Jalalpur: अटल जी देश के आगे किसी से समझौता नहीं करते थे, उनके लिए पार्टी और व्यक्ति से बढ़कर राष्ट्र हित सर्वोपरि था उक्त बातें महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तीसरी पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में अपने आवास पर कहा.

उन्होंने कहा कि राष्ट्र के सर्वमान्य नेता के रूप में उनकी ख्याति है. वह पक्ष में या विपक्ष में सब उनकी बातों को सुनने के लिए तत्पर रहते थे. चाहे आम सभा, सामान्य सभा या लोकसभा सब उनकी बातों से सीखना चाहते थे. वे विपक्ष में हो या प्रधानमंत्री के पद पर उनकी ख्याति अलग थी. देश के नवनिर्माण में उन्होंने एक से एक आधारशिला रखने का काम किया है. चाहे वह पोखरण का परमाणु परीक्षण हो जिसके द्वारा उन्होंने दुनिया में एक संदेश दिया कि भारत अब किसी से कम नहीं. भारत अब दुनिया के शक्तिशाली देशों के श्रेणी में खड़ा है.

उन्होंने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, सर्व शिक्षा अभियान, स्वर्णिम चतुर्भुज योजना, देश के चहुंमुखी विकास की कई योजनाएं, गांव में काली पक्की सड़को की योजनाएं ऐसी लोकप्रिय थी कि पक्ष या विपक्ष किसी ने उनकी योजना को काटने का हिम्मत नहीं किया. वे देश के लिए जीते थे तथा देश के लिए उन्होंने अपनी अंतिम यात्रा भी की. पड़ोसियों के साथ भी मित्रवत व्यवहार रखना चाहते थे. उन्होंने पाकिस्तान के साथ समझौता बस चलाने का काम किया. अगल-बगल के पड़ोसी देशों से लेकर बाहर के देशों तक भी मित्रवत व्यवहार बनाए रखने का काम किया.

आज भारत के प्रधानमंत्री भी उन्हीं के रास्तों को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं. उनके लिए देश सर्वोपरि था. वे न हार में न जीत में विश्वास करते थे उनके लिए कभी कोई कभी गम नहीं था.

उन्होंने अटल जी के तैल चलचित्र पुष्प अर्पित कर नमन करते हुए कहा कि उनसे सीख ले कर उनके पद चिन्हों पर चलने का काम सभी करें.

उन्होंने कहा कि आज के राजनीतिज्ञ लोग उनसे सीख लेने का काम करें. उन्होंने जिस तरह से भारतीय राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई थी वह सबके लिए अनुकरणीय है.

वही मांझी विधानसभा के युवा नेता प्रमोद सिग्रीवाल ने कहा कि अटल जी की गिनती देश के सियासत के उन नेताओं में होती है जो कभी दलगत राजनीति के बंधन में नहीं बंधे. उन्हें हमेशा ही सब पार्टियों से भरपूर प्यार व स्नेह मिला. उन्होंने देश के विकास के लिए कई ऐतिहासिक कार्य किए. अटल जी जैसे महापुरुष सदियों तक याद किए जाएंगे.

मौके पर मंडल अध्यक्ष ढुनमुन सिंह, उमेश तिवारी, उमाशंकर भगत, उमाकांत पांडेय, मिथिलेश पासवान, गुड्डू चौधरी, धूपन सिंह सहित कई अन्य लोग भी थे.

Chhapra: भारतीय जनता पार्टी छपरा इकाई द्वारा गांधी जयंती को महात्मा गांधी के मूर्ति पर माल्यार्पण कर मनाया गया. महात्मा गांधी जयंती एव राष्ट्र के गौरव सादगी के प्रतीक पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को फूल माला अर्पित कर उन्हें याद किया गया.

इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष रामदयाल शर्मा ने कहा की देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश की नई शिक्षा नीति गांधी जी के सपनों के अनुरूप है, देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने अपने देश के किसानों के उत्थान के लिए जो कार्य किया, वहीं कार्य देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पुरा कर रहे है.

गाँधी जी की जयन्ती तथा भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती छपरा जिला के सभी मंडलों में तथा सभी शक्ति केन्द्रों पर मनाई गई.

इस कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के जिला के महामंत्री शातंनु कुमार, जिला प्रवक्ता विवेक कुमार सिंह, जिला मीडिया प्रभारी श्याम बिहारी अग्रवाल, जिला मंत्री सुपन राय, नगर महामंत्री अजय साह सहित कई भाजपा नेता उपस्थित थे.

Chhapra: 2 अक्टूबर यानी गांधी जयंती बेशक यही सबकी जुबान पर रहता है कि आज राष्ट्रपिता की जयंती है. शहर से लेकर गांव तक शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षा विभाग के प्रशासनिक निर्देशो को पालन करते हुए छूट्टी में भी विद्यालय खोलकर महात्मा गांधी की जयन्ती मनाई गई. लेकिन यह अफसोस है राष्ट्रपिता के जन्मदिन के दिन यानी 2 अक्टूबर को ही जन्मे पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को लोग भूल गए.

किताबो में भले ही लाल बहादुर शास्त्री की जीवन कथा उनकी बहादुरी की पढ़ाई विद्यालयों में की जाती हो, बच्चो को उनके जीवन आदर्श पर चलने की बात भी बताई जाती हो लेकिन जयंती पर उन्हें एक फूल भी उसी विद्यालयों में नसीब नही हुआ.

हालांकि यह गलती विद्यालय की नही है बल्कि वहाँ रहने वाले शिक्षको की हो सकती है पर दोष हम उनको भी नही दे सकते है. उन्होंने तो प्रशासनिक पत्र के निर्देश का पालन किया. वह भी सिर्फ राष्ट्रपिता को याद कर अपनी ड्यूटी बजाते हुए चले गए.

शिक्षा विभाग ने विगत दिनों एक पत्र जारी करते हुए सूबे के सभी विद्यालयों में राष्ट्रपिता की जयन्ती मनाने का निर्देश दिया था. बच्चो में महात्मा गांधी के विचार, जीवन दर्शन और किये कार्यो को लेकर विद्यालयों में बताने का निर्देश था, लेकिन उसी पत्र में लाल बहादुर शास्त्री का जन्मदिन मनाने का जिक्र करना भूल गए.

आलम यह हुआ कि गांधी जयंती ओर महात्मा गांधी पर चर्चा परिचर्चा का आयोजन किया गया. बतौर कार्यक्रम का आयोजन कर सभी विद्यालयों में शत-प्रतिशत शिक्षको और बच्चो की उपस्थिति भी छुट्टी में हुई, तस्वीर पर फूल-माला भी चढ़ा. लेकिन उसी दिन जन्मे लाल बहादुर शास्त्री को ना याद किया गया ना एक पुष्प अर्पित किया गया.

Chhapra: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर पूरे देश में शोक की लहर छा गई. इस दौरान छपरा में भी भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने शोक व्यक्त किया. गुरुवार को दिल्ली स्थित एम्स में पूर्व प्रधानमंत्री ने आखरी सांस ली.

जिसके बाद छपरा में भी भाजपा कार्यकर्ताओं व नेताओं ने शोक सभा का आयोजन किया. शहर के सांसद कार्यालय में विधायक डॉ सीएन गुप्ता के साथ अन्य कार्यकर्ताओं ने मौन रखकर पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी.

इस मौके पर पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक सिंह, वेद प्रकाश उपाध्याय, रणजीत सिंह, धर्मेंद्र सिंह चौहान, सत्येंद्र सिंह, शांतनु कुमार, जय प्रकाश वर्मा, डॉ विजया रानी, डॉ राजीव कुमार सिंह समेत दर्जनभर भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे.