Chhapra: लॉक डाउन के पहले चरण में अंतिम दिन आखिरकार नगर निगम द्वारा शहर को सैनिटाइज करने का काम शुरू किया गया. पहले चरण के lockdown में 21वे दिन नगर निगम के कर्मियों द्वारा शहरी क्षेत्र के कई वार्डों सहित साढ़ा ढाला रेल ओवर ब्रिज एवं अन्य मुख्य मार्गों की सैनिटाइजिंग की गई.

जानकारी के अनुसार नगर निगम के सभी 45 वार्डों में सैनिटाइजिंग का कार्य किया जाएगा. इसके साथ साथ मुख्य सड़कों की भी सैनिटाइज किया जाएगा. हालांकि इस कार्य से शहर की बड़ी आबादी लाभान्वित नही होगी जिसका मुख्य कारण है गालियां और सकीर्ण सड़कें. जहाँ नगर निगम की गाड़ी नही पहुंच सकती.छपरा नगर निगम के आयुक्त संजय कुमार उपाध्याय का कहना है कि निगम क्षेत्र के सभी 45 वार्डों की सड़कों, सहायक सड़कों व जहां तक गाड़ियां जाती हैं वहां सैनिटेशन का कार्य शुरू कर दिया गया है. इसके लिए रोस्टर बनाकर दे दिया गया है. उन्होंने बताया कि सोडियम हाइपो क्लोराइड का घोल बनाकर शहर में छिड़काव किया जा रहा है.

छपरा (संतोष कुमार ‘बंटी’): छपरा शहर को नगर निगम का दर्जा मिल चुका हैं. तकनीकी कारणों से चुनाव की प्रक्रिया पर फिलहाल विराम लगा हुआ है. लेकिन यह विराम विभिन्न वार्ड आयुक्त के लिए वरदान साबित हो रही है.

शहर के लगभग सभी वार्डो में सड़क एवं नाला का कार्य कराया जा रहा है. आलम यह है कि जिस सड़क को पिछले पांच वर्षों में वार्ड पार्षद देखने तक नहीं गए वहां इन दिनों विकास की गंगा बह रही है. वार्ड पार्षद खुद खड़े होकर निर्माण कार्य करवा रहे है.

 

विगत पांच वर्षों का काम एक से दो माह में करने की तैयारी में सभी पार्षद दिख रहे हैं. बिजली के पोल पर लाइट लगाने का काम भी इन दिनों जोरो पर है. आगामी चुनाव को लेकर यह एक तैयारी ही है जिसके वजूद पर पार्षद चुनाव में अपने प्रतिद्वंदी को टक्कर देने के लिए तैयार हो रहे हैं.

हालांकि नगर निगम को लेकर नया परिसीमन हुआ हैं. कई वार्ड में कुछ नए क्षेत्र जुड़े है तो कई वार्डो के कई भाग दूसरे वार्ड में जुड़ गए है. जिसके कारण वार्ड पार्षदों के पूर्व का समीकरण बिगड़ गया है. वही कई वार्ड के आरक्षण रोस्टर में भी फेरबदल किये गए है. जिससे की पूरी की पूरी राजनीति ही बदल गयी है और इस बदलते राजनीति में यह निर्माण कार्य संजीवनी बूटी का कार्य कर सकता है.