पटना: कोरोना गाइडलाइंस उल्लंघन मामले में जन अधिकार पार्टी (जाप) सुप्रीमो और पूर्व सांसद पप्पू यादव को आज सुबह पटना के मंदिरी मोहल्ला स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया गया है।
गिरफ्तारी से पूर्व मीडियाकर्मियों से बातचीत में पप्पू यादव ने कहा कि लोगों को मौत के मुंह में छोड़ देने वाली भाजपा-जदयू की सरकार ने हमारे लिए अरेस्ट का फरमान जारी किया है। ये वही सरकार है, जिसने 15 साल में प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को श्मशान में पहुंचा दिया है।
पप्पू यादव को गिरफ्तार कर गांधी मैदान थाना लाया गया। पप्पू यादव की गिरफ्तारी से नाराज उनके समर्थक थाना परिसर में ही धरने पर बैठ गये और पुलिस कार्रवाई को गलत बताया। जाप कार्यकर्ता पप्पू यादव को छोड़ने की मांग कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं का कहना है कि एम्बुलेंस मामले का खुलासा करने वाले पर पुलिस कार्रवाई कर रही है जबकि इस मामले के दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। पप्पू यादव को साजिश के तहत परेशान किया जा रहा है। कोरोना काल में लगातार पप्पू यादव की एक्टिविटी को देखते हुए उन्हें अरेस्ट कर लिया गया है।
पप्पू यादव को गिरफ्तार करने के लिए कोतवाली डीएसपी समेत पांच थानों के थाना प्रभारी उनके मंदिरी आवास पर पहुंचे, जहां से पप्पू यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। मंगलवार सुबह पटना के मंदिरी आवास पर पप्पू यादव अपने समर्थकों के साथ बैठकर रणनीति बना रहे थे कि वह आज किन-किन इलाकों और किस-किस अस्पताल में जाएंगे। लेकिन तभी कोतवाली डीएसपी और आसपास के थाना प्रभारी उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पहुंच गए। तभी पप्पू यादव के तरफ से यह प्रस्ताव दिया गया है कि यदि प्रशासन नहीं चाहता है कि वह इस दौरान घर से बाहर निकलें तो वह घर से बाहर नहीं निकलेंगे। पप्पू यादव ने लिखित कॉपी भी कोतवाली डीएसपी को सौंपी। लेकिन डीएसपी सुरेश कुमार ने उन्हें गिरफ्तार कर गांधी मैदान थाना लेकर गये।
उल्लेखनीय है कि पप्पू यादव कोरोना काल में लगातार अस्पताल, श्मशान और अलग-अलग जिलों में घूमकर कोरोना पीड़ितों की मदद कर रहे थे। सरकार के काम पर सवाल उठा रहे थे। पिछले दिनों छपरा पहुंचकर पप्पू यादव ने भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूड़ी के आवास पर दो दर्जन से अधिक एंबुलेंस ढंककर रखे जाने का मामला उठाया था जो काफी सुर्खियों में रहा था। पप्पू यादव ने राजीव प्रताप रूड़ी पर केस दर्ज करने की मांग की थी। बाद में छपरा में पप्पू यादव पर केस दर्ज हुआ। इसके बाद पटना में भी कोरोना गाइडलाइन के उल्लंघन को लेकर पप्पू यादव पर एफआईआर दर्ज किया गया। इसके बाद मंगलवार सुबह उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र के पहले दिन 43 सदस्यों ने आज राज्यसभा की सदस्यता की शपथ ली.

शपथ ग्रहण करने वालों में नए पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे, संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, पूर्व मंत्री और राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल, कांग्रेस के कपिल सिब्बल, राजद प्रमुख लालू प्रसाद की पुत्री मीसा भारती, मशहूर वकील राम जेठमलानी (राजद), पूर्व मंत्रियों में कांग्रेस की अंबिका सोनी, सपा सदस्य बेनी प्रसाद वर्मा, मनोनीत संभाजी साहू छत्रपति, बीजेपी के गोपाल नारायण सिंह और जदयू के रामचंद्र प्रसाद सिंह, उत्तर प्रदेश से सपा नेता अमर सिंह, सुरेंद्र सिंह नागर, विश्वंभर प्रसाद निषाद, संजय सेठ, रेवती रमण सिंह, चौधरी सुखराम सिंह यादव, भाजपा के शिवप्रकाश शुक्ल, बसपा के अशोक सिद्धार्थ, उत्तराखंड से कांग्रेस के प्रदीप टम्टा, छत्तीसगढ़ से बीजेपी के रामविचार नेता, कांग्रेस की छाया वर्मा, झारखंड से मुख्तार अब्बास नकवी, महेश पोद्दार, मध्य प्रदेश से अनिल माधव दवे, कांग्रेस के विवेक के तनखा, महाराष्ट्र से पी चिदंबरम, पीयूष गोयल, बीजेपी के विकास महात्मे, विनय सहस्त्रबुद्धे, राकांपा के प्रफुल्ल पटेल, शिवसेना के संजय राउत, उडीसा से प्रसन्ना आचार्य, विष्णु चरण दास, एन भास्कर राव, पंजाब से बलविंदर सिंह भुंडर (शिअद), कांग्रेस की अंबिका सोनी, राजस्थान से शपथ लेने में हषर्वर्घन सिंह डुंगरपुर, ओमप्रकाश माथुर, रामकुमार वर्मा, तमिलनाडु से आर एस भारती, टी के एस इलानगोवन, आंध्र प्रदेश से तेदेपा के टी जी वेंकटेश ने उच्च सदन की सदस्यता की शपथ ली. सभापति हामिद अंसारी ने शपथ लेने वाले सदस्यों का स्वागत किया और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि ये सदस्य उल्लेखनीय योगदान देंगे.

सदस्यों द्वारा शपथ लिए जाने के दौरान मनोनीत सदस्य और मशहूर बाक्सर मैरीकोम भी सदन में मौजूद थीं. इस दौरान शपथ ग्रहण करने वाले सदस्यों के परिवारों के सदस्य, मित्र और शुभचिंतकों से विभिन्न दर्शक दीर्घाएं और विशिष्ट दीर्घाएं भरी हुयी थीं.