Patna, 23 जुलाई (हि.स.)। बिहार में विधानसभा चुनाव के मद्देजनर तमाम राजनीतिक दलों के नेता अपनी-अपनी रणनीति बनाने और जनता को अपने पक्ष में करने में जुटे हैं।इसी कड़ी में बुधवार को जन सुराज पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक ज्ञापन देने विधानसभा पहुंचे, लेकिन उन्हें पुलिस द्वारा पहले ही रोक लिया गया। पुलिस ने जन सुराज के कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्च भी किया, जिसमें एक कार्यकर्ता घायल हो गया। इस घटना के बाद जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा।
प्रशांत किशोर ने कहा कि हम लोगों को मुख्यमंत्री से नहीं मिलने दिया जा रहा है
राजधानी पटना में बुधवार को जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि हम लोगों को मुख्यमंत्री से नहीं मिलने दिया जा रहा है। विधानसभा चुनाव में अभी तीन महीना बाकी है, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार क जीना हराम कर देंगे। इन्हें पता नहीं है कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है।
इससे पहले अपने समर्थकों के साथ विधानसभा का घेराव करने जा रहे प्रशांत किशोर के साथ जन सुराज समर्थक बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ने लगे, तो पुलिस ने रोकने के लिए लाठियां चलाई। इस दौरान एक समर्थक जख्मी भी हो गया।
पुलिस की कार्रवाई के बाद प्रशांत किशोर ने कहा कि हम लोग शांतिपूर्वक तरीके से जाकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन देना चाहते हैं। पिछले 2 वर्ष में 94 लाख परिवार को दो-दो लाख रुपये देने का वादा किया था। आज तक एक भी परिवार को एक रुपया तक नहीं मिला।
सरकार को ऐसा जवाब देंगे कि पूरा बिहार देखेगा: प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने कहा कि ज्ञापन में एक करोड़ लोगों ने हस्ताक्षर किया है, जिसे हम सरकार को देना चाहते हैं। हमें मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया जा रहा है। जब कोई प्रतिनिधि आकर नहीं मिलता है, तब तक हमलोग यहीं बैठे रहेंगे। अभी तो जंग की शुरुआत है। प्रशांत किशोर ने कहा कि सरकार को ऐसा जवाब देंगे कि पूरा बिहार देखेगा। आप देखते जाइये, नीतीश कुमार को उनके घर में नहीं घेर लिए तो दो देख लेना। ये पुलिस प्रशासन कुछ नहीं कर सकता है। एक लाख लोगों को लेकर पहुंचेंगे।
इस मौके पर मनीष कश्यप ने कहा कि भूमिहीन परिवारों को तीन डिसमिल जमीन मिलना चाहिए। सरकार ने हर युवाओं को 2-2 लाख रुपये रोजगार करने के लिए देंगे बोला था, लेकिन उसका लाभ अभी तक नहीं मिला। तीन से चार महीने में सरकार बदल देंगे।
उल्लेखनीय है कि प्रशांत किशोर अपने समर्थकों के साथ जनता का मुद्दा लेकर सरकार को ज्ञापन देने जा रहे थे। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार से मिलना था, लेकिन विधानसभा का मानसून सत्र चलने के कारण नेताओं को शहर के सरदार पटेल गोलंबर पर रोक दिया गया।