Patna: बिहार के औरंगाबाद में जयमाल के समय का एक वीडियो सामने आया है. जिसमें जयमाल के समय प्रथम तल की छज्जे पर भारी संख्या में महिलाएं जयमाला देखने के लिए खड़ी है. तभी जयमाल से पहले जिस छज्जे पर महिलाएं खड़ी थी वो छज्जा ताश की पत्ते की तरह ढह गया. छज्जे के नीचे भी लोग भारी संख्या में खड़े थे. जश्न के माहौल में चीख-पुकार मच गया. 2 दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए वहीं पांच की हालत गंभीर बताई जा रही है.

बताते चलें कि अक्सर ऐसा देखा जाता है कि बारात के समय छज्जे पर या फिर छत के बालकनी में देखने लगते हैं. बारात देखने या जयमाल देखने के क्रम में लोग भूल जाते है की जहाँ खड़े है वो गिर भी सकता है. यह वीडियो और लोगों के लिए सीख है. जो बिना देखे समझें भीड़ में का हिस्सा बनकर जान की परवाह किये बिना जश्न को देखने के लिए शामिल हो जाते है.

• जिलाधिकारी – आईटीबीपी के जवानों और युवाओं ने किया रक्तदान
• रेड क्रॉस सोसाइटी के द्वारा आयोजित किया गया रक्तदान शिविर

Chhapra:  रक्तदान से दूसरे का जीवन बचाया जा सकता है। इसका अहसास हमें तब होता है, जब कोई अपना जिंदगी और मौत से जूझ रहा होता है, इसीलिए सभी को रक्तदान करना चाहिए, जिससे दूसरे की जिंदगी को बचाया जा सके। उक्त बातें सारण के जिलाधिकारी राजेश मीणा ने सदर अस्पताल के ब्लड बैंक में आयोजित रक्तदान शिविर में कही। विश्व रक्तदाता दिवस के मौके पर इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया था। जिसमें खूद जिलाधिकारी ने भी रक्तदान किया। उन्होने कहा कि यह रक्त जरूरतमंद लोगों के काम आता है। कहा कि ऐसा कुछ करना चाहिए जिससे समाज का भला हो जाए। इस दौरान जिलाधिकारी के अलावा आटीबीपी के जवान और रेड क्रॉस सोसाइटी के युवा विंग के सदस्यों ने बढ़-चढ़कर बुलंद हौसलों के साथ रक्तदान किया। जिलाधिकारी राजेश मीणा ने रक्तदान करते हुए कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण काल में रेड क्रॉस सोसाइटी की ओर से अस्पताल में पर्याप्त ब्लड की उपलब्धता सुनिश्चित करने में काफी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। राज्य के अन्य जिलों की तुलना में इस जिले में ब्लड की उपलब्धता की स्थिति सबसे अच्छी है और यहां से आवश्यकता पड़ने पर राज्य के दूसरे अस्पतालों को भी ब्लड उपलब्ध कराया जा रहा है । इसमें रेड क्रॉस सोसाइटी की युवा इकाई के सदस्यों का सबसे अहम योगदान है। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा, डीएस डॉ. एसडी सिंह, डीआईओ डॉ. चंदेश्वर सिंह, डॉ. किरण ओझा, धर्मवीर कुमार, अस्पताल प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद समेत अन्य मौजूद थे।


रक्तदाता ही सही मायने में समाज के नायक
रेड क्रॉस सोसाइटी के जिला सचिव जिन्नत जरीना मसीह ने कहा कि रक्तदाता ही सही मायने में समाज के नायक हैं, जो वैसे लोगों की जान बचाते हैं, जिन्हें खून की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि समाज सेवा के कई आयाम है, लेकिन न केवल समाज सेवा है, बल्कि सबसे बड़ा दान है ।

रक्त दान करने से मनुष्य का स्वास्थ्य बेहतर होता है

वही संस्था के सदस्य डॉ० सहजाद आलम ने कहा कि रक्त दान करने से न केवल हम लोगों की जान बचाने में अपना योगदान करते हैं, बल्कि उस व्यक्ति के साथ खून का रिश्ता जोड़ लेते हैं। उन्होंने कहा कि रक्त दान करने से मनुष्य का स्वास्थ्य बेहतर होता है। रेड क्रॉस द्वारा आयोजित विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पे स्वैच्छिक रक्तदान करने वालो भुवनेश्वर कुमार,राहुल कुमार प्रजापति, सूरज कुमार चौधरी, रोहित कुमार,अभय कुमार आईटीबीपी के जवान हवलदार रमेश दाता,धनंजय महतो,नोपोनाथ,आलोक कुमार,रमेश कुमार राय,चंदन कुमार,आदि शामिल हैं। युवा इकाई के जिला सचिव अमन राज के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में युवा सदस्य आलोक राज,अमन सिंह,अरविंद शर्मा,(शिक्षक),भुनेशर अन्य सदस्यों ने बढ़ चढ़ के हिस्सा लिया।

एके-47 मामले में बाहुबली विधायक अनंत सिंह दोषी करार, 21 जून को होगा सजा का ऐलान

पटना, 14 जून; बिहार में मोकामा विधानसभा क्षेत्र से राजद के बाहुबली विधायक अनंत सिंह को एके-47 मामले में मंगलवार को एमपी-एमएलए कोर्ट ने दोषी करार दिया है। उनकी सजा पर 21 जून को सुनवाई होगी। उनके घर से एके-47 की बरामदगी हुई थी। स्पेशल जज त्रिलोकी दुबे की कोर्ट ने ये फैसला सुनाया है। फैसले के वक्त वो कोर्ट रूम में ही मौजूद रहे।

16 अगस्त, 2019 को पटना पुलिस की टीम ने बाहुबली विधायक अनंत सिंह के लदमा गांव स्थित घर पर छापेमारी की थी। करीब 11 घंटे तक चले सर्च ऑपरेशन में विधायक के घर से पुलिस ने एक एके-47, दो हैंड ग्रेनेड, 26 राउंड गोली और एक मैगजीन बरामद किया था। अनंत सिंह उस समय मोकामा से निर्दलीय विधायक थे।

पुलिस की तरफ से इस कार्रवाई को उस दरम्यान बाढ़ की एसपी रही लिपि सिंह ने किया था। इस मामले में विधायक के घर के केयर टेकर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद इसकी जानकारी पटना की एसएसपी गरिमा मलिक को दी गई। फिर तत्कालीन डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय को भी पूरे मामले से अवगत कराया गया था। पूरे ऑपरेशन को फुलप्रूफ तरीके से अंजाम दिया गया।

बाढ़ एसडीएम के आदेश पर बाढ़ के ही बीडीओ को छापेमारी के लिए बतौर मजिस्ट्रेट प्रतिनियुक्त किया गया था। इसके बाद उस वक्त के पटना के ग्रामीण एसपी कान्तेश कुमार मिश्रा भी बाढ़ पहुंचे थे। फिर ग्रामीण एसपी और एसपी लिपि सिंह की टीम पूरे पुलिस फोर्स के साथ करीब चार बजे सुबह ही लदमा गांव स्थित सिंह के घर पहुंच गई थी। उस वक्त पुलिस ने छापेमारी की वीडियोग्राफी कराने का भी दावा किया था।

साले ने जीजा की बहन से कर ली शादी, अब दोनों आपने रिश्ते का नाम खोज रहे है

Patna: शादियों का मौसम चल रहा है. वर और वधू की आपस में डोर बंधने के साथ कई अनगिनत नए रिश्ते भी अपने आप बन जाते है. साला साली, जीजा बहनोई, समधी समधन वाले रिश्तों के अनुसार आपसी मजाक भी उपज जाता है.

इसी बीच बिहार की राजधानी पटना से सटे बिहटा में एक अजब-गजब प्रेम कहानी और उसका अंजाम सामने आया है. एक शख्‍स का दिल अपने ही जीजा की बहन पर आ गया. दोनों लंबे अरसे से एक-दूसरे से बातचीत करते थे. जब बातचीत नाकाफी साबित होने लगा तो उन्‍होंने शादी करने का फैसला कर लिया. परिजनों को भी उनकी इच्‍छा के सामने अपना सिर झुकाना पड़ा. इसके बाद पुलिस स्‍टेशन में बने शिव मंदिर में लड़का और लड़की पक्ष के परिजनों की मौजूदगी में प्रेमी जोड़ा पति-पत्‍नी के बंधन में बंध गए. शादी के साथ ही जीजा और साले का संबंध भी बदल गया. अब दोनों रिश्‍ते में एक-दूसरे के साले हो गए. इस शादी की इलाके में चर्चा हो रही है.

शादी का यह विचित्र मामला बिहटा थाना क्षेत्र का है. गोखुलपुर गांव निवासी दिनेश पासवान की 20 वर्षीय पुत्री सुधा कुमारी मनेर थाना क्षेत्र के खासपुर गांव निवासी स्‍वर्गीय गोपी पासवान के 23 वर्षीय पुत्र आदित्य कुमार से पिछले कई सालों से फोन के जरिए बात करती थीं. सुधा और आदित्‍य के बीच लंबे से प्रेम संबंध चला आ रहा था. इसकी जानकारी मिलने के बाद दोनों परिवार की राजामंदी से पुलिस की मौजूदगी में बिहटा थाना परिसर में बने शिव मंदिर के प्रांगण में प्रेमी जोड़े की शादी कर दी गई. सुधा आदित्य के जीजा की बहन लगती हैं. ऐसे में आदित्‍य और सुधा के प्रेम संबंधों को लेकर दोनों पक्षों के परिवारों के बीच मनमुटाव चल रहा था.

दोनों पक्ष के परिवारवाले बिहटा थाना पहुंचे, जहां काउंसलर संगीता कुमारी ने उनकी बात सुनी. इस दौरान सुधा ने आदित्य पर आरोप लगाते हुए कहा कि बताया कि पिछले कई वर्षों से उनकी एक-दूसरे से बातचीत हो रही है. दोनों के बीच अंतरंग संबंध भी स्‍थापित हो चुके हैं. सुधा का कहना है कि इसके बावजूद आदित्‍य बार-बार शादी की बात को टाल रहा था. इसके बाद उन्‍होंने थाना पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई. मामला बिहटा थाना पहुंचने के बाद काउंसलर संगीता कुमारी ने दोनों परिवार को थाने में बुलाकर बातचीत की. आदित्‍य का परिवार इस शादी के लिए तैयार नहीं था. दबाव बनने के बाद खुद आदित्‍य और उनका परिवार शादी के लिए तैयार हुआ. दोनों बालिग होने के सबूत मिलने के बाद थानाध्यक्ष रंजीत कुमार के निर्देश पर पूरे हिंदू रीति-रिवाज से थाना परिसर में बने शिव मंदिर में दोनों की शादी करा दी गई.

थाना अध्यक्ष रंजीत कुमार ने बताया कि थानाक्षेत्र के गोखुलपुर निवासी सुधा कुमारी पिछले कई दिनों से थाने की चक्कर काट रही थीं और न्याय की गुहार लगा रही थीं. सुधा ने अपनी शिकायत महिला कोषांग में की जिसके बाद काउंसलर द्वारा लड़के के परिवार को बुलाया गया, जहां दोनों पक्षों में बातचीत हुई. छानबीन में यह भी पता चला कि दोनों बालिग हैं. इसके बाद दोनों की शादी परिवार की रजामंदी से करा दी गई.

सिवानः सिवान में प्रेमी के साथ फरार विवाहिता प्रेमिका की जहर खाने से मौत हो गई हैं. वहीं मृतका के पिता ने प्रेमी के द्वारा जहर खिलाने की आशंका जताई है. मामला बसंतपुर थाना क्षेत्र के सूर्यपुरा रामपुर गांव की हैं.

मिली जानकारी के मुताबिक जमादार महतो की 23 वर्षीय बेटी पुतुल कुमारी की शादी सारण के मढौरा थाना क्षेत्र के धेनुकी गांव निवासी रमेश महतो के साथ हुई थी. शादी के बाद भी महिला का प्रेम प्रसंग गांव के एक युवक से चल रहा था. दोनों मोबाइल पर हमेशा एक दूसरे से बातचीत करते रहते थे. दो बच्चों की मां पुतुल अपने प्रेमी के प्यार में इस कदर अंधी हुई कि पति से झूठ बोलकर वह मायके आ गई. फिर बाजार जाने की बात कहकर वह घर से निकली.

चर्चा है कि प्रेमी और प्रेमिका दोनों ने साथ मरने का निर्णय लेकर जहर खा लिया. जिससे प्रेमिका की मौत हो गई. हालांकि प्रेमी युवक का कोई सुराग नहीं मिल रहा है. उसके घर पर ताला लटका हुआ मिला है. मृतका के पिता जामदार महतो ने बताया कि मेरी बेटी का गांव के ही लड़की के साथ प्रेम प्रसंग था. दोनों घर से लापता थे. अचानक सूचना मिली कि उनकी पुत्री ने जहर खा लिया है. ढूंढते- ढूंढते बाजार की तरफ पहुंचे तो उसका शव मिला. आशंका है कि उसके प्रेमी ने उसे जहर खिला दिया है. सूचना मिलते ही बसंतपुर थाने की पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए सिवान सदर अस्पताल भेज दिया है. वहीं इस घटना को लेकर मृतका के पिता के द्वारा थाने में कोई आवेदन नहीं दिया गया है.

पटना: बिहार में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून का आगाज सोमवार की सुबह हो गया. सोमवार की मॉनसूनी बारिश में किशनगंज, अररिया, पूर्णिया और सुपौल एक साथ भीगे. मॉनसूनी हवाएं अब उत्तरी-पूर्वी बिहार की ओर आगे बढ़ रही हैं. मंगलवार तक समूचे उत्तर-पूर्वी बिहार में माॅनसूनी बारिश के आसार हैं. मॉनसून लगातार तीसरे साल बिहार में समय पर पहुंचा है.

आइएमडी पटना के निदेशक विवेक सिन्हा ने बताया कि मॉनसून अगले चार दिन में पूरे राज्य में पहुंच जायेगा. इस बार मॉनसून की बारिश व्यापक गरज, बिजली और आंधी के साथ होगी. जून में हिमालय की तलहटी वाले जिलों में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश दर्ज होगी. बुधवार की रात अथवा गुरुवार तक पटना में मॉनसून प्रवेश करने के आसार हैं. इससे पहले सिलीगुड़ी और किशनगंज के बीच नौ दिन तक अटका मॉनसून सोमवार को अचानक सक्रिय होकर आगे बढ़ गया.

मॉनसून इस साल प्रदेश में सामान्य से कुछ अधिक बारिश होने का पूर्वानुमान जारी किया गया है. सिलीगुड़ी के पास लंबे समय तक अटके मॉनसून की सक्रियता को लेकर आइएमडी ने तीन दिन पहले पूर्वानुमान जारी कर कहा था कि 15 जून तक बिहार में मॉनसून सक्रिय होगा. हालांकि आइएमडी ने अपने शुरुआती पूर्वानुमान में 13 जून को ही मॉनसून के आगाज का पूर्वानुमान व्यक्त किया था.

बिहार में एक जुलाई से एक बार प्रयोग होने वाले (सिंगल यूज प्लास्टिक) पर प्रतिबंध रहेगा. केंद्र सरकार की एक साल पहले जारी अधिसूचना के अनुसार बिहार में भी 120 माक्रोन की मोटाई वाले प्लास्टिक की वस्तुओं के उपयोग पर पूरी तरह से रोक रहेगी. प्लास्टिक से बने कैरी बैग, प्लेटें, कप, गुब्बारों की डंडियां, चम्मच आदि का उपयोग कोई नहीं कर सकेगा. इसके अलावा कोई भी प्लास्टिक की इन वस्तुओं का निर्माण, भंडारण, वितरण, बिक्री और उपयोग नहीं कर पाएगा.

केंद्र सरकार की जारी अधिसूचना के बाद इस तरह का प्लास्टिक उपयोग करके वस्तु बनाने वाले उत्पादकों और इनका इस्तेमाल करने वाले दुकानदारों को एक साल का समय दिया गया था. इन वस्तुओं को ठिकाने लगाना था. यह समय अवधि एक जुलाई को खत्म होगी. इसी दिन से ऐसे प्लास्टिक के उपयोग पर रोक रहेगी. इस तरह प्लास्टिक से प्रदेश में प्रदूषण न फैले, इसे देखते हुए पूरी तरह से रोक रहेगी.

एक जुलाई से पॉली स्टाइरीन (थर्माकोल) और विस्तारित पॉली स्टाइरीन वस्तुओं सहित एक प्रयोग प्लास्टिक वस्तुओ के निर्माण, आयात, भंडारण विकरण और उपयोग पर रोक लगेगी. इन वस्तुओं में प्लास्टिक युक्त ईयर बड, गुब्बारों के लिए प्लास्टिक डंडियां, प्लास्टिक के झंडे, कैंडी स्टिक, आइसक्रीम की डंडियां, पॉली स्टाइरीन की सजावटी सामग्री पर रोक रहेगी. इसके अलावा प्लास्टिक प्लेटें, कप, गिलास, कांटे, चम्मच, चाकू, स्ट्रा, जैसी कटलरी, मिठाई के डब्बों को लपेटने वाले प्लास्टिक फिल्में, निमंत्रण कार्ड, सिगरेट पैक, 100 माइक्रोन से कम मोटे प्लास्टिक के बने बैनरों पर रोक रहेगी. कंपोस्ट योग्य प्लास्टिक से बनी वस्तुओं पर यह लागू नहीं होगा.

पटना: बिहार सरकार ने प्रदेश में कोरोना के संक्रमण दर में हो रही वृद्धि को देखते हुए सभी सरकारी कार्यालयों में बायोमीटरिक हाजिरी पर तत्काल दो सप्ताह के लिए रोक लगा दी है. गृह विभाग ने इस संबंध में सभी विभागीय प्रधान और जिलों में निर्देश भेज दिया है. इस दौरान अधिकारी और कर्मी के स्तर पर किसी की भी बायोमीटरिक हाजिरी नहीं बगेगी.

गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने सभी डीएम, सभी विभागीय प्रधान और पुलिस अधिकारियों को व्यक्तिगत स्तर पर इसकी माॅनीटरिंग करने को कहा है. दूसरे प्रांतों में कोविड के बढ़ते संक्रमण के बाद राज्य में बढ़ाेतरी की संभावना को देखते हुए सरकार ने कदम उठाया है.

राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या अभी भी दर्जन भर से ऊपर बनी हुई है. पिछले 24 घंटों के दौरान पटना जिले में 13 सहित राज्य में 14 नये संक्रमित पाये गये है. अररिया जिले में सिर्फ एक नया कोरोना संक्रमित पाया गया है. हालांकि, इस दौरान राज्य में कुल 92 हजार 754 सैंपलों की जांच की गयी. नये संक्रमितों के मिलने के बाद राज्य में कोरोना के कुल 126 नये एक्टिव संक्रमित हो गये हैं. इस दौरान तीन संक्रमित लोग स्वस्थ हो गये हैं.

ख़ूबसूरत मुस्कराहट और शानदार अभिनय से हर किसी का दिल जीतने वाले अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत आज हमारे बीच नहीं हैं। लेकिन वह बॉलीवुड के उन अभिनेताओं में से एक थे ,जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और शानदार अभिनय की बदौलत कम समय में वह मकाम हासिल किया, जिसका सपना हर स्ट्रगलिंग एक्टर देखता हैं। बॉलीवुड में अपनी खास पहचान बनाने वाले हैंडसम अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का जन्म 21 जनवरी,1986 को बिहार के पटना में कृष्णा कमार सिंह और ऊषा सिंह के घर हुआ था। अपनी प्रारंभिक शिक्षा पटना के सेंट कैरेंस हाई स्कूल से लेने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए वह दिल्ली आ गए और दिल्ली के कुलाची हंसराज माॅडल स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद सुशांत ने दिल्ली कॉलेज ऑफ़ इंजिनयरिंग से मैकेनिकल इंजिनयरिंग की पढ़ाई की।

लेकिन इंजिनयरिंग में उनका मन नहीं लगा। सुशांत जब 16 साल के थे तभी उनकी माँ का निधन हो गया था। वह अपनी माँ के बहुत करीब थे। माँ के निधन के बाद सुशांत के पिता और उनकी तीन बहनों श्वेता, प्रियंका और मीतू ने मिलकर उन्हें संभाला और भरपूर प्यार दिया। सुशांत ने अपने करियर की शुरुआत बैकअप डांसर के रूप में की और कई फिल्मफेयर अवार्ड शोज़ में अपने डांस का जलवा बिखेरा। इसी दौरान सबसे पहले बालाजी टेलीफिल्मस की कास्टिंग टीम की नजर उनपर पड़ी। जिसके बाद सुशांत को टेलीविजन पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक ‘किस देश में है मेरा दिल’ में काम करने का मौका मिला और यहीं से सुशांत के अभिनय करियर की शुरुआत हुई। इसके बाद सुशांत को एकता कपूर के मशहूर धारावाहिक ‘पवित्र रिश्ता’ में अभिनय करने का मौका मिला। जीटीवी पर प्रसारित होने वाले इस धारावाहिक में सुशांत द्वारा निभाए गए मानव देशमुख के किरदार को दर्शकों ने खूब पसंद किया। इस धारावहिक में उनके साथ लीड रोल में अभिनेत्री अंकिता लोखंडे थी। इस धारावाहिक की शूटिंग के दौरान सुशांत और अंकिता का रील लाइफ लव रियल लाइफ लव में बदल गया और दोनों ने खुल्लम-खुल्ला अपने प्यार का इजहार भी किया लेकिन 6 साल के लम्बे रिलेशनशिप के बाद साल 2016 में दोनों का ब्रेकअप हो गया । हालांकि ब्रेकअप की असली वजह कभी भी सामने नहीं आ सकी। अंकिता से रिश्ता टूटने के बाद सुशांत का नाम अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती से जुड़ने लगा था।

अभिषेक कपूर निर्देशन में बनी फिल्म ‘काय पो छे’ में सुशांत को अमित साध, राजकुमार राव और अमृता पुरी के साथ अभिनय करने का मौका मिला। दोस्ती पर आधारित इस फिल्म में सुशांत के अभिनय को दर्शकों ने काफी पसंद किया गया। इसके साथ ही उन्हें इस फिल्म के लिए स्क्रीन अवार्ड का बेस्ट मेल डेब्यू अवार्ड मिला। इसके बाद सुशांत फिल्म शुद्ध देसी रोमांस, पीके और डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी में नजर आये।

साल 2016 में आई फिल्म ‘एमएस.धोनी द अनटोल्ड स्टोरी’ ने सुशांत को सफलता की ऊंचाइयों पर ला खड़ा किया। इसके बाद सुशांत कई फिल्मों में शानदार अभिनय करते नजर आये। उनकी कुछ प्रमुख फिल्मों में राब्ता,वेलकम टू न्यूयार्क, केदारनाथ, सोनचिरैया, छिछोरे, ड्राइव, दिल बेचारा आदि शामिल हैं। दिल बेचारा सुशांत की आखिरी फिल्म थी। लेकिन इस फिल्म की रिलीज से पहले ही सुशांत सिंह राजपूत इस दुनिया को अलविदा कह गए । सुशांत के दोस्त मुकेश छाबड़ा निर्देशित इस फिल्म में सुशांत के अपोजिट अभिनेत्री संजना सांघी मुख्य भूमिका में नजर आईं।

अभिनय के अलावा सुशांत ‘जरा नच के दिखा 2’ और ‘झलक दिखला जा 4’ जैसे डांसिग शोज के प्रतिभागी भी रहे । सुशांत खगोल शास्त्र तथा खगोलभौतिकी में भी रुचि रखते थे और उनके पास एक टेलिस्कोप भी था। सुशांत कई सामजिक कार्यों से भी जुड़े हुए थे।

सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून, 2020 को अपने बांद्रा स्थित फ्लैट में सुसाइड कर लिया । 15 जून को परिवार के मौजूदगी में मुंबई में ही उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके निधन की खबर ने हर किसी को स्तब्ध कर दिया। उनके फैंस के लिए आज भी इस बात पर यकीन कर पाना मुश्किल है कि सुशांत इस दुनिया में नहीं हैं। सुशांत के परिवार के साथ- साथ उनके तमाम चाहने वाले आज भी उनके लिए इंसाफ की मांग कर रहे हैं।

एसएसबी ने भारत-नेपाल सीमा पर चीन के दो नागरिकों को गिरफ्तार किया

SSB arrests two Chinese nationals on Indo-Nepal border

पटना/सीतामढ़ी, 13 जून ; बिहार के सीतामढ़ी जिले में भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र के भिट्ठामोड़ से सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने बीती रात चीन के दो नागरिकों को गिरफ्तार किया है।

एसएसबी ने दोनों को सुरसंड थाना पुलिस के हवाले कर दिया है। पुलिस पूछताछ में दोनों ने बताया कि वह चीन से थाईलैंड होते हुए काठमांडू पहुंचे। वहां से बिहार सीमा तक का सफर साइकिल से तय किया। भारत आने के बाद कार हायर की नोएडा गए। नोएडा में दोनों अपने दोस्त कैरी के यहां 15 दिन तक रहे।

इन चाइनीज नागरिक का नाम लू लंग (28) और युंगहईलंग (34) है। इनके पास से नेपाल की करेंसी, तीन एटीएम कार्ड ,सिगरेट ,मोबाइल स्केल पेपर, पेंसिल ईयर फोन और नेपाल का पासपोर्ट जब्त किया गया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। भाषा की समस्या के कारण पूछताछ में कठिनाई हो रही है। दोनों को भारत-नेपाल सीमा के पिलर संख्या 11/6 के पास भारतीय सीमा क्षेत्र के 301 मीटर अंदर पकड़ा गया है।

पटना: पिछले कुछ महीनों से बिहार में अपराध बढ़ है, जिसे नियंत्रण में करने के लिए बिहार पुलिस ने ऑपरेशन प्रहार चला रखा है। जिसके तहत अभियान चलाकर ताबड़तोड़ अपराधियों को गिरफ्तार किया जा रहा है लेकिन इस सफलता के लिए पुलिस के जवानों को अपराधियों का शिकार भी होना पड़ रहा है।

इस संबंध में पुलिस मुख्यालय से मिले आंकड़े के अनुसार पिछले पांच महीने में पुलिस को 1297 बार अपराधियों के हमले का शिकार होना पड़ा। साल जनवरी से मई तक पुलिस द्वारा चलाए गए ऑपरेशन प्रहार के दौरान 27059 अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है। हालांकि इस दौरान पुलिस पर हर महीने औसतन 259 हमले किए गए।

पुलिस मुख्यालय से मिले आंकड़ों के अनुसार पिछले पांच महीने में पुलिस पर जनवरी में 374, फरवरी में 211,मार्च में 227, अप्रैल में 190 और मई में 295 बार हमला हुआ। वहीं इस दौरान जनवरी में 5196, फरवरी में 5146, मार्च में 5769,अप्रैल में 4369 और मई में 6576 अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है।

 

 

 

Courtesy: HS

Patna: पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में चल रहे 9 वीं सीनियर राष्ट्रीय रग्बी प्रतियोगिता के महिला सीनियर वर्ग में बिहार की महिला टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन करते इतिहास रच दिया है। 9वीं सीनियर राष्ट्रीय रग्बी प्रतियोगिता के महिला सीनियर वर्ग में बिहार की महिला टीम ने स्वर्ण पदक जीता है।

मुकाबले में बिहार की महिला टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए फाइनल में पश्चिम बंगाल की महिला टीम को 15 के मुकाबले 5 अंक से हराया और स्वर्ण पर कब्जा जमाया। बिहार की तरफ से इस मुकाबले में श्वेता और धर्मशीला ने शानदार खेल दिखाया। श्वेता ने इस अहम मुकाबले में 10 अंक जबकि धर्मशीला ने 5 अंक बनाये।

बिहार खेल विकास प्राधिकरण के महानिदेशक रवीन्द्र शंकरण ने बताया कि बिहार के लिए यह गौरव की बात है। बिहार की महिला टीम ने पहली बार सीनियर वर्ग में रग्बी का यह खिताब जीता है। इससे पहले हैदराबाद में राष्ट्रीय प्रतियोगिता में सब जूनियर टीम ने फाइनल में जीत दर्ज की थी। दूसरी ओर हरियाणा के पुरुष वर्ग की टीम ने छठी बार इस खिताब को अपने नाम किया।