मढौरा: तरैया थाना क्षेत्र में पति के अत्याचार से तंग आकर पत्नी ने अपने पति को तलाक दे दिया और प्रेमी से निकाह कर ली. अनुमंडल न्यायालय में यह उदाहरण देखने को मिला. जब एक पत्नी ने अपने पति के अत्याचार से तंग आकर उसे तलाक दे दिया और अपने प्रेमी के साथ निकाह कर ली.

तरैया थाना क्षेत्र के मुकुन्दपुर निवासी फतमा खातुन ने शपथपत्र दाखिल कर अपने निकाह को कानूनी मोहर लगाई. इससे पूर्व फतमा खातुन का निकाह सिवान जिले के आफताब आलम के साथ वर्ष २०१७में हुई थी. निकाह के बाद से शौहर द्वारा बराबर मारपीट और प्रताड़ित किया जा रहा था. शौहर मानसिक रूप से ठीक नहीं था. झांसा देकर निकाह करा दिया गया था. वलदैन को जानकारी देकर उसने आफताब आलम से खाला ले लिया.

इसके बाद तरैया थाना के कैमुल्लाह अंसारी से सबों की रजामंदी से मोहर ५१ हजार रुपए पर निकाह कर लिया.

Chhapra (Kabir): इंटरमीडिए की परीक्षा छात्रों और प्रशासन दोनों के लिए चुनौती बनी हुई है. परीक्षार्थी नक़ल करने के नए तरीके ढूढ़ रहे है तो प्रशासन नक़ल को रोकने के हरसंभव कोशिशे कर रहा है. इससे नकलची परीक्षार्थियों के साथ साथ उनके अभिभावकों और शुभचिंतकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

इन सब के बीच सबसे बड़ी चिंता उन मजनुओं की है जो सेंटर पर अपनी प्रेमिका को नकल कराने पहुँच रहे है. मजनुओं को समझ नहीं आ रहा कि आखिर नकल  करायी कैसे जाए. परीक्षा खत्म होने के बाद मजनुओं को प्रेमिकाओं से गाली भी सुननी पड़ रही है.   

एक प्रेमी ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि वह अपनी प्रेमिका को नक़ल कराने का प्रयास कर रहा था पर प्रशासन और विद्यालय की सख्ती से कुछ भी सफल नहीं हो पाया.  परीक्षा केंद्र के बाहर दिन भर उदास बैठने के आलावे ऐसे मजनुओं को कुछ भी नहीं सूझ रहा है. 

अन्य वर्षों की तुलना इस वर्ष प्रशासनिक सख्ती का आलम यह है कि पहले ही दिन नकलची परीक्षार्थियों का बड़े पैमाने पर निष्कासन किया जा रहा है.  बिहार सरकार और सारण जिला प्रशासन द्वारा परीक्षा केन्द्रों पर नकल रोकने के लिए विशेष इंतजाम किये गए है. सभी केन्द्रों के बाहर लगने वाले मजमे अब देखने को नहीं मिल रहे है. ऐसे में मजनुओं का परेशान होना स्वाभाविक है.