पटना, 7 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार विधानसभा चुनाव- 2025 की तारीखों की घोषणा के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में हलचल तेज हो गई है। आज मुख्यमंत्री आवास में नीतीश कुमार ने जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की है।
बैठक में जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, अशोक चौधरी, विजेंद्र यादव, सुनील कुमार और पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल हुए। बैठक के दौरान पार्टी नेताओं ने सीट बंटवारे और उम्मीदवारों के चयन पर चर्चा की।
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि दो से तीन दिनों में राजग में सीट शेयरिंग पर फैसला हो जाएगा। कहीं से कोई परेशानी नहीं है। उन्होंने दावा किया कि प्रचंड बहुमत के साथ फिर से नीतीश कुमार के नेतृत्व में राजग की सरकार बनेगी। हमलोग 2010 से भी बेहतर प्रदर्शन इस बार करेंगे।
जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा इसी सिलसिले में आज दिल्ली भी जा रहे हैं। जहां भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के साथ उनकी बैठक अहम होगी। माना जा रहा है कि राजग घटक दलों की बैठक में सीट शेयरिंग पर अंतिम रूप से मुहर लग जाएगी।
भाजपा के चुनाव प्रभारी बनाए जाने के बाद धर्मेंद्र प्रधान की पूर्व जदयू अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह, हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के संरक्षक और केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा से पिछले दिनों पटना में मुलाकात हो चुकी है। वहीं, दिल्ली में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) (एलजेपीआर) अध्यक्ष चिराग पासवान के साथ भी उनकी आज बैठक हुई है।
जदयू में भी उम्मीदवारों के चयन का काम अधिकांश सीटों पर हो चुका है। कुछ सीटों पर चर्चा हो रही है। कई सीटों पर इस बार नए चेहरे देखने को भी मिलेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले दिनों जदयू के 500 से अधिक कार्यकर्ताओं और नेताओं से मिलकर प्रतिक्रिया भी लिया था। कई नेताओं ने चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी भी की थी। नीतीश कुमार अममून मौजूद विधायकों का टिकट कम ही काटते हैं।
हाल में ही परबत्ता के जदयू विधायक संजीव सिंह राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में शामिल हो चुके हैं। ऐसे में वहां नया चेहरा देखने को मिलेगा। 2020 में मांझी सीट से गौतम सिंह का टिकट काट दिया गया था, लेकिन इस बार उनको लड़ाने की चर्चा हो रही है। चकाई से पिछली बार जदयू के टिकट पर संजय प्रसाद चुनाव लड़े थे, लेकिन इस बार निर्दलीय विधायक और मंत्री सुमित सिंह को टिकट मिलना तय है। डुमरांव में अंजूम आरा पिछली बार चुनाव लड़ी थीं, लेकिन इस बार वहां से नया चेहरा देखने को मिल सकता है।