वर्चुअल मीटिंग ज़ूम ऐप के माध्यम से प्रदेश अध्यक्ष केशव कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुई.

बैठक में मुख्य रूप से सरकार के विरुद्ध अगली रणनीति के लिए संघ के सभी पदाधिकारियों की राय ली गई, जिसमें इस गूंगी बहरी सरकार में आंदोलन का कोई महत्व नहीं रह गया, इसलिए संघ ने अगली रणनीति में 13 सितंबर 2020 रविवार के दिन 11:00 बजे से सरकार के विरुद्ध अपनी मांगों के समर्थन में शंख, घंटी, ताली एवं थाली बजाकर सरकार को जगाने का काम करेंगे.

इसके बाद भी सरकार अगर हमारी मांग एवं सेवाशर्त में सुधार नहीं करती है तो बाध्य होकर के हम सभी शिक्षक विपक्षी, राजनीतिक पार्टियों को अपने चुनावी एजेंडा में मांगों को शामिल करने के लिए दबाव बनाएंगे.

इसके बाद आचार संहिता लगने के पश्चात हम पुर्व में लिए गए संकल्प के अनुसार घर घर जाकर जन जागरण अभियान चलाएंगे एवं सरकार की नाकामियों को बताने का काम करेंगे.

अंत में प्रदेश अध्यक्ष केशव कुमार ने कहा की बिहार की तमाम शिक्षक अपने-अपने जिला मुख्यालयों में इस गूंगी बहरी सरकार उखार फेंकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए शंख, घंटी, ताली बजाकर‌ सोई हुई सरकार को सत्ता से हमेशा के लिए बेदखल कर हम नई सरकार से अपनी हक लेकर रहेंगे.

इस वर्चुअल बैठक में प्रदेश अध्यक्ष केशव कुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष कुमार सिंह, मनोज श्रीवास्तव, प्रदेश कोषाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह, प्रदेश सचिव मोहम्मद फखरुद्दीन, ऋतुराज सौरव, प्रदेश राज्य प्रतिनिधि धनंजय मिश्रा के साथ कई शिक्षक प्रतिनिधि मुख्य रूप से शामिल थे.

छपरा: एमडीएम पदाधिकारी द्वारा प्रतिदिन की जा रही अवैध उगाही को लेकर शिक्षक संघ आक्रोशित है. शनिवार को बिहार अराजपत्रित शिक्षक संघ के शिक्षकों द्वारा एमडीएम पदाधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए एक दिवसीय धरना दिया गया.

शिक्षक संघ के बालेश्वर प्रसाद यादव, कामेश्वर सिंह के नेतृत्व में सैकड़ो शिक्षक ने अपनी एकता का प्रदर्शन किया. धरना को संबोधित करते हुए शिक्षक नेता ने कहा कि एमडीएम पदाधिकारी की कार्यशैली से सभी शिक्षक क्षुब्ध है. डीपीओ द्वारा शिक्षकों का शोषण किया जा रहा है. विद्यालय में एमडीएम का संचालन होने के बावजूद भी शिक्षको के उपर कार्यवाई की धमकी दी जा रही है. पूरा विभाग भष्टाचार में लिप्त है. स्कूल के निरीक्षण के नाम पर शिक्षकों से अवैध वसूली की जा रही हैं, जिससे सभी त्रस्त है.

शिक्षकों ने विरोध मार्च करते हुए नगरपालिका चौक से थाना चौक तक विरोध मार्च किया. शिक्षकों द्वारा जल्द से जल्द डीपीओ को हटाने की मांग की.