स्वामी जी का जीवन युवाओं के लिए आदर्श और अनुकरणीय: प्राचार्य डॉ सिद्धार्थ शंकर सिंह

स्वामी जी का जीवन युवाओं के लिए आदर्श और अनुकरणीय: प्राचार्य डॉ सिद्धार्थ शंकर सिंह

Chhapra: देश के प्रभावशाली विचारक और आध्यात्मिक नेता रहे स्वामी विवेकानंद की जयंती पर आज गंगा सिंह महाविद्यालय, छपरा में शिक्षकों और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों द्वारा स्वामी जी के तैल चित्र पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।

इस अवसर पर स्वामी जी को नमन करते हुए अपने संदेश में प्राचार्य डॉ सिद्धार्थ शंकर सिंह ने कहा कि स्वामी जी की जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाई जाती है। स्वामी जी का दर्शन हमें अनुशासन, आत्मविश्वास और मानवता की सेवा करने की सीख देता है। उनका जीवन हम भारतीयों खासकर युवाओं के लिए आदर्श और अनुकरणीय है। उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए, यह उनका सूक्त वाक्य ही नहीं बल्कि युवाओं के मार्गदर्शन का आधार रहा है, ताकि वे स्वप्नशील होकर जीवन की बाधाओं और चुनौतियों का सामना करते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकें। उनकी जयंती युवाओं की क्षमता और भारतीयों के स्वर्णिम भविष्य को आकार देने में उनकी महत्व्पूर्ण भूमिका का उत्सव है।

स्वामी विवेकानंद जयंती के इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ पुनीत पाण्डेय, डॉ संतोष सिंह, डॉ धर्मेंद्र सिंह, डॉ हरिमोहन पिंटू, डॉ राजेश सिंह, श्री अभय रंजन सिंह, श्री संजय सिंह के अलावा छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही।

जानकारी कार्यक्रम पदाधिकारी, एनएसएस, गंगा सिंह महाविद्यालय, डॉ कमाल अहमद ने दी।

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