इसुआपुर: गंडक नदी में जलस्तर बढ़ने के बाद प्रखंड के कई गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. बारिश और बाढ़ के पानी से चंवर और खेत पानी से भर चुके है वही पानी निचले इलाकों में पांव पसार रहा है. खेतों में पानी लगने से लाखो की फ़सल बर्बाद हो गयी है. किसानों के इस हाल का कारण सरकार की बारिश के पूर्व की तैयारी है.

जिले में बाढ़ की भयावहता और तांडव कोई नई बात नही है लेकिन इसके बाद भी सरकार सचेत नही है. प्रतिवर्ष किसान अपनी बदहाली पर पर आंशू बहाते है लेकिन सरकार चिरनिद्रा में रहती है.

बारिश और बाढ़ के पानी से प्रखण्ड के रामपुर अटौली पंचायत के डोइला, महुली गांव सहित आधे दर्जन गांव की फसल पूरी तरह तबाह है.

किसान एकता मंच के अध्यक्ष सह प्रमुख प्रतिनिधि युवा नेता अजय राय ने प्रखंड के जलमग्न गांवों की स्थिति का जायजा लिया और किसानों की बदहाल स्थिति को दर्शाते हुए कहा कि यहाँ पहले सभ्रांत किसान थे लेकिन अब यहाँ के किसान भुखमरी के कगार पर आ गए है. किसानों की स्थिति को लेकर सैकडों बार बिहार सरकार एवम संबंधित विभाग को ग्रामीणों द्वारा पत्र लिखा गया लेकिन सुशाशन की सरकार को किसानों से क्या मतलब भले ही किसान भूखा ही क्यों न हो, सरकार की किसान उत्थान योजना, किसानों की आय दुगना करने जैसी योजनाएं अखबार के पन्नो तक सिमट कर रह गई है. अब किसान सरकार का दरवाजा खट-खटा कर थक गए है. हज़ारो कोशिशों के बाद भी किसानों के साथ सरकार ने लगातार धोखा दिया है और बांध, स्विलिप गेट, पुल बनवाने के आड़ में करोडो रुपए लूट का खेल खेला गया है.

वही किसानों का कहना है कि जमींदारी बांध का जब निर्माण हुआ तो गांव में ख़ुशी का माहौल था. निर्माण के बाद जल नहर और बारिश के पानी के निकासी के लिए जल संसाधन विभाग द्वारा किसानों का भूमि अधिग्रहण किया गया. जिससे डोइला से गोविन्दापुर डाबरा नही तक नहर का निर्माण सरकार द्वारा करना था. लेकिन 2006 से 2020 आ गया जल निकासी नहर का निर्माण न हो सका. इसी बीच जमीन्दारी बांध में सरकार द्वारा करोडो रुपये की लागत से सुइलिश गेट का निर्माण कर दिया गया और जो नहर कभी बना ही नही उस पर लगभग 5 करोड़ की लागत से 15 छोटे बड़े पुल पुलिया के निर्माण कर दिया गया.

प्रतिवर्ष किसानों अपनी बदहाली से ऊब चुके है और सरकार से इसका निदान चाहते है.जिससे कि बाढ़ और बारिश में उनकी फसल बची रही.

  • खेती की नई तकनीक के बारे मे दी गयी जानकारी
  • किसानों की आमदनी दुगनी करने के संबंध मे दी गयी जानकारी

डोरीगंज:  सदर प्रखंड के भैरोपुर पंचायत के पंचायत भवन में एक दिवसीय किसान चैपाल का आयोजन किया गया. जिसमें किसानों की आमदनी दुगनी करने सम्बंधित विषय पर विस्तार से चर्चा किया गया. जिसमें किसाना को श्रीविधिजिरो टेलिज, जैविक खेती, मृदा स्वास्थ कार्ड तथा किसानों के हित मेंविभिन्न योजनाओं के बारे में बताया गया.

इस किसान चौपाल मे खेती की नई तकनीक कीजानकारी दी गयी. सम्बोधित करने वालों मे कृषि विभाग के कर्मी केशव कुमार सिंह, कृषि समन्वयक राजाराम राय, कृषि समन्वयक हेमंत कुमार सिंह, कृषि समन्वयक किसान सलाहकार राजकिशोर प्रसाद चैरसिया, रमेश चंद्र
तेन्दुलकर, अनिल कुमार सिंह शामिल है.

इस अवसर पर पंचायत के मुखिया अंजलीदेवी, मुखिया प्रतिनिधि संतोष कुमार ठाकुर, सरपंच प्रतिनिधि सत्य नारायण चैरसिया,
पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि रत्नेश्वर कुमार सिंह, प्रमुख पुत्र शैलेन्द्र कुमार चैरसिया एवं वार्ड प्रमुख प्रतिनिधि शैलेन्द्र कुमार चैरसिया एवं वार्ड सदस्य किसान आदि उपस्थित थे.

Chhapra: शहर के बाजार समिति परिसर स्थित कृषि भवन में आयोजित दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेले में पहले दिन किसानों ने सोलह लाख रुपये 0के अनुदानित यंत्रों की खरीदारी की. मेले में पहुंचे जिलेभर के किसानों ने विभिन्न तरह के कृषि यंत्रों की खूब खरीददारी की. जिसमें किसानों ने जबसे अधिक लपेटुआ पाइप व पंप सेट की खरीदारी की.

इस खरीदारी के लिए किसानों ने ऑनलाइन आवेदन किए थे जिसके बाद प्रखंड कृषि पदाधिकारी द्वारा जारी किए गये परमिट के आधार पर मेले में यंत्रों का पूरा मूल्य देकर खरीदारी की गई. जांच रिपोर्ट व फोटो सत्यापन के बाद अनुदान की राशि किसानों के खाते में भेजी जाएगी. मौके पर प्रखंडों में किसानों से अधिक से अधिक यंत्र के लिए आवेदन कराने का निर्देश सभी बीएओ, कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकारों को दिया.

इसके पूर्व जिप अध्यक्षा मीना अरुण व कृषि विभाग के जेडीए विजेंद्र चौधरी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर मेले का उद्घाटन किया. इस मौके पर डीएओ जयराम पाल ने कहा कि अच्छा प्रदर्शन करने वाले पुरस्कृत किए जाएंगे लेकिन जो लक्ष्य को पूरा नहीं करेगा उसपर कार्रवाई की जाएगी. सरकारी योजनाओं को धरातल पर लाने के लिए किसी भी प्रकार की गड़बड़ी व लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. 2022 तक किसानों की आमदनी डबल करने के लिए सरकार रोड मैप तैयार की है. इसपर काम करें.

इस अवसर पर सहायक निदेशक अरविंद कुमार सिंह, विनोद कुमार, समन्वयक दीपक कुमार, अनिरूद्ध सिंह, मुकेश सिंह, सभी प्रखंडों के बीएओ व किसान सलाहकार भी उपस्थित थे.

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साल 2016 में पहली बार ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरीय देशवासियो को किया संबोधित. यह ‘मन की बात’ कार्यक्रम का 16वां संस्करण था. इस संस्करण में पीएम ने केंद्र की फसल बीमा योजना का जिक्र करते हुए योजना के बारे में विस्तार से बताया. प्रीमियम की दर नीचे किए जाने का भी पीएम ने उल्लेख किया. पीएम ने कहा कि प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों की फसल बर्बाद न हो इसलिए 2016 में सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत की है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि नई बीमा योजना में प्रीमियम की अधिकतम सीमा खरीफ की फसल के लिए 2% और रबी की फसल के लिए 1.5% होगी. फसल बीमा योजना से हमें आने वाले एक-दो साल में कम से कम देश के 50 प्रतिशत किसानों जोड़ना चाहिए.

मोबाइल फोन नंबर किया जारी

पीएम ने ‘मन की बात’ के लिए मोबाइल फोन का नंबर भी तय किया है. अब आप मोबाइल फोन से 8190881908 नंबर पर मिस्ड कॉल करके ‘मन की बात’ कभी भी सुन सकते हैं.

खादी एक चिह्न बन चुकी है

पीएम ने ‘मन की बात’ में खादी पर भी बात की. पीएम ने कहा कि खादी एक चिह्न बन चुकी है. युवाओं के रूझान का केंद्र बनकर उभरी है. खादी के संबंध में सरदार पटेल ने कहा है, हिन्दुस्तान की आजादी खादी में ही है, हिंदुस्तान की सभ्यता भी खादी में ही है. पीएम ने कहा कि देशभर से लोगों ने उन्हें लिखकर भेजा है कि कैसे सोलर चरखा उनकी जिंदगियों को बदल रहा है. पीएम ने कहा की खादी में वह शक्ति है जिससे करोड़ों लोगों को रोजगार मिल सकता है. हिन्दुस्तान में जिसे हम परम धर्म मानते हैं, वह अहिंसा खादी में ही है.

प्रतिमाओं की सफाई करने और तस्वीर भेजने का आग्रह

पीएम ने प्रतिमाओं को बनाने के लिए देश में दिखाई देने वाले उत्साह लेकिन सफाई को लेकर निष्क्रियता का जिक्र किया. उन्होंने आग्रह किया कि प्रतिमाओं की सफाई कर तस्वीरें MyGov  पोर्टल पर भेजें.

केंद्र की स्टार्टअप योजना पर पीएम ने कहा कि यह कार्यक्रम 16 जनवरी को हुआ था. नौजवानों में नई ऊर्जा, नई चेतना, नया उमंग, नया उत्साह अनुभव किया गया. सामान्य लोगों की सोच थी कि स्टार्टअप का मतलब आईटी से है लेकिन यह बेहद परिष्कृत कारोबार है. 16 जनवरी के बाद यह भ्रम टूट किया.

जैविक राज्य सिक्किम में देशभर के कृषि मंत्रियों और कृषि सचिवों की बैठक पर पीएम ने स्टार्टअप्स का जिक्र किया. IIM के दो नौजवान अनुराग अग्रवाल और सिद्धि कर्नाणी उत्तर-पूर्व में कृषि क्षेत्र की ग्लोबल मार्केटिंग करते हैं. पीएम ने बताया कि विश्वास द्विवेदी ने ऑनलाइन किचन स्टार्टअप किया है और वो मध्यवर्गीय लोगों को ऑन लाइन नेटवर्किंग के द्वारा टिफिन पहुंचाते हैं. दिग्नेश पाठक ने किसानों के लिए और खास करके पशुओं का जो आहार होता है, उस पर काम करने का मन बनाया है. स्थानीय नागरिक, कलाकार, छात्र अपने-अपने शहर के रेलवे स्टेशन सजाने में लगे हैं.

पीएम ने इस बात पर गर्व महसूस किया कि 4 से 8 फरवरी तक भारत, विशाखापत्तनम में इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू की मेजबानी कर रहा है इसमें कई देशों के युद्धपोत, नौसेना के जहाज इकट्ठे हो रहे हैं. पीएम ने कहा कि यह विश्व की सैन्य-शक्ति और हमारी सैन्य-शक्ति के बीच तालमेल का एक प्रयास है. ये एक संयुक्त अभ्यास है, भारत जैसे देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और भारत का सामुद्रिक इतिहास स्वर्णिम रहा है. उन्होंने कहा कि सीमाएं हमें अलग करती होंगी, जमीन हमें अलग करती होगी लेकिन जल हमें जोड़ता है, समुद्र हमें जोड़ता है.
गुवाहाटी में सार्क देशों का खेल-कूद समारोह पर पीएम ने कहा कि यह सार्क देशों के साथ रिश्ता जोड़ने का अच्छा अवसर है. पीएम ने बोर्ड परीक्षा देने जा रहे दसवीं और बारहवीं के छात्रों को भी संबोधित किया.

पीएम ने कहा कि परीक्षाएं होंगी, विद्यार्थियों ने अपनी सफलता, तनावमुक्त परीक्षा के दिन कैसे गुजारे हैं मुझे नरेंद्र मोदी ऐप पर बताएं.