Chhapra (Aman Kumar): जल्द ही छपरा अब ऑटोमेटिक लाइट से जगमग होगा.छपरा नगर निगम के सभी वार्डों में लगभग तीन हजार ऑटोमेटिक लाइट लगायी जानी है. इसके तहत अगस्त- सितंबर में शहर में लाइट लगाने का काम शुरू कर दिया जायेगा. ये लाइट्स केन्द्र सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के इईएसएल कंपनी के माध्यम से लगायी जायेगी. इसके तहत सर्वे का कार्य भी पूरा कर लिया गया है.

वहीं दूसरी ओर नगर परिषद व नगर पंचायत में ऑटोमेटिक लाइट लगाने का सर्वे चल रहा है. । पहले फेज में वैसे जगहों पर लाइट लगायी जायेगी जहां के बिजली के खंभे पर पहले से लाइट नहीं है. निगम क्षेत्र के अन्तर्गत तीन हजार बिजली के खंभे पर लाइट नहीं होने की बात सर्वे में आई है. लिहाजा प्रथम चरण में तीन हजार लाइट लगाने का प्रस्ताव है.

छपरा (संतोष कुमार ‘बंटी’): वास्तव में हमारा शहर छपरा अब बदल रहा हैं. धीरे धीरे ही सही लेकिन अपना शहर छपरा बदल रहा हैं. कल तक जहाँ लोग असामाजिक तत्वों के डर से जाते नही थे वह जगह अब रौशनी से जगमगा रही हैं. भय, लूट और अँधेरे में  लिपटी इन जगहों पर आज लोगों की भीड़ सुकून के लिए पहुँच रही है. shishu park

पुरे दिन जीवन की भाग दौड़ के बाद सेहत, सुकून और अध्यात्म तीनों का संगम यह स्थान लोगो को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है. शहर के एकमात्र पार्क जो मुख्य रूप से शिशु के लिए बना था अब हर उम्र का पसंदीदा बनता जा रहा हैं.

इसे भी पढ़ेरौशनी से जगमगा उठा शहर का पहला फ्लाईओवर

सीमित संसाधनों के बावजूद सभी यहाँ मन की शांति के लिए पहुँचते हैं. शहर के बीचों बीच पुननिर्माणाधीन इस पार्क की तस्वीर बदल रही हैं. पार्क के सरोवर की साफ़ सफाई और घाट के निर्माण के बाद अब इस पार्क को और भी सुसज्जित बनाया जा रहा हैं.

पार्क के चारों दिशाओं में आकर्षक लाइटिंग लगाई जा रही है. जिससे रात में भी लोग इस पार्क में टहलने का आनंद प्राप्त कर सकें. 150 से अधिक की संख्या में लगाई जा रही यह लाइटिंग लैंप काफी आकर्षक दिख रही हैं. rajendra sarovar 2

वही शहर के राजेंद्र सरोवर में लाइटिंग लैंप लगाने का काम जारी हैं. यहाँ भी लोग टहलने, व्यायाम करने पहुंचते है. अब यहाँ आने वालों को रात में भी टहलने में कोई परेशानी नहीं होगी.  इसके साथ ही शिशु पार्क में भी लाइट लगाने का काम किया जा रहा है.

छपरा: राष्ट्रीय राजमार्ग-19 पर जल्द ही यात्रा और सुगम हो जाएगी. इस राजमार्ग की सूरत बदलेगी गाड़ियां फर्राटे मारकर दौड़ेंगी. जिससे विकास को रफ़्तार मिलेगी.

केंद्रीय कौशल एवं उद्यमिता मंत्री सह छपरा के सांसद राजीव प्रताप रूडी ने पहल पर एनएच-19 के उन्नयन कार्य के लंबित राशि की स्वीकृति प्रदान कराई है. पूर्व के संप्रग सरकार द्वारा राशि नहीं देने पर एनएच-19 की चार लेन वाली परियोजना लंबित हो गई थी. जिसके कारण इस राजमार्ग पर यात्रा करना कष्टदायक साबित हो रहा था. इसे देखते हुए केंद्रीय मंत्री श्री रूडी ने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नीतीश गडकरी से मिलकर एनएच के लिए 382.94 करोड़ राशि की स्वीकृति दिलाई है. जिसकी पहली किश्त 42 करोड़ रुपये जारी कर दी गई है ताकि परियोजना को ससमय जून 2018 में पूरा कर लिया जाए.
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री ने आश्वासन दिया है कि इसके लिए राशि की कमी नहीं होगी.

छपरा के सांसद राजीव प्रताप रूडी के कार्यालय द्वारा शुक्रवार को प्रेस बयान जारी कर बताया गया कि केंद्रीय कौशल विकास मंत्री ने पिछले दिनों पटना में राज्य के परिवहन मंत्री से भी मुलाकात कर इस संबंध में राज्य सरकार से भी पहल करने की बात कही है. बयान में कहा गया है कि श्री रूडी द्वारा छपरा के विकास के लिए नई-नई परियोजनाओं को लाया जा रहा है. केन्द्र सरकार बिहार के चंहुमुखी विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिहार के विकास के लिए कटिबद्ध हैं.

उन्होंने कहा कि इस सड़क के उन्नयन से प्रमंडलीय मुख्यालय को पटना से जोड़ने वाले इस पथ का महत्व और बढ़ जाएगा जब सोनपुर-दीघा, आरा-छपरा सड़क पुल चालू हो जाएगा. इससे हाजीपुर औद्योगिक क्षेत्र का भी विकास होगा और यहां के स्थानीय लोगों के आर्थिक और सामाजिक पिछड़ेपन से भी छुटकारा मिलेगी. साथ ही कृषि उत्पाद को बिहार के साथ-साथ पूर्वी उत्तर प्रदेश का भी विस्तृत बाजार उपलब्ध हो सकेगा.

File Photo

 

(कबीर अहमद) स्वामी विवेकानंद ने कहा था की बेरोजगारी किसी भी राष्ट्र के लिए बहुत बड़ा अभिशाप है. आज हमारे देश में भी बेरोजगारी एक बहुत विकट समस्या बन चुकी है.

देश की आजादी के बाद कई सरकारें आई और गईँ, लेकिन बेरोजगारी की समस्या यथावत बनी हुई है. हालाँकि कुछ सरकारों ने इस दिशा में  सार्थक पहल जरूर किये पर रोजगार को समाज के अंतिम पावदान तक ले जाने में ज्यादातर विफलता ही मिली है.

देश में रोजगार का स्वरुप आसानी से हर व्यक्ति को उपलब्ध होने जैसा नहीं है. पैसा और पैरवी का आभाव आज भी जरूरतमंदों को रोजगार दिलाने में बाधक है. देश में रोजगार का आवंटन पारदर्शी ना होना भी बेरोजगारों के लिए एक कठिन चुनौती है.

आज हमारे देश में एक पूर्ण बहुमत की सरकार है. देश के युवाओं को इस सरकार से काफी उम्मीदें हैं. सरकार को बेरोजगारी के इस विकट समस्या को समाप्त करने हेतु कुछ सार्थक पहल करने की आवश्यकता है.

बढ़ते बेरोजगारी से युवाओं में जो निराशा की भावना उत्पन्न हो रही है वो निश्चित ही देश के लिए चिंता का विषय है. सरकार को जल्द ही इस विषय में सोंचने की जरूरत है.

युवाओं का भविष्य बेरोजगारी के संकट में अंधकारमय ना हो इसके लिए बेरोजगारी उन्मूलन  योजनाओं को लागू करने के साथ-साथ उसके क्रियान्वयन की भी आवश्यकता है.

किसी भी देश को ये कभी नहीं भूलना चाहिए की राष्ट्र का विकास तभी संभव है जब वहां के जनता के पास रोजगार होगा. हर हाथ में काम होगा तभी राष्ट्र तरक्की के पथ पर अग्रसर हो पाएगा.