नैनी फकुली में किसी भी कीमत पर नहीं बनने देगे चर्च : शैलेंद्र सेंगर

Chhapra: शहर से सटे मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नैनी फकूली गांव में बन रहे क्रिश्चियन चर्च को लेकर विरोध शुरू हो चुका है. धर्मांतरण विरोधी मोर्चा के सदस्य सक्रिय होकर इसके निर्माण को किसी भी कीमत पर पूर्ण नहीं होने का दावा कर रहे हैं.A valid URL was not provided.

धर्मांतर विरोधी मोर्चा के बैनर तले आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए शैलेंद्र सेंगर ने कहा कि धर्म का प्रचार प्रसार संवैधानिक अधिकार है, लेकिन किसी को स्वास्थ्य, शिक्षा एवं आर्थिक रूप से प्रलोभन देकर धर्मांतरण का कार्य नहीं कराया जा सकता. इस कुकृत्य को मोर्चा बर्दाश्त नहीं करेगा.

श्री सिंह ने कहा कि वर्तमान में देश के अंदर एक बड़ी साजिश के तहत धर्मांतरण की प्रक्रिया चल रही है. छपरा खुला क्षेत्र है और दूसरे प्रदेशों के लोग यहां शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक सुधार का प्रलोभन, पैसा देकर लोगों का धर्मांतरण करा रहे है.

श्री सिंह ने कहा कि जिले के बहुसंख्यक को अल्पसंख्यक बनाने की साजिश चल रही है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक रैकेट चल रहा है. जिसका प्रभाव नॉर्थ ईस्ट में ज्यादा है. उसका असर छपरा में भी दिखाने की कोशिश चल रही है, लेकिन छपरा के नैनी फकुली में किसी भी कीमत पर चर्च का निर्माण नहीं होने दिया जाएगा.

उन्होंने बताया कि गांव के ही डा भरत माझी द्वारा जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के साथ जनप्रतिनिधि को भी आवेदन देकर इस निर्माण को रोकने की मांग की है. उन्होंने जिला प्रशासन से भी मांग की है कि वह लालच और प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराने वाले लोगों पर कार्रवाई करें.

भेल्दी: छपरा-मुजफ्फरपुर एनएच 722 पर भेल्दी थाना क्षेत्र के सोनहो बाजार पर बाईक से बारात जा रहे 22 वर्षीय युवक की मौत से आक्रोशित लोगों ने मुख्य पथ को जाम कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. मृत युवक अमनौर थाना क्षेत्र के सुलतानगंज गांव निवासी अशोक महतो का पुत्र रंजीत कुमार बताया जाता है. घटना बीती रात की बताई गई है. अमनौर थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर बुधवार को छपरा सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सुपुर्द कर दिया.

वहीं इस घटना से आक्रोशित परिजनों तथा ग्रामीणों ने सोनहो चौक पर बास-बल्ला लगा टायर जलाकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया और सरकारी राशि की मांग करने लगे. सड़क जाम की खबर मिलते ही भेल्दी थाना में कार्यरत एसआई के के सिंह मौके पर पहुंच परिजनों को समझा कर यातायात बहाल कराने का प्रयास करते रहे. लेकिन आक्रोशित परिजन एक भी बातें सुनने को तैयार नही थे. आक्रोशित परिजनों द्वारा घटना स्थल पर एसपी को बुलाने की मांग की जा रही थी.

सड़क जाम नही हटने की सूचना पर भेल्दी थानाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह, महिला एसआई श्वेता कुमारी, अमनौर सीओ मृत्युंजय कुमार, अमनौर बीडीओ मंजुल मनोहर मधुप, नंदन कैतुका के पैक्स अध्यक्ष सुनील कुमार राय पहुंच परिजनों को समझा बुझा कर यातायात बहाल करने का प्रयास किया. उस दौरान करीब 2 घंटे तक सड़क जाम कर लोग प्रदर्शन करते रहे.

छपरा: जिले के मकेर थाना क्षेत्र स्थित लाइन होटल संचालक को अपराधियों ने गोली मार दी है. जिसके बाद गंभीर स्थिति में उन्हें पटना रेफर किया गया है. घटना बीती देर रात की बताई गई है. गंभीर रूप से जख्मी लाइन होटल संचालक मकेर थाना क्षेत्र के शोभेपुर गांव निवासी अजय सिंह बताए गए हैं.

घटना के संबंध में बताया जाता है कि मकेर थाना क्षेत्र स्थित कृष्णा लाइन होटल, शोभाटोला के संचालक अजय सिंह बीती देर रात्रि भोजन करने के बाद लाइन होटल पर चाय बना रहे थे. उसी बीच बाइक से कुछ युवक पहुंचे और किसी बात को लेकर उनके बीच विवाद हुआ. जिसके बाद एक युवक ने उनके ऊपर गोली चला दिया. गोली अजय सिंह के पेट में लगी. जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गये. जिसके बाद आनन फानन में उन्हें स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, जहां से बेहतर चिकित्सा के लिए उन्हें पटना रेफर किया गया है. फिलहाल जख्मी संचालक का उपचार पटना के किसी निजी नर्सिंग होम में कराया जा रहा है.

इस घटना के बाद उनका पूरा परिवार रात में ही पटना पहुंच गया. इस मामले में मकेर थानाध्यक्ष ने बताया कि बीती देर रात्रि थाना क्षेत्र स्थित कृष्णा लाइन होटल पर संचालक को अपराधियों के द्वारा गोली मारी गई थी. गोली उनके पेट को छेदती हुई आर पार हो चुकी थी। गंभीर स्थिति में उन्हें पटना रेफर किया गया. जहां उनका उपचार किसी निजी क्लीनिक में कराया जा रहा है. उन्होंने बताया कि समाचार प्रेषण तक इस मामले में बयान दर्ज नहीं होने के कारण प्राथमिकी की प्रक्रिया चल रही है. फिलहाल पुलिस लाइन होटल संचालक को गोली मारने वाले अपराधियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी कर रही है.

छपरा: रेलवे प्रशासन द्वारा पूर्व रेलवे के हावड़ा-बर्द्धवान मेन लाइन पर स्थित बन्डेल, आदिसप्तग्राम एवं मगरा स्टेशनों पर तीसरी लाइन के कमीशनिंग हेतु नॉन इंटरलॉक कार्य किये जाने के कारण गाड़ियों का निरस्तीकरण एवं मार्ग परिवर्तन निम्नवत् किया जायेगा।

निरस्तीकरण-

–      कोलकाता से 30 मई, 2022 को चलने वाली 13137 कोलकाता-आजमगढ़ एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

–      आजमगढ़ से 31 मई, 2022 को चलने वाली 13138 आजमगढ-कोलकाता़ एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

–      सियालदह से 26 से 30 मई, 2022 तक चलने वाली 13105 सियालदह-बलिया एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

–      बलिया से 27 से 31 मई, 2022 तक चलने वाली 13106 बलिया-सियालदह एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

–      गोरखपुर से 26 मई, 2022 को चलने वाली 15052 गोरखपुर-कोलकाता एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

–      कोलकाता से 27 मई, 2022 को चलने वाली 15051 कोलकाता-गोरखपुर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

–      गोरखपुर से 27 एवं 29 मई, 2022 को चलने वाली 15048 गोरखपुर-कोलकाता एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

–      कोलकाता से 28 एवं 30 मई, 2022 को चलने वाली 15047 कोलकाता-गोरखपुर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

–      गोरखपुर से 28 मई, 2022 को चलने वाली 15050 गोरखपुर-कोलकाता एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

–      कोलकाता से 29 मई, 2022 को चलने वाली 15049 कोलकाता-गोरखपुर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

मार्ग परिवर्तन-

–      हावड़ा से 27 से 29 मई, 2022 तक चलने वाली 13019 हावड़ा-काठगोदाम बाघ एक्सप्रेस हावड़ा से 21.45 बजे के स्थान पर पुनर्निधारित कर 00.20 बजे चलाया जायेगा। इस गाड़ी को रास्ते में पड़ने वाले बाली एवं कामारकुण्डू स्टेशनों पर ठहराव प्रदान किया जायेगा।

–      काठगोदाम से 26 से 28 मई, 2022 तक चलने वाली 13020 काठगोदाम-हावड़ा बाघ एक्सप्रेस का कामारकुण्डू एवं बाली स्टेशनों पर ठहराव देते हुए परिवर्तित मार्ग बर्द्धवान-दानकुनी से होकर चलायी जायेगी।

पटना: पर्यावरण मे सुधार को लेकर सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. आगामी 1 जुलाई से पूरे देश में सिंगल यूज पॉलिथीन को बैन कर दिया जाएगा. हालांकि इससे पहले ही सरकारी कार्यक्रमों में सिंगल यूज़ पॉलिथीन को बंद कर दिया जाएगा.

अब किसी भी सरकारी कार्यक्रम में सिंगल यूज़ पॉलिथीन और थर्मोकोल का उपयोग नहीं किया जाएगा. गौरतलब है कि पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए सरकार द्वारा यह कदम उठाया गया है.

बता दें कि पूर्व में भी सरकार द्वारा ऐसे फैसले लिए गए थे. लेकिन उस पर अमल नहीं किया गया था. इसकी बड़ी वजह थी की सिंगल यूज प्लास्टिक का विकल्प नहीं था. जिसकी वजह से आदेश को इंप्लीमेंट नहीं किया गया था. लेकिन अब इसका विकल्प आ गया है. जिसके बाद 1 जुलाई से सिंगल यूज थर्मोकोल और प्लास्टिक को बैन कर दिया गया है.

PATNA: राज्यसभा मे भेजे जाने को लेकर केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ दी है सभी अटकलों को विराम देते हुए साफ़ कर दिया है कि नीतीश कुमार ने मुझे मंत्री बनाया है और उनकी ही सहमति से मैं राज्यसभा जाऊंगा।

आरसीपी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने मुझे मंत्री बनाया है किसी सांसद ने नहीं बनाया है। किसी के कहने से कुछ नहीं होगा। मैं फिर से राज्यसभा जा रहा हूँ। वहीं अपने ट्विटर हैंडल पर जेडीयू को हटाये जाने पर उन्होंने जवाब दिया कि मैंने पहले ही जेडीयू हटा लिया था। जो खबर चल रही है वो सब अफवाह है। मैं जेडीयू पार्टी का नेता हूँ।

केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने कहा कि 31 तक नॉमिनेशन का डेट है। आज मैं पटना जा रहा हूँ। मैं उससे पहले नॉमिनेशन कर लूंगा। उनके इस बयान के बाद से बिहार में सियासी सरगर्मी तेज़ हो गई है। आरसीपी सिंह ने साफ कर दिया कि जो खबरें चल रही है वह महज अफवाह है। नीतीश कुमार ने उन्हें मंत्री बनाया था और नीतीश कुमार के मर्जी से ही वह राजसभा एक बार फिर से जाएंगे। आरसीपी सिंह ने कहा कि वह नीतीश कुमार के मर्जी से ही राज्यसभा जाने के लिए पटना जा रहे और वही 31 तारीख के पहले अपना नामांकन पर्चा दाखिल करेंगे। जाहिर सी बात है कि बिहार में जेडीयू के अंदर मचे घमासान के बीच आरसीपी सिंह दिल्ली गए थे और एक दिल्ली में आरसीपी ने ऐसा कौन सा जुगाड़ किया है कि अब वह कह रहे हैं कि वह नीतीश कुमार के साथ मजबूती से खड़े हैं।

सफाई के नाम पर एक दिन में खर्च होते थे 1 लाख 40 हजार, बावजूद हल्की बारिश में डूब जाती है छपरा की व्यवसायिक मंडी

Chhapra: एक माह में छपरा नगर निगम क्षेत्र में सफाई व्यवस्था के नाम पर करीब 42 लाख खर्च किये गए है. प्रतिदिन औसतन 1 लाख 40 हजार रुपए कचड़ा उठाने और झाड़ू लगाने के नाम पर खर्च हो रही जनता के टैक्स की राशि के सदुपयोग का अंदाजा हम इसी से लगा सकते है कि जैसे ही बारिश शुरू होती है समाप्त होने के साथ ही सड़कें जलमग्न हो जाती है. बारिश कम हो या ज्यादा सड़कों पर जलजमाव होना आम बात है. हालांकि यह बड़े शहरों में भी स्थिति यही है बारिश में सड़कें जलमग्न होती है लेकिन सिर्फ कुछ घंटों के लिए.

लेकिन छपरा नगर निगम की स्थिति थोड़ी अलग है. नगर निगम वार्ड एक से लेकर वार्ड 44 तक घरों से कचड़ा उठाने, मुख्य सड़क की साफ सफाई से लेकर कचड़ा उठाने के नाम पर प्रतिदिन अबतक करीब 1 लाख 40 हजार की राशि खर्च की जाती रही है. इसके बावजूद इसकी स्थिति जस की तस बनी है.

मंगलवार की रात तेज हवाओं के साथ बारिश ने गर्मी से लोगों को राहत भले ही दे दी हो लेकिन कीचड़ से लथपथ सड़क उनकी मुश्किलों को दुगना कर गई. शहर के मुख्य बाजार मौना चौक से लेकर साहेबगंज, मौना सांढा रोड, गुदरी बाजार की हालत भगवान भरोसे है. व्यवसायिक मंडी के तौर पार पहचान स्थापित करने वाली सड़कों पर या तो जलजमाव है या कीचड़ से सनी है. निगम को टैक्स देने वाले दुकानदार व्यवसाय करने से पहले सड़कों से कीचड़ हटाते है फिर व्यवसाय शुरू करते है. शहर की कुछेक सड़कों को छोड़ बारिश में अमूमन यही हाल है रही सही कसर डबल डेकर का निर्माण कर पूरा कर देता है. जिसमे निगम को साफ सफाई में अवरोध का एक रटा रटाया बहाना मिल जाता है.

बहरहाल निगम द्वारा इस बार प्रतिमाह 96 लाख रुपए में टेंडर निकाला गया था. किन्ही कारणों से मामला अभी लंबित है.

इस अनुसार छपरा नगर निगम क्षेत्र के घरों से कचड़ा उठाने, मुख्य मार्ग पर झाड़ू लगाने एवं कचड़ा उठाने के लिए प्रतिदिन औसतन 3 लाख 20 हजार रुपए खर्च करने जा रही है. शहर को आईने की तरह चमचमाते हुए दिखाने की कवायद है. मानसून के पूर्व साफ सफाई की तगड़ी व्यवस्था के दावे और घोषणाएं भी किए जा रहे है जिससे बारिश में शहर की सड़कों पर जलजमाव ना हो सकें.

लेकिन शहरवासी इन मंसूबों से वाकिफ है. सफाई के नाम पर जनप्रतिनिधियों से लेकर पदाधिकारियों तक में लूट मची है. लूट का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है जिस शहर की सफाई प्रतिदिन करीब 1 लाख 40 हजार में होती थी. उसी क्षेत्र के लिए 3 लाख 20 हजार में टेंडर खोला गया. जबकि शहर की कई सड़कों पर डबल डेकर निर्माणधीन है जिससे उन सड़कों पर फिलहाल ना झाड़ू लग सकता है ना पूर्ण साफ सफाई हो सकती है.

बारिश आने वाली है सफाई व्यवस्था के लिए अबतक कोई एजेंसी नही है ऐसे में शहर का बारिश में डूबना तय है. जनता घुटनों भर पानी में चलने के लिए बाध्य है और प्रतिनिधि और शासन एयरकंडीशन रूम में बैठकर सिर्फ कागजों और शहर की दीवारों पर स्वच्छ छपरा सुंदर छपरा की तस्वीर दिखा रहे है.

Chhapra: जिला स्तरीय विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) सांसद सारण राजीव प्रताप रूड़ी की अध्यक्षता में सारण समाहरणालय सभागार में आहूत की गई.

बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की विस्तार से समीक्षा की गई. उपस्थित सदस्यगण के द्वारा इस संबंध में निर्मित सूची के विसंगतियों की ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया. भुगतान में पूर्ण पारदर्शिता बरतने को कहा गया. उपविकास आयुक्त सारण के द्वारा जानकारी दी गई कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिले में कुल 4 लाख 26 हजार शौचालयो का निर्माण करवाया गया है. सामूहिक शौचालयों में 431 लक्ष्य के विरुद्ध अबतल 375 सामुदायिक शौचालयों का निर्माण पूर्ण करवा लिया गया है.

इस संबंध में अध्यक्ष के द्वारा निर्देशित किया गया कि सामुदायिक शौचालयों के सुचारू ढंग से कार्य करने हेतु अनुश्रवण समय-समय पर करते रहें. सभी जनप्रतिनिधियों को भी सामुदायिक शौचालयों के निर्मित स्थलों की प्रखंडवार सूची उपलब्ध कराने को कहा गया. मनरेगा से सरकार के निर्देशालोक में विद्यालयों की चहारदीवारी को निर्मित किये जाने के अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गई । हर घर नल का जल एवं गली-नाली योजनाओं की समीक्षा के क्रम में अनेको समस्याओं की जानकारी सदस्यगणों के द्वारा दी गई.

इस संबंध में जिला पदाधिकारी महोदय के द्वारा सभी समस्याओं के समाधान हेतु किये जा रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी दी गई. सरकारी जमीनों से अवैध कब्जा हटाने हेतु कारगर कार्य योजना बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया. सभी योजनाओं की विस्तृत जानकारी जनप्रतिनिधिगणों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। निर्मित पंचायत सरकार भवन को क्रियाशील कराने की आवश्यकता पर बल देते हुए पुराने जर्जर भवनों की मरम्मति हेतु प्रस्ताव भेजने को कहा गया। प्रखंडवार सार्वजनिक कुओं के जीर्णोद्धार कार्य की विस्तृत विवरणी जनप्रतिनिधिगणों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। आँगनबाड़ी केन्द्रों से संबंधित प्राप्त शिकायतों, पैक्सों से संबंधित मामला पर विस्तार से चर्चा की गई।

शिकायतों की गंभीरता को देखते हुए इस पर अलग से बैठक कर चर्चा करने का निर्णय लिया गया। दो दिवसीय बैठक में विभागवार एजेंडा की सूची काफी लम्बी होने के कारण बैठक देर शाम तक जारी रहेगी ।

बैठक में जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, उपाध्यक्ष-सह-सांसद, महराजगंज, विधायक गण/विधान पार्षदगण, नगर निगम सारण की महापौर जिला परिषद अध्यक्ष तथा जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता सहित सभी जिलास्तरीय तथा क्षेत्रीय पदाधिकारियों द्वारा भाग लिया गया।

पुलिस छावनी में तब्दील रहा बड़हिया रेलवे स्टेशन, ग्रामीण कर रहे थे स्टेशन पर ट्रेन रोकने की मांग

लखीसराय: लखीसराय के बड़हिया में रेल ठहराव को लेकर एकबार फिर वृहद स्तर पर आंदोलन शुरू हो गया है. रेल संघर्ष समिति के आह्वान पर चल रहे इस आंदोलन में सैकड़ों की संख्या में लोगों की उपस्थिति देखी जा रही है. शुरुआत के एक घंटे तक धरना देने के बाद उग्र होकर आंदोलनकारी बड़हिया रेलवे स्टेशन के ट्रैक पर उतर आए और सोमवार को पाटलिपुत्र एक्सप्रेस को करीब आधे घंटे से अधिक समय से रोक दिया. ग्रामीण 10 से अधिक ट्रेनों के ठहराव की मांग को लेकर बड़हिया के लोग लगातार आंदोलनरत हैं.

ग्रामीण पहले भी आंदोलन कर अपनी एकजुटता का परिचय देते हुए रेल व जिला प्रशासन के लिए सिरदर्द बन चुके थे. तब आश्वासन के बाद आंदोलन को समाप्त करा दिया गया था. पुन: एकबार फिर आंदोलन रविवार को शुरू हुआ है. रणनीति के मुताबिक स्टेशन परिसर पर धरना देना था, लेकिन लोगों को जैसे ही पता चला कि पाटलिपुत्र एक्सप्रेस बड़हिया स्टेशन आने वाली है. आंदोलनकारी उग्र होकर स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर चले गए. इस बीच आंदोलनकारियों ने पहले तो पैनल रूम को अपने कब्जे में लेने की कोशिश की, लेकिन तबतक जिला व रेल प्रशासन की पूरी टीम ने मुस्तैदी के साथ लोगों को इस कार्य से रोक दिया. पैनल को अपने कब्जे में लेने से विफल हुए लोग लाल झंडी के साथ ट्रैक पर उतर गए. इस पाटलिपुत्रा को बड़हिया से आगे बढ़ने नहीं दिया गया. 10 बजे के बाद से पाटलिपुत्रा बड़हिया स्टेशन पर ही रूकी है. पाटलिपुत्रा के ठहराव की भी मांग को लेकर लोग आंदोलनरत थे.

बड़हिया रेलवे स्टेशन पुलिस छावनी में तब्दील रहा. रेल व जिला प्रशासन के अधिकारी से लेकर पुलिस स्टेशन परिसर व इर्द-गिर्द मुस्तैद हैं. लोगों को लगातार रोकने का प्रयास किया जा रहा है. शुरूआत में कुछ पुलिस अधिकारियों द्वारा आंदोलनकारियों के वीडियो बनाए जाने के क्रम में आंदोलनकारी और पुलिस के बीच तीखी बहस भी हुई है.

आंदोलनकारियों ने स्पष्ट तौर पर कहा कि यदि पुलिस-प्रशासन हमारे आंदोलन को प्रभावित करने का प्रयास करेगी, तो मजबूरन उनलोगों को उग्र रूप धारन करना होगा. इसके लिए पूरी तरह पुलिस-प्रशासन जवाबदेह होंगे. रेल ठहराव को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच बाजार को बंद करा दिया गया है. पहले ही संघर्ष समिति ने बाजार बंद रखने का आह्वान किया था, जिसके समर्थन में दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद कर दी थी. इधर बाजार बंद रहने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

गोढ़ना और सिकटी गांव में थाना पुलिस और एएलटीएफ टीम ने की छापेमारी

मशरक: थाना पुलिस और एएलटीएफ टीम ने सोमवार को अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत मशरक थाना क्षेत्र के गोढ़ना और सिकटी ख्जहा गांव में भारी संख्या में पुलिस बल के साथ छापेमारी की. इस दौरान तकरीबन महुआ फास को नष्ट किया गया

मौके पर थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि अवैध शराब के खिलाफ प्रशिक्षु दारोगा आशुतोष कुमार और एएलटीएफ के दारोगा मो फूलहसन ने साथ उक्त दोनों गांव में पुलिस बल के साथ छापेमारी की गई. तो कुछ लोगों के द्वारा महुआ शराब का धंधा किया जा रहा था। जिसके लिए खेतों में गढ़े खोद और आस पास के जंगलों में प्लास्टिक के गैलनो में महुआ फास को छुपाकर रखा गया है. जिसको निकाल नष्ट कर दिया गया. मौके पर थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि यदि आपके आस पास कोई भी अवैध शराब बिक्री या बनाया जा रहा है तो उन्हें सुचना दें.