Patna: पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने रविवार को दिल्ली के AIIMS में अंतिम सांस ली. इस खबर के बाद राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ गयी.

रघुवंश बाबू के निधन पर राजद के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अपनी शोक संवेदना व्यक्त की है. ट्वीटर पर अपनी संवेदना में लालू प्रसाद यादव ने लिखा कि

“प्रिय रघुवंश बाबू! ये आपने क्या किया?

मैनें परसों ही आपसे कहा था आप कहीं नहीं जा रहे है। लेकिन आप इतनी दूर चले गए।

नि:शब्द हूँ। दुःखी हूँ। बहुत याद आएँगे।”

बात दें कि 2 दिन पूर्व ही पूर्व केंद्रीय मंत्री व राजद के दिग्गज नेता रहे डॉ रघुवंश प्रसाद सिंह ने राजद से इस्तीफा दिया था. जिस पत्र के जबाब में राजद सुप्रीमों लालू यादव ने उन्हें पत्र लिख कर कहा था कि आप कही नही जा रहे है.

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New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन पर अपनी संवेदना प्रकट की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस की योजनाओं के शुभारंभ के बीच में ही उन्हें श्रद्धांजलि दी.

प्रधानमंत्री ने कहा कि रघुवंश बाबू जमीन से जुड़े हुए नेता थे. वे जमीन से जुड़े मुद्दों को हमेशा आगे रखते थे. वे गरीबों को समझते थे. उनके निधन से बिहार के साथ साथ देश की राजनीति में शून्य आ गया है. उन्होंने हमेशा बिहार के विकास की चिंता की थी.

प्रधानमंत्री ने कहा कि रघुवंश बाबु ने विकास को लेकर एक पत्र बिहार के मुख्यमंत्री को भी भेजी है जो उनका आखिरी पत्र है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उस पत्र पर अमल करने का आग्रह किया है.

Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के पीजी रसायन शास्त्र विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ एसएन विद्यार्थी का मंगलवार को हो निधन हो गया. वे विगत कुछ समय से बीमारी से ग्रस्त थे. 

उनके निधन की खबर मिलते ही विश्वविद्यालय के शिक्षकों में शोक की लहर दौड़ गई. उन्होंने वर्ष 1977 में एमएस कॉलेज मोतिहारी से कॉलेज शिक्षक की सेवा प्रारंभ की थी. उसी वर्ष कमीशन द्वारा पीएन कॉलेज परसा में वे रसायन विज्ञान प्राध्यापक के रूप में नियुक्त हुए थे. जयप्रकाश विश्वविद्यालय के गठन के उपरांत वे कई महत्वपूर्ण पदों को सुशोभित कर चुके थे. उन्होंने 9 वर्षों तक विभागाध्यक्ष के रूप में अपनी सेवा दी थी. उसके बाद विज्ञान के संकायाध्यक्ष के रूप में भी अपनी सेवा दी. जेपीविवि में वे सिंडिकेट सदस्य के रूप में भी अपनी भूमिका का निर्वहन कर चुके थे.

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वे अपने पीछे एक भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं. उनके पुत्र व पुत्र वधु चिकित्सक हैं जबकि दो पुत्रियां शिक्षक हैं. उनकी पत्नी भी शिक्षिका से सेवानिवृत्त हुई थी.

डॉ एसएन विद्यार्थी कुछ समय से बीमार चल रहे थे. वे आगामी 31 दिसंबर को ही सेवानिवृत्त होने वाले थे. उनके निधन पर विधान पार्षद डॉ वीरेंद्र नारायण यादव, पूर्व प्राध्यापक प्रो कुमार वीरेश्वर सिन्हा, विभागाध्यक्ष डॉ लालबाबू यादव, प्राचार्य डॉ केपी श्रीवास्तव आदि समेत शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों व छात्रों ने शोक व्यक्त किया है.

New Delhi: ब्रह्मांड के रहस्यों को बताने वाले भौतिक वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग का 76 साल की उम्र में निधन हो गया है. स्टीफन हॉकिंग का जन्म 8 जनवरी 1942 को हुआ था.

मशहूर वैज्ञानिक हॉकिंग ने कहा था कि उनकी बीमारी ने उन्हें वैज्ञानिक बनाने में सबसे बड़ी भूमिका अदा की है. बीमारी से पहले वह अपनी पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान नहीं देते थे लेकिन बीमारी के दौरान उन्हें लगने लगा कि वे लंबे समय तक जिंदा नहीं रहेंगे तो उन्होंने अपना सारा ध्यान रिसर्च पर लगा दिया. हॉकिंग ने ब्लैक हॉल्स पर रिसर्च की है.

हॉकिंग motor neurone की बीमारी से पीड़ित थे. उन्हें ये बीमारी 1963 में हुई थी. जब उन्हें ये बीमारी हुई तब वो अपनी युवा अवस्था में थे. बीमारी के बाद उन्हें बताया गया कि उनके पास जीने के लिए महज़ दो साल और बचे हैं. लेकिन ये जानते हुए भी वो पढ़ाई करने के लिए केम्ब्रिज चले गए और अपने काम से अलबर्ट आइंस्टाइन जैसा कद हासिल किया. उन्होंने ‘अ ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम’ किताब भी लिखी.

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पटना: बिहार सरकार में पूर्व मंत्री रहे, वर्तमान में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा से जुड़े नेता शाहिद अली खान का निधन हो गया है. बताया जा रहा है कि शाहिद अली खान अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर माथा जियारत के लिए अजमेरशरीफ गये थे. इस दौरान अचानक तबीयत खराब होने और हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया. शाहिद अली खान 54 वर्ष के थे. मंत्री के निधन की जानकारी मीडिया को हम के प्रवक्ता की ओर से दी गयी.

पूर्व मंत्री के निधन के बाद नेताओं ने शोक संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने शाहिद अली के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की है. जीतन राम मांझी ने कहा है कि शाहिद अली का निधन पार्टी और मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है. वे पार्टी के स्तंभ थे. वहीं राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि पूर्व मंत्री शाहिद अली खान साहब के असामयिक निधन पर गहरी शोक संवेदना प्रकट करता हूं. वे एक संघर्षशील राजनेता के साथ-साथ लोकप्रिय सामाजिक कार्यकर्ता थे.

नई दिल्‍ली: बॉलीवुड और टीवी की जानीमानी ‘मां’ और ‘सास’ बनने वाली एक्‍ट्रेस रीमा लागू का बीती रात दिल का दौरा पड़ने के चलते निधन हो गया है. जानकारी के अनुसार उन्‍होंने रात 3 बजकर 15 मिनट पर अंतिम सांस ली. रीमा लागू को तबियत खराब होने के चलते पिछले कुछ दिनों से मुंबई के कोकिलाबेन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. वह 59 वर्ष की थीं. राजश्री प्रोडक्‍शन की कई फिल्‍मों में सलमान खान की मां के रूप पर रीमा लागू नजर आ चुकी हैं.

इसके अलावा उन्‍हें टीवी पर सुपरहिट सीरियल ‘श्रीमान श्रीमती’ और ‘तू तू मैं मैं’ के किरदारों के लिए जाना जाता है. रीमा लागू हिंदी के अलावा मराठी फिल्‍मों का भी हिस्‍सा रही थीं. इन दिनों वह टीवी सीरियल नामकरण में नजर आ रही थीं. उनका अंतिम संस्‍कार आज मुंबई में किया जाएगा. रीमा लागू अपनी बेटी मृणमयी के साथ रह रही थीं, जो खुद भी एक एक्‍ट्रेस है. रीमा लागू के निधन की जानकारी राजस्‍थान की मुख्‍यमंत्री वसुंधरा राजे और फिल्‍ममेकर कुणाल कोहली ने दी है.

रीमा लागू का जन्‍म 1958 में हुआ था. थिएटर से अपनी एक्टिंग का सफर शुरू करने वाली रीमा ने हिंदी की कई सुपरहिट फिल्‍मों में काम किया. उल्लेखनीय है कि रीमा लागू कई फिल्मों में सलमान खान की मां का किरदार निभा चुकी हैं. फिल्म ‘मैंने प्यार किया’, ‘हम आपके हैं कौन’ और ‘हम साथ-साथ हैं’ उन्हीं सुपरहिट फिल्मों में से एक हैं. इसके अलावा उन्होंने फिल्म ‘आशिकी’,  ‘साजन’, ‘वास्तव’, ‘कुछ-कुछ होता है’ जैसी बड़ी फिल्मों में भी काम किया है, जहां उनके अभिनय को काफी पसंद किया गया. टीवी सीरियल ‘तू-तू मैं-मैं’ में सास-बहू की उस मजाकिया लड़ाई को शायद ही कोई भूल पाए जिसमें रीमा ने सास का किरदार निभाया था.

मुंबई: बॉलीवुड अभिनेता व सांसद विनोद खन्ना का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को मुंबई में निधन हो गया. उन्होंने 141 फिल्मों में काम किया था. वो 70 साल के थे. वो अटल बिहारी वाजपेयी की कैबिनेट में मंत्री भी बने थे. पिछले कुछ दिनों से मुंबई के अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था.

गुरदासपुर से सांसद विनोद खन्ना की फिल्म ‘एक थी रानी ऐसी भी’ छह दिनों पहले रिलीज हुई थी. यह फिल्म भाजपा की संस्थापक सदस्य और मध्यप्रदेश की दिवंगत नेता विजयाराजे सिंधिया की जीवनी पर आधारित थी. इसका ट्रेलर अमिताभ बच्चन ने लॉन्च किया था.

बता दें कि कुछ समय पहले उनकी एक तस्वीर पर सामने आई थी, जिसमें वे काफी कमजोर और बीमार नजर आ रहे थे. विनोद खन्ना ने बतौर विलेन फिल्म इंडस्ट्री में करियर की शुरुआत की थी. हालांकि एक समय वह ओशो से प्रभावित होकर संन्यास भी ले लिया था. बाद में उन्होंने फिर वापसी की.

बीजेपी सांसद हेमा मालिनी ने निधन पर दुख जताते हुए कहा, “हम काफी दुखी महसूस कर रहे हैं. हमें उनके ठीक होने की उम्मीद थी.’ विनोद के साथ स्क्रीन शेयर कर चुके ऋषि कपूर ने अमर अकबर एंथोनी का पोस्टर शेयर करते हुए लिखा, ‘हमेशा मिस करेंगे अमर’. बता दें कि फिल्म में विनोद ने अमर का रोल किया था.