आधुनिक नृत्य के जन्मदाताः विश्व प्रसिद्ध नर्तक और कोरियोग्राफर उदय शंकर का जन्म उदयपुर में 6 दिसंबर 1900 को हुआ। मूल रूप से वे नरैल (अब बांग्लादेश) के एक बंगाली परिवार से संबंध रखते थे।
उदय शंकर की शुरुआती पढ़ाई नसरतपुर, गाजीपुर, वाराणसी और झालावाड़ में हुई। अट्ठारह साल की उम्र में उन्हें जेजे स्कूल ऑफ आर्ट और उसके बाद गंधर्व महाविद्यालय में प्रशिक्षण के लिए मुंबई भेजा गया। हालांकि उन्होंने भारतीय शास्त्रीय नृत्य के किसी भी स्वरूप में कोई औपचारिक प्रशिक्षण नहीं लिया लेकिन शास्त्रीय नृत्य शैलियों के संपर्क में बचपन से ही रहे। यूरोप में रहने के दौरान बैले से प्रभावित होकर उदय शंकर ने नृत्य की दो शैलियों के मिलाकर नयी रचना की जिसे हाई डांस का नाम दिया गया।
उदय शंकर को भारतीय शास्त्रीय, लोक और जनजातीय नृत्य के तत्वों में पिरोए गए पारंपरिक भारतीय शास्त्रीय नृत्य में पश्चिम की रंगमंचीय तकनीक के इस्तेमाल के लिए जाना जाता है। उन्होंने विश्व को अलग नृत्य शैली से परिचय कराया जो आगे चलकर रशियन ओपेरा और विश्व के अन्य प्रसिद्ध नृत्यों में शुमार हुई। इसे उन्होंने भारत, यूरोप और अमेरिका में न केवल लोकप्रिय बनाया बल्कि भारतीय नृत्य शैली को पुनर्स्थापना की।
भारत सरकार की तरफ से उन्हें पद्म विभूषण और विश्व भारती की तरफ से देशी कोत्तम सम्मान से सम्मानित किया गया। संगीत नाटक अकादमी ने उन्हें संगीत नाटक अकादमी फेलोशिप से सम्मानित किया। 26 सितंबर 1977 को उनका निधन हो गया।
अन्य अहम घटनाएंः
1875ः देश के महान उदारवादी नेताओं में शामिल तेज बहादुर सप्रू का अलीगढ़ में जन्म।
1967ः कलवरी श्रेणी की पहली पनडुब्बी भारतीय नौसेना का हिस्सा बनी।
1983ः ब्रिटेन की संसद में उच्च सदन हाउस लॉर्ड्स में पहली बार टीवी कैमरे को इजाजत।
2002ः अमेरिका ने भारत की पारंपरिक जैव संपदा नीम, हल्दी और जामुन का पेटेंट हासिल करने के बाद गौमूत्र का भी पेटेंट कराया।
2015ः जेएनयू में लोकप्रिय रहे जनकवि रमाशंकर यादव विद्रोही का निधन।