पथानामथिट्टा (केरल), 22 अक्टूबर (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपनी चार दिवसीय केरल यात्रा के दूसरे दिन बुधवार को सबरीमाला स्थित भगवान अयप्पा मंदिर के दर्शन किये। उन्होंने यहां संपूर्ण विधा-विधान के साथ पूजा-अर्चना कर भगवान अयप्पा से देशवासियों की सुख-शांति के लिए कामना कीं। हालांकि, इससे पहले उनका हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गया। हेलीकॉप्टर के टायर हेलीपैड में मामूली रूप से धंस गए। इस घटना में किसी को कुछ नहीं हुआ।
राष्ट्रपति सुबह-सुबह पंपाा पहुंचीं, पवित्र नदी में स्नान किया और पंपा गणपति मंदिर में पूजा-अर्चना की, जहां उन्होंने पारंपरिक केट्टुनिरा (इरुमुदिकेट्टू भरना) की रस्म निभाई। सबरीमाला मंदिर जाने से पहले उन्होंने इरुमुडी बांधने सहित अन्य पारंपरिक अनुष्ठान पूरे किए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज केरल के सबरीमाला मंदिर में पूजा-अर्चना की और समस्त देशवासियों की सुख-शांति एवं समृद्धि कीं। पारंपरिक काले परिधान पहने और इरुमुदिकेट्टू को हाथ में लिए राष्ट्रपति ने पवित्र 18 सीढ़ियां (पथिनेट्टमपदी) चढ़ीं और कड़ी सुरक्षा के बीच भगवान अयप्पा के दर्शन किए।
केरल की चार दिवसीय दौरे के तहत उनकी इस ऐतिहासिक यात्रा को प्राचीन परंपराओं के प्रति श्रद्धा और महिला सशक्तिकरण एवं सामाजिक समानता के एक सशक्त संदेश के रूप में देखा जा रहा है। भगवान अयप्पा के पवित्र पहाड़ी मंदिर की राष्ट्रपति की तीर्थयात्रा की योजना सुरक्षा प्रोटोकॉल और मंदिर की परंपराओं को ध्यान में रखते हुए सावधानीपूर्वक बनाई गई थी।
राष्ट्रपति की यात्रा के लिए सबरीमाला और उसके आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी कर दी गई थी। विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) और केरल पुलिस ने अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर सुरक्षा की कमान संभाली। सुरक्षा के लिए भीड़ प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया गया।
उधर, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को ले जा रहे हेलीकॉप्टर को पथानामथिट्टा के कोन्नी के प्रमदम स्थित राजीव गांधी इंडोर स्टेडियम में उतरते समय एक छोटी सी दुर्घटना का सामना करना पड़ा। लैंडिंग के बाद हेलीकॉप्टर के टायर हेलीपैड की ताजा बिछाई गई कंक्रीट की सतह में मामूली रूप से धंस गए। हेलीकॉप्टर को निलक्कल में उतरना था, लेकिन मौसम अनुकूल नहीं होने के कारण लैंडिंग स्थल को प्रमदम के इनडोर स्टेडियम में स्थानांतरित कर दिया गया। नए स्थल पर हेलीपैड का निर्माण आज ही सुबह किया गया था और कंक्रीट पूरी तरह से जम नहीं पाया था, जिसके कारण विमान के भार से नरम सतह धंस गई।
पुलिस और अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने त्वरित कार्रवाई की और हेलीकॉप्टर की मैन्युअल रूप से स्थिति बदली। राष्ट्रपति मुर्मु के कार्यक्रम पर कोई असर नहीं पड़ा और उन्होंने बिना किसी रुकावट के अपना कार्यक्रम जारी रखा। अधिकारियों की ओर से बताया गया है कि इस घटना की संभावित सुरक्षा चूक के रूप में समीक्षा की जा सकती है।
राष्ट्रपति के चार दिवसीय केरल यात्रा के कार्यक्रम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का केरल दौरा सांस्कृतिक और राजनीतिक महत्व के कार्यक्रमों से भरपूर है। सबरीमाला से लौटने पर वह तिरुवनंतपुरम स्थित राजभवन में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर द्वारा आयोजित एक विशेष रात्रिभोज में शामिल होंगी। 23 अक्टूबर को राष्ट्रपति सुबह 10:30 बजे राजभवन में पूर्व राष्ट्रपति के.आर. नारायणन और केरल के पहले राष्ट्रपति की प्रतिमा का अनावरण करेंगी। इस कार्यक्रम में राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों के प्रमुख नेता शामिल होंगे। इसके बाद वह दोपहर 12:50 बजे मुख्य अतिथि के रूप में शिवगिरी में श्री नारायण गुरु महासमाधि शताब्दी समारोह में भाग लेने के लिए वर्कला जाएंगी। इस दिन का समापन शाम 4:15 बजे सेंट थॉमस कॉलेज, पाला के प्लेटिनम जुबली समारोह के उद्घाटन के साथ होगा, जिसके बाद वह कुमारकोम के एक रिसॉर्ट में रात्रि विश्राम करेंगी।
राष्ट्रपति का यह दौरा 24 अक्टूबर को समाप्त होगा। इस दिन वह कोच्चि स्थित सेंट टेरेसा कॉलेज के शताब्दी समारोह में मुख्य अतिथि होंगी। बोलगट्टी पैलेस में दोपहर के भोजन के बाद वह कोच्चि नौसेना बेस से नेदुम्बस्सेरी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए प्रस्थान करेंगी और शाम 4:05 बजे नई दिल्ली वापस लौट जाएंगी। इस प्रकार उनकी चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा संपन्न होगी।
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