Chhapra: चैती छठ नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया. छठ पूजा को लेकर घाटों के निर्माण में जुटें समितियों के लिए नदी घाटों के नजदीक पानी नहीं होने से परेशनी हो रही है. छठ घाटों का निर्माण कृत्रिम तरिके से किया जा रहा है. इसके लिए जेसीबी की सहायता से रेत इकठ्ठा कर घाटों का निर्माण स्थानीय लोगों के द्वारा कराया जा रहा है.\

शहर के सभी नदी घाटों का बमुश्किल यही हाल है. व्रतियों को परेशानी ना हो इसके लिए समितियों के द्वारा अपने स्तर से तैयारियां करायी जा रही है. छठ पूजा में नदी घाटों के आलावे लोग छतों और तालाबों के किनारे भी पूजा करते है.

छपरा शहर के पूर्वी भाग स्थित नदी घाटों में छठ पूजा के लिए चल रही तैयारियों का हमारे संवाददाता कबीर ने जायजा लिया.

देखिये यह रिपोर्ट

लोकआस्था का महापर्व चैती छठ के अवसर पर 5 टॉप गीत सुने.


Chhapra: व्रतियों द्वारा शनिवार की सुबह उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ सुर्योपासना का महापर्व चैती छठ संपन्न हो गया. छपरा विभिन्न नदी घाटों व सरोवरों में व्रतियों ने आस्था की डुबकी लगायी. उगते सूर्य को परिक्रमा करते हुए अर्घ्य प्रदान किया और भगवान भास्कर से घर परिवार की सुख शांति व समृद्धि की कामना की.

अर्घ्य के समय काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए और अर्घ्य देकर छठी मइया से आशीर्वाद की कामना की. छठ घाट से वापस लौटकर छठ व्रतियों ने मंदिरों और अपने घरों में पूजा की और लोगों के बीच प्रसाद का वितरण किया.

Chhapra: लोक आस्था के महापर्व छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान प्रारंभ हो चुका है. अनुष्ठान के दूसरे दिन व्रतियों ने गंगा स्नान कर खरना का व्रत किया.

खरना व्रत को लेकर सुबह से ही व्रती एवं उनके परिवार के सदस्य तन्मयता के साथ लगे हुए थे. संध्या पहर में व्रती के द्वारा गुड़ की खीर, आटे की रोटी एवं केले के साथ पूजा ध्यान करते हुए खरना का व्रत किया गया.

खरना व्रत संपन्न होने के साथ ही व्रतियों का निर्जला व्रत प्रारंभ हो गया है. शुक्रवार को व्रती अस्ताचलगामी भगवान को अर्घ्य देंगे.

वही शनिवार को प्रातः सूर्योदय समय मे भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिवसीय अनुष्ठान छठ व्रत समाप्त हो जाएगा.

बताते चलें कि वर्ष में तीन बार आस्था का महापर्व छठ मनाया जाता है. आमतौर पर कार्तिक मास के छठ पर्व में व्रतियों की ज्यादा संख्या होती है, जबकि चैत्र एवं भादो मास के छठ को करने वाले व्रतियों की संख्या कम है.

Chhapra/Doriganj:  चार दिवसीय सूर्य उपासना के पावन पर्व छठ व्रत के पहले दिन नहाय खाए के अवसर पर छठ व्रतियों ने गंगा के पावन जल मे स्नान किया. इस अवसर पर डोरीगंज के विभिन्न घाटों बंगाली बाबा घाट, तिवारी घाट, महुआ घाट, रहरिया घाट, डोरीगंज घाट सहित सभी घाटों पर हजारों छठ व्रतियों ने गंगा मे स्नान कर भगवान सूर्य को जल अर्पित किया.

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नहाय खाए पर गंगा मे स्नान को विशेष महत्व दिया गया है. जिसे देखते हुए दूर दराज के गाँवों के साथ साथ छपरा शहर से भी हजारों की संख्या मे छठ व्रती गंगा मे स्नान को पहुँचे थे. सभी घाटों पर मेले सा नजारा था. खासकर बंगाली बाबा घाट पर व्रतियों की खासी भीड़ देखी गयी.

नहाय खाए के साथ ही छठ पर्व की शुरुआत हो गयी है. इसके बाद 22 को खरना 23 को पहला अर्ध्य एवं 24  मार्च को परना यानि उगते सूर्य को अर्ध्य के साथ छठ व्रत की समाप्ति हो जाएगी.

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वैसे तो यह पर्व पूरे देश मे मनायी जाती है लेकिन बिहार मे यह पर्व खासी उत्साह एवं श्रद्धा के साथ मनायी जाती है. ऐसी मान्यता है कि इस पर्व को करने से सारे कष्ट दैहिक, दैविक एवं भौतिक सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है एवं शरीर मे एक नई उर्जा का संचार होता है.

पटना: आस्था का महापर्व चैती छठ नहाय खाय के साथ बुधवार से प्रारंभ हो गया. चार दिनों तक चलने वाले इस अनुष्ठान के पहले दिन व्रतियों ने नदी, तालाबों में स्नान कर ही भोजन करती है. अगले दिन से व्रतियों द्वारा निर्जला व्रत की प्रक्रिया शुरू हो जाती है.

गुरुवार की शाम में खरना पूजा करने के बाद अगले दिन शुक्रवार को सभी व्रती भगवान सूर्य के अस्ताचलगामी स्वरुप को अर्घ्य देंगी. रात्रि में पूजा अर्चना एवं मंगल गीत के साथ तीसरे दिन का व्रत समाप्त होता है.

चौथे दिन शनिवार को उदयीमान भगवान भास्कर को दूध, फल, पकवान का अर्घ्य देते हुए अपने परिवार की खुशहाली की कामना के साथ यह पावन पर्व समाप्त हो जायेगा.

छत पर्व के प्रति लोगों की प्रगाढ़ आस्था है.

 

Chhapra: चैत के महीने में मनाये जाने वाले चैती छठ को लेकर तैयारी शुरू हो गयी है. चैती छठ में अर्घ्य के लिए घाटों के निर्माण और साफ़ सफाई में लोग जुट चुके है.

घाटों को अर्घ्य देने के लायक बनाया जा रहा है. पूजा समितियों के लोग और स्थानीय युवा घाटों को पूजा के लिए सुगम और स्वच्छ बनाने में जुट चुके है. बुधवार को नहाय खाय के साथ चार दिवसीय अनुष्ठान की शुरुआत होगी.


मंगलवार को शहर के सीढ़ी घाट पर युवाओं ने GMD ग्रुप के तत्वावधान में छठ घाट का निर्माण किया और घाटों पर स्वच्छता और अन्य व्यवस्था की. इनमे अशोक कुमार, निराला कुमार, विनोद यादव, रिकु, पंकज, अमित ,नीतीश, प्रिन्स, गोलू यादव, रविरंजन, राजू  आदि शामिल थे. 

बाज़ारों में रौनक

चैती छठ को लेकर बाज़ारों में पूजा से जुड़े सामानों की बिक्री हो रही है. दउरा, सूप, नारियल, ईंख आदि की खरीदारी लोग कर रहे है.

पटना: छठ पर्व बिहार में मनाया जाने वाला प्रमुख त्यौहार है. चैती छठ के अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेशवासियों को शुभकामनायें दी है.

अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा, चैती छठ के अवसर पर सभी बिहारवासियों को हार्दिक शुभकामनायें. आशा करता हूँ कि यह पवित्रता एवं आस्था का पर्व सब के जीवन में समृद्धि लाये.

छठ पूजा के अवसर पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी प्रदेशवासियों को शुभकामनायें दी है.