शनि के वक्री होने के बाद बिहार के किसान के चेहरे पर मुस्कराहट दिखाई देगा। गर्मी से राहत मिलेगी। ज्योतिष में शनि ग्रह का एक महतवपूर्ण स्थान है। ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह को विशेष दर्जा दिया गया है। शनिदेव को कर्मफल दाता, कलियुग का दंडाधिकारी कहा जाता है। नवग्रहों में शनि ग्रह को न्यायाधीश का दर्जा मिला हुआ है। इसके साथ ही वह मकर और कुंभ राशि के स्वामी है। शनि अनुराधा नक्षत्र और उतरा भाद्रपद का स्वामी है।
ज्योतिष गणना के अनुसार, इस समय शनि कुम्भ राशि में गोचर कर रहे हैं लेकिन शनि कुम्भ राशि में वक्री हो रहे है जिसे बन रहा है केंद्र त्रिकोण राजयोग इस राशि का स्वामित्व शनि है। इनके वक्री होने से आम जीवन पर प्रभाव तो पड़ेगा लेकिन साथ में भारतीय जलवायु पर इसका असर देखा जायेगा। शनि ग्रह बहुत ही धीमी गति से चलते है। 17 जून को अपनी राशि कुम्भ में रात्रि 10 बजकर 46 मिनट पर कुम्भ राशि में वक्री होंगे। वही सूर्य बुध राशि में है। जिसे 19 जून से लेकर 21 जून तक बिहार में तेज हवा के साथ हल्की वर्षा होगी। वही 22 जून को सूर्य आद्रा नक्षत्र नक्षत्र में प्रवेश करेगे।
ज्योतिष गणना के अनुसार शनि और सूर्य दोनों का पिता तथा पुत्र का संबंध है शनि के वक्री होने के बाद। सूर्य आद्रा नक्षत्र में प्रवेश करेगे इस नक्षत्र के स्वामी राहु है और मिथुन राशि के अंतर्गत आने के कारण इन पर बुध का प्रभाव भी रहता है। वर्तमान में सूर्य मिथुन राशि में गोचर कर रहे है जो अच्छी वर्षा का कारक बन गया है। जिसे 22 जून से अल्प वर्षा की शुरूआत होने का संकेत हो रहा है, ऐसे में किसान धान के बीज डालेगे उनके लिए हल्की- फुल्की वर्षा की शुरुआत से खुशहाल रहेगे।
बिहार में मक्का का खेती करने वाले किसान का मन प्रसन्न रहेगा। 28 जून के बाद से 02 जुलाई तक वर्षा खूब होगी फिर सूर्य 06 जुलाई को सूर्य पुनर्वसु नक्षत्र में आयेगे दिन गुरुवार होगा जिसके बाद शुक्र मंगल का युति के कारण वर्षा अच्छी होगी लेकिन दक्षिण राज्यों में जलवायु का परिवर्तन देखा जायेगा समय अनुसार मानसून नहीं आने के कारण गर्मी बढ़ जाएगी दक्षिण के राज्यों में जैसे गोवा, कर्नाटक, केरल, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र,
राज्य में 22 जून के बाद वर्षा की शुरुआत होगी जुलाई के महीने में इन राज्यों में तेज हवा के साथ वर्षा होगी.
श्रावण मास (शुद्ध मास )
इस मास की शुरुआत 04 जुलाई से शुरु होंगे और 17 जुलाई तक 06 जुलाई के बाद बादल बन जायेगे। साथ में अच्छी वर्षा होगी 17 जुलाई के बाद अधिक श्रावण मास लग जायेगा जो बादल के साथ हल्की वर्षा होगी. इस पक्ष में तीन मंगलवार पड़ने के कारण गर्मी भी खूब पड़ेगी।
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847