राष्ट्रपति ने पर्रिकर और आनंद महिंद्रा सहित 71 हस्तियों को किया पद्म पुरस्कारों से सम्मानित

नई दिल्ली: राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने सोमवार को पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और आनंद महिंद्रा सहित 71 व्यक्तियों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया।

राष्ट्रपति कोविन्द ने सोमवार शाम को राष्ट्रपति भवन में नागरिक अलंकरण समारोह- II में वर्ष 2020 के लिए तीन पद्म विभूषण, आठ पद्म भूषण और 61 पद्म श्री पुरस्कार प्रदान किए। इस मौके पर उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे। राष्ट्रपति भवन के अनुसार पद्म श्री पाने वालों में से 13 लोग सम्मान समारोह में उपस्थित नहीं रहे। उल्लेखनीय है कि इससे पहले सुबह के सत्र में राष्ट्रपति ने वर्ष 2020 के लिए चार पद्म विभूषण, आठ पद्म भूषण और 61 पद्म श्री पुरस्कार प्रदान किये थे।

मॉरीशस के पूर्व राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री अनिरुद्ध जगन्नाथ को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया। उन्होंने मॉरीशस और भारत के बीच विशेष संबंधों को गहरा करने में बहुत योगदान दिया था। यह पुरस्कार उनकी पत्नी सरोजिनी जगन्नाथ ने प्राप्त किया। एमसी मेरीकॉम को खेल श्रेणी में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। छह बार की एआईबीए महिला बॉक्सिंग चैंपियन मैरी कॉम एक प्रसिद्ध एथलीट और भारत में महिला बॉक्सिंग का चेहरा हैं। इसके अलावा राष्ट्रपति ने श्रीश्री विश्वेश तीर्थ स्वामीजी (मरणोपरांत) को अध्यात्मवाद के लिए पद्म विभूषण प्रदान किया। उडुपी के श्री पेजावर स्वामीजी के रूप में लोकप्रिय वह एक आध्यात्मिक नेता, सामाजिक मार्गदर्शक के साथ-साथ एक कार्यकर्ता भी थे। वे द्वैत दर्शन के विद्वान और प्रचारक थे।

राष्ट्रपति ने मुजफ्फर हुसैन बेग को सार्वजनिक कार्य के लिए पद्म भूषण प्रदान किया। वह जम्मू और कश्मीर के एक प्रख्यात राजनीतिक नेता हैं। राष्ट्रपति ने साहित्य और शिक्षा के लिए मनोज दास को मरणोपरांत पद्म भूषण प्रदान किया। वह एक प्रख्यात द्विभाषी लेखक थे, जो अपनी मातृभाषा ओडिया और अंग्रेजी में लिखते थे। उन्हें भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत के व्याख्याकार के रूप में पहचाना जाता है।

इसके अलावा राष्ट्रपति ने सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णम्माल जगन्नाथन को पद्म भूषण पुरस्कार प्रदान किया, जिन्होंने सामाजिक समानता और सशक्तिकरण के लिए महात्मा गांधी और विनोबा भावे के साथ काम किया था। अम्मा दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों की यात्रा कर तमिलनाडु में अहिंसा के दर्शन का प्रचार कर वहां सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिवर्तन लाने के लिए करती हैं।

राष्ट्रपति ने चिकित्सा क्षेत्र के लिए डॉ. छेरिंग लंडोल को पद्म भूषण प्रदान किया। महिलाओं के स्वास्थ्य के अग्रदूतों में से एक लैंडोल लेह, लद्दाख की पहली स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। वह लेह और कारगिल जिलों के दूरदराज के गांवों में शिविर लगाती रही हैं।

महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद गोपाल महिंद्रा को व्यापार एवं उद्योग के लिए पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उनके कार्यकाल में समूह ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऑटोमोबाइल से आईटी और एयरोस्पेस तक प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों में विस्तार किया है।

पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को मरणोपरांत पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उनके बेटे उत्पल पर्रिकर ने ग्रहण किया। एक प्रख्यात राजनेता के रुप में उन्होंने गोवा के मुख्यमंत्री और रक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया। मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने गोवा की पारिस्थितिक जरूरतों को आधुनिक बुनियादी ढांचे और विकास प्राथमिकताओं के साथ संतुलित किया।

इसके अलावा राष्ट्रपति ने व्यापार और उद्योग के लिए वेणु श्रीनिवासन को पद्म भूषण प्रदान किया। वह सुंदरम-क्लेटन समूह के अध्यक्ष हैं, जिसमें भारत की तीसरी सबसे बड़ी दोपहिया निर्माता टीवीएस मोटर कंपनी और डाई-कास्टिंग कंपनी सुंदरम-क्लेटन लिमिटेड शामिल हैं।

राष्ट्रपति ने डॉक्टर दिगंबर बेहरा को मेडिसिन के लिए पद्मश्री प्रदान किया। वह पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ में वरिष्ठ प्रोफेसर हैं। उन्होंने सस्ती कीमोथेरेपी से फेफड़ों के कैंसर के हजारों मरीजों का इलाज किया है। इसके अलावा सामाजिक कार्य के लिए पवार पोपटराव भागूजी को पद्मश्री प्रदान किया। वह महाराष्ट्र के अहमदनगर में हिवरे बाजार पंचायत के किसान और सरपंच हैं। उन्हें एक गरीब गांव से विकास के मॉडल में बदलने का श्रेय दिया जाता है। राष्ट्रपति ने संजीव बिखचंदानी को व्यापार और उद्योग के लिए पद्म श्री प्रदान किया। वह इंफो एज इंडिया लिमिटेड के संस्थापक हैं और होनहार इंटरनेट स्टार्ट-अप में निवेश करने के लिए जाने जाते हैं।

कला के लिए इंदिरा पी.पी. बोरा को पुरस्कृत किया गया। वह एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध भारतीय शास्त्रीय नृत्यांगना हैं जो भरतनाट्यम, कुचिपुड़ी और सत्त्रिया नृत्य में विशेषज्ञता रखती हैं। राष्ट्रपति ने सामाजिक कार्य के लिए उषा चौमार को पद्मश्री प्रदान किया। वह सुलभ इंटरनेशनल सोशल सर्विस ऑर्गनाइजेशन की अध्यक्ष हैं।

राष्ट्रपति ने लील बहादुर छेत्री को साहित्य और शिक्षा के लिए पद्मश्री प्रदान किया। वे नेपाली भाषा के प्रख्यात लेखक हैं। वह कई सामाजिक, शैक्षिक, साहित्यिक और सांस्कृतिक संगठनों से सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं। राष्ट्रपति कोविंद ने कला के लिए डॉ उत्सव चरण दास को पद्मश्री प्रदान किया। वह एक प्रसिद्ध ओडिसी नर्तक हैं, जो ‘चैती घोड़ा नाचा’ नामक लोक नृत्य के पारंपरिक कलाकार हैं, जो ओडिशा के मछुआरे समुदाय का विशिष्ट लोक नृत्य है।

राष्ट्रपति ने साहित्य और शिक्षा के लिए डॉ एचएम देसाई को पद्मश्री प्रदान किया। वह विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में शैक्षणिक संस्थानों, सामाजिक संगठनों, अस्पतालों और अनुसंधान एवं विकास केंद्रों के अग्रणी नवप्रवर्तनक, विकासकर्ता और संरक्षक हैं। राष्ट्रपति ने मनोहर देवदास को पद्मश्री प्रदान किया। वह एक प्रतिष्ठित चित्रकार और लेखक हैं।

भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान एम.पी. गणेश ने राष्ट्रपति से पद्म श्री प्राप्त किया। ओलंपिक पदक विजेता, अर्जुन पुरस्कार विजेता और खेल प्रशासक ने भारतीय सशस्त्र बलों में भी काम किया है। राष्ट्रपति ने लद्दाख में साहसिक खेलों की शुरुआत करने वाली और उन्हें वैश्विक मानचित्र पर लाने वाली एक इको एडवेंचर कंपनी- रिमो एक्सपेडिशन्स के संस्थापक और मालिक चेवांग मोटुप गोबा को पद्मश्री प्रदान किया। राष्ट्रपति ने कला के लिए मित्रभानु गौंटिया को पद्मश्री प्रदान किया। प्रतिष्ठित नाटककार, कवि और गीतकार ने संबलपुरी साहित्य और भाषा में बहुत योगदान दिया है।

बांग्लादेश के वयोवृद्ध संग्रहालय विज्ञानी, प्रोफेसर (डॉ.) एनामुल हक ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से पद्मश्री प्राप्त किया। इसके अलावा प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक और निर्माता करण जौहर, टीवी सीरीज और फिल्म निर्माता एकता कपूर को भी पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया।

राष्ट्रपति ने सामाजिक कार्य के लिए तुलसी गौड़ा को पद्मश्री प्रदान किया। वह कर्नाटक की एक पर्यावरणविद् हैं, जिन्होंने 30,000 से अधिक पौधे लगाए हैं और पिछले छह दशकों से पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों में शामिल हैं।

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