Chhapra: बिहार में शराबबंदी को ठेंगा दिखा रहे एक धंधेबाज को जिला उत्पाद विभाग ने भारी मात्रा में अंग्रेज़ी शराब के साथ दबोच लिया है. उत्पाद विभाग को यह सफलता सारण जिला के डोरीगंज थाना क्षेत्र के दियारा इलाके के बलवन टोला में मिली.

जहाँ धंधेबाज भीखम राय को 112 कार्टून अंग्रेज़ी शराब के साथ गिरफ्तार किया गया है. बरामद शराब की कीमत दस लाख रुपया बताई जा रही है. सारण जिला उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि दियारा इलाके में स्थित अपने खेत मे पॉलीथिन शीट से ढंक कर शराब को रखा गया था और गिरफ्तार धंधेबाज पूछताछ के आधार पर मिली जानकारी के बाद इस मामले में शामिल अन्य धंधेबाज़ों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है.

 

Chhapra: अवैध शराब की एक बड़ी खेप को सारण पुलिस ने पकड़ा है. पुलिस ने मांझी थाना क्षेत्र के जयप्रभा सेतु के रास्ते हरियाणा से ट्रक से लायी जा रही 745 पेटी शराब को जब्त किया है. ट्रक को मुजफ्फरपुर ले जाया जा रहा था. पुलिस की कार्रवाई से अवैध शराब के कारोबारियों के मंसूबे पर पानी फिर गया है. पुलिस ने ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया है.

मांझी थाना परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए सारण के एसपी हरकिशोर राय ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी जिसके आधार पर उत्तरप्रदेश की ओर से आ रही ट्रक को रोककर छापेमारी की गयी. जिसमे लदे 745 पेटी शराब को बरामद किया गया. जब्त शराब लगभग 65 सौ लीटर है. उन्होंने बताया कि जब्त किये गए शराब की कीमत लगभग पचास लाख रुपये आंकी गई है. वही सारण के परसा थाना क्षेत्र के बनौता गांव निवासी ट्रक चालक प्रमोद कुमार को गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ में नेटवर्क की जानकारी मिली है आगे की कार्रवाई की जा रही है.

एसपी ने शराब बरामदगी के मामले में मांझी थानाध्यक्ष अनुज कुमार पाण्डेय सहित पूरी टीम को पुरस्कृत करने की बात कही.

Chhapra: हरियाणा से शराब लाकर राज्य के कई जिलों में खपाने वाले अंतरजिला सफेदपोश शराब माफिया को सारण पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उसके पास से 40 ग्राम सोने की चेन, ब्रेस लेट, दो अंगूठी, एक अपाची बाइक और 5 मोबाइल बरामद किये है.

पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय ने बताया कि जिले में लगातार शराब लदे कंटेनर पकड़े जा रहे थे. जिसके अनुसंधान में पुलिस दो महीने से लगी थी. इसके माफिया को पकड़ने के लिए एसआईटी का गठन किया गया था. गुप्त सूचना मिली थी कि मशरख थाना क्षेत्र बनसोही मेन रोड के पास अवैध शराब मंगवाई जा रही है तथा शराब माफिया शराब की डिलीवरी का पैसा लेने आ रहा है. जिसपर त्वरित कार्रवाई करते हुए एसआईटी ने सीवान जिला के भगवानपुर हाट थानाक्षेत्र के अरुण सिंह उर्फ अनुरुद्ध सिंह को गिरफ्तार किया.

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार शराब माफिया ने पुलिस के समक्ष हरियाणा से शराब लाकर सीवान, गोपालगंज, वैशाली, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मोतिहारी आदि जिलों में फैले अपने अभिकर्ताओं के माध्यम से खपाता था और करोड़ो का फायदा कमाता था. गिरफ्तार शराब माफिया पर सारण जिला समेत विभिन्न जिलों में 15 से अधिक मामले दर्ज है.

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सारण पुलिस द्वारा आर्थिक अपराध शाखा को सूचना दी गयी. जिसपर कार्रवाई करते हुए आर्थिक अपराध शाखा ने पटना स्थित उसके फ्लैट लर छापेमारी कर 36 लाख रुपये नगद बरामद किए है. शराब के कारोबार में सम्मिलित इस बड़े माफिया के गिरफ्तार के बाद पुलिस को और भी जानकारी हासिल हुई है जिसके आधार पर जांच की जा रही है.

नगरा: खैरा थाना क्षेत्र के रेलवे स्टेशन के पूरब से थाना पुलिस ने शुक्रवार को गुप्त सुचना के आधार पर छापेमारी की. जहाँ से दो सौ ग्राम का पोलोथिन में बनाया हुआ 30 पाउच शराब को जब्त किया गया. हालांकि इस छापेमारी में धंधेबाज भागने में सफल रहा. धंधेबाज को गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है.

थानाध्यक्ष अनिल कुमार ने बताया कि गुप्त सुचना के आधार पर छापेमारी की गयी. रेलवे स्टेशन के पास से दो सौ ग्राम पोलोथिन में 30 पाउच शराब बरामद किया गया है.हालांकि इस छापेमारी में कारोबारी मनोज राम उर्फ़ बौना भागने में सफल रहा.जिसके लिए लगातार छापेमारी की जा रही है.

छपरा: सूबे में पूर्णशराबबंदी कानून के लागू होने के बाद सारण पुलिस ने युद्धस्तर पर छापेमारी अभियान चलाकर अवैध शराब का धंधा चला रहे कारोबारियों पर नकेल कसने की भरपूर कोशिश की है, बावजूद इसके अवैध धंधेबाजों के हौसले इन दिनों सातवें आसमान पर हैं.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस प्रशासन को बिहार में शराब पीने और किसी भी रूप में इसका कारोबार करने वाले लोगों को सख्त सजा देने का निर्देश दिया है, इस बाबत कड़े कानून का भी प्रावधान किया गया है. इसके बाद भी जिले में ऐसे कई धंधेबाज हैं जो गुप्त रूप से अवैध शराब निर्माण की भट्ठियां चला रहे हैं.

बीते दिनों पुलिस कप्तान पंकज कुमार राज के निर्देश पर एएसपी मनीष कुमार के नेतृत्व में जिले के दियारा क्षेत्रों में ताबड़तोड़ छापेमारी अभियान चलाकर सैकड़ों लीटर अवैध शराब के साथ कई धंधेबाजों को गिरफ्तार किया गया था, इस दौरान पुलिस ने शहर के सोनारपट्टी स्थित निचले दियारा क्षेत्र, मुफस्सिल थानाक्षेत्र के बिनटोलिया तथा रिविलगंज थानाक्षेत्र के दिलीया रहीमपुर इलाकों में एक के बाद एक छापेमारी कर अवैध धंधेबाजों के बीच हड़कंप मचा दिया था.

पुलिस के द्वारा की गई इस सघन छापेमारी के बाद ऐसा लगा कि इन धंधेबाजों में इस करवाई का असर देखने को मिलेगा और अवैध शराब निर्माण पर काबू पाया जा सकेगा, किन्तु इस घटना के बाद भी कारोबारियों के हौसले बुलंद दिखे और इनके द्वारा फिर से गुप्त रूप से शराब निर्माण का धंधा चलाने की बात उजागर हुई.जानकारी मिलते ही पुलिस ने पुनः इन इलाकों में छापा मारकर भट्ठियों को ध्वस्त किया और शराब भी जब्त कर लिया.

पुलिस के कारवाई के बाद भी अवैध कारोबारियों के इस दुस्साहस को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि इनके अंदर से पुलिस का खौफ समाप्त हो चुका है. पुलिस अवैध भट्ठियां तोड़ती है, धंधेबाजों को गिरफ्तार भी करती है,पर पुलिस के जाते ही फिर से अवैध निर्माण शुरू हो जाता है. पुलिस की करवाई और कड़े सजा के प्रावधान के बावजूद इन कारोबारियों में दहशत का ना दिखना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है.

ये पुलिस की असफलता है या अवैध कारोबारियों का बेख़ौफ़ होना इस बात पर एक गंभीर विचार की आवश्यकता है, किन्तु ये बात भी तय है कि अगर पुलिस पूरी तन्मयता से निर्णय कर ले तो शराब के कारोबार पर 24 घंटों के अंदर लगाम लगाया जा सकता है. पुलिस सक्रीय है पर असली सफलता तभी मिलेगी जब ऐसे कारोबारियों को जड़ से ख़त्म किया जा सकेगा और शराब और उससे जुड़े धंधेबाजों में पुलिस का खौफ पैदा होगा.