माँ भारती के अमर सपूत, स्वाधीनता के कालजयी स्वर, त्याग व बलिदान की उज्ज्वल कीर्ति पताका, ‘हिंदुआ सूर्य’ वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की पावन जयंती पर के उपलक्ष्य में राणा- भामा श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया। बड़का करिंगा के युवा मंडली ने इस कार्यक्रम भाजपा नेता राणा यशवंत प्रताप सिंह को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया।
युवा मंडली का कहना हैं कि जब कार्यक्रम के निमित्त राणा यशवंत से जब मिलने गए तो उन्होंने कहा कि आज के दिन महाराणा प्रताप के परम् मित्र भामा शाह को भी याद करना चाहिए इसलिए इसका नाम राणा -भामा श्रद्धांजलि समारोह रखा गया।
राणा यशवंत सिंह ने कहा कि सभी सनातनी एक होकर विदेशी ताकतों से लड़ने की आवश्यकता है जिससे कि लव जिहाद, लैंड जिहाद और अवैध धर्मांतरण करने वाले उन्मादी और जिहादी ताकतों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी जा सके आज देश के सीमाओं पर मां भारती के सपूत भारतीय सेना महाराणा प्रताप की भांति एक-एक नौजवान दुश्मन के 100 की संख्या पर भारी है और आतंकवाद की उस धरती पाकिस्तान में उन्हीं के सर जमीन पर कुचलना के लिए तैयार है।
इस कार्यक्रम में अगल-बगल के गांव के मुख्य लोगों की भी उपस्थित थी। भाजपा नेता राणा यशवंत सिंह को स्थानीय राम सिंह, राजा सिंह, नागेंद्र सिंह, बलराम सिंह, मनोज सिंह, जयप्रकाश गुप्ता, ददन प्रसाद, विवेक गुप्ता को अंग वस्त्र देकर के सम्मान किया। साथ ही महाकुंभ में छपरा वासियों और बिहार वासियों के अभूतपूर्व सेवा के लिए साधुवाद दी और उन सभी लोगों ने कहा कि आगे भी आपके राजनीतिक और सामाजिक कार्यों में हम सब का सहयोग बढ़-चढ़कर रहेगा ऐसे ही महाराणा प्रताप की जयंती की तरह छपरा विधानसभा के हरेक गांव और वार्डों में महापुरुषों की जयंती मनाई जाए।
राणा यशवंत सिंह ने कहा कि विगत 9 वर्षों से छपरा विधानसभा में राष्ट्रवादी विचारधारा से जुड़े महापुरुषों और सनातनी योद्धाओं का जन्म जयंती एवं पुण्यतिथि हम सभी लोग अपने टीम के सहयोग से निरंतर मनाते आ रहे हैं और विदेशी ताकतों के खिलाफ पूरी ताकत से विरोध करने का काम कर रहे हैं।
इस मौके पर रिवीलगंज के विश्व हिंदू परिषद के धर्मेंद्र सिंह समाजसेवी भी उपस्थित थे। युवा मंडली में रौनित सिंह, अभिमन्यु सिंह, गोलू सिंह, अमन सिंह, आलोक सिंह, विश्वजीत सिंह, मनीष सिंह, अमरेंद्र सिंह, कुणाल सिंह, विश्वजीत सिंह, मनीष सिंह, अमित सिंह, वरुण यादव, सुनील यादव, मुन्ना महतो आदि सैकड़ों लोग मौजूद थे।