जोधपुर में संघ की समन्वय बैठक में एकता और समाज निर्माण पर रहा फोकस
जोधपुर: जोधपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक का आज आखिरी दिन है। विविध संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्षों और संगठन मंत्रियों की उपस्थिति में हुई इस बैठक का समापन सरसंघचालक मोहन भागवत के उद्बोधन से होगा।
बैठक में पंजाब में मतांतरण और नशे की समस्या पर चिंता व्यक्त की गई। बंगाल में घुसपैठ और कानून-व्यवस्था की स्थिति को गंभीर चुनौती बताया गया। मणिपुर में शांति प्रयासों और जनजातीय क्षेत्रों में नक्सली प्रभाव कम होने को सकारात्मक संकेत माना गया। साथ ही, संघ के शताब्दी वर्ष से जुड़े कार्यक्रमों और समाज परिवर्तन से जुड़े संघ की ओर से दिए गए पंच परिवर्तन विषयक योजनाओं पर विचार हुआ।
बैठक के बारे में संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने आज पत्रकारों को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संघ और उससे जुड़े संगठन समाज में एकता और सहयोग की भावना को मजबूत करने के लिए सतत प्रयास कर रहे हैं। महिला सहभागिता, शिक्षा का भारतीयकरण, सामाजिक चुनौतियाँ और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दे चर्चा के मुख्य बैठक के केंद्र में रहे।
महिला समन्वय के विषय पर उन्होंने बताया कि विविध संगठन महिलाओं को नेतृत्व और भागीदारी के अधिक अवसर दे रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान देशभर में 887 कार्यक्रम आयोजित हुए, जिन्हें विविध क्षेत्र में कार्यरत महिलाओं ने आयोजित किया। बैठक में क्रीड़ा भारती ने खेल जगत की महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर अध्ययन प्रस्तुत किया।
आंबेकर ने शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को सकारात्मक कदम बताया। उन्होंने कहा कि देशभर मे शिक्षा से जुड़े हुए विभिन्न संगठन इसे जमीन पर उतरने के लिए सहयोग देने से जुड़े प्रयास कर रहे हैं।